आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के 100 सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में 2 ट्रेडर भी शामिल है जिन्होंने अपनी ट्रेडिंग कला के बल पर बेशुमार दौलत इकट्ठा की है। हालाँकि ऐसे भी लाखों उदाहरण हैं जहाँ ट्रेडिंग ने लोगो को डुबो दिया । ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने ट्रेडिंग साइकोलॉजी से जुड़ी किताबें नहीं पढ़ी थी।
Trading In Hindi – ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ?
Trading को हिंदी में हम व्यापार करना कहते हैं। इसका इस्तेमाल वित्तीय बाजार में सबसे अधिक किया जाता है। Trading का मतलब है किसी एक बाजार में किसी वस्तु की खरीद बिक्री करना।
परंतु यदि हम Trading शब्द को समझे तो इसका उपयोग सामान्य रूप से पैसा बनाने के लिए प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने के रूप में किया जाता है।
जब भी लोग शेयर बाजार में शेयरों की खरीद बिक्री करते हैं, तो इसे Trading करते हैं। इसके साथ ही म्युचुअल फंड, सिक्योरिटीज, इत्यादि में निवेश करना भी Trading कहलाता है।
आजकल वित्तीय बाजार में शेयर मार्केट Trading काफी प्रचलन में है, क्योंकि इसके माध्यम से सबसे ज्यादा शेयरों की खरीद बिक्री की जाती है और मुनाफा कमाया जाता है। ऐसे हम ऑनलाइन स्टॉक Trading या ऑनलाइन Trading भी करते हैं।
Trader कौन होता है ?
जो व्यक्ति Trading करता है वह Trader कहलाता है। यानी कि वह व्यापारी कहलाता है, जो किसी भी वित्तीय बाजार में वित्तीय संपत्ति की खरीद और बिक्री करता है।
एक व्यापारी वह व्यक्ति होता है जो किसी संस्था के लिए या खुद के लिए इक्विटी में या किसी अन्य फंड में खरीद बिक्री करने में शामिल होता है।
बाजारों में किन संपत्तियो की ट्रेनिंग की जा सकती है ?
भारत में 17000 से भी ज्यादा संपत्तियां और बाजार है जहां पर कोई भी ट्रैडर Trading कर सकता है। इन में कुछ संपत्तियां शामिल है जैसे –
- शेयर
- इंडेक्स
- फॉरेक्स
- ईटीएफ
- बांड
- कमोडिटीज
- आईपीओ, इत्यादि
आप किसी भी जगह किसी भी वस्तु में व्यापार करें पर इसका उद्देश्य और परिणाम हमेशा एक ही होता है और वह है लाभ कमाना। यदि आप किसी भी वस्तु को कम कीमत पर खरीद कर अधिक कीमत पर बेचते हैं तो आपको लाभ ही होगा।
परंतु व्यापार काफी जोखिम भरा होता है, इसलिए एक व्यापारी को Risk Management की जानकारी जरूर होनी चाहिए तभी वह सफल व्यापारी बन सकता है।
Trading कैसे काम करती है ?
Trading केवल बाजार के आधार पर ही कार्य करती है। यदि आप किसी भी वस्तु का व्यापार कर रहे हैं और आप की स्थिति बाजार की मूल्य सही दिशा में चलता है तो आपको लाभ होगा। परंतु इसके विपरीत यदि आप की स्थिति बाजार के मूल्य की गलत दिशा में चलती है, तो आप अपने पैसे खो सकते हैं।
Trading मीनिंग इन हिंदी
आसान हिंदी भाषा में ट्रेडिंग का मतलब होता है ‘व्यापर’ या ‘लेनदेन’। अब व्यापार तो वैसे किसी भी चीज़ का हो सकता है लेकिन क्योंकि हम यहाँ शेयर मार्किट की बात कर EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल रहे हैं तो यहाँ ट्रेडिंग का मतलब है शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया।
जब आप किसी कंपनी के शेयर को कम दाम पर खरीदते हैं और कुछ मिनट, घंटे, या दिनों बाद उस शेयर की कीमत बढ़ जाने के बाद ज़्यादा दाम पर बेचते हैं तो इसी को हम सफल ट्रेडिंग कहते हैं। एक ट्रेडर को सफल तभी कहा जा सकता है जब वह कोई भी शेयर मुनाफे के साथ बेचे अन्यथा अपना नुकसान तो वे लोग भी करते हैं जिन्हे ट्रेडिंग का T भी नहीं पता।
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
अब जैसा की हमने आपसे ट्रेडिंग की परिभाषा में कहा की आप किसी शेयर को कुछ मिनटों से लेकर हफ्ते भर तक होल्ड कर सकते है। उसी समय अवधि के अनुसार ट्रेडिंग को मुख्य रूप से दो प्रकार में विभाजित किया गया है:
इंट्राडे ट्रेडिंग(Intraday Trading):
इंट्राडे का हिंदी में मतलब है ‘दिन के अंदर’। जब आप किसी शेयर को एक ही दिन में EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल खरीदते और मार्किट बंद होने से पहले बेच देते हैं तो उस प्रकार की ट्रेडिंग को इंट्राडे EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल ट्रेडिंग कहा जाता है। इसमें आपको सुबह मार्किट खुलते ही पोजीशन बनानी होती है क्योंकि अच्छे मौके सुबह ही मिलते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग का ही एक और टाइप होता है जिसे हम कहते है स्कल्पिंग(Scalping) जिसमे मार्किट खुलने के एक घंटे के अंदर ही शेयर का खरीदना और बेचना दोनों हो जाता है।
स्विंग ट्रेडिंग(Swing Trading)
स्विंग का हिंदी में मतलब होता है ‘झूलना’ और ट्रेडिंग जगत में भी इसका मतलब होता है किसी शेयर को एक से ज़्यादा ट्रेडिंग सेशन तक पकड़ के रखना और कुछ EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल दिन या हफ़्तों बाद बेचना। हम ऐसा कह सकते है कि आपको एक शेयर लेकर कुछ दिनों या हफ़्तों तक झूलना है और जब उसकी कीमत आपके मुताबिक बढ़ जाये तो उसे बेच देना है। अब क्योंकि स्विंग Trading में हम एक दिन से ज़्यादा शेयर को होल्ड करते हैं इसे हम डिलीवरी(Delivery) ट्रेडिंग भी कहते है।
ट्रेडिंग कैसे सीखें? How to Learn Trading in Hindi?
ट्रेडिंग एक ऐसी EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल चीज़ है जो आपको एक दिन में नहीं आएगी। इसके लिए आपको रोज़ पढ़ना पड़ेगा। जिस प्रकार अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझ में नहीं आते उन्हें पढ़ना पड़ता है। वैसे ही ट्रेडिंग का ज्ञान लेने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और Trading Psychology से जुड़ी किताबों को पढ़ना पड़ेगा तब जाकर कुछ बात बनेगी।
इसके बाद भी सिर्फ पढ़ने से काम नहीं चलेगा। आपको मार्किट का रुख देखकर अपनी EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल खुद की स्ट्रेटेजी बनानी पड़ेगी और जिस शेयर में ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं उसके कैंडलस्टिक चार्ट को देखकर उसका तकनिकी विश्लेषण करना होगा। इसके बाद ही आपको पता चल पायेगा कि वो शेयर ऊपर जायेगा या नहीं।
मार्किट से बड़ा गुरु कोई नहीं है इसलिए अगर आप Trading सीखना चाहते हैं तो लाइव ट्रेडिंग सेशन के दौरान किसी भी स्टॉक को पकड़ लें जिसके प्राइस में तेजी से बदलाव हो रहे हो। उस शेयर के पीछे के पैटर्न को देखकर आने वाले पैटर्न का अंदाज़ा लगाएं और खुद का टेस्ट करें।
अल्गो ट्रेडिंग क्या है | Algo Trading Kya Hai
ट्रेडिंग कम्प्यूटर प्रोग्राम या एक खास तरह के सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाने वाली शेयरों की खरीद-बिक्री एल्गोरिद्मिक ट्रेडिंग कहलाती है। इस EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल तरह के सॉफ्टवेयर को उचित शेयरों की पहचान और उनकी खरीद-बिक्री के लिए इंसान की जरूरत नहीं होती।
एल्गोरिद्मिक ट्रेडिंग को ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग या एल्गो ट्रेडिंग भी कहा जाता है। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग की जाती है। इसमें ऑर्डर की टाइमिंग, कीमत और मात्रा सभी कुछ पहले से दिया गया होता है। जैसे ही पहले से निर्धारित समय, मात्रा और कीमत से मार्केट की स्थितियां मेल खाती हैं, उसी वक्त ऑटोमेटिक तरीके से ट्रांजैक्शन हो जाता है। ये कम्प्यूटर प्रोग्राम खुद यह तय करते हैं कि कब, कहां और किस शेयर का कारोबार करना है।
कहाँ किया जाता इस तकनीक का प्रयोग?
इसका इस्तेमाल सबसे अधिक इन्वेस्टमेंट बैंकों, पेंशन फंड, म्यूचुअल फंड आदि में किया जाता है। यह इसलिए किया जाता है, ताकि बड़े ट्रेड को कुछ हिस्सों में बांटकर छोटे-छोटे हिस्सों में ट्रेड किया जा सके, जिससे कि मार्केट इंपैक्ट और रिस्क को मैनेज किया जा सके।
साल 2008 से डायरेक्ट मार्केट एक्सेस की अनुमति मिलने के बाद एल्गोरिद्मिक ट्रेडिंग को बढ़ावा मिला है। मिली सेकंड के भीतर ही ऐसे सॉफ्टवेयर आर्बिट्रेज के मौकों की तलाश कर सौदों को अंजाम दे डालते हैं।
ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक
ट्रेडिंग कैसे सीखें? How to Learn Trading in Hindi?
ट्रेडिंग एक ऐसी चीज़ है जो आपको एक दिन में नहीं आएगी। इसके लिए आपको रोज़ पढ़ना पड़ेगा। जिस प्रकार अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझ में नहीं आते उन्हें पढ़ना पड़ता है। वैसे ही ट्रेडिंग का ज्ञान लेने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और Trading Psychology से जुड़ी किताबों को पढ़ना पड़ेगा तब जाकर कुछ बात बनेगी।
इसके बाद भी सिर्फ पढ़ने से काम नहीं चलेगा। आपको मार्किट का रुख देखकर अपनी खुद की स्ट्रेटेजी बनानी पड़ेगी और जिस शेयर में ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं उसके कैंडलस्टिक चार्ट को देखकर उसका तकनिकी विश्लेषण करना होगा। इसके बाद ही आपको पता चल पायेगा कि वो शेयर ऊपर जायेगा या नहीं।
मार्किट से बड़ा गुरु कोई नहीं है इसलिए अगर आप Trading सीखना चाहते हैं EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल तो लाइव ट्रेडिंग सेशन के दौरान किसी भी स्टॉक को पकड़ लें जिसके प्राइस में तेजी से बदलाव हो रहे हो। उस शेयर के पीछे के पैटर्न को देखकर आने वाले पैटर्न का अंदाज़ा लगाएं और खुद का टेस्ट करें।
ट्रेडिंग कैसे की जाती है?
Trading शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले एक डीमैट अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है जो आपको स्टॉक एक्सचेंज के साथ जोड़ता है। बिना ट्रेडिंग और EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल डीमैट अकाउंट के बिना आप शेयर खरीदने की सोच भी नहीं सकते।
अगर आपने डीमैट अकाउंट खुलवा लिया है तो आप बिना किसी दिक्कत के ट्रेडिंग शुरू कर सकते है। दुनिया के शेयर बाज़ारों की टाइमिंग अलग अलग होती है जैसे भारतीय स्टॉक मार्किट सुबह 9:15 पर खुलता है और दोपहर 3:30 बजे बंद हो जाता है जबकि अन्य स्टॉक एक्सचेंज जैसे यूरोप,ऑस्ट्रेलिया, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और अमेरिकी नैस्डेक की ओपन टाइमिंग काफी अलग है।
तो जिस मार्किट में आपको Trading करनी है उसकी ओपनिंग और क्लोजिंग टाइमिंग पता करें। फिर ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाएं। ट्रेडिंग अकाउंट इंट्राडे ट्रेडिंग में मदद करेगा और डीमैट आपको स्विंग ट्रेडिंग करने में मदद करेगा क्योंकि आपके ख़रीदे गए शेयर डीमैट के अंदर ही रखे जायेंगे। ये दोनों काम करने के बाद आप आराम से किसी भी शेयर में ट्रेड करना शुरू कर सकते हैं।
Mohali Swing Accident: हाईड्रोलिक तार टूटने से गिरा झूला, कर्मियों को पहले ही थी जानकारी, EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल फिर भी लिया रिस्क
संदीप कुमार, मोहाली। मोहाली के फेज-8 स्थित दशहरा ग्राउंड में लगे मोहाली ट्रेड फेयर (लंदन ब्रिज) मेले में ड्राप टावर झूला टूटने में यह बात सामने आई है कि राइड की हाइड्रोलिक तार टूट गई थी, जिस कारण यह हादसा हुआ। घटना के समय राइड पर 35 लोग सवार थे। घटना के बाद सोमवार को मेला पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
डीएसपी हरसिमरनम सिंह बल ने EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल बताया कि प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है हाइड्रोलिक तार टूटने के कारण हादसा हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शाम चार बजे राइड चलाने वाले कर्मचारियों को इसकी जानकारी मिल गई थी कि झूले में दिक्कत आ रही है, लेकिन उन्होंने यह सोचकर इसकी मरम्मत नहीं करवाई कि छुट्टी के दिन भीड़ ज्यादा है और झूले पर रश है, इसलिए वह रिपेयर का काम बाद में करवा लेंगे।
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