बैंक खातों के प्रकार Types Of Bank Accounts in Hindi

Current Account क्या है चालू खाते की पूरी जानकारी

Current Account क्या है जब लोग बैंक में अपना खाता खुलवाने जाते है तो कई लोगो के बीच Current Account और Saving Account बीच असमंजस होता है लोग नहीं जानते है कि Current Account क्या होता है अगर आपको भी इन खातों के बीच कोई असमंजस है तो आज हम आपका असमंजस पूरी तरह से दूर करने की कोशिश करेंगे. आपको बता दे कि दोनों खातों के बीच काफी अंतर होता है करंट अकाउंट यानी चालू खाते को जहां बिजनेस के लिए खुलवाया जाता है वहीं सेविंग अकाउंट को किसी एक व्यक्ति के लिए पर्सनल चालू खाते के प्रकार क्या हैं? लेनदेन के लिए खुलवाया जाता है. तो चलिए इस खाते के बारे में जानते है.

Current Account क्या है

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Current Account क्या है

जैसा की हमने आपको बताया कि Current Account को ज्यादातर बिजनेस के काम में लिया जाता है इसमें आपको Saving Account की तरह किसी भी तरह का ब्याज नहीं मिलता है. जैसे सेविंग अकाउंट में करीब 4% का ब्याज मिलता है और सेविंग अकाउंट में आपको दिन के 4 से 5 लेनदेन फ्री होते हैं वैसे चालू खाते यानी करंट अकाउंट ब्याज तो नहीं मिलता लेकिन जो लेनदेन होते है उनकी कोई समय सीमा नहीं होती है करंट अकाउंट में एक दिन 1000 लेनदेन भी फ्री में कर सकते हैं. इस तरह दोनों में ब्याज और लेनदेन का अंतर होता है.

अब आप सोच रहे होंगे कि इस तरह की खाते की किसको जरुरत होगी जिसमे ब्याज नहीं दिया जाता है तो आपको बता दे फ्लिप्कार्ट और अमेज़ जैसी ऑनलाइन शोपिंग साईट के अकाउंट में हर दिन के हजारों लेन देन होता है तो Current Account की जरुरत ऐसे बिजनेस को पड़ती है जिसमें लगातार लेनदेन होता रहता है. ऑनलाइन शोपिंग से जुड़ी लगभग हर वेबसाइट Current Account (चालू खाते) का प्रयोग करती है हालाकि इसमें उन्हें ब्याज तो नहीं मिलता है लेकिन इस अकाउंट के तहत जितने भी लेनदेन होते है वह सभी फ्री होते हैं. चालू खाता व्यापारियों या बिजनेसमैन के लिए काफी सुविधाजनक होता है.

Current Account के फायदे और नुकसान

इस खाते का सबसे बड़ा फायदा तो यहीं होता है कि इसमें दिन में कितने भी लेनदेन फ्री में कर सकते है लेनदेन करने में अलग से कोई चार्ज नहीं लगता है. इस खाते में व्यापारी अपने अकाउंट में मौजूद रकम से ज्यादा पैसा भी निकाल सकता है चालू खाते के प्रकार क्या हैं? अर्थात व्यापारी बैंक से लोन ले सकता है.

बचत खाते यानी सेविंग अकाउंट की तरह इस खाते में ATM और Net Banking की फ्री सुविधा दी जाती है हालाकि इस खाते में बचत खाते की तरह ATM और Net Banking से लेनदेन करने पर कोई भी लिमिट नहीं होती है.

बिजनेस करने वाले व्यक्तियों के लिए बचत खाते से ज्यादा चालू खाता ज्यादा सुविधाजनक साबित होता है इसलिए अगर आप एक व्यापारी या बिजनेसमैन है तो आपको अपने बिजनेस के लिए चालू खाता यानी करंट अकाउंट की खुलवाना चाहिए.

करंट अकाउंट (चालू खाता) से होने वाले नुकसान की बात करे तो यहां पर आपको एक ही बड़ा नुकसान देखने को मिलता है और वो ये है कि इस खाते के तहत आपकी जमा राशी पर कोई ब्याज नहीं मिलता है.

यह एक चालू खाता (Current Account) होता है इसलिए आपको इस खाते में बैंक द्वारा बताई गयी न्यूनतम राशी अपने खाते में हमेशा रखनी पढ़ती है अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपसे अतिरिक्त चार्ज लिया जाता है.

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब आप जान गए होंगे कि Current Account क्या है या Current Account क्या होता है आपको बता दे की दोनों खाता प्रकार में सिर्फ ब्याज और लेनदेन लिमिट का अंतर होता है जहां बचत खाते यानी saving account में दिन के 5 फ्री लेनदेन कर सकते हैं इसके अलावा इसमें आपको आपकी जमा राशी में ब्याज भी मिलता है वहीं करंट अकाउंट यानी चालू खाते में दिन के हजारों लेनदेन फ्री में कर सकते हैं लेकिन इसमें आपको किसी तरह का ब्याज नहीं मिलता है.

भुगतान संतुलन: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है

भुगतान संतुलन (बीओपी) दुनिया और किसी देश के निवासियों के बीच सभी वित्तीय लेनदेन चालू खाते के प्रकार क्या हैं? को रिकॉर्ड करता है। यह देश में धन के प्रवाह को समझने और यह देखने में मदद करता है कि धन का कितना अच्छा उपयोग किया गया है। यह जानने में मदद करता है कि कोई अर्थव्यवस्था विकसित हो रही है या नहीं। भुगतान का एक आदर्श संतुलन शून्य है – निधियों का शुद्ध अंतर्वाह और बहिर्वाह रद्द हो जाना चाहिए। एक बीओपी यह समझने में मदद करता है कि क्या किसी देश में अधिशेष या धन की कमी उपलब्ध है। यदि आयात निर्यात से अधिक है, तो कहा जाता है कि देश में धन की कमी है।

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जानिए कितनी तरह के होते हैं Savings Account, अपने फायदे के अनुसार करें सिलेक्ट

जानिए कितनी तरह के होते हैं Savings Account, अपने फायदे के अनुसार करें सिलेक्ट

आजकल अधिकांश लोगों के सेविंग अकाउंट जरूर होते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि Savings Account भी कई तरह के होते हैं और खाताधारक अपनी जरूरत के हिसाब से अपना सेविंग अकाउंट खोल सकता है। दरअसल हर व्यक्ति अपनी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग Savings Account खोल सकता हैं। कामकाजी लोगों के लिए अलग सेविंग अकाउंट है, बुजुर्गों के लिए अलग, महिलाओं के लिए अलग और बच्चों के लिए अलग। बैंकों में कुल मिलाकर 6 तरह के Savings Account होते हैं। यहां जानें इसके बारे में विस्तार से -

इस Savings Account को कुछ बुनियादी शर्तों पर खोला जाता है। इस प्रकार के खाते में किसी निश्चित राशि का कोई नियमित जमा नहीं होता है, इसका उपयोग एक सुरक्षित खाते की तरह किया जा सकता है, जहां आप अपना पैसा ही रख सकते हैं। इसमें मिनिमम बैलेंस की शर्त भी है।

ऐसे खाते बैंकों द्वारा कंपनियों की ओर से अपने कर्मचारियों के लिए खोले जाते हैं। बैंक इस प्रकार के खाते चालू खाते के प्रकार क्या हैं? के लिए ब्याज देते हैं। इसका उपयोग कर्मचारियों को वेतन देने के लिए किया जाता है। जब भी वेतन देने का समय आता है तो बैंक कंपनी के खाते से पैसे निकाल कर कर्मचारियों के खाते में डाल देता है। इस प्रकार के खाते के लिए कोई न्यूनतम शेष राशि की शर्त नहीं है। अगर 3 महीने तक वेतन नहीं मिलता है तो वह नियमित बचत खाते में बदल जाता है।

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इस तरह के सेविंग अकाउंट में बचत और चालू खाते दोनों की विशेषताएं होती हैं। इसमें निकासी की सीमा होती है। इस प्रकार के बैंक खाते से खाताधारक तय सीमा से अधिक पैसे नहीं निकाल सकते हैं, लेकिन बैलेंस कम होने पर पेनाल्टी नहीं लगती है।

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यह सेविंग अकाउंट बच्चों के लिए खोला जाता है। इसमें मिनिमम बैलेंस की कोई जरूरत नहीं है। यह बचत खाता बच्चों की शिक्षा के लिए उनकी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए है। इस प्रकार का बैंक खाता कानूनी अभिभावक की देखरेख में ही खोला और संचालित किया जाता है। जब बच्चा 10 साल का हो जाता है, तो वह अपना खाता संचालित कर सकता है। जब बच्चा 18 साल का हो जाता है, तो उसे नियमित बचत खाते में बदल दिया जाता है।

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वरिष्ठ नागरिकों के लिए खोला जाने वाला यह एक नियमित Savings Account है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को नियमित Savings Account की तुलना में अधिक ब्याज दर मिलती है। इसलिए वरिष्ठ नागरिकों को यह Savings Account केवल इसलिए खोलना चाहिए क्योंकि इसमें ब्याज अधिक होता है। यह बैंक खाता वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजनाओं से भी जुड़ा हुआ है, जिससे पेंशन निधि या सेवानिवृत्ति खातों से धन की निकासी की जाती है और जरूरतें पूरी होती हैं।

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ऐसे बैंक खाते विशेष रूप से महिलाओं के लिए खोले जाते हैं। इन खातों में कई तरह की सुविधाएं दी जाती है। महिलाओं को ऋण पर कम ब्याज, डीमैट खाते खोलने पर मुफ्त शुल्क और विभिन्न प्रकार की खरीद पर छूट की पेशकश की जाती है। साथ ही सरकार की ओर से महिलाओं के लिए चलाई जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं की मदद राशि भी इन्ही खातों में जमा की जाती है।

Types Of Bank Accounts in Hindi बैंक खातों के प्रकार

Types Of Bank Accounts in Hindi बैंक खातों के प्रकार उनकी विशेषतायें और लाभ। अलग अलग खातों के लाभ और नियम क्या हैं सब कुछ विस्तार से आसान हिंदी में यहां पाढ़िये। साथ ही पढ़िये बचत खाते और चालू खाते में क्या अंतर है और अरडी अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट की विशेषतायें क्या हैं। बैंक खातों के प्रकार, उनके नियम और विशेषतायें। साथ ही जानिये कौन सा बैंक खाता किसके लिये उपयुक्त है। यहां पढ़ें NEFT in Hindi हमारी साइट पर।

बैंक खातों के प्रकार Types Of Bank Accounts in Hindi

बैंक खातों के प्रकार Types Of Bank Accounts in Hindi

Types Of Bank Accounts In Hindi

बैंक खातों को चार अलग-अलग प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है Types Of Bank Accounts in Hindi. यहां हम आपको संक्षेप में इन सभी खातों के नियम, फीचर, फायदे और अन्य जानकारियां बता रहे हैं। साथ ही बतायेंगे कि किन लोगों के लिये कौन सा खाता खुलवाना उपयुक्त होगा। साथ ही बतायेंगे कि किस खाते पर ब्याज नहीं मिलता है, किस किस खाते पर ब्याज मिलता है और कितना। यहां पढ़ें बैंक डिपॉजिट पर ब्याज कैसे गिनते हैं।

  • चालू खाता Current Account
  • बचत खाता Saving Account
  • आवर्ती जमा खाता Recurring Deposit Account
  • सावधि जमा खाता Fixed Deposit

Current Account चालू खाता

चालू खाता यानी करंट अकाउंट मुख्य रूप से व्यावसायिक व्यक्तियों, फर्मों, कंपनियों, सार्वजनिक उद्यमों आदि के लिए होता है और कभी भी निवेश या बचत के उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। ये खाता सबसे अधिक तरल खाता हैं और इसमें एक दिन में लेनदेन की संख्या या लेनदेन की राशि के लिए कोई सीमा नहीं होती है। हालांकि, खाते में रखी गई राशि पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता है, बैंक ऐसे खातों पर कुछ सेवा शुल्क वसूलते हैं। Current Account की कोई निश्चित परिपक्वता नहीं होती है क्योंकि ये निरंतर चलाये रहने वाला खाता है।

Bank Saving Account बचत खाता

बचत खाता या Saving Account खोलने का उद्देश्य अपनी बचत को सुरक्षित रखना है। कोई भी व्यक्ति एकल यानि सिंगल या संयुक्त यानि जॉईंट रूप से बचत खाता खोल सकता है। अधिकांश वेतनभोगी व्यक्ति, पेंशनभोगी और छात्र बचत खाते का उपयोग करते हैं।

Benifits of Saving Account बचत खाता रखने के लाभ

बैंक बचत के लिए ब्याज का भुगतान करते हैं। बचत खाता धारक जब आवश्यक हो अपने पैसे निकलवा सकता है।
Saving Account पर ब्याज दर भारत में प्रति वर्ष 4% से 6% के बीच है। बचत खाते में कितनी बार पैसे जमा करना है और कितनी राशि जमा करनी है इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन निकासी की संख्या पर कुछ प्रतिबंध हो सकते हैं। कुछ बैंक बचत खाते को चलाने के लिये न्यूनतम राशि बनाए रखने की सलाह देते हैं।

जनधन खाते भी कम सुविधा वाले बचत खाते ही हैं।

Recurring Deposit Account आवर्ती चालू खाते के प्रकार क्या हैं? जमा खाता

आवर्ती जमा खाता या RD Account उन लोगों द्वारा खोला जाता है जो नियमित अवधि के लिए नियमित रूप से कुछ निश्चित राशि बचाना चाहते हैं और उच्च ब्याज दर अर्जित करना चाहते हैं। आरडी खाते में एक निश्चित अवधि के लिए हर महीने एक निश्चित राशि जमा की जाती है और खातेदार को एक विशेष राशि निश्चित अवधि के अंत में ब्याज के साथ मिल जाती है। आवर्ती जमा खाते में आम तौर पर बचत खाये से आधिक मगर फिक्स्ड खाते से कम ब्याज मिलता है। यहां पोस्ट अॉफिस आरडी खाते के बारे में विस्तार से पढ़ें।

Rules of Recurring Deposit Account आवर्ती जमा खाते के नियम

आवर्ती जमा खाते में जमा की अवधि न्यूनतम छह महीने और अधिकतम दस वर्ष हो सकती है। ब्याज दरें अलग-अलग योजनाओं के लिए अलग-अलग होती हैं, जो जमा राशि, खाते की अवधि और बैंकों पर निर्भर होती है। आरडी खाते से निकासी की अनुमति नहीं होती है। हालांकि, बैंक परिपक्वता अवधि से पहले खाता बंद करने की अनुमति दे सकता है।

ये खाते एकल या संयुक्त नामों में खोले जा सकते हैं। बैंक आरडी खाता धारकों को नामांकन सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं।

Fixed Deposit सावधि जमा खाता

सावधि जमा खाते जिसे एफडी चालू खाते के प्रकार क्या हैं? भी कहा जाता है में बैंक में निर्धारित अवधि के लिए एक विशेष राशि जमा की जाती है। इस खाते में जमा धनराशि को खाते की अवधि समाप्त होने से पहले वापस नहीं लिया जा सकता है।

हालांकि आवश्यकता पड़ने पर जमाकर्ता अपनी फिक्स्ड डिपोजिट रसीद बैंक में वापिस दे कर समय से पहले सावधि जमा बंद करने के लिए कह सकता है। खातेदार को इसके लिये कुछ जुर्माना राशि बैंकों को देनी पड़ सकती है।

जितने भी बैंक खातों के प्रकार हैं उनमें से सावधि जमा पर सबसे उच्च ब्याज दर का भुगतान किया जाता है। Fixed Deposit के लिए भुगतान ब्याज की दर राशि, अवधि और अलग अलग बैंक में अलग-अलग होती है।

यदि अपको डिसाईड करने में कठिनाई हो रही है कि रिकरिंग डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट में से क्या चुनें तो हमारा लेख जरुर पढ़ें।

बैंक खातों के प्रकार Types Of Bank Accounts in Hindi पढ़ कर उनका महत्व अौर लाभ आपको समाझ आ गये होंगे अोर यह भी पता चल गया होगा कि कौन सा बैंक खाता किसके लिये उपयुक्त है।

सेविंग्स अकाउंट से कैसे अलग होता है करंट अकाउंट, समझें अंतर

Savings Account Vs Current Account: बैंक अकाउंट की बात चलती है तो सेविंग्स अकाउंट और करंट अकाउंट का जिक्र भी होता ही है। इन दोनों अकाउंट का इस्तेमाल भले ही डिपॉजिट और ट्रांजेक्शन के लिए किया जाता हो लेकिन ये दोनों खाते समान नहीं हैं।

difference between savings and current account

सेविंग्स अकाउंट से कैसे अलग होता है करंट अकाउंट, समझें अंतर

​कौन खुलवा सकता है

सेविंग्स बैंक अकाउंट सैलरी पाने वाले इंप्लॉई या मंथली इनकम कमाने वालों के लिए या फिर बचत के लिए खाता खुलवाने के उद्देश्य से है। सेविंग्स अकाउंट नाबालिग के नाम पर भी खुलवाया जा सकता है। लेकिन करंट अकाउंट बिजनेस करने वालों यानी कारोबारियों के लिए है। इसे स्टार्टअप, पार्टनरशिप फर्म, LLP, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी आदि भी खुलवा सकते हैं।

​सेविंग्स अकाउंट से लिमिटेड ट्रांजेक्शन

किसी भी बैंक में सेविंग्स अकाउंट एक डिपॉजिट अकाउंट होता है। खाताधारक को सेविंग्स अकाउंट से लिमिटेड ट्रांजेक्शन की अनुमति रहती है। वहीं करंट बैंक अकाउंट डेली ट्रांजेक्शन के लिए होता है। साथ ही सेविंग्स अकाउंट पर कस्टमर्स को ब्याज मिलता है लेकिन कंरट अकाउंट पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।

​मिनिमम और मैक्सिमम बैलेंस पर क्या है नियम

सेविंग्स अकाउंट की तरह ही करंट अकाउंट में भी मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य होता है। लेकिन करंट अकाउंट का मिनिमम बैलेंस, सेविंग्स अकाउंट की तुलना में थोड़ा ज्यादा रहता है। वहीं करंट अकाउंट में बैलेंस रखने चालू खाते के प्रकार क्या हैं? की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है, लेकिन सेविंग्स अकाउंट में यह लिमिट होती है।

​टैक्स को लेकर प्रावधान

टैक्स की बात करें तो सेविंग्स अकाउंट में जमा पर ब्याज मिलता चालू खाते के प्रकार क्या हैं? है और ग्राहक को होने वाली ब्याज आय टैक्स (Income Tax) के दायरे में आती है। सेविंग्स अकाउंट से साल में ब्याज आय अगर 10000 रुपये तक है तो ब्याज नहीं लगता है। सीनियर सिटीजन के लिए यह लिमिट 50000 रुपये तक है। लेकिन करंट अकाउंट पर ब्याज नहीं मिलता है, इसलिए टैक्स का झंझट नहीं है।

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