बाजार में ठेले नहीं खड़े होना चाहिए :

सामान मिला तो जब्ती के साथ चालान होगा

भिंड( नईदुनिया प्रतिनिधि)। सदर बाजार की सड़कें 60 फीट चौड़ी हैं। लेकिन ठेले खड़े होने और फुटपाथ पर फड़ लगने बाजार के अवसर को जब्त करें के कारण सड़क सिकुड़कर छोटी रह जाती है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। इसलिए ठेले हॉकरजोन के अलावा बाजार में कहीं भी खड़े दिखाई दिए तो नपा अमला सामान को जब्त कर जुर्माना भी करेगा। यह बात एसडीएम ओमनारायणसिंह न

सामान मिला तो जब्ती के साथ चालान होगा

भिंड( नईदुनिया प्रतिनिधि)।

सदर बाजार की सड़कें 60 फीट चौड़ी हैं। लेकिन ठेले खड़े होने और फुटपाथ पर फड़ लगने के कारण सड़क सिकुड़कर छोटी रह जाती है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। बाजार के अवसर को जब्त करें इसलिए ठेले हॉकरजोन के अलावा बाजार में कहीं भी खड़े दिखाई दिए तो नपा अमला सामान को जब्त कर जुर्माना भी करेगा। यह बात एसडीएम ओमनारायणसिंह ने शनिवार सुबह सदर बाजार में कार्रवाई करते हुए व्यापारियों से कही।

मावे में मिला है यूरिया!​

सोचिए तकरीबन हर शहर में मिलावटी मिठाइयों और मिलावटी मावे का कारोबार तेजी से चल रहा है। त्योहार से पहले ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की एवज में मिठाई कारोबारी लोगों को मीठा जहर बेच रहे हैं। सबसे पहले जान लीजिए मावे में कैसे हो रही है मिलावट क्योंकि ज्यादातर मिठाइयों में मावा जरूर इस्तेमाल होता है। मावा की कीमत करीब पांच सौ रूपये किलो है। मिलावट के कारोबारी नकली मावा बनाने के लिए स्टार्च, आयोडीन, सिंघाड़े का आटा और आलू जैसी चीज़ें इसमें मिलाते हैं। इसके अलावा नकली मावे को बाजार के अवसर को जब्त करें असली शक्ल देने के लिए इसमें यूरिया और वाशिंग पाउडर भी मिलाया जाता है।

​मिठाइयों में जहरीले रंग​

मिठाइयों में दूसरी बड़ी मिलावट होती है मिठाइयों के ऊपर लगे वर्क पर। आपने देखा होगा मिठाइयों के ऊपर एक सिल्वर कलर की लेयर लगी होती है जिसे वर्क बोलते हैं। ये वर्क चांदी का होता है लेकिन मिलावट के कारोबारी इस चांदी के वर्क की जगह एल्यूमीनियम का इस्तेमाल बाजार के अवसर को जब्त करें करते हैं। चांदी के वर्क की कीमत काफी ज्यादा होती है इसलिए एल्यूमीनियम का वर्क इन्हें सस्ता पड़ता है, जो की सेहत के लिहाज से बेहद खतरनाक है। इसका ज्यादा इस्तेमाल जानलेवा भी हो सकता है। मिठाइयों में तीसरी मिलावट होती है रंगों की।आप देखते हैं बाज़ारों रंग-बिरंगी मिठाइयां खूब बिकती हैं, लोग ऐसी मिठाइयां खूब पसंद भी करते हैं और इसका फायदा उठाते हैं मुनाफाखोर। खाने के रंग की कीमत थोड़ी ज्यादा होती है और इसलिए ये लोग मिठाइयों में मिला देते हैं कपड़े रंगने वाले रंग। कपड़े रंगने वाले रंगों में कई तरह के केमिकल होते हैं जो की किडनी को खराब कर सकते हैं।

​नकली मिठाई को पहचानने के तरीके

बाज़ार में इस तरह की नकली मिठाइयों की भरमार है। ऐसा नहीं है कि आपको बाज़ार में अच्छी मिठाइयां नहीं मिलेंगी, लेकिन बाजार के अवसर को जब्त करें इसके लिए आपको ये पता होना चाहिए कि नकली और असली की पहचान कैसे करें। हम आपको बता रहे हैं कुछ तरीके जिससे आप असली और नकली मिठाइयों को अच्छी तरह से पहचान सकते हैं और अपने परिवार को इन त्यौहारों के मौसम में मुनाफाखोरों के गंदे जाल से बचा सकते हैं।

1. मावे की पहचान के लिए आपको चाहिए आयोडीन। अगर आप मावे में आयोडीन की बाजार के अवसर को जब्त करें कुछ बूंदें डालते हैं और ये काली हो जाती हैं तो समझिए आपका मावा नकली है।

2. मावे का बहुत ज्यादा दानेदार होना भी उसके नकली होने की एक पहचान है इसलिए दानेदार मावा खरीदने से परहेज करें।

3. मिठाई पर लगे वर्क की पहचान आप से जलाकर कर सकते हैं। अगर वर्क जलकर राख हो जाता है तो समझिए उसपर एल्यूमीनियम वर्क का इस्तेमाल किया गया है।

बाजार में बिकने जा रहा पीडीएस गेहूं पकड़ा

बाजार में बिकने जा रहा पीडीएस गेहूं पकड़ा

ओछापुरा/श्योपुर
बाजार में बिकने से पहले पीडीएस गेहंू से भरे एक ट्रक को पुलिस ने जब्त कर लिया। ओछापुरा थाना पुलिस ने
सुबह गश्त के दौरान वाहन चैकिंग में ट्रक एमपी 06 एचसी 1549 को रघुनाथपुर श्यामपुर रोड पर रोककर चेक किया तो उसमें पीडीएस गेहूं के कट्टे भरे हुए मिले। ट्रक ड्राइवर ने सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम शादिक पुत्र अली बहादुर उम्र 23 साल निवासी ग्राम टेंटरा जिला मुरैना बताया। पुलिस ने ट्रक चालक शदिक को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में शादिक ने बताया कि गल्ला व्यापारी गजानंद पुत्र माखनलाल गुप्ता निवासी रघुनाथपुर द्वारा पीडीएस का गेहूं भरवाया गया था। जिसे बेचने के लिए ले जा रहा था। पुलिस ने कागजात मांगे तो कोई बैध कागजात चालक नहीं दिखा पाया। ऐसे में पुलिस ने ट्रक समेत गेहूं के 400 कट्टे जब्त कर लिए। पुलिस ने गल्ला व्यापारी गजानंद और ट्रक चालक शादिक पर जमाखोरी रोकने की धारा 3/7 ईसी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने व्यापारी को नोटिस भेजा है।
सादा कट्टों के नीचे छिपाकर रखा था पीडीएस का गेहूं
ट्रक में पीडीएस के गेहूं को सादा कट्टों के नीचे भरकर ले जाया जा रहा था। बताया गया कि 52 प्लास्टिक के सादा कट्टों के नीचे 348 बोरी पीडीएस गेहूं के मिले। इस तरह पीडीएस का गेहूं कुल 400 कट्टे जब्त किए गए। इस तरह गेहूं का व्यापार किया जाना एमपीपीडीएस कन्ट्रोल ऑर्डर 2015 की धारा 13/2 का उलंघन पुलिस ने पाया। आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत अपराध होने से मौके पर ट्रक जब्त कर लिया गया।
सैंपल भी लिए गए
जब्त पीडीएस गेहूं के सैंपल भी पुलिस ने लिए। सैंपल के लिए 500-500 ग्राम गेहूं को सील बंद किया गया। इसके साथ ही पुलिस ने ट्रक कीमत 20 लाख, 400 पीडीएस के गेंहू से भरे कट्टे कीमत करीब बाजार के अवसर को जब्त करें 4 लाख 84 हजार को मौके पर जब्त किया गया। कार्रवाई में रीना राजावत थाना प्रभारी ओछापुरा, प्रधान आरक्षक बलराम शर्मा, नारायण सिंह आरक्षक, रामेश्वर धाकड आरक्षक, विवेक जादौन, दीपक कुमार की भूमिका रही।
ट्रक ड्राइवर से एक पत्र भी मिला
पीडीएस गेहंू के साथ पकड़े गए ट्रक ड्राइवर से पुलिस को एक पत्र मिला। जिस पर लिखा था माल भेजा रहा है। इसे अपने हिसाब से देख लेना।

रेटिंग: 4.23
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 826