डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट चार्ज
यह चार्ज डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट-एनएसडीएल (NSDL) या सीडीएसल (CDSL) की तरफ से लगाया जाता है। निवेशक के शेयर सुरक्षित रखने के एवज में शेयर खरिदने का तरीका डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट ये चार्ज वसूलते हैं।
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं? जानिए कैसे करते हैं शेयर मार्केट में इंवेस्ट?
हेलो दोस्तों ! आज के समय में हर कोई जल्दी पैसे कमाना चाहता है, लेकिन पैसे कमाना इतना भी आसान नहीं है. ऐसे में शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन शेयर्स में पैसा लगाने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी है कि शेयर में पैसा कैसे लगाया जाता है? या शेयर कैसे ख़रीदे और बेचे जाते हैं? या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट कैसे किया जाता है? यदि आप भी इस बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए हम आपको इसकी जानकारी विस्तार से दे देते हैं.
सबसे पहले जानते हैं शेयर क्या है?
‘शेयर यानि हिस्सा’, इस शब्द से ही आपको यह समझ आ गया होगा कि शेयर यानि हिस्सा होता है. जैसे आप यदि किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो इसका मतलब है कि उस कंपनी में आपका हिस्सा है. उदाहरण से समझे तो मान लीजिए आपने टाटा का कोई शेयर ख़रीदा है. यानि अपने टाटा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीदी है. आप इसे पार्टनरशिप भी कह सकते हैं. यानि कंपनी का मुनाफा अपना मुनाफा और कंपनी का नुकसान शेयर खरिदने का तरीका आपका नुकसान.
शेयर बाजार से हुई कमाई पर कैसे और कितना लगता शेयर खरिदने का तरीका है टैक्स, समझिए पूरा नफा-नुकसान
अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है.
शेयर बाजार में आप भी निवेश करते हैं. अगर हां तो आपको टैक्स का नियम समझना जरूरी है. हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : July 09, 2022, 11:07 IST
नई दिल्ली . शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कई शेयर खरिदने का तरीका तरह के टैक्स लगते हैं. बहुत सारे लोगों को यह जानकारी कम होती है कि कितना टैक्स लगता है. जब कमाई के बाद पैसा कट कर आता है तो निवेशक सोचते हैं कि पैसा कहां कट गया. आज हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.
मान लीजिए आपको एक साल में शेयर बाजार से 5 लाख की कमाई हुई. लेकिन आपके अकाउंट में सिर्फ 4.50 लाख रुपए ही आएंगे. दरअसल, इस कमाई पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स यानी STT और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स यानी LTCG देना पड़ा. इसके साथ ही कुल कमाई पर इनकम टैक्स भी देना होगा. यानी आपको तीन टैक्स देने पड़ रहे हैं.
शेयर में निवेश करने में कितने तरह के खर्च होते हैं?
- शेयर खरीदने या बेचने के हर ट्रांजेक्शन (transaction) पर कई तरह के खर्च शामिल होते हैं।
- इन खर्चों के चलते शेयर ट्रांजेक्शन की लागत (cost) बढ़ जाती है।
- ब्रोकरेज फर्म भी हर ट्रांजेक्शन के लिए अपनी फीस (Fees) वसूलते हैं
सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स
यह अनिवार्य चार्ज है, जो फीसदी के रूप में लगता है। शेयरों की डिलीवरी (delivery) वाले ट्राजेक्शन पर सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) की दर 0.1 फीसदी है।
स्टैंप ड्यूटी और जीएसटी
स्टैंप ड्यूटी राज्य सरकार वसूलता है,क्योंकि शेयरों के ट्रांजेक्शन में सिक्योरिटी (security) एक पार्टी से दूसरे पार्टी को ट्रांसफर (transfer) होती है। जीएसटी (सेंट्रल एंड स्टेट जीएसटी) ट्रांजेक्शन के लिए ब्रोकरेज चार्ज के फीसदी के रूप में लगता है। इसकी मौजूदा दर सीजीएसटी (CGST) के लिए 9 फीसदी और एसजीसीटी (SGST) शेयर खरिदने का तरीका के लिए 9 फीसदी है।
शेयर में निवेश करने में कितने तरह के खर्च होते हैं?
- शेयर खरीदने या बेचने के हर ट्रांजेक्शन (transaction) पर कई तरह के खर्च शामिल होते हैं।
- इन खर्चों के चलते शेयर ट्रांजेक्शन की लागत (cost) बढ़ जाती है।
- ब्रोकरेज फर्म भी हर ट्रांजेक्शन के लिए अपनी फीस (Fees) वसूलते हैं
सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स
यह अनिवार्य चार्ज है, जो फीसदी के रूप में लगता है। शेयरों की डिलीवरी (delivery) वाले ट्राजेक्शन पर सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) की दर 0.1 फीसदी है।
स्टैंप ड्यूटी और जीएसटी
स्टैंप ड्यूटी राज्य सरकार वसूलता है,क्योंकि शेयरों के ट्रांजेक्शन में सिक्योरिटी (security) एक पार्टी शेयर खरिदने का तरीका से दूसरे पार्टी को ट्रांसफर (transfer) होती है। जीएसटी (सेंट्रल एंड स्टेट जीएसटी) ट्रांजेक्शन के लिए ब्रोकरेज चार्ज के फीसदी के रूप में लगता है। इसकी मौजूदा दर सीजीएसटी (CGST) के लिए 9 फीसदी और एसजीसीटी (SGST) के लिए 9 फीसदी है।
1 दिन के लिए भी पैसे लगाकर कर सकते हैं मोटी कमाई? ये है तरीका
बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर कर सकते हैं कमाई
Intraday Trading: अगर आप अपना पैसा निवेश कर रिटर्न के लिए लंबा इंतजार नहीं करना चाहते हैं तो भी आपके पास कमाई के विकल्प हैं. कैपिटल मार्केट आपको एक दिन के लिए भी निवेश का विकल्प देता है. ये है इंट्रा डे ट्रेडिंग, जिसमें एक ही दिन शेयर खरीदने और बेचने की इजाजत होती है. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली शेयर खरिदने का तरीका बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. हालांकि जरूरी नहीं है कि इसमें आपको फायदा ही हो. लेकिन अगर शेयर का सही चुनाव हो तो मुनाफे के चांस बढ़ जाते हैं.
कैसे चुनें सही स्टॉक
- सिर्फ लिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग करें, 2 या 3 ऐसे स्टॉक चुन सकते हैं.
- वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहें
- अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों में करें खरीददारी
- शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देख लें, मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं.
- रिसर्च के बाद जिन शेयरों को लेकर कांफिडेंट हैं, उनमें निवेश करें
- शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.शेयर खरिदने का तरीका
- जैसे ही लक्ष्य पूरा हो, प्रॉफिट बुकिंग करें.
इंट्रा डे में आप शेयर खरिदने का तरीका किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.
कैसे मिलता है फायदा
इसका उदाहरण 31 जुलाई 2019 यानी बुधवार को शेयर बाजार में होने वाली ट्रेडिंग से ले सकते हैं. इंडसइंड बैंक के शेयरों में निवेश करने वालों के लिए बुधवार का दिन बेहतर साबित हुआ. बुधवार को पॉजिटिव सेंटीमेंट जुड़ने के बाद कंपनी के शेयर में 5 फीसदी तक तेजी आई है.
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इंट्रा डे ट्रेड का तरीका
अगर शेयर बाजार में इंर्टा डे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है. इस अकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फोन पर ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं या ऑनलाइन भी खुद से ट्रेडिंग शेयर खरिदने का तरीका कर सकते हैं.
एक्सपर्ट के अनुसार हालांकि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार शेयर खरिदने का तरीका डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
(Discliamer: हम यहां इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, न कि निवेश की सलाह. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
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