बुध ग्रह का वक्री होना आप लोगों को धन के मामले में लाभकारी साबित हो सकता है। क्योंकि बुध ग्रह आपकी गोचर कुंडली के दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। जिसे धन और वाणी का भाव माना गया है। इसलिए इस समय जो लोग शिक्षा, बैंकिंग, मार्केटिंग क्षेत्र और मीडिया से जुड़े हुए हैं, उनको यह समय बेहतर साबित हो सकता है। इस समय आपके मान- सम्मान और पद प्रतिष्ठा में वृद्धि देखने को मिल सकती है। साथ ही उधार दिया हुआ धन वापस मिल सकता है।
एडिटोरियल
यह एडिटोरियल 20/12/2022 को ‘हिंदू बिजनेस लाइन’ में प्रकाशित “Telecom licensing is about carriage, not content” लेख पर आधारित है। इसमें भारत में दूरसंचार क्षेत्र और इससे संबद्ध चुनौतियों के बारे में चर्चा की गई है।
पिछले दो दशकों को भारत में दूरसंचार उद्योग के लिये स्वर्ण काल माना जाता है जिसने प्रौद्योगिकी और पैठ के साथ ही नीति निर्धारण के मामले में घातांकीय। वृद्धि तथा विकास दर्ज किया है।
- वर्तमान में भारत 1.16 बिलियन ग्राहक आधार के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार बाज़ार है और पिछले दशक में इसने मज़बूत वृद्धि दर्ज की है। भारतीय दूरसंचार क्षेत्र के तीव्र विकास में मज़बूत उपभोक्ता मांग के साथ-साथ भारत सरकार की उदार एवं सुधारवादी नीतियाँ सहायक रही हैं।
- हालाँकि, सीमित स्पेक्ट्रम उपलब्धता, निम्न ब्रॉडबैंड पैठ, ओवर-द-टॉप (OTT) विनियमन की कमी आदि ने दूरसंचार के दायरे को सीमित किया है, जिसकी एक असंलग्न दृष्टिकोण से जाँच करने और समग्र रूप से संबोधित करने की आवश्यकता है।
भारत में दूरसंचार क्षेत्र के विकास के चालक तत्त्व
- मज़बूत मांग: दिसंबर 2021 में भारत में कुल ग्राहकों की संख्या 1178.41 मिलियन थी।
- इसके अलावा, भारत दुनिया भर में डेटा के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है। TRAI के अनुसार, वित्त वर्ष 2020 में औसत वायरलेस डेटा उपयोग प्रति वायरलेस डेटा सब्सक्राइबर 11GB प्रति माह था।
- इसके साथ ही, 6G प्रौद्योगिकी के विकास के संचालन के लिये दूरसंचार विभाग (DoT) ने छठी पीढ़ी (6G) के नवाचार समूह विकसित किये हैं।
- दूरसंचार क्षेत्र में FDI प्रवाह अप्रैल 2000 से सितंबर 2022 के बीच 39.02 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा।
- पीएम वाणी/प्रधानमंत्री वाई-फाई एक्सेस नेटवर्क इंटरफेस (PM-WANI)
- भारत नेट प्रोजेक्ट
- वन नेशन फुल मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP)
- दूरसंचार विधेयक, 2022 का मसौदा
दूरसंचार क्षेत्र से संबद्ध प्रमुख चुनौतियाँ
- ‘राइट ऑफ वे’ चुनौती: विभिन्न राज्यों में परिवर्तनशील और जटिल कानूनी प्रक्रियाओं, लेवी में एकरूपता की कमी और वन विभाग, रेलवे एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से अनुमोदन आवश्यकताओं के कारण भारतीय दूरसंचार क्षेत्र के लिये ‘राइट ऑफ वे’ (Right of Way) एक विवादास्पद मुद्दा रहा है क्योंकि इन परिदृश्यों में कागजी कार्रवाई में देरी की समस्या उत्पन्न होती है।
- इस देरी से देश भर में टावरों एवं फाइबर के लिये विभिन्न योजनाएँ और रोलआउट प्रक्रियाएँ प्रभावित हुई हैं।
- दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSPs) का तर्क है कि ये सेवाएँ उनके राजस्व के स्रोतों (वॉयस कॉल, एसएमएस) पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं।
- विकसित देशों में 70% से अधिक की तुलना में भारत में 25% से कम टावर फाइबर नेटवर्क से जुड़े हैं।
- 5G नेटवर्क के लिये टावरों को अत्यंत उच्च-गति प्रणालियों से कनेक्ट करने की आवश्यकता 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है होती है। ऐसी उच्च गतियाँ वर्तमान रेडियो सिस्टम द्वारा प्राप्त नहीं की जा सकती हैं।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)
प्र. निम्नलिखित में से कौन-सा/से भारत सरकार की "डिजिटल इंडिया" योजना का/के लक्ष्य हैं/हैं? (वर्ष 2018)
- चीन की तरह भारत की अपनी इंटरनेट कंपनियों का गठन।
- विदेशी बहुराष्ट्रीय निगमों को प्रोत्साहित करने के लिए एक नीतिगत ढाँचा स्थापित करना जो हमारी राष्ट्रीय भौगोलिक सीमाओं के भीतर अपने बड़े डेटा केंद्रों का निर्माण करने के लिए बिग डेटा एकत्र करते हैं।
- हमारे कई गाँवों को इंटरनेट से जोड़ना और हमारे कई स्कूलों, सार्वजनिक स्थानों और प्रमुख पर्यटन केंद्रों में वाई-फाई लाना।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 3
(C) केवल 2 और 3
(D) 1, 2 और 3टैक्सपेयर्स के लिए बड़ी खबर, नए साल में ITR फॉर्म में बदलाव कर सकती है सरकार
Edited By: India TV Business Desk
Published on: December 25, 2022 18:58 ISTPhoto:FILE आयकर
कर संग्रह में 26 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ सरकार कर प्रशासन में सुधारों का अगला दौर शुरू करने जा रही है जिसमें आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने के लिए उपलब्ध फॉर्म की संख्या में कटौती की जा सकती है। इस बदलाव से करदाताओं को सहूलियत होगी और रिटर्न दाखिल करने में लगने वाले समय में कमी आएगी।
महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधार के स्पष्ट संकेत और टैक्स चोरी को रोकने के सरकारी प्रयासों के चलते 2022 में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर संग्रह में उछाल आया है। आने वाले दिनों में सरकार कर चोरी करने वालों पर अधिक सख्ती कर सकती है। इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग के अलावा ई-कॉमर्स और ऑनलाइन सेवा प्रदाताओं के लिए सख्त कर मानदंडों पर भी विचार किया जा सकता है। भारत अगले साल जी-20 देशों के नेताओं की मेजबानी करने के लिए तैयार है। इसके साथ ही डिजिटल अर्थव्यवस्था में कराधान, विकासशील देशों को करों का उचित हिस्सा सुनिश्चित करना और क्रिप्टोकरेंसी का कराधान भी एजेंडे में होगा।
2023 में ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह होंगे वक्री, इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, हर कार्य में सफलता के योग
Budh vakri In 2023: बुध ग्रह होने जा रहे हैं वक्री- (जनसत्ता)
Budh Planet Vakri 2023: वैदिक ज्योतिष में बुध देव को ग्रहों का राजकुमार कहा गया है। साथ ही बुध ग्रह बुद्धि, व्यापार, तर्क शक्ति, तार्किक क्षमता और शेयर बाजार का कारक माना जाता है। इसलिए जब भी बुध ग्रह की चाल में बदलाव होता है, तो इन सेक्टर के साथ 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है कुछ राशियों पर शुभ प्रभाव पड़ता है। आपको बता दें कि बुध ग्रह 21 अप्रैल को मेष राशि में वक्री (Mercury Planet Vakri In Mesh) होने जा रहे हैं। मेष राशि पर मंगल ग्रह का आधिपत्य है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं, जिनको लाभ हो सकता है…
कर्क राशि (Cancer Zodiac)
बुध ग्रह के वक्री होने से कर्क राशि के लोगों को धनलाभ हो सकता है। क्योंकि बुध ग्रह आपकी गोचर कुंडली से दशम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। जिसे नौकरी और कार्यक्षेत्र का स्थान माना जाता है। इसलिए इस समय बेरोजगार लोगों को नई नौकरी मिल सकती है। साथ ही अगर आप नौकरी में कार्यरत हैं। तो आपकी कार्यस्थल पर जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। वहीं आपकी आर्थिक स्थिति पहले के मुकाबले अधिक मजबूत होने के आसार हैं।
आप लोगों 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है के लिए बुध ग्रह का वक्री होना शुभ फलदायी सिद्ध हो सकता है। क्योंकि बुध ग्रह आपकी 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है राशि से नवम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का भाव माना जाता है। इसलिए इस समय आप विदेश यात्रा भी कर सकते हैं। साथ ही छात्रों को भी यह समय शानदार साबित हो सकता है। वह किसी उच्च संस्थान में दाखिला ले सकते हैं। वहीं जो लोग राजनीति में सक्रिय हैं, उनको इस समय किसी पद की प्राप्ति हो सकती है।
परिवर्तन के बिना संभव नहीं कोई सार्थक सुधार
कोविड के बाद की दुनिया में जलवायु संकट और अमीर एवं गरीब देशों के बीच अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही असमानता जैसी समस्याओं का समाधान करने के लिए विकास वित्तपोषण में भारी बढ़ोतरी की तत्काल आवश्यकता महसूस हो रही है। जिस प्रकार की समस्या से हम दो-चार हैं, उसका उपाय किसी बाजार-आधारित समाधान में नहीं है। सामूहिक रूप से कदम उठाना ही अपरिहार्य लगता है। इन तमाम चुनौतियों का तोड़ निकालने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) में सुधार और उन्हें नया आकार देने को लेकर चर्चा आवश्यक है। इस मामले में विश्व भारत, फिर ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका को मिलने जा रही जी-20 की अध्यक्षता से उम्मीद लगाए हुए है कि वे इस मोर्चे पर नई पहल की अगुआई करें।
विकसित देशों में एमडीबी सुधार के बारे में सारगर्भित ब्रिटेन-अमेरिका संवाद, जो कि मुख्य रूप से विश्व बैंक एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में ‘जीवन खपा देने वाले’ सेवानिवृत्त अधिकारियों और जी-7 विकास वित्तपोषण नेतृत्वकर्ताओं के बीच हुआ, को सुनकर मैं चकित रह गया कि इस बहस में विकासशील देशों के पहलुओं को लेकर समझ कितनी सीमित है। पहले एक हकीकत की पड़ताल करते हैं। वैश्विक आर्थिक सहयोग को लेकर उत्तरी ‘विकास समुदाय’ के परोपकारी दावे अब विश्वसनीय नहीं रह गए हैं। पिछले कुछ अरसे से यह स्पष्ट हो चला है कि जी-7 तार्किक काम करने में अक्षम होने के साथ-साथ अनिच्छुक भी है। यह जिम्मा वैश्विक जन लाभ के लिए संसाधन उपलब्धता कराना है, जो जलवायु परिवर्तन से ताल मिलाने और गरीबी एवं अभाव को दूर करने के लिए आवश्यक है। जो समाज गतिविधियों की आर्थिक स्वतंत्रता को लेकर हिचकिचाहट दिखाते हैं और इतिहास की विरासत से सामना होने पर अपनी आंखें मूंद लेते हैं तो उनसे बमुश्किल ही ऐसी आर्थिक उदारता की अपेक्षा की जा सकती है, जो उनकी बड़ी-बड़ी बातों 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है से मेल खा सके।
शनि गोचर 2023 (Shani Transit 2023)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि के जातक के लिए शनि देवता दशम और लाभ भाव के स्वामी माने जाते हैं। साल 2023 में मेष राशि के जातक आपके लाभ स्थान में शनि देवता गोचर करने वाले है। वहीं ग्यारहवें भाव में शनि देवता शुभ लाभ देने वाले कहे जाते है। ज्योतिष के अनुसार नए साल में शनि देवता की दृष्टि आपके लग्न पंचम और अष्टम भाव पर पड़ने वाली हैं। ऐसे में शनि देवता की कृपा से आप अपना खुद का काम शुरू कर सकते है। पिता की ओर से 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है आपको सहयोग भी मिल सकता है और आपका भाग भी आपका साथ दे सकता है। नए साल में आपको काम करने के लिए नई ऊर्जा मिल सकती है। लंबे समय से रुके हुए काम फिर से शुरू हो सकते है। शनि देवता के गोचर करने के कारण आपको व्यापार क्षेत्र में मुनाफा हो सकता है। आपकी आय का भी अच्छा स्रोत बन सकता है। मित्रों से भी 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है आपकोसहयोग मिल सकता है। वही संतान की ओर से भी आपको सहयोग एवं गर्व अनुभव करने का मौका मिल सकता हैं। शनि देवता की कृपा से पढ़ाई की और आपकी रूचि बढ़ सकती 2023 में सबसे अधिक लाभदायक निष्क्रिय आय क्या है हैं। रहस्यम चीजों में आपकी रूचि बढ़ने के कार आपको कुछ वर्षों में सफलता भी मिल सकती है।
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