ऊंचे भाव पर सरसों की घटी डिमांड, देखें दिल्ली और इंदौर मंडी के रेट लिस्ट
विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में गुरुवार को कच्चा पॉम तेल (सीपीओ), सोयाबीन डीगम, सोयाबीन दाना एवं लूज तिलहन के भाव मजबूत बंद हुए। अन्य तेल-तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर रहे। वहीं, इंदौर के खाद्य तेल बाजार में मूंगफली तेल 10 रुपये एवं सोयाबीन रिफाइंड के भाव में पांच रुपये प्रति 10 किलोग्राम की कमी आई। कपास्या खली 25 रुपये प्रति 60 किलोग्राम सस्ती बिकी। जबकि, स्थानीय संयोगितागंज अनाज मंडी में बृहस्पतिवार को 100 रुपये और उड़द के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल की कमी आयी।
बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 1.4 प्रतिशत की तेजी रही जबकि शिकागो एक्सचेंज में भी सोयाबीन डीगम 0.4 प्रतिशत ऊंचा बोला गया। उन्होंने कहा कि विदेशों में तेजी के रुख और अन्य तेलों के मुकाबले सस्ता होने से सीपीओ तेल के भाव में अच्छा सुधार रहा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सोयाबीन तेल रहित खल (डीओसी) की स्थानीय मांग बढ़ने से सोयाबीन दाना और लूज के भाव मजबूत रहे, जबकि शिकागो एक्सचेंज तुवर में तेजी का रुख के मजबूत होने से सोयाबीन डीगम तेल में भी सुधार दिखा। हालांकि, सोयाबीन तुवर में तेजी का रुख दिल्ली और सोयाबीन इंदौर के भाव पूर्वस्तर पर रहे।
सूत्रों ने बताया कि ऊंचे भाव पर सरसों की मांग कुछ कम रही जिसकी वजह से सरसों तेल-तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे। ऊंचा भाव होने के कारण, पहले के मुकाबले सरसों की मांग में 30-40 प्रतिशत की कमी आई है। सूत्रों ने कहा कि सामान्य कारोबार के बीच मूंगफली तेल तिलहन, बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।
उड़द तुवर के भावों की तेजी मन्दी पर विस्तृत रिपोर्ट , कोरोना तुवर में तेजी का रुख से इन दाल भाव पर पड़ने वाले असर पर जानकारी ।
राजस्थान में वीकेंड कर्फ्यू तुवर में तेजी का रुख होने के बावजूद राजस्थान के समस्त कृषि उपज मंडी आज शनिवार को खुली रहेगी कल सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए जिसमें बताया गया कि कृषि उपज मंडियों को भी आवश्यक सेवाओं की कैटेगरी में रखा गया है इसलिए मंडिया पूर्ण रूप से शुरू रहेगी किसानों से निवेदन है कि अपना माल समय पर मंडी लेकर आए ताकि किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े ।
*बर्मा उड़द के दाम चेन्नई और मुंबई में नरम, देसी में मिलाजुला रुख दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने एवं लगातार आयात बना रहने से शुक्रवार को चेन्नई और मुंबई में बर्मा उड़द की कीमतों में 50 से 125 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई बर्मा में उड़द एफएक्यू-एसक्यू तुवर में तेजी का रुख किस्मों में कारोबार क्रमश: 760 डॉलर और 880-890 डॉलर प्रति टन की दर से 30 अप्रैल से पहले की डिलीवरी के चेन्नई पहुंच सीएनएफ के आधार पर हुआ। आयात में अच्छी समानता देखी गई। चेन्नई में आयातित उड़द का तैयार स्टॉक लगभग 1000-1200 कंटेनरों का है 30 अप्रैल 2021 से पहले बर्मा से चेन्नई बंदरगाह पर लगभग 500-550 कंटेनर उड़द के पहुंचने की संभावना है केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 1.5 लाख टन उड़द के आयात की समय सीमा को 31 मार्च, 2021 से बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 तक कर दिया है दूसरी ओर, घरेलू बाजार में दाल मिलों की कमजोर मांग से जहां वेरावल, जयपुर और केकड़ी में उड़द की कीमतों में क्वालिटीनुसार 50 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई, वहीं स्थानीय मिलों की मांग में आई तेजी से जलगांव, खामगाँव और बरेली मंडियों में 50 से 100 तुवर में तेजी का रुख रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।*
*बाकी व्यापार अपने विवेक से करें*
*
*मसूर की कीमतों में तेजी दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से शुक्रवानर को कनाडा की मसूर के दाम मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलिया की मसूर के भाव मुंबई और कोलकाता में 25 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए इसी तरह से, दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में देसी मसूर के भाव बाजारों में क्वालिटीनुसार 100 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज बोले गए दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों में 100-200 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,500 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।*
*मसूर दाल में थोक साथ ही फुटकर में ग्राहकी अच्छी देखी गई तथा मसूर दाल की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 7,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए आयात पड़ते नहीं लगने के कारण मसूर का आयात संभव नहीं है। आयातित स्टॉक कम होने के कारण मिलर्स और बड़े खरीददार आगे घरेलू मसूर की खरीद ज्यादा करेंगे जिससे तेजी को बल मिल रहा है। आयातित मसूर का स्टॉक दिन प्रति दिन कम हो रहा है इसलिए देसी मसूर में मिलों की मांग बढ़ेगी कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी होने के कारण देश के कई राज्यों में फिर से लाकडॉन का खतरा बना हुआ है, जिससे मसूर की आवक प्रभावित होने का डर है।*
बाजार भाव : सोयाबीन तेल में गिरावट, सरसों तेल महंगा, अरहर की दाल 200 रुपये और मूंग दाल 100 रुपये घटी
मूंगफली तेल की मांग है जिससे इनके भाव तेजी के साथ बंद हुए, :
सस्ता होने के कारण सरसों, मूंगफली के तेल की मांग हो रही है, जिससे इनकी कीमतें तेजी से बंद हुई हैं, लेकिन जिस गति से परिष्कृत सरसों बनाई जा रही है और शेष आयातित महंगे तेलों में मिश्रित (मिश्रण) किया जा रहा है।
तेजी के रुख के बीच
विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच दिल्ली तिलहन बाजार की दिल्ली मंडी में मंगलवार को सरसों, मूंगफली तेल-तिलहन, सोयाबीन तिलहन के थोक भाव में तेजी देखी गई. वहीं, इंदौर की संयोगितागंज अनाज मंडी में मंगलवार को अरहर (तूर) के भाव में 100 रुपये और मूंग के भाव में 300 रुपये प्रति क्विंटल की कमी आई। तूर दाल 200 रुपये, मूंग दाल 100 रुपये और मूंग मोगर 100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिका।
इनकी कीमतें तेजी से बंद हुई हैं,:
बाजार सूत्रों ने बताया कि सस्ते होने के कारण सरसों, मूंगफली के तेल की मांग है, जिससे इनकी कीमतें तेजी से बंद हुई हैं, लेकिन जिस गति से सरसों के परिष्कृत होने और शेष आयातित महंगे तेलों में मिश्रित होने से आगे की संभावना है। सरसों का संकट गहराने और अगली फसल आने में करीब नौ माह की देरी को देखते हुए। बारिश के दिनों में सरकार को भारी संकट की स्थिति देखनी पड़ सकती है.
मंगलवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे दिल्ली मंडी में :
- सरसों तिलहन – तुवर में तेजी का रुख 7,340-7,390 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।
- मूंगफली – 6,685 – 6,820 रुपये प्रति क्विंटल।
- मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,900 रुपये प्रति क्विंटल।
- मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,655 – तुवर में तेजी का रुख 2,845 रुपये प्रति टिन।
- सरसों तेल दादरी- 14,750 रुपये प्रति क्विंटल।
- सरसों पक्की घानी- 2,320-2,400 रुपये प्रति टिन।
- सरसों कच्ची घानी- 2,360-2,470 रुपये प्रति टिन।
- तिल तेल मिल डिलिवरी – 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल।
- सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 16,200 रुपये प्रति क्विंटल।
- सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 15,600 रुपये प्रति क्विंटल।
- सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 14,600 रुपये प्रति क्विंटल।
- सीपीओ एक्स-कांडला- 14,400 रुपये प्रति क्विंटल।
- बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,700 रुपये प्रति क्विंटल।
- पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 15,900 रुपये प्रति क्विंटल।
- पामोलिन एक्स- कांडला- 14,750 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
- सोयाबीन दाना – 6,750-6,850 रुपये प्रति क्विंटल।
- सोयाबीन लूज 6,450- 6,550 रुपये प्रति क्विंटल।
- मक्का खल (सरिस्का) 4,000 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों और मूंगफली तिलहन में सुधार का कारण :
यह भी है कि किसान कम कीमतों पर बेचने को तैयार नहीं हैं और इसलिए मंडियों में कम माल ला रहे हैं। सरसों के रिफाइंड तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सोयाबीन तेल की कीमतों में गिरावट आई, जबकि सोयाबीन के डेड केक (डीओसी) की मांग तुवर में तेजी का रुख बढ़ने से सोयाबीन अनाज और ढीली (तिलहन) कीमतों में मामूली तेजी आई। सोयाबीन इंदौर तेल की कीमत पिछले स्तर पर बनी रही। बिनौला का ज्यादा कारोबार नहीं होता, क्योंकि बाजार में नई फसल की खपत लगभग हो जाती है। बिनौला तेल की कीमतों में गिरावट आई जबकि सीपीओ और पामोलिन की कीमतें अपरिवर्तित रहीं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 384