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Train Cancelled today : धुंध ने थामे ट्रेनों के पहिए, 300 के पास पहुंचा रद्द होने वाली गाड़ियों का आंकड़ा

रेलवे रद्द होने वाली ट्रेनों की लिस्‍ट लगातार अपडेट करता रहता है.

रेलवे रद्द होने वाली ट्रेनों की लिस्‍ट लगातार अपडेट करता रहता है.

Cancelled Train List 20 dec. 2022 – यात्री ट्रेन का स्‍टेटस (Train Status) ऑनलाइन चेक कर सकते हैं. आपको भी रेलयात्रा क . अधिक पढ़ें

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : December 20, 2022, 09:15 IST
31 गाड़ियों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है.
रेलवे ने आज 21 ट्रेनों को रिशैड्यूल भी किया है.
11 ट्रेनों का आज रास्‍ता भी बदला गया है.

नई दिल्‍ली. देश में अब कोहरा पड़ना शुरू हो गया है. धुंध के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित होता है. घने कोहरे के कारण आज, मंगलवार 20 दिसंबर को रेलवे को 291 ट्रेनों को रद्द (Cancelled Train list 20 dec. 2022) पड़ा है. आज रद्द होने वाली ट्रेनों में पैसेंजर, मेल और एक्‍सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं. रद्द होने वाली ट्रेनों में 12398 नई दिल्ली-गया महाबोधि एक्सप्रेस, आनंद विहार टमिनल से लखनऊ के बीच चलने वाली 12584 डबल डेकर एसी, आनंद विहार टर्मिनल से गोरखपुर के बीच चलने वाली 12596 हमसफर एक्सप्रेस, दिल्ली से जयपुर जाने वाली 14021 सैनिक एक्सप्रेस, प्रयागराज संगम और चंडीगढ़ के बीच चलने वाली 14217 ऊंचाहार एक्सप्रेस भी शामिल हैं.

कटनी में पटरी से उतरे मालगाड़ी के दो डिब्बे, कई ट्रेनें प्रभावित

कटनी। जबलपुर मंडल के कटनी-मैहर रेल खंड (Katni-Maihar Rail Section of Jabalpur Division) पर कटनी से लगभग 27 किलोमीटर दूर एक मालगाड़ी के दो डिब्बे रविवार रात पटरी से उतर गये, जिससे डाउन दिशा की ओर गाड़ियों का परिचालन पर असर (effect on train operation) पड़ा। सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंचे रेलवे के अमले ने ट्रैक क्लीयर (track clear) करने का काम शुरू कर दिया, जो देर रात तक चला।


अधिकारिक जानकारी के अनुसार पूना से चलकर जबलपुर से कटनी होकर रंगिया जा रही मालगाड़ी रविवार की रात लगभग 21.30 बजे मेन लाइन से डाउन लाइन पर आ रही थी। इसी दौरान उक्त मालगाड़ी के 06 और 07 नम्बर के कोच पटरी से उतर गए। तुरन्त मालगाड़ी सबसे प्रभावी तरीका है पहचान और व्यापार को रोक कर रेलवे कंट्रोल को सूचित किया गया। इस दुर्घटना से जबलपुर से लखनऊ जा रही चित्रकूट एक्सप्रेस, को कटनी साउथ मे तथा गंगा कावेरी ट्रेन नंबर 12669 को झुकेही स्टेशन पर रोका गया। दुर्घटना के बाद रेलवे का दल स्थल पर पहुंचा और ट्रैक सुधार का कार्य प्रारंभ किया। कटनी से पहले पकरिया रेलवे स्टेशन पर यह घटना हुई। चित्रकूट एक्सप्रेस 15206 को दूसरे मार्ग से निकाला। वहीं लगभग रात 12:30 बजे तक ट्रैक क्लियर कर दिया गया, जिसके बाद रेल यातायात बहाल हो गया।

एसबीआई बैंक ने होम, ऑटो सहित सभी लोन किए महंगे

SBI Loan Rate Hike: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने एक बार फिर से ग्राहकों को बड़ा झटका सबसे प्रभावी तरीका है पहचान और व्यापार दे डाला है। एसबीआई ने अपने तमाम लोन महंगे कर दिए गए हैं। एसबीआई की ओर से मार्जिनल कॉस्‍ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। आईबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद ही ये तय हो गया था कि अब तमाम बैंको के कर्ज महंगे हो जायेंगे।

SBI Loan Rate Hike: देश के सबसे बड़े सबसे प्रभावी तरीका है पहचान और व्यापार सरकारी बैंक एसबीआई ने एक बार फिर से ग्राहकों को बड़ा झटका दे डाला है। एसबीआई ने अपने तमाम लोन महंगे कर दिए गए हैं। एसबीआई की ओर से मार्जिनल कॉस्‍ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। आईबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद ही ये तय हो गया था कि अब तमाम बैंको के कर्ज महंगे हो जायेंगे।

इतने हजार रुपये तक बढ़ सकते हैं गेंहू के दाम, आम लोगों का बिगड़ सकता है बजट

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मई माह में निर्यात को नियंत्रित करने के उपरांत से स्थानीय गेहूं के भाव तकरीबन 28 प्रतिशत तक बढ़ता हुआ देखा गया है। मंगलवार को गेहूं के भाव 26,785 रुपये प्रति टन था। नवीन सीजन में गेहूं की पैदावार में सामान्य स्तर तक की वृध्दि हो होगी, परंतु अप्रैल माह से नवीन सीजन की आपूर्ति में तीव्रता आने तक भाव ऊँचा ही रहेगा।

नव वर्ष में आम लोगों लायक कोई खाश खुशखबरी नहीं है। भारत के लोगों का बजट जनवरी के माह में खराब होने की आशंका है। इसकी मुख्य वजह है, जनवरी माह में गेहूं के भाव, में 2 हजार रुपए प्रति टन की वृध्दि होना है। विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत का गेहूं भंडार दिसंबर के माह में 6 वर्ष के निचले स्तर पर पहुंच गया है, एवं आगामी दिनों में कोई नवीन आपूर्ति होने की संभावना नहीं है। इसकी वजह से गेहूं के भावों में अधिक वृध्दि देखने को मिल सकती है।

6 वर्षों में किस स्तर पर है गेहूं भंडार

दिसंबर हेतु सरकारी गोदामों में भंडारण करने के लिए भारतीय गेहूं भंडार छह वर्षों में सर्वाधिक कम हो गया है। इसकी वजह बढ़ती मांग एवं कम होते भंडारण के कारण से मूल्यों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। इस माह के आरंभ में भंडार में गेहूं का भंडारण कुल १९ मिलियन टन था, जो 1 दिसंबर, 2021 को 37.85 मिलियन टन था। दिसंबर हेतु मौजूदा स्टॉक 2016 के उपरांत बहुत घटा है, जब 2014 और 2015 में बैक-टू-बैक सूखे की वजह से गेहूं की पैदावार कम हो गयी थी। भंडारण में गिरावट 16.5 मिलियन टन तक आ गई थी।

मुंबई में उपस्थित एक डीलर ने पत्रकारों को बताया है, कि नवीन फसल की आपूर्ति 4 माह के उपरांत ही आरंभ होगी। मूल्यों को नियंत्रित रखना सरकार के लिए हर माह कठिन होता जा रहा है। उनका कहना है, कि मूल्यों को कम सबसे प्रभावी तरीका है पहचान और व्यापार करने हेतु सरकार एक माह में 2 मिलियन टन से ज्यादा जारी नहीं कर पायेगी। बाजार को अधिक ज्यादा की आवश्यकता है, क्योंकि किसानों की आपूर्ति तकरीबन समाप्त हो गई है एवं व्यापारी धीरे-धीरे भंडारण जारी कर रहे हैं।

फिलहाल रिकॉर्ड स्तर पर मूल्य

भारतीय खाद्य निगम के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर माह में सरकारी भंडार तकरीबन 2 मिलियन टन कम हो गया है। विश्व का दूसरे सर्वोच्च अनाज उत्पादक देश भारत में मई में निर्यात पर रोक लगाने के बावजूद देश में गेहूं के भावों में तीव्रता आई है। क्योंकि फसल की पैदावार में आकस्मिक घटोत्तरी आई थी। मई में निर्यात पर रोक के उपरांत से क्षेत्रीय गेहूं के भाव करीब 28 प्रतिशत तक बढ़ते हुए दिखाई दिए सबसे प्रभावी तरीका है पहचान और व्यापार हैं। मंगलवार को गेहूं का भाव 26,785 रुपये प्रति टन पर थे। नई दिल्ली के एक व्यापारी ने कहा है, कि नवीन सीजन में गेहूं की पैदावार में सामान्य स्तर तक की वृद्धि होगी। परंतु अप्रैल से नए सीजन की आपूर्ति में तेजी आने तक मूल्यों में उछाल बना रहेगा।

जितेंद्र सिंह चौधरी
शैक्षिक योग्यता - बी बी ए एवं ( एम बी ए ) BBA एवं MBA
व्यवसाय - जितेंद्र सिंह चौधरी मेरीखेती (merikheti.com) के सबसे तरुण लेखक हैं। जितेंद्र सिंह किसान और राजनैतिक परिवार से आते हैं। किसानो की समस्या एवं उनकी आवश्यकताओं को भली भांति समझते हैं एवं खेती किसानी व कृषि संबधित नवीन उद्योगों के बारे में पढ़ने व लिखने में रूचि रखते हैं।

क्या है ये DEI, डिटेल में समझिए किसी संस्थान की ग्रोथ के लिए क्यों है महत्वपूर्ण

डीईआई यानी डाइवर्सिटी, इक्विटी और इन्क्लुजन ये तीन चीज ऐसी है, जो किसी भी संस्थान में अगर हों, तो उसे शिखर पर पहुंचा सकती हैं। न सिर्फ कस्टमर सटिस्फेक्शन बल्कि, इम्पलॉयी सटिस्फेक्शन और शेयर होल्डर्स की पूरी क्षमता का इस्तेमाल किया जा सकता है।

what is DEI and how its important for any organization or institute apa

करियर डेस्क। इनोवेशन वह फ्यूल यानी इंधन है जो कारोबार के विकास को बढ़ावा देता है। हालांकि, अब रियलिटी सर्च यानी वास्तविक खोज में यह खोजा जा रहा है कि ऐसी वह कौन सी चीज है, जो इनोवेशन को बढ़ावा देती है। हालांकि, एक्सपर्ट की सबसे प्रभावी तरीका है पहचान और व्यापार मानें तो एक प्रमुख घटक है, जिसमें डाइवर्सिटी यानी विविधता, इक्विविटी और इन्क्लुजन यानी समावेश (DEI) है, जो इनोवेशन में सहायक है। बड़े पैमाने पर यह कहा गया है कि विविधता पूरे कारोबार को स्पेक्ट्रम में अवसर प्रदान करती है।

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