इसे सुनेंरोकेंचीज या फल के रूप में होनेवाली वह प्राप्ति जो किसी को कोई काम करने के बदले में, अथवा कोई काम करने के परिणामस्वरूप होती है। किसी काम या बात के पहले में या परिणाम के रूप में प्राप्त होनेवाला फल।
लक्षित समूह लेखन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक लक्षित दर्शक एक प्रकाशन, विज्ञापन, या अन्य संदेश के इच्छित दर्शक या पाठक हैं जो विशेष रूप से उक्त इच्छित दर्शकों के लिए तैयार किए गए हैं। में विपणन और विज्ञापन , यह के एक विशेष समूह है उपभोक्ताओं को पूर्व निर्धारित भीतर लक्षित बाजार , लक्ष्य या किसी विशेष विज्ञापन या संदेश से प्राप्तकर्ताओं के रूप में पहचान।
इसे सुनेंरोकेंएक लक्षित बाजार एक दायरे में मौजूद ग्राहकों का एक समूह है व्यापार के लिए उपयोगी उपलब्ध बाजार , जिस पर किसी व्यवसाय को अपने उद्देश्य विपणन प्रयासों और संसाधनों। एक लक्ष्य बाजार किसी उत्पाद या सेवा के लिए कुल बाजार का एक सबसेट है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार विभक्तिकरण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंबाजार विभक्तिकरण किसी बाजार को छोटे-छोटे भागों में बांटने की रीति-नीति है। बाजार विभक्तिकरण क्या है इसके उद्देश्य और महत्व बाजार विभक्तिकरण विभिन्न आधारों पर किया जाता है, जैसे – ग्राहकों बाजार विभक्तिकरण क्या है इसके उद्देश्य और महत्व की आयु, आय, शिक्षा, लिंग आदि। बाजार विभक्तिकरण में वर्तमान एवं भावी ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं, रूचियों एवं पसन्द के आधार पर समजातीय समूहों में विभाजित किया जाता है।
प्रतिफल से आप बाजार विभक्तिकरण क्या है इसके उद्देश्य और महत्व क्या समझते है?
इसे सुनेंरोकेंजब की वचनदाता की वांछा पर वचनगृहीता या कोई अन्य व्यक्ति कुछ कर चूका है या करने से विरत रहा है , या करता है या करने से प्रविरत रहता है , या करने का या करने से प्रविरत रहने का वचन देता है , तब ऐसा कार्य या प्रविरत या वचन उस वचन के लिए प्रतिफल कहलाता है .
बाजार विभाजन का अर्थ और महत्व क्या है बाजार विभाजन के विभिन्न आधारों पर चर्चा करें?
लक्षित श्रोता से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंलक्षित श्रोतागण अपने दर्शकों को देखने की कोशिश करें और वर्णन बाजार विभक्तिकरण क्या है इसके उद्देश्य और महत्व करें कि वे कौन हैं, वे क्या दिखते हैं और वे बाजार विभक्तिकरण क्या है इसके उद्देश्य और महत्व क्या करते हैं। जनसांख्यिकी, भूगोल, जीवन शैली जैसे आपके काम के लिए सबसे अधिक प्रासंगिक श्रेणियों का उपयोग करके अपने दर्शकों को विभाजित करें।
लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली कब लागू की गई?
इसे सुनेंरोकें4.1 भारत सरकार ने गरीबों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए जून, 1997 में लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली शुरू की थी।
बाजार विभक्तिकरण के आधार - Bases For Market Segmentation
बाजार विभक्तिकरण विभिन्न आधारों पर किया जा सकता है
1. भौगोलिक विभक्तिकरण एक वस्तु के संपूर्ण बाजार का विभक्तिकरण भौगोलिक आधार पर किया जा सकता है। वृहद पैमाने पर उत्पादन किया जाता है जिन्हें काफी बड़े बाजार क्षेत्र में बेचा जाता है जिसके लिए भौगोलिक तत्व संतोषजनक आधार प्रदान करते हैं। संपूर्ण बाजार क्षेत्र में पाए जाने वाले अंतरों के अनेक कारण हो सकते है, जैसे शहरी तथा ग्रामीण बाजार, सांस्कृतिक परम्पराएँ, जलवायु आदि।
सांस्कृतिक परम्पराओं के सम्बन्ध में देश के विभिन्न राज्यों में खान-पान, रहन-सहन, रूचियाँ आदि में काफी अंतर रहता है। इसी तरह से ग्रामीण बाजार तथा शहरी बाजार की विशेषताओं में भी काफी भिन्नता पायी जाती हैं।
उदाहरण के लिए एक फर्नीचर निर्माता को राष्ट्रव्यापी बाजार के निर्माण हेतु विभिन्न बाजार खण्डों की विशेषताओं को ध्यान में रखना होता है। भारतीय ग्रामीण बाजारों में फर्नीचर की मांग कम होती है तथा साथ ही फैशनेबल फर्नीचर की मांग नहीं के बराबर होती है।
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