ETF in Hindi

QQQ स्टॉक ट्रेडिंग जोखिम और पुरस्कार

Invesco QQQ ETF एक व्यापक रूप से आयोजित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ( ETF ) है जो नैस्डैक 100 इंडेक्स को ट्रैक करता है, और इसमें निवेश करने के अलग-अलग फायदे और नुकसान हैं। चूँकि यह इंडेक्स का निष्क्रिय रूप से अनुसरण करता है, क्यूक्यूक्यू स्टॉक की कीमत तकनीकी-भारी नैस्डैक 100 के साथ ऊपर और नीचे जाती है।

निष्क्रिय प्रबंधन फीस कम रखता है, और निवेशकों को इस अस्थिर सूचकांक के पूर्ण लाभ के साथ पुरस्कृत किया जाता है ETF काम कैसे करता है? अगर यह बढ़ जाता है। हालांकि, गिर जाने पर वे नैस्डैक 100 का पूरा नुकसान भी उठाते हैं। इस लेख में, हम बताते हैं कि क्यूक्यूक्यू ईटीएफ कैसे काम करता है और फिर क्यूक्यूक्यू स्टॉक ट्रेडिंग से जुड़े जोखिम और पुरस्कारों पर विचार करें।

चाबी छीन लेना

  • Invesco QQQ ETF एक लोकप्रिय एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है जो नैस्डैक 100 इंडेक्स को ट्रैक करता है।
  • QQQ स्टॉक होल्डिंग्स का प्रभुत्व बड़ी प्रौद्योगिकी-संबंधित कंपनियों, जैसे Apple, Amazon, Google और Facebook पर है।
  • QQQ ETF बुल मार्केट के दौरान निवेशकों को बड़े रिवार्ड्स, लॉन्ग-टर्म ग्रोथ की संभावना, बहुत सारी लिक्विडिटी और कम फीस देता है।
  • नकारात्मक पक्ष पर, क्यूक्यूक्यू आमतौर पर भालू बाजारों में अधिक गिरावट आती है, उच्च क्षेत्र का जोखिम होता है, अक्सर ओवरवैल्यूड दिखाई देता है, और कोई छोटे-कैप स्टॉक नहीं रखता है।

Invesco QQQ ETF क्या है?

QQQ एक ETF है जिसमें नैस्डैक स्टॉक एक्सचेंज मेंसूचीबद्ध 100 सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कंपनियों को शामिल किया गया है, जैसे कि यह नैस्डैक 100 इंडेक्स है जो इसे ट्रैक करता है।  सूचकांक वित्तीय कंपनियों को बाहर करता है, और यह बाजार पूंजीकरण पर आधारित है । इसलिए, QQQ स्टॉक होल्डिंग्स को लार्ज-कैप प्रौद्योगिकी कंपनियों की ओर अधिक भारित किया जाता है ।

Invesco QQQ ETF को पहले PowerShares QQQ Trust ETF के नाम से जाना जाता था। इसे अनौपचारिक रूप से “ट्रिपल-क्यू” या “क्यूब्स” भी कहा जाता है। क्यूक्यूक्यू ईटीएफ को अक्सर प्रौद्योगिकी क्षेत्र में व्यापार करने के तरीके के रूप में देखा जाता है।

क्यूक्यूक्यू ईटीएफ का व्यापार व्यक्तिगत कंपनियों पर सट्टेबाजी के जोखिम के बिना प्रौद्योगिकी शेयरों में निवेश का पुरस्कार पाने का एक अच्छा तरीका है।

नैस्डैक 100 इंडेक्स जो QQQ स्टॉक मूल्य का अनुसरण करता है, एक संशोधित पूंजीकरण पद्धति पर निर्मित होता है। यह संशोधित विधि उनके बाजार पूंजीकरण के अनुसार शामिल वस्तुओं के व्यक्तिगत वजन का उपयोग करती है। वेटिंग बाधाओं को सबसे बड़ी कंपनियों के प्रभाव को सीमित करने और सभी सदस्यों के साथ सूचकांक को संतुलित करने की अनुमति देता है। इसे पूरा करने के लिए, नैस्डैक प्रत्येक तिमाही में सूचकांक की संरचना की समीक्षा करता है और वितरण आवश्यकताओं को पूरा नहीं करने पर भार को समायोजित करता है।

Invesco QQQ ETF, वास्तविक नैस्डैक 100 इंडेक्स के विपरीत, एक विपणन योग्य सुरक्षा है जो एक एक्सचेंज पर ट्रेड करती है। यह व्यापारियों को नैस्डैक पर सूचीबद्ध सबसे बड़ी 100 गैर-वित्तीय कंपनियों में निवेश करने का एक तरीका प्रदान करता है।

QQQ ETF सेक्टर

Invesco QQQ ETF कई अलग-अलग क्षेत्रों को ट्रैक करता है। इनमें सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), संचार सेवाएं, उपभोक्ता विवेकाधीन, स्वास्थ्य सेवा, उपभोक्ता स्टेपल, औद्योगिक और उपयोगिता क्षेत्र शामिल हैं। QQQ को त्रैमासिक और वार्षिक रूप से पुनर्गठित किया जाता है।

कृपया ध्यान दें कि कुछ कंपनियां जिन्हें लोग तकनीक से जोड़ते हैं, उन्हें आमतौर पर अन्य क्षेत्रों में वर्गीकृत किया जाता है। उदाहरण के लिए, वर्णमाला (Google की मूल कंपनी) और फेसबुक शुरू होने पर संचार सेवा क्षेत्र में चला गया । इसके अलावा, अमेज़न उपभोक्ता विवेकाधीन क्षेत्र का हिस्सा है।

30 सितंबर, 2020 तक इंवेसको QQQ ETF का सेक्टर ब्रेकडाउन नीचे दी गई तालिका में दिया गया है।

QQQ ETF टॉप होल्डिंग्स

Invesco QQQ ETF में शीर्ष 10 शेयरों ने सेप्ट 30, 2020 के रूप में सभी QQQ होल्डिंग्स का लगभग 56% बनाया। उन्हें नीचे दी गई तालिका में दिया गया है।

QQQ निवेशकों के लिए Apple सबसे महत्वपूर्ण कंपनियों में से एक है। यह अगस्त 2020 में upselling और पुराने उत्पादों के नए संस्करणों को रिहा राजस्व बढ़ रहा रखने के लिए।

साथ ही, Microsoft, Google और Amazon सभी के पास मजबूत परिचालन नकदी प्रवाह है । इनमें से अधिकांश शीर्ष स्टॉक होल्डिंग्स लगातार नीचे की रेखा पर पहुंचते हैं, जिससे निवेशकों को सुरक्षित महसूस करने में मदद मिलती है। अमेज़न, अपने हिस्से के लिए, अपने व्यवसायों के विस्तार में महत्वपूर्ण निवेश करता है।

QQQ पेशेवरों और विपक्ष

अधिकांश परिसंपत्तियों की तरह, क्यूक्यूक्यू ईटीएफ में विशिष्ट ताकत और कमजोरियां हैं जो निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में डालने से पहले विचार करने ETF काम कैसे करता है? की आवश्यकता है।

QQQ की औसत वार्षिक वापसी 10 साल समाप्त होने के 30 सितम्बर, 2020 के दौरान 20.16% थी

ETF in Hindi ईटीएफ क्या है

ETF in Hindi ETF काम कैसे करता है? ईटीएफ क्या है, Exchange Traded Fund एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड क्या होते हैं और इनमें कैसे निवेश किया जाता है. ETF कैसे म्यूच्यूअल फंड्स से अलग होते हैं, ETF की संरचना कैसे होती है और इसके फायदे क्या होते हैं.साथ ही जानिये कि ETF में निवेश करने से आप अपने निवेश के रिस्क को कैसे कम कर सकते हैं.

ETF in Hindi

ETF in Hindi

ETF in Hindi – लोकप्रिय निवेश का साधन

ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड वास्तव में इंडेक्स फण्ड होते हैं जो कि स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की तरह ही ख़रीदे और बेचे जाते हैं. विश्व भर में ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड रिटेल निवेशकों और संस्थागत निवेशकों में बहुत ही लोकप्रिय निवेश का साधन है. हम यह कह सकते हैं कि यह एक सस्ता निवेश का साधन है क्योंकि इस फण्ड में चार्जेज आम तौर पर दुसरे फंड्स के मुकाबले कम होते हैं. आप इन्हें अपने ब्रोकर से अथवा सीधे फण्ड हाउस से भी खरीद सकते हैं. जहां म्यूच्यूअल फण्ड दिन के आखिर में NAV पर लिए जाते हैं, ETF ट्रेडिंग के घंटों में ही उस समय के ट्रेडिंग के वास्तविक कीमतों पर ख़रीदे और बेचे जा सकते हैं. यानि ETF में डे ट्रेडिंग भी संभव है.

ETF की संरचना

ETF की संरचना अपने इंडेक्स पर ही आधारित होती है. उदाहरन के लिए निफ्टी या सेंसेक्स इंडेक्स.

सेंसेक्स ETF में Sensex में शामिल 30 शेयरों में उनके मार्किट कैपिटल के अनुसार वैसे ही निवेश किया जाता जैसे उनका सेंसेक्स में महत्त्व है. इसी प्रकार निफ्टी ETF में भी Nifty शेयरों में निवेश किया जाता है. इसी प्रकार उद्योग आधारित इंडेक्स जैसे फार्मा इंडेक्स, बैंकिंग इंडेक्स या मिड कैप, स्माल कैप इंडेक्स अथवा कमोडिटी आधारित ETF जैसे गोल्ड ETF हो सकते हैं.

ETF in Hindi – फायदे

खरीदने बेचने में आसान. क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज इंडेक्स (सेंसेक्स या निफ्टी आदि) में शामिल शेयर अलग अलग उधोगों से शामिल किये जाते हैं, इंडेक्स ETF में विविधिता आ जाती है जिससे निवेश के रिस्क में कमी हो जाती है. ETF सुविधाजनक हैं, आप सेंसेक्स के तीस और निफ्टी के पचास शेयरों में एक साथ निवेश कर सकते हैं. उसी प्रकार आप वास्तविक गोल्ड या सोना ना खरीद कर गोल्ड ETF खरीद सकते हैं जो की अधिक सुविधाजनक है. ETF में कम राशि से निवेश की जा सकती है. आप ETF में SIP भी ले सकते हैं.

काम जोखिम के साथ निवेश में आसानी

जिन लोगों को शेयर बाजार ETF काम कैसे करता है? की ज्यादा जानकारी नहीं है या शेयर बाजार में अधिक रिस्क लेने से बचना चाहते हैं उनके लिए म्यूचुअल फंड और ETF में निवेश करना आसन भी है कम रिस्क वाला भी. ETF आपके निवेश को Diversity यानि विविधता प्रदान करता है.

यहाँ हमने ईटीएफ क्या है ETF in Hindi सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है फिर भी यदि आपका इससे सम्बंधित कोई प्रश्न है तो टिप्पणी में पूछ सकते हैं, मैं जवाब देने की कोशिश करूंगा.

म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड

म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –

  • इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
  • इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
  • हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
  • डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं

शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।

1.म्युचुअल फंड्स की जानकारी

अगर आप म्युचुअल फंड्स और उसके प्रकारों के बारे में पहले से जानते हैं, तो आप सीधे अगले सेक्शन पर जा सकते है । ये 5 आर्टिकल्स, म्युचुअल फंड्स और उसके प्रकारों के बारे में सारी ज़रूरी जानकारी देंगे । हम टैक्स सेविंग फंड्स पर भी एक विशेष आर्टिकल दे रहे हैं।

    और ये कैसे काम करते हैं?
  • म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना बनाम डायरेक्ट इक्विटी
  • . म्युचुअल फंड्स के फायदे और नुकसान
  • टैक्स सेविंग(ईएलएसएस) फंड्स

2.म्युचुअल फंड्स का एक पोर्टफ़ोलियो बनाना

म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने का सही तरीका है – सबसे पहले इसका पोर्टफोलियो बनाना । एक पोर्टफोलियो, म्युचुअल फंड का एक समूह होता है। यह आपको अपने इन्वेस्टमेंट के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। आपका सारा रिटर्न् आपके पूरे पोर्टफोलियो पर टिका होता है, ना कि किसी एक विशेष फंड पर। इस सेक्शन में, हम यह सीखेंगे कि म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो कैसे तैयार किया जाता है।

  • पोर्टफोलियो इन्वेस्टिंग क्या है कैसे तैयार किया जाए
  • अपने पोर्टफोलियो के लिए सही म्युचुअल फंड चुनना
  • म्युचुअल फंड को कब बेचें

3.म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना

कईं शुरुआती इन्वेस्टर्स म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने की प्रक्रिया को मुश्किल मानकर उसमें इन्वेस्ट करने से कतराते हैं। ये आर्टिकल्स ऐसे ही शुरुआती इन्वेस्टर्स को म्युचुअल फंड को समझने में और इन्वेस्टमेंट शुरू करने में मदद करेंगे।

    और ये म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने के लिए ज़रूरी क्यों है (SIP) के द्वारा इन्वेस्ट करना

4.कुछ और महत्वपूर्ण जानकारियाँ

म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करते समय कुछ ज़रूरी बातें है, जिनकी जानकारी हर शुरुआती इन्वेस्टर को होनी चाहिए । इन बातों को समझे बिना इन्वेस्ट करने से, रिटर्न्स पर काफ़ी बुरा असर पड़ सकता है।

  • म्युचुअल फंड्स पर टैक्स
  • म्युचुअल फंड्स से पैसे निकालने पर एग्ज़िट लोड
  • म्युचुअल फंड्स का एक्सपेंस रेशो
  • इन्वेस्टमेंट से जुड़ी भाषा की जानकारी

जहाँ म्युचुअल फंड्स की बात आती है वहाँ आमतौर पर लिस्ट में दिए गए इन शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है । हालाँकि शुरुआती इन्वेस्टर्स को इन सभी शब्दों को याद रखने की ज़रूरत नहीं है, आप किसी भी शब्द को सीखने के लिए, ग्लोसरी (डिक्शनरी) के ETF काम कैसे करता है? तौर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्रिप्टो etf क्या है ? जानिए देश के पहले etf के बारे में | what is crypto ETF full details in hindi.

क्रिप्टो etf क्या है ? जानिए देश के पहले etf के बारे में | what is crypto ETF full details in hindi.

क्रिप्टो etf क्या है ? जानिए देश के पहले etf के बारे में | what is crypto ETF full details in hindi.

ETF क्या है ? CRYPTO ETF क्या होता है ? Crypto Etf लाने वाली कंपनी , Crypto Etf कब आने वाली है ? ,Crypto etf मे निवेश कैसे करे ? जाने देश के पहले etf के बारे में सब कुछ | (what is crypto ETF ? What is crypto etf ? who is crypto etf compony ? how to invest in etf and full details in hindi. ) ETF काम कैसे करता है?

पिछले ETF काम कैसे करता है? कुछ सालो में देखा जाय तो निवेशक का रुझान etf की तरफ बहुत ज्यादा रहा है । इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की कुछ ही समय में etf में निवेश की बढ़ोतरी 27% से ज्यादा दर्ज की गयी है । यहां हम बात करने वाले है क्रिप्टो etf के बारे में उस से पहले हम etf के बारे में जान लेते है ।

Table of Contents

ETF क्या होता है?

ETF का पूरा नाम exchange traded fund होता है । यह एक ऐसी सिक्योरिटी है जो इंडेक्स ,कमोडिटी या आँय अससेट्स को ट्रैक करती है |जैसे की नाम से ही पता चल रहा है .यह एक्स्चँगे पर ETF काम कैसे करता है? आधारित निवेश की प्रक्रिया है, जो काम mutual fund के ठीक विपरीत करता है ।

अब यह क्रिप्टो में भी लाने की तैयारी हो रही है जो देश का पहला क्रिप्टो ETF होगा ।

CRYPTO ETF क्या है?

क्रिप्टो करेंसी की राह आसान नहीं रही है उल्लास व डर दोनों पहलू क्रिप्टो के साथ लगे हुए हैं इन बहुत सारी उलझनों के बावजूद मार्च 2022 तक पहला क्रिप्टो ETF लाने की तैयारी हो रही है। ETF कुछ सरल तरीके से जानने के लिए हम यह कह सकते हैं, कि यह एक प्राइस ट्रैकिंग-ट्रेंडिंग कॉन्ट्रैक्ट है।

एक कंपनी जिसका नाम टॉरेंट लिंक ब्लॉकचेन है, इसने etf को लाने की घोषणा की है।

CRYPTO ETF को लाने वाली कंपनी कौन है ?

जी हां एक कंपनी जिसका नाम टॉरेंस क्लिग ब्लॉकचेन (TKB) है,IFSC ने देश का पहला क्रिप्टो एक्सचेंज फंड यानी etf लॉन्च करने का ऐलान किया है।

कंपनी का कथन है कि यह etf मार्च 2022 तक आ सकता है ।यह गुजरात की गिफ्ट सिटी में है।

Taurus clink blockchain (IFSC) मैं इस ईटीएफ को लॉन्चिंग के लिए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज(BSE) की अंतर्राष्ट्रीय इकाई indian INX से मिलकर एक एम ओ यू साइन किया है। यह कंपनी डिजिटल ऐसेट (क्रिप्टो करेंसी) बेस्ड सामानों को लॉन्च करेगी, तथा गुजरात में गिफ्ट सिटी में इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर पर व्यापार किया जा सकेगा।

यह कंपनी मुंबई की कॉस्मिया फाइनेंशियल होल्डिंग्स और हैदराबाद की क्लिग ट्रेडिंग इंडिया के बीच का एक करार है।

CRYPTO ETF कब तक आने वाला है ?

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, क्रिप्टो करेंसी ए कछुआ पैसा है ।और यह बहुत तेजी से पॉपुलर हो रहा है। यह एक डिजिटल मनी है। इसको एक्सचेंज द्वारा लिया या बेचा जा सकता है।

क्रिप्टो करेंसी पर अभी तक सरकार द्वारा कोई भी कानून पारित नहीं हुआ है। सेबी(sebi) ने भी इससे जुड़े प्रोडक्ट लाने पर प्रतिबंध लगाया है।

लेकिन अब(TKB) टोरस क्लीन ब्लॉक IFSC ने मार्च में पहला क्रिप्टो ETF लाने को कहा है।

हम आप को साफ तौर पर यह कहना चाहते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर चाहे वह बिटकॉइन, एथेरियम या डॉजिकाइन कोई भी नाम की क्रिप्टो करेंसी हो, इनमें से किसी के भी भविष्य की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।

लेकिन इन सब बातों की परवाह किए बिना TKB टोरस क्लींग ब्लॉक चेन IFSC ने देश का पहला क्रिप्टो एक्सचेंज ट्रेन डेट फंड यानी ETF के लॉन्चिंग का मार्च में पूरी तरह से मन बना लिया है और यह मार्च 2022 तक आ सकता है।

इससे पहले भी कुछ कंपनियों ने इसी प्रकार की योजना को अंजाम देने की कोशिश की थी ,ETF काम कैसे करता है? पर सफलता उनके हाथ नहीं लगी। लेकिन इंवेस्को कॉइन शेयर्स ग्लोबल ब्लॉकचेन ETF फंड को सेबी ने मंजूरी मिलने के बावजूद भी ,उसने खुद ही इसकी लॉन्चिंग को ETF काम कैसे करता है? किन्हीं कारण वश स्थगित कर दिया था।

एक ब्लॉकचेन इंडेक्स FOF की मंजूरी के लिए मिस्टर सचिन बंसल ने (भावी म्युचुअल फंड )भी आवेदन दिया है।

क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा कोई भी न्यू फंड ऑफर पर मनाही क्यों है ?

सेबी ने किसी भी प्रकार के म्यूच्यूअल फंड की क्रिप्टो करेंसी से जुड़े प्रोडक्ट पर रोक लगा रखी है ETF काम कैसे करता है? । इसका मतलब यह हुआ, कि म्यूचल फंड किसी भी प्रकार के क्रिप्टो करेंसी में निवेश नहीं कर सकता।

सेबी का मानना है कि, सर्वप्रथम सरकार को इसके बारे में कोई कानून बनाना चाहिए ।उसके बाद ही कोई न्यू फंड ऑफर स्वीकार किया जाए।

सरकार क्रिप्टो करेंसी पर सख्ती का रवैया अपना सकती है इस पर इनकार ETF काम कैसे करता है? नहीं किया जा सकता पर इस बात से निडर होकर गुजरात के GIFT सिटी में पहला क्रिप्टो ETF लाने का दावा पेश किया जा चुका है।

INX जो कि BSE की इंटरनेशनल इकाई है तथा टॉरेंस लिंक ब्लॉकचेन IFSC ने इसके लिए डील कर ली है।

इसका मतलब हम यह कह सकते हैं कि क्रिप्टो करेंसी मे निवेश का बहुत ही नया तरीका निवेशकों के समक्ष आने वाला है।

Crypto ETF मे निवेश कैसे करे ?

इस ETF की सैंडबॉक्स के साथ में पूरी सुरक्षा के साथ लॉन्च किए जाने का विचार है परंतु कुछ बातों पर अभी मंजूरि मिलना शेष है भारत में इस etf में रिजर्व बैंक की लिबरलाइज्ड रेमिटेंस (LRS) का सदुपयोग करके इसमें निवेश किया जा सकता है ।आरबीआई की इस योजना के अंतर्गत हर साल ,एक निश्चित राशि में विदेश से लेनदेन किया जा सकता है।

क्रिप्टो फ्यूचर इटीएफ की लॉन्चिंग की अनुमति के साथ ही यह एशिया का पहला क्रिप्टो फ्यूचर ईटीएफ होगा यह एक प्रकार की सिक्योरिटी है। जो किसी भी स्पेशल सेक्टर में प्राइस व रिटर्न को ट्रैक करती है। और साथ ही इसे शेयर बाजार में खरीद या बेच सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि जिस तरह गोल्ड ईटीएफ में होता है, उसी प्रकार क्रिप्टो ETF को भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश के बिना इसके उतार-चढ़ाव को ट्रैक करते हुए इससे लाभ कमाया जा सकता है।

महत्वपूर्ण तथ्य

1, यह ईटीएफ फाइनेंसर प्रोडक्ट है जो रेगुलेटेड है।

2, बिटकॉइन फ्यूचर्स एक प्राइस ट्रैकिंग ट्रेंडिंग कॉन्ट्रैक्ट है।

3, दो पार्टियां इसमें शामिल होती है।

4, एक ईटीएफ ऐसैट्स की कीमत में उतार-चढ़ाव को ट्रैक करता है। जिससे लोगों को एसेट के चल रहे प्राइस ट्रेंड में से बिना इसकी एक भी यूनिट खरीदे मुनाफा कमाने का मौका मिलता है।

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