ग्रो योर वेल्थ के फाउंडर अभिजीत शाह बताते हैं, “निवेशक का फोकस फंड हाउस कितना रिटर्न ETF क्या होता है देता है, उसके ऊपर होना चाहिए.
एस आई पी (SIPs) और गोल्ड ईटीएफ (ETF) बेहतरीन दीर्घावधि इन्वेस्टमेन्ट्स ETF क्या होता है क्यों हैं?
पारंपरिक रुप से देखा जाए तो हम सब, गोल्ड कॉईन, गोल्ड बार, ज्वेलरी आदि के रुप में गोल्ड में इन्वेस्ट करते ही हैं वैसे देखें तो पारंपरिक रुप से गोल्ड ख़रीदने वाले ग्राहक को भी आज एक्स्चेन्ज ट्रेडेड फन्ड (ईटीएफ) संबंधी जानकारी चाहिये होती है क्योंकि एक इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन के रुप में यह गोल्ड को स्टोर करने की लागत बचाता है, इसमें इलेक्ट्रॉनिक रुप से ख़रीदी और बिक्री हो जाती है और लम्बे समय के इन्वेस्टमेन्ट के लिये यह पारदर्शी और सुरक्षित तरीक़ा होता है।
ईटीएफ के द्वारा गोल्ड ख़रीदना और कुछ नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक तरीके से गोल्ड ख़रीदने को कहते हैं। गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड में इन्वेस्ट करने का एक अप्रत्यक्ष तरीका है। ये म्युच्युअल फन्ड के प्रकार होते हैं, जिन्हे सही तरीक़े से स्टॉक एक्स्चेन्जों में लिस्टेड किया जाता है। गोल्ड ईटीएफ का मुख्य लक्ष्य निवेशकों को बेहतर रिटर्न्स देना होता है जो कि, ख़र्चों के लिए एकाउंटिंग से पहले, स्थानीय फिजिकल गोल्ड प्राईज के साथ नजदीकी रुप से मेल खाते हों।
गोल्ड ईटीएफ का क्या मतलब होता है?
Table of Contents
वह लोग जो सोने पर निवेश करना चाहते है उनके लिए गोल्ड ईटीऍफ़ (Gold ETF) निवेश का बेहतर माध्यम है | गोल्ड ईटीऍफ़ (Gold ETF) एक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजना है, जिसमे सोने के भौतिक रूप की आवश्यकता नहीं होती है | ETF क्या होता है सोना खरीदने के स्थान पर गोल्ड ईटीऍफ़ (Gold ETF) में निवेश करके शेयर के समान शेयर बाजार में ख़रीदा तथा बेचा जा सकता है |
आपके द्वारा खरीदे गए गोल्ड ईटीऍफ़ फण्ड (Gold ETF Fund) को डीमैट खाते में जमा कर दिया जाता है | गोल्ड ईटीऍफ़ फण्ड (Gold ETF Fund) के तहत शेयर के मूल्य का निर्धारण सोने की कीमत के आधार पर होता है, सोने की बढ़ती तथा घटती कीमत के आधार पर गोल्ड ईटीऍफ़ फंड (Gold ETF Fund) के शेयर के मूल्य में भी परिवर्तन होता रहता है, जबकि यह सोने की वास्तविक कीमत से सम्बंधित होता है गोल्ड ईटीऍफ़ (Gold ETF) के तहत आप 1 ग्राम से लेकर 10 ग्राम या उससे अधिक सोने पर भी निवेश कर सकते है | भौतिक रूप से आप सोने के मालिक नहीं होते है, जब आपको गोल्ड ईटीऍफ़ (Gold ETF) नगद करना हो आप गोल्ड शेयर को ऑनलाइन ब्रोकर के द्वारा बेच कर गोल्ड ईटीऍफ़ (Gold ETF) के मूल्य के बराबर नगद या सोना प्राप्त कर सकते है |
गोल्ड ईटीएफ में निवेश कैसे करे ? (How to Invest for Gold ITF)
यदि किसी कंपनी के शेयर खरीदते है, उसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ETF क्या होता है से गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) बाजार की कीमत पर खरीद तथा बेच सकते है, तथा गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) में कारोबार करने के लिए आपको डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता खुलवाना होता है | शेयर ब्रोकर की सहायता से या सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) के द्वारा आप गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) को ऑनलाइन खरीद सकते है तथा इस प्रकार गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) में निवेश कर सकते है इसके लिए –
- शेयर ब्रोकर की सहायता से या ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग खाता खुलवाना होगा |
- ब्रोकर के ऑनलाइन पोर्टल पर लॉगिन करके गोल्ड ईटीएफ फण्ड (Gold ETF Fund) चुने जिसे आप खरीदना चाहते है |
- गोल्ड ईटीएफ फण्ड (Gold ETF Fund) की निर्दिष्ट इकाइयों के आधार पर अपना आर्डर स्थापित करें |
- स्टॉक एक्सचेंज में गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) के तहत दिए गए आर्डर तथा बिक्री आर्डर सामान होने पर ETF क्या होता है आपके ईमेल पुष्टिकरण के लिए भेजा जायेगा |
- यदि आप चाहे तो गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) की ईकाईयो को एकमुश्त या व्यवस्थित रूप से नियमित अंतराल पर भी खरीद सकते हैं |
- अगले दिन आपके डीमैट खाते में इकाईया ब्रोकर के द्वारा स्थानांतरित कर दी जाती है |
गोल्ड ईटीएफ में निवेश से लाभ (Benefits to Invest of Gold ETF)
- गोल्ड ईटीएफ को खरीदने तथा बेचने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है, इसे ऑनलाइन या ब्रोकर द्वारा या म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund) के माध्यम से खरीद या बेच सकते है |
- गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)अधिक समय तक निकास न होने पर कोइ भार नहीं होता, जितना अधिक समय रहता है, उतना ही लाभ दायक होता है |
- गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) का कारोबार सोने की वास्तविक कीमत के आधार पर किया जाता है, इसकी कीमत सार्वजानिक रूप से उपलब्ध रहती है |
- गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) डीमेट खाते में जमा होने के कारण सोने के चोरी या खोने का खतरा नहीं होता है, तथा इसकी सुरक्षित स्थान पर रहने की भी आवश्यकता नहीं होती है |
- गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) डीमेट खाते में होने के कारण इसमें सोने के भौतिक रूप के समान मिलावट, शुद्धता तथा गारंटी आदि की भी आशंका नहीं होती है, तथा गोल्ड ईटीएफ को अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है |
- गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) से होने वाली आय को लम्बे समय तक पूंजीगत लाभ कर के रूप में माना जाता है।
- सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के तहत प्रति माह एक निश्चित राशि में सोना खरीद सकते है इसके अंतर्गत 1 ग्राम या 1/2 ग्राम भी सोना ख़रीदा जा सकता है |
सही गोल्ड ईटीएफ़ का चुनाव (Selection of Right Gold ETF)
शेयर बाज़ार में अनेक प्रकार गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) उपलब्ध है, जिनमे आप निवेश कर सकते हैं। भौतिक सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर इनका प्रदर्शन रहता है। इसके लिए आपको गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) की ट्रेकिंग एरर तथा ट्रेडिंग वॉल्यूम पर ध्यान देना होगा| जिस गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) की ट्रेकिंग एरर कम तथा ट्रेडिंग वॉल्यूम अधिक हो वह ही ख़रीदे। इसके लिए आप सुबह 9:15 से लेकर दोपहर 3:30 तक किसी भी समय ट्रेडिंग कर सकते हैं |
यहाँ आपको गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) की जानकारी से अवगत कराया गया है यदि आप इससे सम्बधित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव प्रकट करे, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही जवाब देने का प्रयास किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |
ETF के प्रकार।
जैसे की हम ये जान चुके है की, ETF किसी एक प्रकार के इंडेक्स को ट्रैक करता है. इसी आधार पर ेट्फ़्के कई प्रकार हो सकते है. उनमे से कुछ को निचे लिस्ट किया है-
- पैसिव और एक्टिव ETFs
- बांड ETF
- स्टॉक ETF
- कमोडिटी ETF
- Industry/sector ETF
- करेंसी ETF
ETF कैसे ख़रीदे?
आप ETF को किसी भी ब्रोकर के माध्यम से खरीद सकते है, जैसे की, Zerodha(Coin). यहाँ जैसे आप शेयर ख़रीद सकते ठीक वैसे ही, ETF खरीद सकते है. ETF को सबसे पहले NFO के तौर पर लाया जाता है, फिर उसे शेयर बाजार में लिस्ट किया जाता है. ETF किसी AMC(एसेट मैनेजमेंट कंपनी) का प्रोडक्ट होता है.
ETF खरीदने के लिए सबसे पहले आपको अपने ब्रोकर अकाउंट में पैसे डालने होंगे। उसके आप जैसे म्यूच्यूअल फण्ड खरीदते है, वैसे ही इसको ETF क्या होता है भी खरीद सकते है. इसमें निवेश करने के लिए आपके पास एक डीमैट खाता होना जरुरी है. ETF खरीदना कोई बड़ी बात नहीं है. सही ETF चुनना जरुरी होता है.
ETF में निवेश कैसे करे?
अभी के समय में बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध है, जहां से आप ETFs में निवेश कर सकते है. लेकिन निवेश करने से भी ज्यादा जरुरी होता है, सही ETF खोजना। यहाँ निवेश करने के लिए आप निचे दिए स्टेप्स को फॉलो कर सकते है.
ETF के फायदे और नुकशान
हर चीज़ के फायदे और नुकशान होते है. निवेशक के तौर पर आपको सिर्फ दो ट्ट्रांसक्शन करना होता है, पहला buy और दूसरा sell का.
फायदे
- कम एक्सपेंस रेश्यो और कम ब्रोकर कमीशन
- डायवर्सिफिकेशन के माध्यम से रिस्क मैनेजमेंट
- ये किसी एक इंडस्ट्री पर फोकस्ड होते है.
नुकशान
- Active ETF के फी ज्यादा होता है.
- Highly focused होने के कारण diversification लिमिट हो जाता है.
तो कुछ इस तरह से आप ETF में निवेश कर सकते है. अगर यहाँ सही से निवेश किया जाये तो, यहाँ से से अच्छा retrun कमाया जा सकता है. तो उम्मीद है की, आप सब ये समझ चुके है की, ETF kya hai? और इसमें निवेश कैसे करे? अगर इस पोस्ट में कुछ भी वैल्यू है तो, इसे दुसरो के साथ शेयर जरूर करे.
ट्रैकिंग ऐरर ध्यान में रखना चाहिए
ट्रैकिंग ऐरर से पता चलता है कि, फंड जो इंडेक्स को ट्रैक कर रहा है, उसके मुकाबले में कितनी सफलता हासिल हुई है.
इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को पसंद करने से पहले उसका ट्रैकिंग ऐरर ध्यान में रखना चाहिए. जिसका ट्रैकिंग ऐरर सबसे कम हो, उसे पसंद करें.
एक्सपेंस रेशियो कम होता है
म्यूच्युअल फंड के मुकाबले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का एक्स्पेंस रेशियो कम होता है और ट्रैकिंग ऐरर भी कम होती है.
इसलिए एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में नेट रिटर्न ज्यादा मिलने की संभावना बढ़ जाती है. इंडेक्स फंड का एक्स्पेंस रेशियो 0.75% से 1.5% तक का है, वहीं एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का ये रेशियो 0.1% से 0.5% के बीच होता है.
लेकिन ETFs में ब्रोकरेज ETF क्या होता है के अलावा स्प्रेड भी चुकाना पड़ता है, जिसके कारण कम एक्स्पेंस रेशियो होने के बावजूद आपके रिटर्न पर प्रभाव पड़ता है.
ब्रोकरेज चार्ज को देख कर निर्णय नहीं लें
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश करते वक्त, रिटेल निवेशकों को ब्रोकरेज चार्ज को देख कर निर्णय नहीं लेना चाहिए.
ब्रोकर कितना बाय-सेल ब्रोकरेज लेता है और उसमें कितना स्प्रेड जोड़ता है, वो भी देखना जरूरी है. निवेशक आम तौर पर इंडेक्स फंड के मुकाबले ETFs में ज्यादा चार्ज चुकाते है.
लिक्विडिटी की समस्या परेशान कर सकती है
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का नेगेटिव पॉइंट लिक्विडिटी है. आप जब एक्सचेंज ट्रेडेड फंड बेचने जाए, तब एक्सचेंज पर बायर होना आवश्यक है.
ऐसा ETF क्या होता है नहीं हो तो लिक्विडिटी की समस्या परेशान कर सकती है. ऐसे हालात में निवेशक को NAV से कम दामों में बेचना या ज्यादा भाव पर खरीदना पड़ता है.
क्या है गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), इसमें निवेश करके कैसे मिलता है मुनाफा, जानें यहां
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF): सोने में निवेश के लिए मार्केट में कई विकल्प मौजूद हैं. हालांकि आप जिस भी विकल्प को निवेश के लिए चुनते हैं उसकी हर बारीकी के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए. आज की इस रिपोर्ट में हम गोल्ड ईटीएफ के सभी पहलुओं के बारे में जानने की कोशिश करेंगे. क्या हैं वह बारीकियां आइये जान लेते हैं.
क्या है गोल्ड ईटीएफ
गोल्ड ईटीएफ यानि गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold Exchange Traded Fund) के जरिए सोने में निवेश किया जाता है. मौजूदा समय में देश के सभी बड़े एक्सचेंज के ऊपर गोल्ड ईटीएफ की ट्रेडिंग हो रही है. बता दें कि मार्च 2007 से देश में गोल्ड ईटीएफ की ट्रेडिंग हो रही है. एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म के जरिए शेयर की ही तरह से गोल्ड ईटीएफ को खरीदा जा सकता है. यहां ध्यान देने वाली बात हैं कि ETF की खरीदारी और बिकवाली डीमैट अकाउंट (Demat Account) के जरिए ही की जाती है.
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