लेकिन यह इतना आसान नहीं है क्योंकि इसके अंदर एक तो आपको काफी हाई एंड प्रोग्राम लिखने होते हैं इसके अलावा आपको उस ब्रोकर के साथ काम करना होता है जिसके पास में nse की परमिशन है कि वह एल्गोरिदम ट्रेडिंग कर सकते हैं।

Algo trading kya hoti hai ?

एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ

एल्गोरिथम ट्रेडिंग भी जाना जाता है के रूप में स्वचालित विदेशी मुद्रा व्यापार, जो खरीदने या बेचने के मुद्रा जोड़ी पर एक विशिष्ट समय सीमा है. करने के लिए कि क्या यह निर्धारित करने के लिए मदद करता है एक कंप्यूटर प्रोग्राम पर आधारित व्यापार का एक विशेष तरीका है कंप्यूटर प्रोग्राम संकेतों का एक सेट द्वारा काम करता है की इस तरह से तकनीकी विश्लेषण बने। व्यापारी कार्यक्रम उनके व्यापार सॉफ्टवेयर निर्देश से क्या संकेत के लिए खोज करने के लिए और कैसे उन्हें व्याख्या करने के लिए.

उच्च ग्रेड प्लेटफार्मों पूरक प्लेटफॉर्म जो एल्गोरिथम ट्रेडिंग के अवसर देने में शामिल हैं। NetTradeX और MetaTrader 4 ऐसे उन्नत प्लेटफार्मों के माध्यम से जो व्यापारी प्रदर्शन एल्गोरिथम ट्रेडिंग कर सकते हैं कर रहे हैं.

इसके मुख्य कार्यों के अलावा

NetTradeX ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करता है NetTradeX सलाहकार द्वारा स्वचालित व्यापार। बाद एक द्वितीयक मंच है जो स्वचालित व्यापार करने के लिए योगदान देता है और में निर्मित NTL + (NetTradeX भाषा) द्वारा मुख्य मंच की कार्यक्षमता बढ़ाता है। इस द्वितीयक मंच भी खोलने और बंद पदों, आदेश दे और तकनीकी विश्लेषण उपकरण का उपयोग कर की तरह एक "मैन्युअल" मोड में, बुनियादी व्यापार कार्रवाई करने के लिए अनुमति देता है.

Explainer : क्‍या है अल्‍गो ट्रेडिंग और सेबी के किस नियम से ब्रोकर्स में मचा हड़कंप, क्‍या इस ट्रेडिंग से मिलता है तय रिटर्न?

सेबी ने अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर ब्रोकर्स के लिए नियम बना दिए हैं.

सेबी ने अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर ब्रोकर्स के लिए नियम बना दिए हैं.

सेबी ने हाल में ही अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर नियम बनाया है. देश में तेजी से बढ़ रही इस ट्रेडिंग को लेकर अभी तक कोई रेगुले . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 07, 2022, 15:15 IST
पिछले सप्‍ताह बाजार नियामक सेबी ने इसे लेकर कुछ नियम बना दिए हैं.
स्‍टॉक की खरीद-फरोख्‍त पूरी तरह कंप्‍यूटर के जरिये की जाती है.
इसमें जैसे ही आप बटन दबाते हैं, कंप्‍यूटर ट्रेडिंग शुरू कर देता है.

नई दिल्‍ली. अग्‍लो ट्रेडिंग जिसका पूरा नाम अल्गोरिदम ट्रेडिंग (Algorithm Trading) है, यह वैसे तो भारत में नया कॉन्‍सेप्‍ट है लेकिन इसका इस्‍तेमाल साल 2008 से ही होता रहा है.

अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर अभी तक ब्रोकर तय रिटर्न का दावा करते थे, लेकिन पिछले सप्‍ताह बाजार नियामक सेबी ने इसे लेकर कुछ नियम बना दिए हैं और इसके बाद से ट्रेडिंग की इस नई विधा पर बहस भी शुरू हो गई है. इस बहस को हवा तब मिली जब जिरोधा के फाउंडर निखिल कामत ने अल्‍गो ट्रेडिंग के तय रिटर्न वाले दावे पर सवाल उठाए. उन्‍होंने कहा, अभी तक इसे लेकर काफी भ्रम फैलाया जा चुका है.

Algorithm Trading क्या होता है!

यह एक ऐसी Trading करने का तरीका हैं, जिसमें एक नियम या नियमों का समूह होता है जो कि एक Computer Program में रहता है और कंप्यूटर उस Mathematical Functions के आधार पर किसी शेयर को खरीदते है या बेचता है इसमें आपको Trading Terminal के सामने बैठने की जरूरत नहीं रहती कंप्यूटर अपने से ही सारे काम कर लेता है बस आपको इसे किस शेयर में और कितने कैपिटल में करना है यह बस आपको बताना रहता है !

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आज कल जो Trading होता है, उसमे 70-80% Trading Algorithm के द्वारा होता है, जो बड़े बड़े Investor Form, Hedge Fund इसी के मदद से ट्रेडिंग करते है ! आप भी इसके मदद से Trading कर सकते हो !

Algo trading नुकसान क्या क्या है | Disadvantages of algorithmic trading.

इसके नुकसान क्या क्या है इसके नुकसान यह है कि इसमें कोई मार्केट को ऊपर की तरफ जा रही हो या नीचे की तरफ जा रहे हो तभी आपको ज्यादा पैसा कमा कर दे सकता है वरना साइड भेज मार्केट मैं हमेशा दिक्कत आएगी

जब मार्केट साइड वेज में होती है एक रेंज में बनी होती है तब उसके बार-बार स्टॉप लोस्स हिट होते हैं आपने अगर एक ऐसा फार्मूला लिखा हुआ है कि इस के नीचे बाय कर लीजिए उसके ऊपर सेल कर दीजिए तो वह उस रेंज में बार-बार ऊपर नीचे जाएगा और बार-बार आपके स्टॉपलॉस हिट होंगे एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग साइड वेज मार्केट में बिल्कुल यूज़ लेस है और इसका कोई भी इस्तेमाल नहीं है

इसीलिए जो लोग एल्गो ट्रेडिंग करते हैं वह जब जाकर नेट में देखते हैं तो उनको भी बहुत ज्यादा प्रॉफिट नहीं आया होता क्योंकि ट्रेड के अंदर जो प्रॉफिट आता है उस साइड वेज मार्केट में सारा चला जाता है और आप उसको यह भी नहीं कह सकते क्या साइड वेज मार्केट में ट्रैड मत कीजिए क्योंकि वह कोई इंसान नहीं है

Algorithmic trading : क्या आप जानते हैं कि एल्गो ट्रेडिंग क्या है?

Algo trading क्या है? – आप यदि share market के बारे में सीखना चाहते हैं या trading करना चाहते हैं तो आपको इसके हर पहलु से अवगत होना चाहिए. मैंने अपने अध्ययन में जो बातें सीखी है उससे स्पष्ट है कि trading करना कोई बच्चों का खेल नहीं है, इसके लिए कुछ गुणों का आपके अन्दर होना जरुरी है जैसे – ( Algorithmic trading)

ट्रेडिंग करने के लिए एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है आपमें धैर्य होना चाहिए, लालच नहीं करना चाहिए, सही जानकारी का होना, ट्रेडिंग की तकनिकी बारीकियां आना, बाज़ार की जानकारियों से नियमित update रहना, व्यापक दृष्टिकोण अपनाना, एकाग्रता, नयी चीजों को सीखने की जिज्ञाषा, आदि गुण आपमें होना चाहिए.

कई बार ऐसा देखा गया है की कुछ लोग भय और लालच जैसी भावना से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं तो मैं उनके लिए कहना चाहूँगा कि trading एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है उनके लिए सही विकल्प नहीं है.

Algorithm trading क्या है?

Algorithm trading जिसे Algo trading भी कहा जाता है जो मूल रूप से system पर आधारित trading है. यह व्यापार की एक ऐसी प्रणाली है जो उन्नत गणितीय उपकरणों (advanced mathematical tools) का उपयोग करके वित्तीय बाजारों में लेनदेन के निर्णय लेने की सुविधा देती है.

वास्तव में यहाँ पर आपकी ओर से मशीनें shares खरीदने – बेंचने का कार्य करती है. यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें system में फार्मूले फिट कर दिए जाते हैं और इसी के आधार पर मशीनें लेन-देन का काम करती है. इसमें computer programming का इस्तेमाल किया जाता है.

इसतरह की प्रणाली में जो मुख्यतः बड़े देशों में ज्यादा उपयोग में लाया जाता है, मानव व्यापारी का हस्तक्षेप कम से कम होता है. यह तकनीक इतना उन्नत होता है जिसके कारण निर्णय लेने की प्रक्रिया बहुत तेज होती है.

Algorithm trading की विशेषता

  • इसमें ख़ास तरह का software का इस्तेमाल trading के लिए किया जाता है
  • इसतरह के ट्रेडिंग में इंसानों की हस्तक्षेप को न्यूनतम रखा गया है
  • इसके अन्य नाम ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग और एल्गो ट्रेडिंग भी है
  • यहाँ trading पूरी तरह से electronic प्लेटफार्म पर होता है
  • इसे आप system पर आधारित trading कह सकते हैं
  • यह तेज़ गति और सटीकता के साथ काम करता है
  • यह trading भी परम्परागत एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है व्यापारिक रणनीतियों से अलग नहीं है
  • इसमें computer software को प्रोग्राम और algorithm के साथ load किया जाता है

प्रारंभ में Securities & Exchange Board of India (SEBI) ने संस्थागत ग्राहकों को डायरेक्ट मार्केट एक्सेस की सुविधा प्रदान कर एल्गो ट्रेडिंग की शुरुआत किया. भारत में इसकी शुरुआत वर्ष 2008 में हुई. बहुत सारे लोगों के मन में एक सवाल रहता है कि क्या एल्गो ट्रेडिंग भारत में वैधानिक है?

अंतिम बात

यह मुख्य रूप से पैसा कमाने के लिए तैयार किया गया रणनीति है. एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेर से ट्रेडिंग करने का फ़ायदा यह हैं कि आप एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है share market की बारीकियां जाने बगैर भी trading कर सकते हैं. इसमें त्रुटियाँ होने की संभावना कम होती है.

यह उनलोगों के लिए फायदेमंद है जो ट्रेडिंग तो करना चाहते हैं किन्तु उनके पास समय का आभाव है. अभी के दौर में आप advanced एल्गो टूल्स का इस्तेमाल करके ऑटोमेटेड ट्रेडिंग निर्णय लेने की सुविधा एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है प्राप्त कर सकते हैं.

तो दोस्तों, आपको यह लेख “ Algo trading क्या है?” कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर सूचित करें, और यदि पोस्ट पसंद आयी हो तो इस पोस्ट को like और share करना न भूलें.

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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