कोर्ट ने आगे कहा-

Know all about the importance of DMAT account

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा, MPID अधिनियम के नियमों के तहत NSEL एक वित्तीय प्रतिष्ठान नहीं, पढ़िए फैसला

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा, MPID अधिनियम के नियमों के तहत NSEL एक वित्तीय प्रतिष्ठान नहीं, पढ़िए फैसला

हजारों निवेशकों और आर्थिक अपराध शाखा, मुंबई को झटका देते हुए, एक महत्वपूर्ण निर्णय में बॉम्बे हाईकोर्ट ने यह माना है कि नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (NSEL), महाराष्ट्र प्रोटेक्शन ऑफ डिपॉजिटर्स इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है इन फाइनेंसियल इस्टैब्लिशमेंट (MPID) अधिनियम, 1999 के तहत एक वित्तीय प्रतिष्ठान (financial establishment) नहीं है।

खंडपीठ ने कहा कि महाराष्ट्र प्रोटेक्शन ऑफ डिपॉजिटर्स इन फाइनेंसियल इस्टैब्लिशमेंट अधिनियम, 1999 के तहत NSEL के प्रमोटर, '63 मून्स टेक्नोलॉजीज' की संपत्ति की कुर्की वैध नहीं थी।

इसका मतलब है कि NSEL से जुड़ी संपत्तियों की कुर्की, जिसका मूल्य 8585 करोड़ रुपये है, अब रद्द होती हैं। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है इन संपत्तियों को जांच एजेंसी ने 13000 निवेशकों का बकाया वसूलने के लिए संलग्न किया था।

DMAT अकाउंट प्रदान करता है ये सुविधाएं

यहां ऐसी सुविधाओं की सूची दी जा रही है जो DMAT अकाउंट के माध्यम से आपको प्रदान की जाती हैं:

शेयरों की ट्रेडिंग - शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने के लिए, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एक DMAT अकाउंट का उपयोग किया जाता है.

ऋण सुविधा - इन्वेस्टर DMAT अकाउंट के माध्यम से ऋण सुविधा का लाभ उठा सकते इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है हैं. एक इन्वेस्टर विभिन्न बैंकों से ऋण प्राप्त करने के लिए अपने DMAT अकाउंट में निहित प्रतिभूतियों को संपार्श्विक के तौर पर गिरवी रख सकता है.

डिमैटीरियलाइजेशन और रिमैटीरियलाइजेशन - शेयरों के भौतिक प्रमाणपत्र को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में परिवर्तित करना एक महत्वपूर्ण सुविधा है जिसे इन्वेस्टर्स DMAT अकाउंट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. दरअसल, इन्वेस्टर अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक प्रतिभूतियों को वापस भौतिक रूप में परिवर्तित करवा सकते हैं. जिस ब्रोकर के माध्यम से आप DMAT अकाउंट की सुविधा हासिल कर रहे हैं, उसकी मदद लें.

जानिये आप अपना DMAT अकाउंट कैसे खोल सकते हैं?

यहां कुछ ऐसी पूर्व-आवश्यकताएं दी गई हैं जिन्हें, हरेक व्यक्ति को अपना DMAT अकाउंट खोलने के लिए जरुर फ़ॉलो करना चाहिए:

आपके लिए DMAT अकाउंट खोलने के लिए जरुरी दस्तावेज़

आपके लिए अपना DMAT अकाउंट खोलने के लिए जरुरी दस्तावेजों की सूची निम्नलिखित है:

आय का प्रमाण (निम्नलिखित में से कोई एक)

• आयकर रिटर्न (ITR) पावती पर्ची की एक फोटोकॉपी.
• नेट वर्थ का प्रमाणपत्र या चार्टर्ड एकाउंटेंट द्वारा प्रमाणित अकाउंट्स के वार्षिक विवरण की फोटोकॉपी.
• वर्तमान माह की सैलरी स्लिप या फॉर्म 16.
• पात्र डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास DMAT अकाउंट होल्डिंग्स का विवरण.
• बैंक अकाउंट का नवीनतम विवरण जिसमें पिछले 06 महीनों के इनकम डिटेल्स शामिल हों.
• ऐसा कोई भी दस्तावेज जो स्व-घोषणा के माध्यम से संपत्ति के स्वामित्व को साबित करता हो.
• पहचान का सबूत.
• वैध फोटो वाला पैन कार्ड.
• पहचान प्रमाण - आधार कार्ड/ वोटर ID कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेंस/ पासपोर्ट.

DMAT अकाउंट खोलने की प्रक्रिया

आप अपना DMAT अकाउंट खोलने के लिए, नीचे दिए गए चरणों को फ़ॉलो करें:

चरण 1- DMAT अकाउंट खोलने के लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) चुनें.

चरण 2 - अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें और ऊपर बताए गए दस्तावेजों की फोटोकॉपी और एक पासपोर्ट आकार की तस्वीर संलग्न करें

चरण 3- DMAT अकाउंट खोलने के लिए मूल दस्तावेजों को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास ले जाएं.

चरण 4 - डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट द्वारा आपके दस्तावेजों का व्यक्तिगत सत्यापन किया जाएगा. फिर, आप अपना KYC करवाएं और DMAT अकाउंट के लिए वार्षिक रखरखाव शुल्क/ मेंटेनैंस फ़ीस का भुगतान करें.

*अस्वीकरण - इस आर्टिकल में दी गई इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है यह जानकारी केवल आपके वित्तीय ज्ञान और समझ बढ़ाने के लिए प्रदान की गई है. इसे किसी भी व्यक्ति के द्वारा वित्तीय सलाह के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए.

शेयरों में निवेश शुरू करना चाहते हैं? जानिए कैसे खोलें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट

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डिजिटल फॉर्म भरें
पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं. फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें. इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्‍स भरनी होंगी जिन्‍हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है. साथ ही सबसे उपयुक्‍त ब्रोकरेज प्‍लान को सेलेक्‍ट करने की इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है जरूरत होती है.

डॉक्‍यूमेंट अपलोड करें
आधार, पैन, कैंसिल्‍ड चेक इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है जैसे डॉक्‍यूमेंट की स्‍कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. निवेशक की तस्‍वीर के साथ स्‍कैन किए हुए सिग्‍नेचर की भी जरूरत हो सकती है.

इन-पर्सन वेरिफिकेशन
इन-पर्सन वेरिफिकेशन ब्रोकर करते हैं. इसे डिजिटल कॉल या व्‍यक्ति की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्‍यम से किया जाता है. इसके लिए निवेशकों को स्‍क्रीन पर दिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है जाने वाले निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

क्यों उठाया गया यह कदम

RBI ने कहा कि उसे कुछ ईटीपी की वैधता स्पष्ट करने के संबंध में अनुरोध मिल रहे थे. ऐसे में केंद्रीय बैंक ने अपनी वेबसाइट पर ऐसी इकाइयों के संबंध में अलर्ट लिस्ट प्रकाशित करने का फैसला किया, जो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 (FEMA) के तहत विदेशी मुद्रा में लेनदेन करने के लिए अधिकृत नहीं इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है हैं और न ही वे विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स का संचालन कर सकती हैं.

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RBI ने आगे कहा कि लिस्ट संपूर्ण नहीं है और प्रकाशन के समय उसे जो जानकारी थी, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है उस पर आधारित है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि अगर कोई एंटिटी लिस्ट में शामिल नहीं है तो यह नहीं मान लिया जाना चाहिए कि वह RBI द्वारा अधिकृत है. हालांकि अनुमति प्राप्त विदेशी मुद्रा लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से निष्पादित किए जा सकते हैं, लेकिन उन्हें केवल RBI या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, BSE लिमिटेड और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा इस उद्देश्य के लिए अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए.

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