शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों आता है?
किसी कंपनी के कामकाज, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, नतीजे बेहतर रहने, मुनाफा बढ़ने/घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है. चूंकि लिस्टेड कंपनी रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है.

Stock Market: शेयर बाजार क्या है?

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BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं. शेयर बाजार (Stock Market) में हालांकि बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है.

स्टॉक बाजार स्टॉक एक्सचेंज क्या है? या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.

शेयर खरीदने का मतलब क्या है?
मान लीजिये कि NSE में सूचीबद्ध किसी कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं. आप उस कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिकाना हक हो गया. आप अपने हिस्से के शेयर किसी अन्य खरीदार को जब भी चाहें बेच सकते हैं.

Stock Exchange क्या होता है

किसी भी अन्य बाजार की तरह, स्टॉक एक्सचेंज एक बाजार है। जहां खरीदार और विक्रेता स्टॉक या शेयर खरीदने और बेचने के लिए उपलब्ध होते हैं। Stock Exchange शेयर्स को बेचने और खरीदने की व्यवस्था उपलब्ध करवाता है। साथ ही सभी गतिविधियों को नियंत्रित भी करता है।

यह वह जगह है जहा अलग अलग companies के शेयर्स लिस्टेड होते है। Buyers और Sellers सिर्फ किसी स्टॉक एक्सचेंज में listed companies के शेयर्स को खरीद और बेच सकते है। Traders शेयर्स को trade करते है और Investors शेयर्स को लम्बे समय के लिए खरीदते है।

Shares को Online ही खरीदा और बेचा जाता है, जिसे online Trading या Online Stock Trading कहते है। Stock Exchange पर ट्रेडिंग करने से पहले एक अच्छा broker चुनना बहुत जरुरी है, जो कम charges में अच्छी सुविधाएँ प्रदान करे।

Stock Exchange पर क्या खरीदा और बेचा जाता है

भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज

India में प्रमुख तौर पर NSE और BSE स्टॉक एक्सचेंज है, कई Stock Exchanges बंद भी हो चुके है। चलिए फ़िलहाल के लिए इन दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचैंजेस के बारे में थोड़ा जानते है।

NSE – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

NSE या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज स्टॉक एक्सचेंज क्या है? की स्थापना 1992 में हुई थी, यह भारत के सबसे प्रचलित Stock Exchanges में से स्टॉक एक्सचेंज क्या है? एक है। यह मुंबई में स्थित है। NSE भारत का प्रथम dematerialized इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज था। वर्तमान में NSE पर 2002 कम्पनीज लिस्टेड है, इसकी मार्केट कैप 3.4 Trillion डॉलर की है। NSE पर Equity, Derivatives, Debt आदि को Trade किया जा सकता है।

LocationMumbai
No. Of Listed Companies2002
Websitenseindia.com

Stock Exchange के कार्य

स्टॉक एक्सचेंज के बारे में तो आप समझ ही गए होंगे की Stock Exchange क्या होता है, आपको भारत के स्टॉक ऐक्सचैंजेस के बारे में थोड़ी बहुत जानकरी हो ही गयी होगी। चलिए अब देखते है की स्टॉक एक्सचेंज के क्या कार्य है और इसकी जरुरत क्यों है।

  • विभिन्न Securities(debt, equity, derivative, and hybrid) को खरीदने और बेचने के लिए एक माध्यम प्रदान करता है।
  • Share Market में हो रहे लेन-देन पर निगरानी रखता है।
  • नये Buyers और Sellers को Stock Market से जोड़ता है, जिससे मार्केट में Liquidity बनी रहे।
  • शेयर मार्केट में हो रही गैरक़ानूनी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाता है।

Stock Exchange कैसे काम करता है

अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए स्टॉक एक्सचेंज कई नियम और systems बनाता है। इन नियमों का पालन करके ही स्टॉक मार्केट बिना रुके अपना काम कर सकता है।

1.Stock Exchange के कार्य करने का समय

स्टॉक एक्सचेंज पर Trading या Shares को खरीदना और बेचना एक fixed समय में ही किया जा सकता है। यह समय सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है।

भारतीय स्टॉक एक्सचेंज 9:15 AM से 3:15 PM के बिच कार्य करता है। प्रत्येक सप्ताह में शनिवार और रविवार को स्टॉक मार्केट बंद रहता है।

2. लेन-देन का Settlement

Day Trading या Intra-day Trading को छोड़कर, Shares के लेन-देन का settlement T+2 समय के आधार पर किया जाता है। T का अर्थ है जिस दिन शेयर्स को खरीदा या बेचा गया है तथा T+2 का अर्थ है की शेयर्स खरीदने और बेचने के 2 दिन बाद settlement क्या जाता है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है? इतिहास, उद्देश्य और कार्य

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है? इतिहास, उद्देश्य और कार्य

दोस्तों, क्या आप जानते है शेयर मार्किट में एनएसई (NSE) क्या है? इसकी आवश्यकता क्यों पड़ा? इसके क्या फायदे है? यह कैसे काम करता है? आईये आज हम इसके विस्तार से जानते है। एनएसई (NSE) भारत का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार है और दुनिया के टॉप 10 शेयर बाजार में से एक है। इसकी स्थापना 1992 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय शेयर बाजार में पारदर्शिता लाना है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)

एनएसई (NSE) का पूरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड है यह भारत का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार है और दुनिया के टॉप 10 शेयर बाजार में से एक है। इसकी स्थापना 1992 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय शेयर बाजार में सरल और पारदर्शी बनाना है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग शेयर बाजार में निवेश कर सके। सन 1994 में एनएसई (NSE) ने पहली बार भारतीय शेयर बाजार में इलेट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुवात किया।

1992 के प्रसिद्ध घोटाले के बाद, जिसमें एक प्रसिद्ध निवेशक ने भारतीय शेयर बाजार में हेरफेर किया गया था। तब वित्त मंत्रालय ने भारत सरकार तहत, निवेशकों तक शेयर बाजार को स्टॉक एक्सचेंज क्या है? आसानी से पहुंचने के उद्देश्य से एनएसई की स्थापना का निर्णय लिया गया था। इसकी संस्था की स्थापना की सिफारिस M.J. शेरवानी समिति ने भी किया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से एक विकसित स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना सन 1992 में 25 करोड़ पूँजी के साथ मुंबई में किया गया। एनएसई का प्रमुख सूचकांक, निफ्टी 50 है, इसके अंतर्गत 50 कम्पनियाँ रजिस्टर्ड है। सूचकांक में सम्मिलित कंपनियों का समय-समय का आकलन किया जाता है और पुरानी कंपनियों के स्थान पर वे नयी सर्वोत्तम कम्पनीयों को शामिल किया जाता है | इसका उपयोग निवेशकों द्वारा बड़े पैमाने पर भारत और दुनिया भर में भारतीय पूंजी बाजार के बैरोमीटर स्टॉक एक्सचेंज क्या है? के रूप में किया जाता है। एनएसई (NSE) द्वारा 1996 में NIFTY 50 इंडेक्स आरम्भ किया गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का उद्देश्य

एनएसई (NSE) के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है।

  1. सभी निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने तथा शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करना |
  2. सभी निवेशक सामान रूप से प्रतिभूति को खरीद और बेच सके।
  3. शेयर बाजार को निष्पक्ष, पारदर्शी और दक्ष बनाना।
  4. ख़रीदे और बेचे गए शेयर को अल्प समय में हस्तानांतरित करना।
  5. प्रतिभूति बाजार को अंतरास्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप स्थापित करना।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कार्य

दोस्तों ,अब हम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के कार्य प्रणाली के बारें में विस्तार से जानेंगे।

अगर कोई निवेशक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम स्टॉक एक्सचेंज क्या है? से शेयर बाज़ार में निवेश करना चाहता है तो सबसे पहले उसको मार्किट आर्डर के द्वारा आर्डर देना होता है , और कंप्यूटर ट्रेडिंग जो एक स्वचालित प्रक्रिया है के माध्यम से आपके आर्डर का मिलान किया जाता है। जब कोई निवेशक मार्किट आर्डर देता है तो उसे एक नंबर दिया जाता है जिसको यूनिट नंबर कहा है। कंप्यूटर ट्रेडिंग में खरीदने और बेचने व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है। खरीदने वाले स्टॉक एक्सचेंज क्या है? व्यक्ति को बेचने वाले व्यक्ति को कोई जानकारी नहीं रहता है और बेचने वाले व्यक्ति को खरीदने वाले व्यक्ति की कोई जानकारी नहीं रहता है।

जब आपका आर्डर को कोई मिलान नहीं मिलता है तो आर्डर के क्रम को मिलाने के लिए आर्डर सूची से जोड़ा जाता है, और यह प्राइस टाइम (Price time) के प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित किया जाता है। सर्वोत्तम मूल्य के आर्डर को पहले प्राथमिकता दिया जाता है और एकसमान मूल्य वाले आर्डर को पहले आर्डर के आधार पर प्राथमिकता दिया जाता है।

'बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज'

शेयर बाजार में सोमवार की सुबह तेज गिरावट देखी गई. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 443 और निफ्टी का निफ्टी 50 करीब 132 अंक नीचे गिर गए.

ट्रेडिंग इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, इक्विटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस और सिक्योरिटी लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB) जैसे विभिन्न सेगमेंट्स में समान अवधि में होगी

Sensex, Nifty Today : निफ्टी 17,700 के स्तर पर वापस आने में कामयाब रहा है. वहीं गैस और ऑयल स्टॉक में तेजी आने से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के इंडेक्स सेंसेक्स में भी अच्छी तेजी दर्ज हुई है. आज ग्लोबल बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के चलते घरेलू बाजार की अच्छी शुरुआत हुई.

ओपनिंग में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के इंडेक्स में तेजी दर्ज हुई, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स भी हरे निशान में ही खुला. रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे बड़े शेयरों में बढ़त के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 100 अंक से अधिक चढ़ा.

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