Saving Account और Current Account में क्या अंतर है ?
What is Deference Between Saving Account and Current Account:- जब भी हम बैंक में कोई नया अकाउंट खुलवाने के लिए जाते हैं, तो फॉर्म में हमें यह जरूर पूछा जाता है कि आप saving account खुलवाना चाहते हैं ? या current account खुलवाना चाहते हैं ? इसके अलावा अगर आपका पहले से ही किसी बैंक में अकाउंट है ? तब भी आपको बहुत सी जगहों पर यह पूछा जाता है कि आपका अकाउंट सेविंग या करंट है। जैसे कि अगर आप बैंक से पैसे निकलवाने के लिए जाते हैं, तो पैसे निकलवाने वाली रिसिप्ट में आपसे पूछा जाता है, एटीएम से पैसे निकालते समय आप से पूछा जाता है, अगर आप ऑनलाइन बैंकिंग से संबंधित कोई भी कार्य करते हैं, तब भी आपको यह पूछा जाता है कि आपका बैंक एकाउंट एक सेविंग अकाउंट है या करंट अकाउंट है।
कुल मिलाकर बात यह है कि जब भी हम बैंकिंग से संबंधित कोई भी कार्य करते हैं, फिर चाहे वह ऑफलाइन करें या ऑनलाइन, हमें यह जरूर पूछा जाता है कि आपका बैंक अकाउंट सेविंग अकाउंट है कि करंट अकाउंट है।
इसलिए हम सभी को इस बारे में पता होना जरूरी है कि सेविंग अकाउंट क्या होता है ? करंट अकाउंट क्या होता है ? और saving और current एकाउंट में क्या अंतर होता है ? आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
बचत खाता (Saving Account) क्या होता है ?
बचत खाता यानी कि saving account सामान्य लोगों के द्वारा खुलवाया जाता है। आपके सेविंग अकाउंट में जितने भी पैसे बैंक में रहते हैं, आपको उन पर 4% ब्याज भी मिलता है। इसीलिए इस प्रकार के खाते को सेविंग अकाउंट या बचत खाता कहते हैं।
इसके अलावा बचत खाते की कुछ लिमिट भी होती है। जैसे कि आप सेविंग अकाउंट में 1 दिन में लगभग 4 से 5 बार ही पैसों का लेनदेन बैंक में जाकर कर सकते हैं। इसके अलावा आप एक फाइनेंसियल ईयर में टोटल 10 लाख रुपए तक अपने बैंक अकाउंट में जमा करवा सकते हैं और 10 लाख रुपए ही अपने बैंक अकाउंट से निकलवा सकते हैं।
आप इससे ज्यादा का लेन देन भी कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इस सीमा को तोड़ते हैं, और आप का लेनदेन बहुत ज्यादा हो जाए ? तो आप को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट करंट अकाउंट क्या होता है? की तरफ से एक नोटिस प्राप्त हो सकता है। जिसमें आपको बताना पड़ता है कि आपने इतने पैसों का लेनदेन कहां और क्यों किया ? और आपके पास इतने सारे पैसे कहां से आए ? क्योंकि सेविंग अकाउंट आम लोगों के लिए होता है जो कि सामान्यतः अपने बैंक अकाउंट से इतना सारा लेन-देन नहीं करते है।
इसके अलावा बैंक द्वारा तय की गई लिमिट को तोड़ने पर बैंक आपसे कुछ चार्ज भी वसूल कर सकता है, तो आपको वो भी देना पड़ सकता है।
चालू खाता (Current Account) क्या होता है ?
इस प्रकार का बैंक अकाउंट व्यापारियों, उद्योगों, और बड़ी बड़ी कंपनियों द्वारा खुलवाया जाता है। इस प्रकार के अकाउंट में जितने भी पैसे जमा होते हैं, बैंक करंट अकाउंट क्या होता है? उन पर ब्याज बिल्कुल भी नहीं देता है। लेकिन इस टाइप के अकाउंट की लेनदेन करने की कोई लिमिट नहीं होती है। आप जितनी बार चाहे उतनी बार अपने अकाउंट से पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। साथ ही इसमें फाइनेंशियल ईयर में टोटल कितनी अमाउंट का ट्रांजैक्शन हो ? इसकी भी कोई लिमिट नहीं है। आप जितना चाहे उतना लेन देन बिना किसी समस्या के कर सकते हैं।
करंट अकाउंट की एक और खास बात यह है कि इस टाइप के अकाउंट में आपको बैंक द्वारा निर्धारित की हुई एक फिक्स अमाउंट अपने बैंक अकाउंट में हमेशा रखनी ही पड़ती है। अगर आपका बैंक बैलेंस उस लिमिट से कम हो जाता है ? तो आपको इसके लिए अलग से चार्ज देना पड़ता है। जैसे कि उदाहरण के लिए मान लीजिए आपका करंट अकाउंट जिस बैंक में है, उसने लिमिट सेट कर रखी है कि उसके बैंक के हर करंट अकाउंट में कम से कम ₹10000 हमेशा होनी ही चाहिए। तो अगर आपका बैंक बैलेंस कभी भी 10000 से कम हो जाता है, तो आपको बैंक की तरफ से पेंटली मिलेगी और आपको बैंक को चार्ज देना पड़ेगा।
इसके अलावा बैंकों के जो बाकी चार्ज करंट अकाउंट क्या होता है? होते करंट अकाउंट क्या होता है? है, जो कि सेविंग अकाउंट होल्डर्स को भी देने पड़ते हैं, वह इनको भी देने पड़ते हैं।
एक खास बात और, करंट अकाउंट होल्डर को भी सेविंग अकाउंट होल्डर की ही तरह फ्री में मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा दी जाती है। जिसके द्वारा करंट अकाउंट होल्डर्स अनलिमिटेड ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, उसकी कोई सीमा नहीं होती है।
Saving Account और Current Account में क्या अंतर होता है ?
तो कुल मिलाकर बात यह है कि सेविंग अकाउंट आम नागरिकों के द्वारा खुला जाने वाला बैंक अकाउंट टाइप है, जिसकी कुछ लिमिट्स जरूर होती है, लेकिन एक सामान्य आदमी यह लिमिट कभी क्रॉस नहीं करता है। लेकिन इसका फायदा भी होता है वो यह कि इसमें आपके पैसे तो सुरक्षित रहते ही है साथ इसमे आपको ब्याज भी मिलता है। इसलिए अगर आप एक आम नागरिक हैं, तो आपको हमेशा बैंक में अपना सेविंग अकाउंट ही खुलवाना चाहिए।
इसके अलावा करंट अकाउंट बड़े-बड़े उद्योग व्यापरियों और कंपनीयों के द्वारा खुलवाया जाने वाला बैंक अकाउंट है। करंट अकाउंट में पैसों पर कोई ब्याज नही मिलता, किन्तु इसमे लेनदेन करने की कोई सीमा नहीं होती है। इसलिए सभी कंपनियां करंट अकाउंट खुलवाते हैं। क्योंकि इन करंट अकाउंट क्या होता है? कंपनियों में रोज सैकड़ों, हजारों ट्रांजैक्शन होते रहते हैं, और इतने सारे ट्रांजैक्शन सेविंग अकाउंट से करना पॉसिबल नहीं होता है। इसलिए उन्हें अपनी सुविधा के लिए करंट अकाउंट ही खुलवाना पड़ता है।
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आज के लेख में आपने सीखा कि saving account kya hota hai ? Current account kya hota hai ? Saving account aur current account me kya antar hai ? उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। करंट अकाउंट क्या होता है? अगर यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं।
करंट अकाउंट या सेविंग अकाउंट: आपको करंट अकाउंट क्या होता है? क्या खुलवाना चाहिए, जानें दोनों में क्या है फर्क
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बैंक सेविंग अकाउंट आम बैंकिंग सुविधाओं में से एक है। अधिकतर लोग बैंक या पोस्ट ऑफिस के साथ सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं। सेविंग अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, फंड ट्रांसफर, बैंक से बैंक ट्रांसफर, एटीएम ट्रांजेक्शन, प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) मशीनों से ट्रांजेक्शन, बिल पेमेंट आदि जैसी कई सुविधाओं का लाभ उठा सकता है। करंट अकाउंट (चालू खातों) में कई अलग प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं, जो कि अधिकतर बिजनेस के उद्देश्यों के लिए डिजाइन की गई होती हैं। एक करंट अकाउंट का उपयोग बड़े स्तर पर कई पेमेंट, रिसिप्ट, इससे संबंधित अन्य ट्रांजेक्शन करने के लिए किया जाता है जिसमें बड़ी पेमेंट और रिसीविंग शामिल होती है। कोई भी व्यक्ति बैंक की तरफ से तय लिमिट तक रोजाना ट्रांजेक्शन कर सकता है, जबकि एक सेविंग अकाउंट में ट्रांजेक्शन की संख्या काफी कम होती है। इसलिए, सेविंग बैंक अकाउंट सैलरी पाने वालों के लिए ठीक हैं और करंट अकाउंट उन लोगों के लिए ठीक है जिनको बार-बार ट्रांजेक्शन करनी होती है।
सेविगं अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या है फर्क:
ब्याज दर
सेविंग बैंक अकाउंट में लगभग 4 फीसद का ब्याज मिलता है, जबकि करंट अकाउंट में कोई ब्याज नहीं मिलता है। वहीं कुछ बैंक सेविंग अकाउंट में जमा अमाउंट पर 6 फीसद तक ब्याज दर की पेशकश करते हैं।
ओवरड्राफ्ट
एक सेविंग अकाउंट रखने वाले व्यक्ति को ओवरड्राफ्ट की अनुमति नहीं होती है, जिसका मतलब है कि सेविंग अकाउंट धारक केवल उतना ही पैसा निकाल सकता है, जितना अकाउंट में मौजूद है। कोई भी बैंक या एनबीएफसी सेविंग बैंक अकाउंट पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा नहीं देता है। जबकि एक करंट अकाउंट होल्डर बैंक की सहमति से तय सीमा तक ओवरड्राफ्ट सुविधाओं का लाभ उठा सकता है।
मिनिमम बैलेंस
सेविंग बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता करंट अकाउंट के मुकाबले काफी कम होती है। बैंक और अन्य माइक्रोफाइनेंस संस्थान जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट और स्मॉल सेविंग अकाउंट की पेशकश करते हैं, जिसमें अकाउंट होल्डर्स को मिनिमम एवरेज बैलेंस बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में ये अंतर है
Saving Account और Current Account में क्या अंतर है ? आप में से अधिकांश लोगों ने बैंक में खाता खुलवाने के वक्त सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट के बारे में तो जरूर सुने ही होंगे, परंतु क्या आप जानते हैं कि Savings Account व Current Account क्या है, यदि नहीं तो आप बिल्कुल सही ब्लॉग पोस्ट पर आए हैं, क्योंकि इस पोस्ट पर हम आप सभी को सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट के बारे में विस्तार में बताएंगे।
बैंक में बहुत तरह के अकाउंट होते हैं, जिनमें सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट एक हैं, केवल यह दो अकाउंट ही नहीं बल्कि बैंक में और भी कई प्रकार के अकाउंट होते हैं और हर एक प्रकार अकाउंट के अलग-अलग कार्य होते हैं। ज्यादातर लोगों के बैंक अकाउंट सेविंग अकाउंट ही होते हैं और करंट अकाउंट ज्यादातर व्यापारी लोग Open करवाते हैं। चलिए सबसे पहले इन दोनों अकाउंट के बारे में जानते है।
Savings बैंक अकाउंट या बचत खाता क्या होता है ?
यदि हम आसान और सरल भाषा में Saving Account क्या है को परिभाषित करें तो, ज्यादातर लोग सेविंग अकाउंट को ही ओपन करवाते हैं, सेविंग अकाउंट का अर्थ है बचत खाता यानी यह एक ऐसा अकाउंट है जिसमें आप अपने बचत किया गया पैसे को रख सकते हैं। ज्यादातर साधारण लोग इस अकाउंट को ही बैंक में Open करवाते है।
सेविंग अकाउंट में हम लोगों को बहुत तरह के सुविधाएं देखने को मिल जाते हैं। जब हम सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करके रखते हैं तब हमें उस पैसे पर सालाना 4% ब्याज मिलता है। यदि आप कोई व्यापारी नहीं है, और आप केवल अपने पैसे को संचय करके रखना चाहते हैं, करंट अकाउंट क्या होता है? तब Saving Account आपके लिए बेहतर है। अधिकतर लोग सेविंग अकाउंट का ही प्रयोग करते हैं।
Current Account या चालू खाता क्या है ?
Current Account यानी चालू खाता को ज्यादातर व्यापार करने वाले लोग उपयोग करते हैं। Current करंट अकाउंट क्या होता है? Account में ट्रांजैक्शन करने का कोई सीमा नहीं होता, आप जितना चाहे उतना ट्रांजैक्शन चालू खाता के माध्यम से कर सकते हैं। सेविंग अकाउंट में 1 दिन में पैसे को ट्रांसफर करने का कुछ लिमिट होता है, परंतु करंट अकाउंट में आप जितना चाहे उतना पैसे का ट्रांजैक्शन 1 दिन में कर सकते हैं उसके लिए कोई लिमिट नहीं है।
Saving Account को केवल एक ही लोग, प्रयोग कर सकते हैं परंतु Current Account यानी चालू खाता को 1 से ज्यादा लोग मिलकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। Saving अकाउंट पर आप Monthly बैलेंस कम भी रख सकते हैं, परंतु Current Account पर आपको Monthly बैलेंस ज्यादा रखना रखना पड़ता है, और साथ में आप सभी को इस करंट अकाउंट में रखा गया पैसे पर कोई ब्याज भी देखने को नहीं मिलता है।
Saving Account और Current Account में क्या अंतर है ?
सेविंग अकाउंट क्या है और करंट अकाउंट क्या है, यह तो ऊपर हमने आप सभी को बता ही दिया है, इससे आपको यह तो पता चल गया होगा, कि इन दो सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में कई अंतर है, जिसके बारे में हमने नीचे विस्तार में बताया है –
- सेविंग अकाउंट या फिर बचत अकाउंट एक बहुत ही साधारण खाता है, जिसे कोई भी व्यक्ति बैंक में पैसे जमा करने के लिए खुलवा सकता है, परंतु करंट अकाउंट को केवल वही लोग खुलवा सकते हैं, जो व्यापार करते हैं और यदि कोई व्यापार नहीं करता है तब वह व्यक्ति करंट अकाउंट नहीं खुलवा सकता है।
- सेविंग अकाउंट के जरिए दिन में केवल आप एम निर्धारित Amount का ही लेन देन कर सकते हैं, परंतु करंट अकाउंट में आप जितना चाहें उतने पैसे का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं, करंट अकाउंट में कोई भी निर्धारित Amount फिक्स्ड नहीं किया गया है।
- जो लोग अपना खुद का बिजनेस करते हैं उनके लिए तो करंट अकाउंट ही सबसे उपयोगी है परंतु जिनका Monthly Salary आता है, उनके लिए सेविंग अकाउंट ही सबसे अच्छा है।
- सेविंग अकाउंट या बचत अकाउंट में हमें सालाना 3 से 4% का ब्याज देखने को मिलता है परंतु करंट अकाउंट या फिर चालू खाता पर हमें किसी भी तरह का ब्याज नहीं मिलता है।
- सेविंग अकाउंट से हम सिर्फ उतना पैसे को ही Withdraw कर सकते हैं, जितना कि हमारे बैंक अकाउंट में है, परंतु करंट अकाउंट से हम हमारे अकाउंट करंट अकाउंट क्या होता है? से अधिक पैसे को निकाल सकते हैं, बैंक के भाषा में इसे Over Drawing कहा जाता है।
- सेविंग अकाउंट में आपको महीने का ज्यादा पैसे रखने का आवश्यकता नहीं होता, परंतु करंट अकाउंट में आपको सेविंग अकाउंट के मुकाबले कई गुना ज्यादा, पैसे जमा करके रखना पड़ता है।
- जब हम कोई सेविंग अकाउंट खुलवा ते हैं तब हमें बहुत कम डॉक्यूमेंट का जरूरत पड़ता है परंतु जब हम करंट अकाउंट के लिए बैंक में खाता खुलवा ते हैं तब हमें बहुत तरह के डॉक्यूमेंट का जरूरत पड़ता है और इसमें सेविंग अकाउंट के मुकाबले ज्यादा समय लगता है।
सारांश : आज के इस पोस्ट पर हमने Saving Account और Current Account में क्या अंतर है, इसके बारे में विस्तार में बताया है। उम्मीद करते हैं कि आज के इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा कि Saving Account क्या है ? और Current Account क्या है ?
यदि आपके मन में सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट से संबंधित कोई भी सवाल है, तब आप हमें बेझिझक नीचे कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके पूछ सकते हैं, और अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है, तब आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप्प एवं फेसबुक पर शेयर कर सकते हैं।
Current Account : चालू खाता क्या होता है, कैसे खुलवाया जाता है, करंट अकाउंट के फायदे?
करंट अकाउंट क्या होता है, (What is current account?) इसके क्या फायदे है और चालू खाता कैसे खुलवाया जाता है (How to open current account). ये हर उस व्यक्ति का सवाल होता है जिसका बैंक में सेविंग अकाउंट होता है. जब भी आप बैंक में खाता खुलवाने जाते हैं तो आपके पास दो ऑप्शन होते हैं या तो आप सेविंग अकाउंट खुलवा लें या फिर करंट अकाउंट खुलवा लें. सेविंग तो हमारी समझ में आता है लेकिन ये करंट अकाउंट क्या होता है ये बात कई लोग नहीं समझ पाते.
By विभूू गोयल Last updated Oct 5, 2020 5,697 0
करंट अकाउंट क्या होता है, (What is current account?) इसके क्या फायदे है और चालू खाता कैसे खुलवाया जाता है (How to open current account). ये हर उस व्यक्ति का सवाल होता है जिसका बैंक में सेविंग अकाउंट होता है. जब भी आप बैंक में खाता खुलवाने जाते हैं तो आपके पास दो ऑप्शन होते हैं या तो आप सेविंग अकाउंट खुलवा लें या फिर करंट अकाउंट खुलवा करंट अकाउंट क्या होता है? लें. सेविंग तो हमारी समझ में आता है लेकिन ये करंट अकाउंट क्या होता है ये बात कई लोग नहीं समझ पाते.
क्या होता है चालू खाता ? (What is current account?)
करंट अकाउंट एक तरह का खाता होता है जिसे बैंक में खोला जाता है (Current account in sbi). इसमें आप पैसे जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं लेकिन करंट अकाउंट पर आपको ब्याज नहीं दिया जाता (Interest on current account). ये खाता आप स्वयं के लिए, बिजनेस के लिए, किसी संस्था के लिए या अपनी कंपनी के नाम पर खुलवा सकते हैं. इस खाते को मुख्यतः बिजनेस के लिए बनाया गया है.
चालू खाते के क्या फायदे हैं? (Benefits of current account)
करंट अकाउंट के कई फायदे हैं और ये कई तरह से सेविंग अकाउंट से बेहतर है.
– सेविंग अकाउंट में आपको पैसे निकालने की लिमिट दी जाती है जिसके बाद आप अगर पैसे निकालते हैं तो आपके पैसे काट लिए जाते हैं लेकिन करंट अकाउंट यानि चालू खाते में ऐसा कुछ नहीं होता. आप चाहे तो दिनभर के हजारों Transaction इससे कर सकते हैं आपसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा.
– करंट अकाउंट में अगर आप हर महीने पैसा रखते हैं तो जरूरत पड़ने पर ओवरड्रॉफ्ट (Overdraft on current account)की सुविधा भी ले सकते हैं. ये सुविधा सेविंग अकाउंट में नहीं होती है.
– करंट अकाउंट को आप स्वयं के लिए तो खुलवा ही सकते है साथ ही बिजनेस (Current account for business) में इसे मुख्यतः प्रयोग कर सकते हैं.
– करंट अकाउंट में आपको सेविंग अकाउंट की तरह ही नेट बैंकिंग, एटीएम और चेक बुक जैसी सुविधा मिलती है.
– करंट अकाउंट में आपको आपके पैसे पर ब्याज नहीं दिया जाता लेकिन आपसे Transaction चार्ज भी नहीं लिया जाता है इस तरह बात वहीं की वहीं आ जाती है.
चालू खाता कैसे खुलवाएं? (How to open current account?)
करंट अकाउंट खुलवाना काफी आसान है. इसके लिए आपको अपने नजदीकी बैंक की ब्रांच पर जाना होगा. वहां जाकर आपको चालू खाता यानि करंट अकाउंट के लिए आवेदन करना होगा. यहां आपसे करंट अकाउंट खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज और मिनिमम बेलेंस की मांग की जाएगी जिसे पूरा करके आप करंट अकाउंट खुलवा सकते हैं.
करंट अकाउंट के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents for current account)
– आधार कार्ड
– वोटर आईडी कार्ड
– पैन कार्ड
– पासपोर्ट साइज फोटो
– ड्राइविंग लाइसेंस
– बिजली बिल
– अगर आप कंपनी के नाम पर खुलवा रहे हैं तो कंपनी से संबंधित दस्तावेज
करंट अकाउंट खोलने के लिए मिनिमम बैलेंस (Current account minimum balance)
करंट अकाउंट में आपको अनलिमिटेड transaction तो दिए जाते हैं लेकिन यहां मिनिमम बैलेंस भी आपको अकाउंट में रखना होता है. अधिकतर बैंकों में ये 10 हजार रूपए होता है लेकिन सभी बैंक अपने क्षेत्र के हिसाब से इसे बदलते रहते हैं. इसकी जानकारी आपको बैंक की ब्रांच पर जाकर ही होगी.
Current Account | What is Current Account? | चालू खाता क्या होता है |
दोस्तों आज के समय में हर कोई बंदा बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करता है। दोस्तों बैंक अकाउंट मुख्यता दो प्रकार के होते है : करंट अकाउंट जिसे हम चालू खाता भी कहते है और सेविंग अकाउंट जिसे हम बचत खाता कहते है । दोस्तों क्या आप जानते है की करंट अकाउंट क्या होता है ? इसके क्या फायदे है और क्या नुक्सान है? कौन कर्रेंट अकाउंट ओपन करा सकता है ? और कैसे आप एक करंट अकाउंट खुलवा सकते है ?
दोस्तों आज के आर्टिकल में हम इन सारे पॉइंट्स को कवर करेंगे । तो चलिए शुरू करते है :
दोस्तों अगर आप कोई बिज़नेस करते है, कोई दुकान है आपकी या फिर कोई भी ऐसा काम है जिसमे पैसे का लेनदेन बहुत होता है तो आपको करंट अकाउंट ही खुलवाना चाहिए । सेविंग अकाउंट में ज्यादा पैसे का लेनदेन मैनेज करता बहुत ही मुश्किल होता है । वही करंट अकाउंट से ज्यादा मात्रा में ट्रांसक्शन्स संभव भी हो पाती है और आसानी से मैनेज भी हो जाती है ।
आइये दोस्तों सबसे पहले जानते है की करंट अकाउंट होता क्या है?
दोस्तों करंट अकाउंट उन लोगो के लिए होते है जो बिज़नेस करते है और जिनका रोज़ का पैसो का लेनदेन बहुत होता है। अगर आपकी डेली बेसिस पैर बहुत फाइनेंसियल ट्रांसक्शन होती है तो आप सेविंग अकाउंट के साथ मैनेज नहीं कर सकते क्योकि सेविंग अकाउंट पर ट्रांसक्शन्स की लिमिट होती । लेकिन करंट अकाउंट पर कोई ट्रांसक्शन लिमिट नहीं होती। आप जितना मर्ज़ी उतना लेनदेन कर सकते है।
आइये अब जानते है की कौन कौन ओपन करवा सकता है करंट अकाउंट :
- Individual and HUF
- Companies- Private or Public Ltd , LLP, Partnership Firm , Proprietorship
- Institutions , Trusts, Associations, Govt. Departments
दोस्तों करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेन्टेन करना होता है और ये मिनिमम बैलेंस बैंक के हिसाब से 10 हज़ार से 19 लाख तक हो सकता है । आपके अकाउंट का मिनिमम बैलेंस अमाउंट कितना होगा ये इस बात पर निर्भर करता है की आप किस बैंक में अपना अकाउंट खुलवा रहे है और आपको क्या क्या फीचर्स मिल रहे है आपके करंट अकाउंट में । उसी हिसाब से आपका मिनिमम बैलेंस रहता है।
करंट अकाउंट में कोई इंटरेस्ट नहीं दिया जाता। दोस्तों करंट अकाउंट के पैसो को बैंक अपने इस्तेमाल में नहीं लाता । और इसी वजह से आपको करंट अकाउंट में कोई ब्याज नहीं मिलता ।
दोस्तों आइये अब जानते है की करंट अकाउंट के क्या बेनिफिट्स होते है :
- करंट अकाउंट से आप जितनी चाहे उतनी ट्रांसक्शन कर सकते है ।
- विथड्रावल की कोई लिमिट नहीं होती।
- आपकी अपनी होम ब्रांच में कॅश डिपाजिट की कोई लिमिट नहीं होती।
- करंट अकाउंट से बिज़नेसमेन चेक , डिमांड ड्राफ्ट या पे आर्डर के द्वारा डायरेक्ट पेमेंट कर सकते है अपने क्लाइंटस को।
- करंट अकाउंट से खाता धारको को अपने अकाउंट में जमा राशी से अधिक राशि निकालने की सुविधा मिलती है। यानि की ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है ।
- सेविंग अकाउंट की तरह करंट अकाउंट में भी नेट बैंकिंग एवं ATM की फ्री सर्विस दी जाती है|
आइये अब जानते है की करंट बैंक अकाउंट को ओपन करने के लिए किन किन डॉक्यूमेंटस की ज़रूरत होती है :
- Application Form करंट अकाउंट क्या होता है?
- Pan card
- Address Proof
- Certificate of incorporation & MOA of companies
- Partnership Agreement of partnership Firms
- ID and residence proof of all partners
- Minimum balance cheque from existing saving account
- Contact details, mobile no, email id
दोस्तों आइये अब जानते है की करंट अकॉउंट और सेविंग अकाउंट में क्या अंतर होता है :
- सेविंग्स बैंक अकाउंट पर आपको ब्याज मिलता है लेकिन कंरट अकाउंट पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।
- किसी भी बैंक में सेविंग्स अकाउंट एक डिपॉजिट अकाउंट होता है, जो खाताधारक को लिमिटेड ट्रांजेक्शन की अनुमति देता है। वहीं करंट बैंक अकाउंट डेली ट्रांजेक्शन के लिए होता है। इसमें ट्रांसक्शन्स की कोई लिमिट नहीं होती।
- सेविंग्स बैंक अकाउंट सैलरी पाने वाले कर्मचारी या मंथली इनकम कमाने वालों के लिए या फिर बचत के लिए अकाउंट खुलवाने के उद्देश्य से है। इसे नाबालिग के नाम पर भी खुलवाया जा सकता है। वहीं करंट बैंक अकाउंट बिजनेस करने वालों यानी कारोबारियों के लिहाज से अच्छा है। इसे स्टार्टअप, पार्टनरशिप फर्म, LLP, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी आदि भी खुलवा सकती हैं।
- करंट अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। लेकिन सेविंग्स अकाउंट में यह लिमिट होती है।
- सेविंग्स अकाउंट से महीने में किए जाने वाले ट्रांजेक्शन के लिए आम तौर पर एक लिमिट होती है। आप एक तय नंबर से ज्यादा ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते हैं। लेकिन करंट अकाउंट के लिए ऐसी कोई लिमिट नहीं है।
- सेविंग्स अकाउंट की तरह ही करंट अकाउंट में भी मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है। लेकिन करंट अकाउंट का मिनिमम बैलेंस, सेविंग्स अकाउंट की तुलना में थोड़ा ज्यादा रहता है।
- सेविंग्स अकाउंट से आप केवल उतना ही पैसा निकाल सकते हैं, जितना उसमें है। उससे ज्यादा पैसा निकालने की कोशिश करने पर बैंक आपको अलर्ट करता है कि आपका बैलेंस इतना नहीं है। लेकिन करंट अकाउंट में यह सुविधा मिलती है यानी आप इसमें मौजूद बैलेंस से ज्यादा भी विदड्रॉ कर सकते हैं। इसे ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी कहते हैं।
- क्योकि सेविंग्स अकाउंट में जमा पर ब्याज मिलता है, इसलिए यह टैक्स के दायरे में आता है। लेकिन, करंट अकाउंट इससे बाहर है।
तो दोस्तों देखा आपने अगर आप अपने पर्सनल इस्तेमाल के लिए बैंक अकाउंट ओपन कर रहे हो तो आपको सेविंग अकाउंट खुलवाना चाहिए । वही अगर आप अपने बिज़नेस के इस्तेमाल के लिए बैंक अकॉउंट ओपन कर रहे है तो आपको करंट अकाउंट खुलवाना चाहिए । दोस्तों ये हमने आपको बताया करंट अकाउंट के बारे में विस्तार से। उम्मीद करते है की आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा । हमारा आर्टिकल कैसे लगा ये हमे कमेंट करके ज़रूर बताएगा । धन्यवाद !
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