बिटकॉइन क्या है?
What is Bitcoin in Hindi – बिटकॉइन क्या है और इसे कैसे कमाए? पूरी जानकारी..
Bitcoin एक virtual currency है जैसे कि हर country की अपनी एक currency होती है:- rupees, dollar etc. आप जिस देश मे जाओगे आपको वहाँ उस देश की एक अलग currency मिलेगी। उसी तरह bitcoin भी internet पर एक currency जिसे हम न तो देख सकते है और न ही छू सकते है।
इसको digital wallet मे रखा जाता है इस currency को आप बाद मे अपने country की currency मे बदल सकते है।
Bitcoin की शुरुआत कब हुई थी?
इसका आविष्कार सन 2009 मे satoshi nakamoto ने किया था तब से इस currency की popularity बढ़ती जा रही है। जब 2009 मे यह currency बनाई गई थी तब एक bitcoin की कीमत 36 पैसे के बराबर थी और आज यह दुनिया की सबसे महंगी currency है।
Bitcoin का इस्तेमाल कहाँ किया जाता है?
बिटकॉइन का इस्तेमाल हम online transaction करने के लिए करते है। bitcoin के माध्यम से हम एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को सीधा transaction कर सकते है।
जिस प्रकार दूसरी currencies के transaction के लिए हमें bank account या cards की जरूरत होती है but इसके लिए हमे किसी bank account या cards की जरूरत नहीं पड़ती है। इसी कारण इसमे हम easily और तेज transaction कर सकते है।
Bitcoin की value कितनी है?
वर्तमान (2020) मे bitcoin की value 8,31,692.01 Indian Rupee के बराबर है इसकी यह वैल्यू बदलती रहती है और 11,399.10 United States Dollar के बराबर है।
Bitcoin का use कहाँ कहाँ होता है?
1:- bitcoin का use पूरी दुनिया मे कही भी पैसे send करने के लिए या receive करने के लिए कर सकते है।
2:- bitcoin को खरीदा या बेचा भी जा सकता है जिसमे हम इसके rate high होने पर अच्छा मुनाफा भी कमा सकते है।
3:- bitcoin का use आप shopping करने के लिए भी कर सकते है।
बिटकाॅइन से नहीं है किसी भी मुद्रा को नुकसान (Bitcoin is Not Harmful For Any Currency)
जब से बिटकॉइन बना है तब से यह मुद्दा भी सामने आने लगा है कि क्या बिटकॉइन किसी देश की स्थानीय मुद्रा की जगह ले सकता है? क्या आने वाले समय में बिटकॉइन इतना मजबूत हो जाएगा की सभी देशों की मुद्रा को खत्म कर देगा?
इस विषय को गहराई से समझने की जरुरत है क्योंकि जैसे जैसे बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो के साथ क्रिप्टो क्षेत्र आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे इसके बारे में गलत जानकारी भी भ्रम पैदा कर रही हैं। पिछले कुछ समय में कई देशों ने अलग अलग तरीके से अपने देश में बिटकॉइन को मान्यता दी है। किसी देश में आप बिटकॉइन से टैक्स दे सकते हैं, कई देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो से खरीदारी कर सकते हैं। केवल एक देश ऐसा है जिसने बिटकॉइन बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? को अपनी अधिकारिक मुद्रा होने का दर्जा दिया है और इसका नाम है एल सल्वाडोर। कुछ देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध है और कुछ जगहों की सरकार इस विषय पर अभी विचार कर रही है।
बिटकॉइन और मुद्रा में फर्क
इस विषय में सबसे पहले समझने वाली बात है कि ‘बिटकॉइन और मुद्रा में’ क्या फर्क है? बिटकॉइन एक विकेन्द्रीयकृत तकनीक पर आधारित है और इसका नियंत्रण किसी एक व्यक्ति या समुदाय के हाथ में नहीं है! बिटकॉइन की कार्य प्रणाली पहले से ही निर्धारित कोडिंग पर चलती है और इसे बदला नहीं जा सकता और न ही इस से छेड़छाड़ की जा सकती है। बिटकॉइन की मात्रा को बढ़ाया या घटाया नहीं जा सकता।
इसके विपरीत हर देश की मुद्रा पर वहां की सरकार का नियंत्रण होता है और मुद्रा से सम्बंधित सभी निर्णय उस देश की सरकार लेती है। स्थानीय मुद्रा का नियंत्रण सरकार के हाथ में होने के कारण वह इसके विषय में बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? समय समय पर कानून बनाती रहती है और जरुरत पड़ने पर मुद्रा की मात्रा को बढ़ाया जाता है।सरकार चाहे तो कभी भी अपने देश की मुद्रा को बंद कर सकती है। अगर आपके पास बिटकॉइन है तो आप 100% उसके मालिक हैं लेकिन मुद्रा पर सरकार का नियंत्रण होने के कारण हम मुद्रा का इस्तेमाल तो कर सकते हैं लेकिन हम उसके मालिक नहीं बन सकते।
मुद्रा और बिटकॉइन के इस्तेमाल में फर्क
बिटकॉइन पूरी तरह से इंटरनेट पर आधारित है और इसके इस्तेमाल के लिए इंटरनेट और स्मार्ट फ़ोन या कंप्यूटर का होना अनिवार्य है। इन दो सुविधाओं के बिना बिटकॉइन का लेनदेन संभव नहीं है। अगर हम मुद्रा की बात करें तो यहाँ पर कई तरीके हैं लेनदेन को मुद्रा से पूरा करने के। अगर इंटरनेट और फ़ोन है तो एप्लीकेशन के द्वारा इसका लेनदेन किया जा सकता है लेकिन अगर यह सुविधाएं नहीं है तब भी कैश लेनदेन किया जा सकता है। कैश लेनदेन की एक समस्या है कि इस से सीमित मात्रा में ही लेनदेन किया जा सकता है और इसका दायरा सीमित है यानि जहां आप हैं वहीं लेनदेन कर सकते हैं किसी और जगह नहीं। बिटकॉइन से असीमित लेनदेन किया जा सकता है और कही भी लेनदेन कि कीमत को चुकाया जा सकता है। इसके इलावा बैंक भी चेक द्वारा लेनदेन को पूरा करने कि सुविधा देते हैं। बिटकॉइन कि बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? कीमत स्थिर नहीं है इस लिए बिटकॉइन से खरीदारी करने और बेचने वाले को फायदा और नुकसान दोनों कि सम्भावनाएं है लेकिन मुद्रा कि कीमत स्थिर है इस लिए मुद्रा के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं है।
बिटकॉइन का विकास क्यों और किसने किया ?(Who Invented the bitcoin in Hindi)
- इसका विकास अक्टूबर 2008 में, सब-प्राइम के दौरान, यूएस में सातोशी नकामोतो नामक एक सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया था। और 2009 में यह सबसे के सामने आयी |
- बिटकॉइन का विकास कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित किया गया है।
- जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीद होती है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा इसको पारम्परिक मुद्राओं में भी बदला जाता है।
- बिटकॉइन की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं, लेकिन उसका कोई औपचारिक रूप नहीं है।
बिटकॉइन को कैसे इस्तेमाल किया जाता है ? (How to use bitcoin in Hindi)
- कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी मध्यस्था के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। वहीं इस डिजिटल करंसी को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है। बिटकॉइन को क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है।
- इसके अलावा यह सुरक्षित और तेज है जिससे लोग बिटकॉइन स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
- किसी अन्य क्रेडिट कार्ड की तरह इसमें कोई क्रेडिट लिमिट नहीं होती है न ही कोई नगदी लेकर घूमने की समस्या है।
- वर्तमान में लोग कम कीमत पर बिटकॉइन खरीद कर ऊंचे दामों पर बेच कर कारोबार कर रहे हैं।
- आम डेबिट /क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने में लगभग दो से तीन प्रतिशत लेनदेन बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? शुल्क लगता है, लेकिन बिटकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होता है। इसके लेनदेन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, इस वजह से भी यह लोकप्रिय होता जा रहा है।
- खरीदार की पहचान का खुलासा किए बिना पूरे बिटकॉइन नेटवर्क के प्रत्येक लेन देन के बारे में पता किया जा सकता है। यह एकदम सुरक्षित और सुपर फास्ट है और यह दुनिया में कहीं भी कारगर है और इसकी कोई सीमा भी नहीं है।
बिटकॉइन के नुकसान (Loss of bitcoin)-
- जिस तरह से बिटकॉइन का इस्तेमाल कारोबार के लिए बिजनेसमैन कर रहे हैं। इसका दुरुपयोग भी उतना ही बढ़ता जा रहा है। क्योंकि, इसके जरिए होने वाले लेन-देन में गड़बड़ी की जिम्मेदारी किसी की नहीं होती है।
- बिटकॉइन का दुरुपयोग ड्रग्स की खरीद-बिक्री, हवाला, आतंकी गतिविधियों को वित्तीय मदद, टैक्स की चोरी आदि किया जा रहा है |
- बिटकॉइन की माइनिंग में उपयोग होने वाली बिजली के कारण भी इसकी आलोचना की गयी है। एक बिटकॉइन के संचालन सौदे में अनुमानित 300 kwh बिजली लगती है जो 36000 केतलियों में पानी गर्म करने में लगनी वाली उर्जा के बराबर है |
- बिटकॉइन के लेन देन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग किया जाता है। कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खता बनाकर इसके ज़रिये बिटकॉइन का लेन देन कर सकता है।
- बिटकॉइन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है। एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं। यानी 0.00000001 BTC को एक सातोशी कहा जाता है।
Bitcoin : क्या आप जानते है बिटकॉइन क्या हैं? अगर नई तो, यहाँ जाने
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सारी दुनिया क्यों घूम रही है? बिटकॉइन में निवेश करने के लिए, क्या बिटकॉइन को हैक नहीं किया जा सकता? सारी शंकाएं ( doubts ) दूर हो जाएंगी। तो दोस्तों, मैं आप सभी का इस पोस्ट में स्वागत करता हूं और आइए जानें। बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन से जुड़े कुछ सवालों ( the questions ) के बारे में जो आपके मन में हो सकते हैं।
1. बिटकॉइन दर क्या है?
Bitcoin के 10 साल: 15 पैसे का निवेश बन गया 4.68 लाख रुपये, ऐसे बढ़ता गया रिटर्न
जनवरी 2009 में जब नाकामोटो ने पहली बार इसकी माइनिंग की थी, तब 1 बिटकॉइन की कीमत 0.003 डॉलर थी, जो उस समय लगभग 15 पैसे के बराबर थी. लेकिन आज यह कीमत 6366 प्रति डॉलर पहुंच चुकी है, जो 468251.13 रुपये के बराबर है. (Reuters)
पूरी दुनिया में चर्चित हो चुकी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के 10 साल पूरे हो चुके हैं. 31 अक्टूबर 2008 के दिन इसके खोजकर्ता ने मेट्जडोड क्रिप्टोग्राफी मेलिंग लिस्ट में पहली बार बिटकॉइन व्हाइटपेपर सबमिट किया था. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनवरी 2009 में जब उन्होंने पहली बार इसकी माइनिंग की थी, तब 1 बिटकॉइन की कीमत 0.003 डॉलर थी, जो उस समय लगभग 15 पैसे के बराबर थी. लेकिन आज यह कीमत 6366 डॉलर पहुंच चुकी है, जो 468251.13 रुपये के बराबर है. यानी अपनी शुरुआत से अब तक बिटकॉइन ने रुपये के मोर्चे पर 3,12,167,233 फीसदी और डॉलर के लिहाज से 2,12,199,900 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है.
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