MCD Mayor Election: मेयर चुनाव में भाजपा आम आदमी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बनकर उतरने की तैयारी कर रही है। (फोटो इंडियन एक्सप्रेस)

MCD Mayor Election: बीजेपी नहीं छोड़ेगी मैदान, मेयर के चुनावी अखाड़े में उतारेगी पहलवान; AAP की बढ़ेगी मुश्किल

MCD Mayor Election एमसीडी के मेयर के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लिए भाजपा मुश्किल पैदा कर सकती है। भाजपा अंतिम वक्त में महापौर उपमहापौर व स्थायी समिति के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। वहीं आप को अपने पार्षदों को एकजुट रखना होगा।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 15 वर्ष तक सत्तारूढ़ रहीं भाजपा आसानी से दांव नहीं छोड़ने वाली है। एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को कड़ी टक्कर देने के बाद अब पार्टी ने महापौर व उपमहापौर के साथ ही स्थायी समिति के चुनाव में भी चुनौती देने की तैयारी की है। इस चुनाव में भी वह अपना उम्मीदवार उतारेगी।

भाजपा के दांव से दिलचस्प हो सकता है चुनाव

प्रत्याशियों की घोषणा नामांकन के अंतिम दिन 27 दिसंबर की सुबह तक हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक रविवार को प्रदेश भाजपा की शीर्ष बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अकेले आप के लिए मैदान खाली न छोड़ा जाएं और पार्टी पूरे दमखम से चुनाव लड़े। ऐसे में छह जनवरी को होने वाला चुनाव दिलचस्प हो सकता है। इसके साथ ही इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के साथ ही निर्दलीय पार्षदों की भूमिका दिलचस्प हो सकती है।

मैं हर सप्ताह आऊंगा और व्यक्तिगत रूप से प्रगति की निगरानी करूंगा।

AAP के सामने जीते पार्षदों को एकजुट रखने की चुनौती

लाजमी है भाजपा की इस तैयारी से अब आम आदमी पार्टी को अपने जीते पार्षदों को एकजुट रखने की चिंता सताएगी, क्योंकि एमसीडी में दलबदल कानून लागू नहीं होता है। एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भाजपा के 15 साल के किले को ढहा दिया है, उसने 250 सीटों वाली एमसीडी में 134 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा के खाते में 104 ही सीटें आई है। वैसे, जीत का अंतर महज 30 सीटों का है। हालांकि, राजनीतिक पंडितों द्वारा चुनाव के ठीक पहले तक भाजपा के और खराब प्रदर्शन का अनुमान लगाया जा रहा था।

जानकारी के मुताबिक यह घटना 20-21 दिसंबर की रात की है।

लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की भी भूमिका अहम

वहीं, कांग्रेस पार्टी के खाते में नौ तथा तीन निर्दलीय पार्षद हैं। जबकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नामित 13 आम आदमी पार्टी व एक भाजपा के विधायक के साथ दिल्ली के सभी लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की भी भूमिका अहम होगी। वैसे, चुनाव परिणाम बाद से भाजपा में महापौर चुनाव को लेकर उहापोह की स्थिति थी। पहले वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा चुनाव लड़ने की बात कहीं गई थी, फिर असमंजस की स्थिति देखी गई।

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आखिरकार पार्टी ने इस चुनावी अखाड़े में भी प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। आम आदमी पार्टी ने महापौर पद के लिए शैली ओबराय व उपमहापौर के लिए आले मोहम्मद इकबाल के नाम की घोषणा पहले ही कर दी है। वैसे, जीते महापौर का कार्यकाल महज तीन माह का ही होगा, क्योंकि एमसीडी एक्ट के अनुसार चुनाव की यह प्रक्रिया फिर अप्रैल माह में दोहराई जाएगी। एक्ट एमएसीडी के अनुसार निगम की पहला महापौर महिला होंगी।

Delhi MCD: महापौर के चुनाव के लिए दिल्ली विधानसभा नियुक्त करेगी 14 सदस्य, जानिए नगर निगम के लिए AAP की रणनीति

Delhi MCD Election 2022 में महापौर बना लेने के दावे के बाद AAP अपने सदस्यों का बेड़ा मजबूत करने की जुगत में जुट गई है। महापौर के चुनाव से पहले 14 सदस्यों की नियुक्ति की गई है जो चुनाव में वोट डाल सकेंगे।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम (Delhi MCD Election 2022) में अपना महापौर बनाने का दावा करने के बाद आम आदमी पार्टी अपने सदस्यों का बेड़ा मजबूत करने में जुट गई है। AAP इस रणनीति के तहत काम कर रही है जिससे महापौर चुनाव में उसे भारी मार्जिन से जीत हो। नगर निगम के लिए दिल्ली विधानसभा ने 14 सदस्य मनाेनीत किए। ये वे सदस्य होंगे जाे महापाैर के चुनाव में वोट डाल सकेंगे।

सदस्यों का बेड़ा मजबूत करने में जुटी AAP

आम आदमी पार्टी ने इस नगर निगम चुनाव में 250 सीटाें में से 134 सीटें जीती हैं। निगम चुनाव में सात लाेकसभा सांसद और तीन राज्यसभा सदस्य भी वोट डालते हैं। इस हिसाब से 131 सदस्स्य मिलने पर ही आप को सदन में महापौर पद के लिए बहुमत मिल जाएगा। जबकि AAP के 134 प्रत्याशी पार्षद बने हैं। तीन राज्यसभा सदस्य भी AAP के पास हैं। इस तरह AAP के पास मतदान में भाग लेने के लिए 131 की जगह 137 सदस्य हैं। मगर फिर भी AAP शांत होकर नहीं बैठ रही है। AAP सदस्यों का बेड़ा और मजबूत करने में जुटी है।

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महापौर को भारी मतों से जिताना चाहती है AAP

AAP चाहती है कि उसका महापाैर पद का प्रत्याशी भारी मतों से जीते। इसीके चलते अब दिल्ली विधानसभा नगर निगम के एमएसीडी लिए 14 विधायकों को सदस्य मनाेनीत करने जा रही है। ये पार्टी के तेज तर्रार विधायक होंगे जो नगर निगम की बैठकों में भी शामिल हाेकर सत्तापक्ष काे मजबूती देंगे और विपक्ष काे हावी नहीं हाेने देंगे। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल कहते हैं कि पहले भी दिल्ली विधानसभा से नगर निगम के लिए सदस्य मनोनीत किए जाते रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक यह घटना 20-21 दिसंबर की रात की है।

उन्होंने आगे कहा कि पिछली विधानसभा में भी सदस्य बनाए गए थे। उन्होंने बताया कि नगर निगम की अधिसूचना की प्रक्रिया पूरी होते ही दिल्ली विधानसभा इन सदस्यों को मनाेनीत कर देगी जो महापौर के चुनाव में वाेट डाल सकेंगे। इस 14 सदस्यों के बाद महापौर पद के लिए वोट डालने वाले आप सदस्यों की संख्या 151 हो जाएगी। आप के रणनीतिकार मान रहे हैं कि इसके बाद महापाैर पद के चुनाव में उनकी पार्टी बहुत मजबूत स्थिति में होगी।

AAP के लिए रास्ता नहीं होगा साफ, MCD में क्या है भाजपा का गेमप्लान

एमसीडी में 134 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद जहां आम आदमी पार्टी मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी में अपनी जीत तय मान रही है तो भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह साफ रास्ता नहीं देगी।

AAP के लिए रास्ता नहीं होगा साफ, MCD में क्या है भाजपा का गेमप्लान

आम आदमी पार्टी (आप) ने हाल ही में संपन्न हुए एमसीडी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराकर 15 साल पुरानी सत्ता से बेदखल कर दिया। 134 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद जहां 'आप' मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी में अपनी जीत तय मान रही है तो भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह साफ रास्ता नहीं देगी। भाजपा ने 6 जनवरी को होने जा रहे चुनाव में सभी पदों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर ली है।

104 वार्ड में जीत हासिल करने में सफल रही भाजपा मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के पदों पर आखिरी दिन यानी आज 27 दिसंबर को नामांकन दाखिल कराएगी। दिल्ली बीजेपी के वर्किंग कमिटी के अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर नहीं लगी है।

सूत्रों के मुताबिक, सोमवार शाम को उम्मीदवारों के नामों पर मुंहर के लिए बैठक की गई। सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण एमसीडी की मेयर रहीं कमलजीत सहरावत नामांकन दाखिल कर सकती हैं। 'आप' उम्मीदवार शैली ओबेरॉय और आले इकबाल ने मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए नामांकन दाखिल किया।

गौरतलब है कि एमसीडी चुनाव में काउंटिंग के दिन भाजपा के पिछड़ने के बाद भी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कह दिया था कि मेयर तो भाजपा का ही होगा। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने पार्षदों की खरीद-बिक्री की कोशिश का आरोप लगाया था। हालांकि, एमसीडी चुनाव में हार की वजह से पद छोड़ने से पहले आदेश गुप्ता ने यूटर्न लिया और कहा कि मेयर 'आप' का ही होगा। हालांकि, भाजपा ऑकओवर देने के मूड में नहीं है।

MCD चुनाव में सबसे कम अंतर से जीते ये उम्मीदवार, कांग्रेस के 188 कैंडिडेट की जमानत जब्त

दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों का विश्लेषण करें तो कांग्रेस के लिए अच्छी खबर नहीं है, कांग्रेस के 188 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है. जबकि 370 निर्दलीय उम्मीदवार भी ऐसे रहे जो अपना जमानत नहीं बचा सके.

दिल्ली में AAP की जीत के बाद जश्न मनाते कार्यकर्ता (फोटो- पीटीआई)

पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 07 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 07 दिसंबर 2022, 11:37 PM IST)

दिल्ली एमसीडी चुनाव कांग्रेस के लिए अच्छी खबर लेकर नहीं आया है. इस चुनाव में कांग्रेस के 188 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है. बीजेपी के भी 10 कैंडिडेट को अपनी जमानत गंवानी पड़ी है. इसके अलावा AAP के 3 उम्मीदवार की भी बुरी तरह से शिकस्त हुई है. इनकी जमानत जब्त हो गई है.

बता दें कि हर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार को एक तय रकम चुनाव आयोग में जमा करानी होती है, इसे ही जमानत राशि कहा जाता है. अगर कोई उम्मीदवार तय वोट हासिल नहीं कर पाता तो उसकी जमानत राशि जब्त हो जाती है. इसे ही जमानत जब्त होना कहते हैं.

चुनाव नतीजों से दिलचस्प आंकड़े निकलकर सामने आए हैं. दिल्ली एमसीडी चुनाव में 3 ऐसे उम्मीदवार जीते हैं जिनके जीत का अंतर 44, 54 और 91 है.

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हार का सबसे छोटा अंतर

171 नंबर वार्ड चितरंजन पार्क से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आशु ठाकुर ने 44 वोट से जीत दर्ज की, आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार ने बीजेपी की उम्मीदवार कंचन चौधरी को हराया है.

दिल्ली के नंदनगरी वार्ड पर आम आदमी पार्टी के रमेश कुमार बैश्य ने बीजेपी के केएम रिंकू को 54 वोटों से शिकस्त दी है. वार्ड नंबर 4 अलीपुर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार योगेश ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दीप कुमार को 91 वोटों से हराया है.

बता दें कि इस चुनाव में 27 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी जीत का मार्जिन 100 से 500 वोट रहा है. इनमें से 10 AAP के, 16 BJP के और 1 कांग्रेस का कैंडिडेट है.

जीत का सबसे बड़ा अंतर

एमसीडी चुनाव में सबसे बड़ी जीत मटिया महल विधानसभा के चांदनी महल वार्ड में दर्ज की गई. यहां आम आदमी पार्टी के आले मुहम्मद इकबाल ने 17,134 वोटों के अंतर से चुनाव जीता.

इस चुनाव में कांग्रेस के 9 उम्मीदवार जीतें हैं. इनमें से 7 उम्मीदवार मुस्लिम हैं. लेकिन कांग्रेस के 188 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. अगर निर्दलीय उम्मीदवारों की बात करें तो 370 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.

अगर दिल्ली नगर निगम चुनाव के फाइनल नतीजों की बात करें तो AAP को 134 सीटें मिली हैं. बीजेपी को 104 सीटें मिली है. कांग्रेस के खाते में 9 सीटें हैं, जबकि निर्दलीय को 3 सीटें मिली हैं.

अगर वोट शेयर की बात करें तो AAP का वोट शेयर 42.05 फीसदी है, बीजेपी को 39.09 फीसदी वोट मिला है, जबकि कांग्रेस को 11.68 फीसदी वोट मिला है. इस चुनाव में कुल 57,545 लोगों ने NOTA का इस्तेमाल किया.

MCD: मेयर चुनाव में AAP को कड़ी टक्कर देने के लिए भाजपा ने कसी कमर, कहा- न जीतने का सवाल ही नहीं

BJP Strategy For MCD Power: पार्टी ने कहा, “सुनियोजित तरीके से चुनाव में उतरेगी। महापौर और उप महापौर चुनावों के लिए और स्थायी समिति के सदस्यों के लिए हमारे पास अलग-अलग रणनीतियां हैं।”

MCD: मेयर चुनाव में AAP को कड़ी टक्कर देने के लिए भाजपा ने कसी कमर, कहा- न जीतने का सवाल ही नहीं

MCD एमएसीडी Mayor Election: मेयर चुनाव में भाजपा आम आदमी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बनकर उतरने की तैयारी कर रही है। (फोटो इंडियन एक्सप्रेस)एमएसीडी

गायत्री मणि

BJP In Mayor And Deputy Mayor Elections: भाजपा दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए होने वाले चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAp) को टक्कर देने के लिए गंभीरता से पहल शुरू कर दी है। हालांकि पहले पार्टी ने संकेत दिया था कि वह बाहर बैठेगी। अब अब भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि उनके उम्मीदवारों का जीतना तय हैं। एमसीडी चुनावों के नतीजे आने के बाद तत्कालीन दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा था कि उनके पार्षद एक “मजबूत विपक्ष” के रूप में कार्य करेंगे और 6 जनवरी को होने वाले महापौर और उप महापौर के चुनाव नहीं लड़ेंगे।

पार्टी ने कहा- नतीजा चाहे जो हो, हम चुनाव में उतरेंगे

यह पूछे जाने पर कि पार्टी ने अपना मन क्यों बदला, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा: “हमने कभी आधिकारिक तौर पर नहीं कहा कि हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। हमने हमेशा कहा कि समय आने पर हम आपको बताएंगे। और हमने किया। सचदेवा ने कहा, “चुनाव कभी भी एकतरफा नहीं होते… एक पद के लिए हमेशा दो लोग लड़ते रहते हैं। इसलिए, हमने अपने सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को नामांकित किया है, जो अनुभवी हैं और शिक्षित हैं… परिणाम चाहे जो भी हो, हम लड़ेंगे और अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।’

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पहले चुनाव नहीं लड़ने का किया था ऐलान, अब कहा- वह आधिकारिक बयान नहीं था

भाजपा के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि आदेश गुप्ता “पक्ष से बाहर” थे और इसलिए जब उन्होंने कहा कि उन्होंने जो किया वह पार्टी के लिए नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, यहां तक कि जब (भाजपा विधायक) रामवीर सिंह बिधूड़ी (Ramvir Singh Bidhuri) ने मीडिया को बताया कि भाजपा चुनाव नहीं लड़ेगी, तब भी उन्होंने कहा कि यह बयान आधिकारिक नहीं है। भाजपा के पास 105 सीटें हैं, जिसमें एक निर्दलीय भी शामिल है, जो हमारे साथ आया है। हमें चुनाव क्यों नहीं लड़ना चाहिए?”

नेता ने कहा कि पार्टी “सुनियोजित तरीके से” चुनाव में उतरेगी। “महापौर और उप महापौर चुनावों के लिए और स्थायी समिति के सदस्यों के लिए हमारे पास अलग-अलग रणनीतियां हैं।”

बीजेपी का फोकस ज्यादा से ज्यादा स्टैंडिंग कमेटी को जीतना है

वहीं, सूत्रों ने कहा कि बीजेपी का फोकस ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्टैंडिंग कमेटी के लिए चुने जाने पर होगा। एमसीडी में पार्षदों के सदन के बाद समिति निगम में दूसरी सबसे शक्तिशाली संस्था है। सदन में भेजने से पहले सभी प्रस्तावों और योजनाओं को अनुमोदन के लिए समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है। स्थायी समिति की मंजूरी के बिना एमसीडी में कोई भी प्रशासनिक या वित्तीय फैसला नहीं लिया जा सकता है।

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