सीनेटर वॉरेन और मार्शल का एएमएल के लिए सॉफ्टवेयर देव और नोड्स का प्रस्तावित बिल “उदार मूल्यों का खंडन है और व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग, और किम जोंग-उन जैसे अधिनायकवादियों द्वारा बेशकीमती निगरानी और नियंत्रण की दिशा में एक कदम है”https: // t.co/s7pRKsWV2W– पीटर वान वाल्केनबर्ग 🌐🌮 (@valkenburgh) 14 दिसंबर, 2022
क्या है बिटकॉइन, कैसे काम बिटकॉइन वॉलेट क्या है करती है और कितनी सुरक्षित है, यहां मिलेगा जवाब
दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।
कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।
इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.
चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं बिटकॉइन वॉलेट क्या है निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।
क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।
बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।
कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।
इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.
चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।
क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।
बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है
चलिए जानते है Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका नाम तो आपने काफी बार सुना होगा जिसमे से बहुत से लोग इसके बारे में भलीभांति जानते भी है परन्तु कुछ लोग इस करेंसी को लेकर काफी कंफ्यूज है उनकों इसके बारे में यह समझ में नहीं आ रहा है की ये असल में है क्या तो आज आपको इससे रिलेटेड सारी जानकारी देंगे.
हर देश की एक अलग जिसे उस देश में खरीददारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कुछ ऐसी भी मुद्रा है जिसके जरिये किसी भी देश में लेनदेन कर सकते है ठीक उसी प्रकार बिटकॉइन है लेकिन यह एक ऐसी मुद्रा है जिसे ना तो हम देख सकते है और ना ही उसे छू सकते है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है. जो Peer to Peer सिक्योर नेटवर्क के जरिये लेनदेन किया जाता है.
इस मुद्रा को ऑनलाइन वॉलेट के माध्यम से ख़रीदा जा जाता है जिस तरह पेटीएम में मनी लोड करते है ठीक उसी तरह उसे भी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से लोड किया जा सकता है यानि ख़रीदा जा सकता उसके बाद इसका यूज़ ऑनलाइन लेनदेन के लिए कर सकते है.
काफी लोग Bitcoin में इन्वेस्ट भी करते है क्योंकि इसका रेट हर दिन घटता बढ़ता रहते है इसलिए जब इसका रेट कम होता है तो बिटकॉइन को खरीद लेते है और जब इसका रेट बढ़ता है तो इसे सेल कर देते है ये सारा काम ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये किया जाता है. इसके लिए काफी सारे प्लेटफार्म है जिसमे सबसे पॉपुलर Zebpay है जिसके जरिये बिटकॉइन को ऑनलाइन ख़रीदा या बेचा जा सकता है.
Bitcoin का मालिक कौन है
बिटकॉइन का ऑथर Satoshi Nakamoto है. वैसे इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है क्योंकि यह एक ओपन सोर्से डीसेण्ट्रलाइज डिजिटल करेंसी है इसे सातोशी का नाम दिया गया है. और यह एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर रहने वाली मुद्रा है जिसे किसी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्टोर करके रखा जा सकता है. लोग Bitcoin एक व्यवसाय के रूप में भी इस्तेमाल करते है शुरुआती दिनों में इसका रेट काफी कम था उस समय बहुत से लोगों ने इसमें इन्वेस्ट किया और जब बिटकॉइन के मूल्य बिटकॉइन वॉलेट क्या है में बढ़ोतरी हुई तो लोगों ने इसे सेल करके काफी अच्छा मुनाफा कमाया था.
अब बिटकॉइन का रेट काफी बढ़ चूका है यदि इस समय Bitcoin के मूल्य की बात करे तो भारतीय रुपए में 1 बिटकॉइन का रेट 25,45,947 है. कुछ ऐसी वेबसाइट भी है जिसके जरिये माइनिंग करके बिटकॉइन बनाये जा सकते है ये साइटें कम्प्यूटर पॉवर के जरिये एक ट्रांजैक्शन प्रोसेस करती है जिससे Bitcoin का निर्माण होता है. Bitcoin Mining करने के बाद वॉलेट में भी ले सकते है.
बिटकॉइन किस देश की करेंसी है
इसे बनाने वाले व्यक्ति जापान के नागरिक है परन्तु बिटकॉइन को आमतौर पर किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे हर कोई व्यक्ति ऑनलाइन खरीद या बेच सकता है या ऑनलाइन इस्तेमाल कर सकता है. Bitcoin की शुरुआत 3 जनवरी 2009 में सातोशी नकामोतो नामक व्यक्ति द्वारा की गई थी. इनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को जापान में हुआ था.
आशा करती हूँ की आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और अब आपको पता चल गया होगा की Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका मुख्य Symbol – ₿ ये है और इसे BTC के नाम से भी जाना जाता है.
नोट: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बिटकॉइन को अधिकारिक अनुमति नहीं दी है एक प्रेस के जरिये चेतावनी देते हुए कहा है की इसका लेनदेन जोखिम हो सकता है.
Bitcoin: वॉलेट में 1600 करोड़ रु रख भूल गया पासवर्ड, हाथ से निकल गए पैसे, ये है मामला
दुनिया भर के कई निवेशकों ने करीब 10.24 लाख करोड़ रुपये बिटकॉइन सिर्फ पासवर्ड भूल जाने की वजह से खो दिए हैं.
बिट क्वाइन के लिए पासवर्ड याद रखना जरूरी है.
दुनिया भर में इस समय करीब 1.85 करोड़ बिटक्वाइन (Bitcoin) मौजूद हैं. क्रिप्टोकरेंसी डेटा फर्म Chainayis के मुताबिक इसमें से 20 फीसदी लगभग खो चुके हैं या यूं कहें कि उन तक किसी का एक्सेस नहीं है. इन 20 फीसदी बिट क्वाइन की कीमत इस समय करीब 14 हजार करोड़ डॉलर (10.24 लाख करोड़ रुपये) है. सैन फ्रांसिस्को के एक प्रोग्रामर थॉमस के पास 1609 करोड़ रुपये के बिट क्वाइन्स हैं लेकिन इसके पास तक अभी उनका एक्सेस नहीं है.
बिटक्वाइन ब्लॉग Chainalysis का अनुमान है कि 5 बिटक्वाइन में 1 हमेशा के लिए खो चुके हैं. इन खोए हुए बिटक्वाइन की कीमत इस समय के भाव के मुताबिक करीब 14 हजार करोड़ डॉलर (10.24 लाख करोड़ रुपये) की है. वॉलेट रिकवरी सर्विसेज के मुताबिक उसके पास हर दिन करीब 70 रिक्वेस्ट्स आ रही हैं जो अपने बिट क्वाइन को वापस पाना चाहते हैं. एक महीने पहले रिक्वेस्ट्स की संख्या लगभग एक तिहाई थी.
बिट क्वाइन के लिए पासवर्ड याद रखना जरूरी
बिटक्वाइन के पास ऐसी कोई कंपनी नहीं है जो पासवर्ड्स को प्रोवाइड या स्टोर करती हो. पासवर्ड भूलने की स्थिति में इसे रिसेट नहीं किया जा सकता है. ऐसे में जिन लोगों को पासवर्ड याद नहीं रहता है, उनके लिए भारी समस्या हो जाती है क्योंकि बिना पासवर्ड के वे अपने ही बिटक्वाइन को एक्सेस नहीं कर पाएंगे.
Amazon Layoffs: Twitter-Meta के बाद अब अमेजन में भी छंटनी की तैयारी, 10 हजार कर्मचारियों की जा सकती है नौकरी
थॉमस ने गंवाए 1610 करोड़ के बिट क्वाइन्स
सैन फ्रांसिस्को के एक प्रोग्रामर स्टीफन थॉमस ने अमेरिकी मीडिया से बातचीत में बताया कि उसके पास करीब 22 करोड़ डॉलर (1609 करोड़ रुपये) के बिटक्वाइन्स हैं लेकिन इन क्वाइन्स तक उनके पास एक्सेस नहीं है. थॉमस के मुताबिक एक निवेशक ने एक वीडियो में क्रिप्टोकरेंसी की व्याख्या करने को लेकर उसे लगभग 7 हजार क्वाइन्स दिए थे. इसमें से प्रत्येक क्वाइन्स इस समय 30 हजार डॉलर से अधिक भाव पर ट्रेड हो रहे हैं.
10 गलत कोशिश के बाद खत्म हो जाएगी करेंसी
थॉमस की स्थिति इतनी गंभीर है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने दो बार भी गलत ट्राई किया तो हमेशा के लिए अपनी क्रिप्टोकरेंसी को खो सकते हैं. उन्होंने अपने डिजिटल वॉलेट को एक सिस्टम में रखा है जो 10 बार गलत पासवर्ड डालने पर करेंसी को खत्म कर देगा. उन्होंने 8 बार गलत ट्राई कर लिया और अब वे किसी समाधान का इंतजार कर रहे हैं. थॉमस की तरह अन्य कई यूजर्स बिटक्वाइन खो चुके हैं.
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सीनेटर वारेन ने सेल्फ-कस्टडी वॉलेट को लक्षित करने वाले नए क्रिप्टो बिल का परिचय दिया
इस सप्ताह के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट सुनवाई के बारे में एफटीएक्स का पतन सीनेटर एलिजाबेथ वारेन और रोजर मार्शल ने आज पेश किया डिजिटल एसेट एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट जो क्रिप्टोक्यूरेंसी उद्योग को कई प्रस्तावित नियमों के साथ लक्षित करता है जिन्हें आलोचक सत्तावादी और असंवैधानिक कह रहे हैं।
प्रस्तावित बिल ब्लॉकचैन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं और संयुक्त राज्य अमेरिका में सक्रिय प्रतिभागियों पर नो-योर-कस्टमर (केवाईसी) आवश्यकताओं को स्थापित करना चाहता है, जिसमें विकेंद्रीकृत नेटवर्क के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाले डेवलपर्स और यहां तक कि ऐसे नेटवर्क का समर्थन करने वाले खनिक और सत्यापनकर्ता भी शामिल हैं।
क्रिप्टो का इलाज करने के लिए वॉरेन और मार्शल का बिल वित्तीय अपराध प्रवर्तन नेटवर्क (FinCEN) को निर्देशित करेगा बटुआ सेवा प्रदाता, खनिक सत्यापनकर्ता, और अन्य नेटवर्क उपयोगकर्ता वॉरेन के बयान के अनुसार “धन सेवा व्यवसाय” के रूप में, और इस प्रकार की आवश्यकता होती है केवाईसी एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) कार्यक्रमों की आवश्यकता के साथ-साथ प्रतिभागियों के लिए।
बिल अनहोस्टेड या सेल्फ-कस्टडी क्रिप्टो वॉलेट को भी प्रभावित करेगा, ऐसे ग्राहकों की पहचान करने और उनके लेनदेन को ट्रैक करने के लिए प्लेटफॉर्म और नेटवर्क की आवश्यकता होगी। फिनसेन दिसंबर 2020 में ऐसा नियम प्रस्तावित किया जो कई क्रिप्टो उद्योग कंपनियां और अधिवक्ता हैं खिलाफ बोला है, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। बिल उस प्रक्रिया को अंतिम रूप देना चाहता है।
इसके अलावा, बिल किसी भी वित्तीय संस्थान को डिजिटल एसेट मिक्सर सेवा या अन्य गोपनीयता-बढ़ाने वाली तकनीकों का उपयोग करने से रोकता है। मिक्सर आमतौर पर वॉलेट के बीच क्रिप्टोक्यूरेंसी के लेनदेन को छिपाने के लिए उपयोग किया जाता है। सुविख्यात Ethereum मिक्सर सेवा, टोरनेडो कैश, था अमेरिकी ट्रेजरी द्वारा प्रतिबंधित अगस्त में प्रतिबंधों के माध्यम से।
“क्रिप्टो उद्योग को बैंकों, दलालों और वेस्टर्न यूनियन जैसे सामान्य ज्ञान के नियमों का पालन करना चाहिए, और यह कानून समान वित्तीय लेनदेन में समान मानकों को लागू करना सुनिश्चित करेगा,” वॉरेन ने कहा एक बयान . “द्विदलीय बिल क्रिप्टो मनी लॉन्ड्रिंग खामियों को बंद करने और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को बेहतर ढंग से सुरक्षित रखने के लिए प्रवर्तन को मजबूत करने में मदद करेगा।”
पहले से ही प्रस्तावित बिल ने क्रिप्टो उद्योग से महत्वपूर्ण जांच की है। में आज सुबह एक पोस्ट क्रिप्टो एडवोकेसी ग्रुप कॉइन सेंटर ने बिल को “क्रिप्टोकरेंसी सेल्फ कस्टडी, डेवलपर्स और नोड ऑपरेटरों पर एक अवसरवादी, असंवैधानिक हमला” बताया।
सीनेटर वॉरेन और मार्शल का एएमएल के लिए सॉफ्टवेयर देव और नोड्स का प्रस्तावित बिल “उदार मूल्यों का खंडन है और व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग, और किम जोंग-उन जैसे अधिनायकवादियों द्वारा बेशकीमती निगरानी और नियंत्रण की दिशा में एक कदम है”https: // t.co/s7pRKsWV2W
– पीटर वान वाल्केनबर्ग 🌐🌮 (@valkenburgh) 14 दिसंबर, 2022
“डिजिटल एसेट एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट तकनीकी प्रगति पर सीधा हमला है और हमारी व्यक्तिगत गोपनीयता और स्वायत्तता पर भी सीधा हमला है,” कॉइन सेंटर के अनुसंधान निदेशक, पीटर वान वाल्केनबर्ग ने लिखा।
“कोई गलती न करें, जबकि संभावित मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण के समाधान के रूप में प्रस्तावित है, बिल वास्तव में उदार मूल्यों का खंडन है और व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग और किम जैसे अधिनायकवादियों द्वारा बेशकीमती निगरानी और नियंत्रण की दिशा में एक कदम है। जोंग-उन,” उन्होंने कहा।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के नवंबर के पतन के बाद बिल पेश किया गया था, संस्थापक और पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड को इस सप्ताह बहमियन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। कई आपराधिक आरोप अमेरिकी अधिकारियों से।
बैंकमैन-फ्राइड को यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) और कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन (सीएफटीसी), साथ ही न्यूयॉर्क यूएस अटॉर्नी कार्यालय के दक्षिणी जिले में कॉम्प्लेक्स फ्रॉड्स और साइबर क्राइम यूनिट से आरोपों का सामना करना पड़ता है। कॉइन सेंटर का आरोप है कि बिल भविष्य में एक और FTX जैसी गिरावट को नहीं रोकेगा।
“यह बिल विशेष रूप से वित्तीय निगरानी पर केंद्रित है और कॉर्पोरेट नियंत्रण के किसी भी मुद्दे को संबोधित नहीं करता है जिसके कारण एफटीएक्स का पतन हुआ,” वान वाल्केनबर्ग ने लिखा।
प्रस्तावित बिल ने इसी तरह की जांच की है पिछले साल का इंफ्रास्ट्रक्चर बिल , जिसने क्रिप्टो संपत्तियों का व्यापार करने वाली कंपनियों को शामिल करने के लिए “ब्रोकर” की आंतरिक राजस्व सेवा की परिभाषा को बदल दिया, जिससे एक्सचेंजों को सरकार को लेनदेन की रिपोर्ट करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वह बिल था प्रभावित होने की भी आशंका है नेटवर्क प्रतिभागी जैसे सत्यापनकर्ता और खनिक, साथ ही क्रिप्टो वॉलेट प्रदाता और बहुत कुछ।
यूरोपियन यूनियन के साथ, इस साल यूरोप में अनहोस्टेड वॉलेट्स पर केंद्रित विनियमन ने भी कर्षण प्राप्त किया है ऐसे वॉलेट पर केवाईसी लगाने के लिए मतदान मार्च में, और यूनाइटेड किंगडम इस गर्मी से पहले इसी तरह के कानून पर विचार कर रहा है अंततः अपनी योजनाओं को समाप्त कर रहा है .
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