Post Office Term Deposit Scheme: एक लाख जमा करें, पांच साल बाद 139407 रुपये पाएं, जानिए पूरा प्रोसेस

डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है

हैलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपको करंट अकाउंट के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, जैसे की Current account क्या होता है, Current account kaise khole, इसे क्यों और कब खोला जाता है, थता करंट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको किन documents की आवश्यकता पड़ती है।

जब भी आप कोई व्यापार (Business) शुरू करने जाते हैं, जिसमे लेन-देन (transections) काफी अधिक होंती हैं, तो उसे शुरू करते समय आपको जिन चीजों की आवश्यकता पड़ती है, उनमे Current account आपकी एक सबसे महत्वपूर्ण जरुरत है। जिस प्रकार आप अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं, डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है उसमे पैसे जमा करते हैं, या निकालते हैं, उसी प्रकार बिज़नेस में होने वाले पैसे के लेन-देन के लिए Current account यानि चालू खाते की जरुरत होती है।

यदि आपके मन में सवाल उठ रहा है, की आख़िर बिज़नेस के लिए चालू खाते की ही आवश्यकता क्यों होती है, आप सेविंग अकाउंट से भी तो लेन-देन कर सकते हैं, तो आपको बता दें की, जी हाँ आप पर्सनल अकाउंट से भी बिज़नेस ट्रांसेक्शन्स कर सकते हैं, लेकिन उसकी बहुत थोड़ा ट्रांसेक्शन लिमिट होती हैं, उस लिमिट के ख़तम होने के बाद बैंक आपसे ट्रांसेक्शन चार्ज लेने लगता है, और साथ ही आपको दूसरी कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है।

क्योंकि सेविंग अकाउंट में पर्सनल और बिज़नेस दोनों से जुड़ी ट्रांसेक्शन मिक्स हो जाती हैं, जिससे tax assessment के समय या पेमेंट मैच के समय दिक्कतें उतपन्न होती हैं, book keeping में उलझन होती है, बिज़नेस के खर्चों का पता लगाना सरदर्दी का काम हो जाता है, और जैसे-जैसे बिज़नेस का आकार बड़ा होता जाता है, मुसीबतें बढ़ती चली जाती हैं। इसी लिए Current account बिज़नेस शुरू करने की एक सबसे पहली जरुरत होती है, जिसमे सिर्फ बिज़नेस से जुड़ी ट्रांसेक्शन्स ही की जाती हैं।

अब आप यह तो जान ही गए होंगे की Current account बिज़नेस के लिए कितना आवश्यक है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं, और करंट अकाउंट के बारे में और अधिक गहराई से जानते हैं।

Current account क्या है। What is current account in Hindi

बैंक अपने ग्राहकों की आवश्यकता अनुसार उन्हें विभिन्न प्रकार के अकाउंट खुलवाने की सुविधा प्रदान करता है, उनमे से एक अकाउंट Current account भी है।

करंट अकाउंट को बिज़नेस अकाउंट भी कहा जाता है, इसे तब खुलवाया जाता है, जब आप कोई बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं, या कर रहे हैं, जहाँ पर आपकी नियमित बैंक ट्रांसेक्शन्स होती हैं। य ह बैंक अकाउंट कंपनियों, फर्मों, थता व्यवसायियों के बीच काफी लोकप्रिय है, क्योंकि व्यापार में पैसे के लेन-देन के लिए Current account का ही उपयोग किया जाता है, जहाँ पर व्यापारी का बैंक के साथ नियमित लेन-देन चलता रहता है, यानि बैंक में उनकी regular transections होती हैं। करंट अकाउंट को Demand deposit account भी कहा जाता है।

करंट अकाउंट को किसी भी कमर्शियल बैंक में खुलवाया जा सकता है, लेकिन इसे खुलवाने के लिए कम से कम 5000 से 25000 bank deposit करना पड़ता है, जो की हर एक बैंक का अलग नियम है। आम तोर पर जहाँ सरकारी बैंकों में कम से कम 5000 रुपया जमा कर आपका करंट अकाउंट खोल दिया जाता है, वहीँ कई बड़े कमर्शियल बैंकों में करंट अकाउंट खुलवाने के लिए 20 से 25000 तक की राशि जमा करनी पड़ती है। हालाँकि यह पैसा आपके करंट अकाउंट में ही जमा रहता है, जिसे आपको maintain करके रखना होता है।

जैसे की हमने ऊपर भी बताया है, की करंट अकाउंट में ट्रांसेक्शन्स की कोई लिमिट नहीं होती है, यानि आप कितनी भी ट्रांसेक्शन्स कर सकते हैं, इसी कारण करंट अकाउंट में Account holder को उसके जमा पैसे पर कोई भी Interest नहीं मिलता है, भले ही अकाउंट में कितने भी पैसे क्यों ना जमा हों। करंट अकाउंट में पैसे का लेन-देन आम तोर पर Cheque या Net banking द्वारा किया जाता है, वहीँ आप इसमें Cash भी निकाल व जमा कर सकते हैं।

Current account kaise khole | करंट अकाउंट कैसे खोलें

य दि आप भी अपने बिज़नेस के लिए करंट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो इसे आप आसानी से खुलवा सकते हैं। करंट अकाउंट की सुविधा देश के लगभग हर एक बड़े बैंक में उपलब्ध है। करंट अकाउंट खुलवाने के लिए बस आपको अपने बैंक में जाना है, और account opening का फॉर्म लेकर भर देना है, जिसमे account type के स्थान पर Current account को चुनना है, साथ ही फॉर्म में मांगी गई दूसरी सभी जानकारियों को भी साफ-साफ भर देना है।

लेकिन ध्यान रहे की करंट अकाउंट बिज़नेस के नाम पर खुलता है, तो आपको अपने थता अपने बिज़नेस से जुड़े डाक्यूमेंट्स भी बैंक में लेकर जाने हैं। यदि किसी कारण फ़िलहाल आप बैंक में नहीं जाना चाहते हैं, तो Current account के लिए online भी apply किया जा सकता है, यह सुविधा लगभग सभी बड़े बैंको में उपलब्ध है, ध्यान रहे की सिर्फ apply कर सकते हैं, अकाउंट खुलवाने के लिए डाक्यूमेंट्स के साथ आपको बैंक में जाना ही पड़ेगा।

करंट अकाउंट खुलवाने के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स।

करंट अकाउंट खुलवाने के लिए मुख्य रूप से दो तरह से डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है, पहला आपके KYC से जुड़े डाक्यूमेंट्स थता दूसरा बिज़नेस प्रमाण से जुड़े डाक्यूमेंट्स, तो चलिए जानते हैं, ये सभी डाक्यूमेंट्स कौन से हैं।

  • आपका Identity proof जैसे Pan card, Aadhar card, Voter id, Passport, Driving license इत्यादि।
  • आपका Address proof जैसे Aadhar card, Valid passport, electricity bill इत्यादि।
  • आपकी 2 पासपोर्ट साइज कलर फोटोग्राफ।
  • अकाउंट खोलने के लिए डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है आपका एक चेक।
  • बिज़नेस की मुहर।
  • बिजनेस के डॉक्यूमेंट जैसे GST रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट या MSME रजिस्ट्रेशन।
  • Business का एड्रेस प्रूफ जैसे रेंट एग्रीमेंट इत्यादि।
  • यदि अकाउंट पार्टनरशिप में खुलवाना है, तो partnership deed की कॉपी।

करंट अकाउंट खुलवाने के लिए ऊपर बताए गए यह डाक्यूमेंट्स लगभग सभी बैंकों में मांगे जाते हैं, तो बैंक में जाने से पहले इन डाक्यूमेंट्स को जरूर तैयार कर लें, ताकि आपका अकाउंट खुलने में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो ।

अंतिम शब्द

दोस्तों आपने जाना Current account क्या होता है, Current account kaise khole थता अकाउंट खोलने के लिए वो सभी जरुरी डाक्यूमेंट्स जिनकी आपको आवश्यकता होगी। कोशिश करें की करंट अकाउंट हमेशा बिज़नेस या अपने आस-पास ही खुलवाएं ताकि अकाउंट संबंधी कार्यों के लिए आपको दूर ना जाना पड़े।

सेबी ने डीमैट खातों से शेयर जारी करने के नियमों में किया बदलाव, हो गया ये फायदा

सेबी के सर्कुलर में कहा गया है कि पात्रता को अंतिम रूप दिए जाने के बाद डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है शेयरधारकों के डीमैट खातों (Demat Accounts) से सिर्फ स्वीकृत संख्या में ही शेयर हटाए जाएंगे और अस्वीकृत शेयरों के लिए अधिकार मार्क को हटा दिया जाएगा.

सेबी ने डीमैट खातों से शेयर जारी करने के नियमों में किया बदलाव, हो गया ये फायदा

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने ओपन ऑफर, बायबैक ऑफर और सिक्योरिटिज को शेयर बाजारों से हटाने की निविदा पेशकश में भाग लेने वाले शेयरधारकों के डीमैट खातों (Demat Accounts) में उनके शेयरों पर अधिकार मार्क लगाने का फैसला किया है. सेबी के सर्कुलर में कहा गया है कि पात्रता को अंतिम रूप दिए जाने के बाद शेयरधारकों के डीमैट खातों (Demat Accounts) से सिर्फ स्वीकृत संख्या में ही शेयर हटाए जाएंगे और अस्वीकृत शेयरों के लिए उल्लेखित अधिकार चिन्ह्र को हटा दिया जाएगा.

नियामक ने कहा कि इस उपाय से शेयरधारक के डीमैट खाते से समाशोधन निगम को प्रतिभूतियां जाने के दौरान के किसी प्रणालीगत जोखिम में कमी आएगी. इससे यह प्रक्रिया अधिक निवेशक अनुकूल हो सकेगी. सेबी ने कहा कि अब तक जो प्रक्रिया है उसमें स्थानांतरण में जोखिम, समय ओर लागत अधिक लगती है. इसके साथ ही पूंजी बाजार नियामक ने डिपॉजिटरी से नियम के अनुरूप निगरानी मंच का विकास करने को कहा है.

सेबी ने डीमैट अकाउंट को लेकर किया बड़ा बदलाव

नया ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाने वालों के लिए बाजार नियामक सेबी (Sebi) ने नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. इसके तहत अकाउंट खोलने से पहले एक नॉमिनेशन फॉर्म भरना होगा. जिसके जरिए निवेशक किसी को नॉमिनी बना सकता है. अगर वे ऐसा नहीं चाहते हैं तो इसके बदले उन्हें एक डिक्लेरेशन फॉर्म भरना होगा. ये नियम 1 अक्टूबर से लागू होगा.

एक अक्टूबर से नया ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलने वाले को नॉमिनेशन और डिक्लेरेशन फॉर्म का विकल्प मिलेगा. वहीं मौजूदा डीमैट अकाउंट होल्डर्स को 31 मार्च 2022 तक नॉमिनेशन फॉर्म भरना जरूरी है. अगर किसी की ओर से नॉमिनेशन या डिक्लेरेशन फॉर्म नहीं भरा जाता है तो खाता फ्रीज हो सकता है.

नाम करा सकते हैं अपडेट

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होल्डर्स नॉमिनी के नाम को खाता खुलवाते वक्त दे सकते हैं या बाद में अपडेट करा सकते हैं. इससे अकाउंट होल्डर की मृत्यु के बाद शेयर नॉमिनी को दे दिए जाएंगे. अगर दो या उससे ज्यादा नॉमिनी तय किए गए हैं तो अकाउंट होल्डर्स को को सभी नॉमिनी की हिस्सेदारी तय करनी होगी. उसके निधन के बाद उन्हें उसी अनुपात में शेयर मिलेंगे.

Post Office Term Deposit Scheme: एक लाख जमा करें, पांच साल बाद 139407 रुपये पाएं, जानिए पूरा प्रोसेस

पोस्‍ट ऑफिस में 1 साल से 5 साल तक की TD (Term Deposit) खुलवा सकते हैं। यह स्मॉल सेविंग्स स्कीम के दायरे में आती है और स्मॉल सेविंग्स स्कीम के लिए जनवरी-मार्च 2022 तिमाही के लिए ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

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Post Office Term Deposit Scheme: एक लाख जमा करें, पांच साल बाद 139407 रुपये पाएं, जानिए पूरा प्रोसेस

​1 लाख लगाकर कैसे बन सकते हैं 139407 रुपये के मालिक

1-139407-

डाकघर में 5 साल के टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर 6.7 फीसदी सालाना है। यानी अगर कोई 1 लाख रुपये की जमा से 5 साल मैच्योरिटी पीरियड वाला टर्म डिपॉजिट खुलवाता है तो 6.7 फीसदी सालाना की ब्याज दर के हिसाब से 5 साल बाद वह 139407 रुपये का मालिक बन जाएगा। वहीं एक साल, 2 साल और 3 साल के टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर 5.5 फीसदी सालाना है।

​कौन और कितने में खुलवा सकता है खाता

डाकघर में एफडी अकाउंट कोई भी भारतीय नागरिक सिंगल या जॉइंट में खुलवा सकता है। 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग या दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर भी खाता खुलवा सकते हैं। खाता मिनिमम 1000 रुपये में खुल जाता है। मैक्सिमम डिपॉजिट की कोई लिमिट नहीं है। 5 साल की पोस्‍ट ऑफिस TD में निवेश को आयकर कानून के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है।

​प्रीमैच्योर क्लोजिंग के नियम

डाकघर की टर्म डिपॉजिट स्कीम को 6 माह पूरे होने के बाद कभी भी बंद करा सकते हैं। 6 माह बाद से लेकर अकाउंट के 12 माह पूरे होने तक अगर TD को बंद कराया जाता है तो पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की ब्याज दर लागू होगी, न कि TD की। 2/3/5 साल की TD को एक साल की अवधि पूरा होने पर प्रीमैच्योरली क्लोज कराने पर ब्याज टीडी के पूरे हो चुके वर्षों के लिए सावधि ब्याज दर (अर्थात 1/2/3 वर्ष) से 2% कम होगा और एक वर्ष से कम अवधि के लिए डाकघर बचत ब्याज दरें लागू होंगी।

​पोस्‍ट ऑफिस TD पर मौजूद सुविधाएं

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पोस्‍ट ऑफिस TD पर नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट एक पोस्‍ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक ही पोस्‍ट ऑफिस में कई TD खुलवाने की सुविधा, सिंगल अकाउंट को ज्वॉइंट में या ज्वॉइंट अकाउंट को सिंगल में कन्वर्ट कराने की सुविधा, अकाउंट एक्सटेंड कराने की सुविधा, इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन अकाउंट ओपनिंग सुविधा उपलब्ध है।

जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खोले 2022

जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खोले 2022 zero balance account kaise khole : आज बैंकों में खाताधारकों से मिनिमम बैलेंस, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, चेक बुक के नाम चार्ज लिए जाते है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बैंक में अकाउंट रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। अगर आपकी कम बैंकिंग जरूरतें है और आप बैंक में छोटा अकाउंट रखना चाहते है तो जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट ओपन कर सकते है।

अधिकांश बैंकों में शून्य या जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट खोलने की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है, जिसके कारण वे अपना खाता खुलवा नहीं पाते। इसलिए यहाँ हम स्टेप by स्टेप बहुत सरल तरीके से बता रहे है कि जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट क्या है और अपना जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खोलें ? हमने जीरो बैलेंस अकाउंट की सम्पूर्ण जानकारी यहाँ दिया है। आप इसे ध्यान से पढ़िए।

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संक्षिप्त जानकारी –

जीरो बैलेंस अकाउंट खोलने के लिए नजदीकी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में जाइये। इसके बाद सम्बंधित बैंक अधिकारी से Basic Savings Bank Deposit Account (BSBD) ओपन करने का फॉर्म मांगिये। फिर एप्लीकेशन फॉर्म को सही से भरें। इसके बाद जरुरी सभी दस्तावेज जैसे – आधार कार्ड या पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस की स्वप्रमाणित फोटोकॉपी लगा दें। साथ में आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो भी जरूर लगाएं। तैयार किये गए आवेदन फॉर्म को बैंक में जमा कर दें। निर्धारित प्रक्रिया पूरा होने के बाद आपका जीरो बैलेंस अकाउंट खुल जायेगा।

जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट ऑनलाइन खोलने की स्टेप by स्टेप पूरी जानकारी सरल तरीके से यहाँ बताया गया है। आप इसे ध्यान से पढ़िए –

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और कैसे बनाएं

यहाँ इस आर्टिकल में आपको बताया जायेगा ट्रेडिंग अकाउंट क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाएं। साथ ही आपको कुछ पोपुलर स्टॉक ब्रोकर के बारे में बताया जायेगा जिनके साथ आप अपना पहला ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते है और शेयर बाजार में निवेश कर सकते है।

क्या आप जानना चाहते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं? शेयर बाजार में शेयर को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। यह निवेशकों को बाजार में Shares, Commodities, Foreign Exchange आदि को खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। आज इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं।

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?

ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर बाजार में इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है। पहले, स्टॉक एक्सचेंज इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर काम नहीं करता था। इसमें ट्रेडर अपने खरीद-बिक्री के लिए हाथ के संकेतों और मौखिक संचार का इस्तेमाल किया करते थे। और ऐसा करते हुए आपने हर्षद मेहता फिल्म में देखा होगा

लेकिन शेयर बाजार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम अपनाने के बाद, Buyers और Sellers को ऑर्डर देने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है। आप किसी भी रजिस्टर्ड स्टॉक मार्केट ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर शेयर को ऑनलाइन ही खरीद और बेच सकते है। प्रत्येक ट्रेडिंग अकाउंट में एक यूनिक ट्रेडिंग आईडी होती है जिसका उपयोग ऑनलाइन लेनदेन करने के लिए किया जाता है।

आसान शब्द में कहे, तो आप ट्रेडिंग अकाउंट के बिना शेयर बाजार में न तो शेयर खरीद सकते है और न ही बेच सकते हो, क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज के लिए Trading Account की जरुरत होती है।

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है?

एक ट्रेडिंग अकाउंट निवेशक के डीमैट खाते से लिंक रहता है। जब कोई निवेशक शेयर खरीदना चाहता है, तो वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ऑर्डर करता है। जब आर्डर पूरा हो जाता है, तो शेयर उसके डीमैट खाते में जमा हो जाते हैं और उसके बैंक खाते से आर्डर किये गए शेयर की राशि काट ली जाती है।

ठीक इसी तरह शेयर बेचने पर होता है। जब कोई निवेशक अपने ट्रेडिंग खाते की मदद से 100 शेयरों के लिए बिक्री आदेश देता है और जब आर्डर पूरा हो जाता है, तो उसके डीमैट खाते से 100 शेयर डेबिट (सेल) कर दिए जाते हैं और सेल की गयी शेयर की राशि उसके बैंक खाते में जमा हो जाती है।

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए मार्केट में बहुत सारे Stock Broker मौजूद है। आप डिस्काउंट ब्रोकर, फुल सर्विस ब्रोकर, या बैंकों से अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकते हैं। लेकिन कुछ स्टॉक ब्रोकर है जो ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के पैसे लेते हैं और कुछ स्टॉक ब्रोकर फ्री में आपका ट्रेडिंग खोलते है।

Upstox और Zerodha जैसे डिस्काउंट ब्रोकर बहुत ही कम फ़ीस लेकर आपका ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते है जबकि आप Groww स्टॉक ब्रोकर पर फ्री में ट्रेडिंग अकाउंट बना सकते है।

और एक बात ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के बाद जब आप शेयर खरीदते या बेचते हैं तो ब्रोकिंग कम्पनी आपसे कुछ ब्रोकरेज चार्ज लेती है। Zerodha और Upstox की बात करें तो जब आप शेयर खरीदते है, तो कोई चार्ज नहीं लगता पर शेयर सेल पर आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है। वही Groww की बात करें तो यह शेयर के खरीद और बिक्री पर भी चार्ज करता है।

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए यहाँ नीचे मैंने टॉप 10 ब्रोकर की लिस्ट बनाया है:

  1. Zerodha Demat Account
  2. Angel Broking Demat Account
  3. Sharekhan Demat Account
  4. Edelweiss Demat Account
  5. 5Paisa Demat Account
  6. Kotak Securities Demat Account
  7. IIFL Demat Account
  8. Motilal Oswal Demat Account
  9. ICICI Direct Demat Account
  10. Karvy Demat Account

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपके पास निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स होना जरूरी है:

  • पैन कार्ड (सबसे जरूरी डाक्यूमेंट्स)
  • आधार कार्ड
  • बैंक अकाउंट
  • बैंक स्टेटमेंट या कैंसल चेक

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?

ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग करने के लिए, आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा। आप नीचे बताये गए स्टेप को फॉलो करके एक ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं:

  • एक ऐसे स्टॉक ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोले जिसकी बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा हो। साथ ही चेक करें वह शेयर के खरीद और बिक्री पर कितना चार्ज करता है।
  • जिस ब्रोकर के साथ आप ट्रेडिंग अकाउंट खोलना चाहते है उसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाये।
  • फिर अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरें जैसे अपना नाम, पता, पैन और बैंक डिटेल आदि
  • इसके बाद अपने डाक्यूमेंट्स अपलोड करें जैसे कि पैन कार्ड, आधार कार्ड, केंसल चेक या बैंक स्टेटमेंट, और साथ में सिग्नेचर की भी फोटोकॉपी अपलोड करें।
  • सारी डिटेल्स और डाक्यूमेंट्स अपलोड करने के बाद, अंत में स्टॉक ब्रोकर आपके द्वारा दी जाने वाली जानकारी को वेरीफाई करेगा और सभी जानकरी सही होने पर 24 से 48 घंटे के अन्दर आपका ट्रेडिंग अकाउंट खुल जायेगा।
  • यदि आप Zerodha पर अकाउंट खोलते है, तो ईमेल के जरिये आपको ट्रेडिंग अकाउंट की ID भेजी जाएग। आपको बस पासवर्ड बनाने बनाने की जरूरत होगी।

शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें?

ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के बाद अब बारी आती है शेयर कब खरीदना चाहिए। किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च करें और फिर पता करें कि शेयर का दाम बढ़ा है या गिरा है। उसके बाद ही किसी शेयर को खरीदें। अगर आप बिना रिसर्च किए स्टॉक मार्केट में निवेश करते है तो यह बहुत रिस्की हो जाता है। शेयर मार्केट में कौन सी कंपनी के शेयर का दाम बढ़ा या गिरा इसका पता लगाने के लिए आप The Economic Times, Moneycontrol जैसी साईट का उपयोग कर सकते है।

आखरी सोच

पैस्सिव इनकम के लिए शेयर बाजार एक अच्छा जरिया हैं। आज इस आर्टिकल में मैने आपको बताया ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं। उम्मीद करता हु यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट के बारे बहुत सारी जानकारी मिली होगी।

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About Antesh Singh

Antesh Singh एक फुल टाइम ब्लॉगर है जो बैंकिंग, आधार कार्ड और और टेक रिलेटेड आर्टिकल लिखना पसंद करते है।

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