बता दें कि हर साल दिवाली के दिन शेयर बाजार में मुहुर्त ट्रेडिंग की जाती है, इस साल दिवाली 24 अक्टूबर यानी कि सोमवार को है तो 24 अक्टूबर को बाजार तो बंद रहेंगे लेकिन कुछ देर के लिए मुहुर्त ट्रेडिंग की जाएगी. अभी तक एनएसई और बीएसई पर मुहुर्त ट्रेडिंग के लिए सही जानकारी नहीं दी गई है.
शेयर बाजार (Share Bazaar)
शेयर बाजार क्या है?
शेयर बाजार यानी इक्विटी मार्केट एक ऐसा प्लैटफॉर्म है, जो कंपनियों और निवेशकों को एक-दूसरे से जोड़ता है। कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए शेयर बाजार में लिस्ट होती हैं। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद निवेशक कंपनियों के शेयरों खरीदते -बेचते हैं।
बीएसई और एनएसई
भारत में दो बड़े शेयर बाजार हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई। बीएसई एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है। इसकी स्थापना 1895 में की गई थी। एनएसई भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है।
सेंसेक्स और निफ्टी
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का संवेदी सूचकांक है। सेंसेक्स में बीएसई की टॉप 30 कंपनियां शामिल की जाती हैं इसलिए इसे बीएसई 30 (BSE 30) भी कहते हैं। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियां बदलती रहती हैं।
स्टॉक मार्केट में ये 5 गलतियां अक्सर करते हैं निवेशक, आप भी रहें सावधान
Stock Market बाजार के एक्सपर्ट के मुताबिक खुद निर्णय लेकर अपने प्रॉफ़िट को बढ़ाने के लालच को अपने मन से हटा देना चाहिए। साथ ही पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की जरूर सलाह पर ध्यान दें और सोच-समझकर इन्वेस्टमेंट करें।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। स्टॉक मार्केट (Stock Market) में इन्वेस्टमेंट से पैसा बनाना एक बेहतर आइडिया हो सकता हैं, जो हर इन्वेस्टर को लुभाता है। साथ ही, उन युवा के लिए जो कम समय में मुनाफा कमाना चाहते हैं। बता दें कि, जब शेयर मार्केट और करेंसी की पूरी जानकारी देगा यह ऐप मार्केट में उतार-चढ़ाव दौरान किसी भी तरह के रिटर्न की आना काफी मुश्किल हो जाता हैं। ऐसे में आप इस आर्टिकल के जरिये जानिये कि इन्वेस्टमेंट के वक्त कौन से बातों पर रखना चाहिए ध्यान।
कंपनियों का करें एनालिसिस
सबसे पहले आपको फाइनेंशियल सिस्टम के बारे में जानकारी हासिल करना चाहिए कि कब स्टॉक को खरीदना है और कब उसको बेचना है, उसके बारे में विस्तार से जानिए। वहीं, औसत मार्केट को समझना आपके लिए आधा काम को पूरा कर सकता है। इन्वेस्टर अक्सर सेक्टोरल ट्रेंड्स, ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक और कंपनी की घोषणाओं की तुलना करने की मिस्टेक करते हैं। बता दें कि बहुत से युवा यह नहीं जानते हैं कि कंपनी की आंतरिक गतिविधियों से भी बहुत कुछ तय हो सकता है।
बता दें कि, कंपनी के कैश-फ्लो, खर्चों, राजस्व, और उसके निर्णयों को जानना कई पहलुओं में से एक होता हैं, जिससे लोगों को लॉंग टर्म के इन्वेस्टमेंट करने के लिए सबसे पहले पूरी तरीके से रिसर्च करना बहूत जरूरी होता है। इन्वेस्टर के लिए ऐसे पहलुओं पर अपने पोर्टफोलियो मैनेजर से सही समय पर सलाह लेना बेहतर होता हैं, क्योंकि इसमें गहन रिसर्च की काफी शेयर मार्केट और करेंसी की पूरी जानकारी देगा यह ऐप जरूरत हैं।
खुद निर्णय न लें
बाजार के एक्सपर्ट के मुताबिक, खुद निर्णय लेकर अपने प्रॉफ़िट को बढ़ाने के लालच को अपने मन से हटा देना चाहिए। साथ ही, पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की जरूर सलाह पर ध्यान दें और सोच-समझकर इन्वेस्टमेंट करें।
जब भी किसी कंपनी के शेयरो में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो इन्वेस्टर कंपनी के अच्छे प्रदर्शन से ही प्रॉफ़िट पाने के योग्य होते हैं। जब मुनाफा हो रहा हो तो कंपनियां शेयर मार्केट और करेंसी की पूरी जानकारी देगा यह ऐप अक्सर यह तय करती हैं कि वे अपने शेयरहोल्डर के साथ अपने मुनाफे को अलग-अलग कर सकते हैं। साथ ही, मुनाफे के एक हिस्से को शेयर करना चाहिए है, जिससे वे फ्युचर के लिए बचाकर रख सकते हैं। आमतौर पर डिविडेंड वही करता हैं जो कंपनी आपके द्वारा हर शेयर देने पर निर्णय कर सकते हैं। इसके अलावा कंपनियों के रिकॉर्ड और उनके प्रॉफ़िट को जानकर आप अपने इन्वेस्मेंट के निर्णय ले सकते हैं।
अलग-अलग तरीके से करें इन्वेस्टमेंट
एक्सपर्ट के मुताबिक, अपने सभी अंडों को एक ही टोकरी में नहीं रखना चाहिए। वहीं, इन्वेस्टर को भी इसी तरह का नियम पालन करना चाहिए। एक संतुलित पोर्टफोलियो का निर्माण उसी समय लें सकते हैं जब आप अपने इन्वेस्टमेंट को कई सेक्टर में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। जब मार्केट में इकोनॉमिक क्राइसिस चल रहा हो तो इन्वेस्टर की भावनाओं में उतार-चढ़ाव होता है। जिससे अनिश्चितता बढ़ने की उम्मीद रहती है। वहीं, अपने यदि पोर्टफोलियो में विविधता आ रही है तो रिटर्न आने में काफी मदद मिलती है।
बता दें कि जो लोग लॉंग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं, उन्हें मार्केट के कम समय में उतार-चढ़ाव या स्टॉक ऑप्शन की प्राइस स्थिरता के आधार पर अपनी खरीदारी या बिक्री का निर्णय नहीं लेने शेयर मार्केट और करेंसी की पूरी जानकारी देगा यह ऐप चाहिए। साथ ही, लार्ज-कैप इन्वेस्मेंट में नजर रखते हुए मिड-कैप और स्मॉल कैप निवेशों को छोटे अनुपात में रखना चाहिए और किसी भी तरह जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए।
1 अप्रैल से क्रिप्टो करेंसी पर देना होगा 30% टैक्स, जानें क्या है नियम
यूनियन बजट प्रस्तुत करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई ऐलान किए थे। जिसमें क्रिप्टो करेंसी को टैक्स के दायरे में लाने की बात कही गई थी। अब 1 अप्रैल से ये यह नियम लागू हो रहा है। यानी अगर आप क्रिप्टोकरेंसी या वर्चुअल संपत्ति से कुछ भी अर्जित करते हैं तो आपको उस पर 30% ब्याज देना होगा। सरकार की तरफ से ये बड़ा फैसला क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते उपयोग को ध्यान में रखकर किया गया है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी बड़ी बातें-
BitsAir के कुणाल जगदले कहते हैं, 'नए टैक्स प्रणाली के तहत क्रिप्टोकरेंसी पर 1 अप्रैल 2022 से 30% टैक्स का भुगतान करना होगा। हमें उम्मीद है कि क्रिप्टो निवेशक लम्बे समय तक के लिए अपने पैसे को होल्ड करेंगे।'
Stock Market Closed: दशहरे के दिन बंद रहेगा शेयर बाजार में कारोबार, इस दिन से शुरू होगी ट्रेडिंग
Stock Market Closed: अगर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं तो ये खबर आपके लिए काफी जरूरी है. ट्रेडिंग करने से पहले जान लें कि आज मार्केट खुला है या बंद.
Stock Market Closed: अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं तो आपके शेयर मार्केट और करेंसी की पूरी जानकारी देगा यह ऐप लिए ये खबर बहुत जरूरी है. बता दें कि दशहरे के मौके पर आज यानी कि 5 अक्टूबर को शेयर बाजार बंद रहेंगे. इसका मतलब ये हुआ है कि जो लोग शेयर बाजार में हर दिन ट्रेडिंग कते हैं, उनके लिए कल शेयर बाजार बंद रहेगा और वो ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे. बता दें कि 5 अक्टूबर को देशभर में दशहरा का उत्सव मनाया जाएगा और इस उपलक्ष्य में भारत के शेयर, करेंसी और डेरीवेटिव्स मार्केट करोबार के लिए बंद रहेंगे. यानी कि आज के दिन ना ही बीएसई यानी कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार होगा और ना ही एनएसई यानी कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में. इतना ही नहीं स्टॉक मार्केट के अलावा आज के दिन सरकारी और कई निजी कंपनियों की भी छुट्टी रहती है.
गुरुवार से होगी सामान्य ट्रेडिंग
BSE की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, आज यानी कि दशहरे के अवसर पर इक्विटी मार्केट, करेंसी मार्केट और डेरीवेटिव मार्केट बंद रहेंगे. हालांकि गुरुवार यानी कि 6 अक्टूबर से ये सामान्य तौर पर काम करना शुरू कर देंगे. इसका मतलब ये है कि गुरुवार से निवेशक शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना जारी कर देंगे.
BSE और NSE की वेबसाइट के मुताबिक, अक्टूबर महीने में दशहरे के दिन के अलावा दिवाली यानी कि 24 अक्टूबर (सोमवार) और दिवाली प्रतिपदा यानी कि 26 अक्टूबर (शेयर मार्केट और करेंसी की पूरी जानकारी देगा यह ऐप बुधवार) को शेयर बाजार बंद रहेंगे. हालांकि इसके बाद से शेयर बाजार में नॉर्मल तरीके से ट्रेडिंग होगी.
विस्तार
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
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