Diwali Muhurat Trading 2022: जानिए क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग, निवेशक क्यों मानते हैं इसे बेहद शुभ?
Diwali Trading Muhurat 2022: 24 अक्टूबर, 2022 को दिवाली के दिन बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. शाम 6.15 से 7.15 मिनट तक मुहूर्त ट्रेडिंग का सेशन आयोजित किया जाएगा.
By: ABP Live | Updated at : 18 Oct 2022 05:03 PM (IST)
Diwali Muhurat Trading 2022: 24 अक्टूबर, 2022 को देशभर में दीपों का उत्सव दिवाली (Diwali 2022) का त्योहार मनाया जाएगा. दिवाली का त्योहार शेयर बाजार और उसके निवेशकों के लिए बेहद खास रहता है. शेयर बाजार तो वैसे दिवाली के चलते बंद रहता है. लेकिन दिवाली की शाम देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद बाजार में दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) होती है. आइए आपको विस्तार से बताते हैं क्या होता मुहूर्त ट्रेडिंग और क्यों इसे बेहद शुभ माना जाता है.
दिवाली पर 1 घंटे ट्रेडिंग
24 अक्टूबर, 2022 को दिवाली के दिन शेयर बाजार में स्पेशल ट्रेडिंग सेशन का आयोजन किया जाएगा जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading 2022) कहा जाता है. मुहूर्त ट्रेडिंग के खास मौके पर शेयर बाजार में केवल एक घंटे के लिए ट्रेडिंग होती है. शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशक मुहूर्त ट्रेडिंग में बाजार में निवेश करते हैं. मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश की परंपरा को बेहद खास और शुभ माना जाता है. 24 अक्टूबर, 2022 को दिवाली के दिन बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. शाम 6.15 से 7.15 मिनट तक मुहूर्त ट्रेडिंग की जा सकती है. शाम 6 बजे से लेकर 6.10 बजे तक प्री-ओपन ट्रेडिंग सेशन का सत्र होगा जो हमेशा शेयर बाजार के खुलने के पहले आयोजित किया जाता है. दिवाली के दिन बाजार में निवेश को बेहद शुभ माना जाता है. निवेशक यही कामना करता है कि शेयर बाजार में पूरे साल में तेजी बनी रहे. मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेशकों को बिकवाली पर जोर नहीं होता है बल्कि वे अच्चे स्टॉक्स में निवेश के लिहाज से खरीदारी करते हैं.
मुहूर्त ट्रेडिंग है बेहद शुभ
शेयर बाजार में दिवाली पर सालों से मुहूर्त ट्रेडिंग का रिवाज चला आ रहा है. दिवाली पर निवेश को बेहद शुभ माना जाता है. मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन निवेशक बाजार में ट्रेडिंग कम और निवेश पर ज्यादा फोकस करते हैं. इस वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग बेहद खास रहने वाला है. धनतरेस का त्योहार शनिवार को पड़ रहा है. जिसके चलते बाजार में इन दिन निवेशक शेयर नहीं खरीद सकेंगे. धनतरेस पर भी निवेशक शेयरों की खरीदारी करते हैं. इसलिए माना जा रहा है कि इस वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग पर बाजार में जबरदस्त रौनक रहने वाली है. मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन शेयर बाजार में सबसे पहले गणेश-लक्ष्मी की पूजा होती है. स्टॉक एक्सचेंज के मेंबर्स इस पूजा में शिरकत करते क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट हैं.
बीते एक साल बाजार में भारी उतार-चढ़ाव
बीते वर्ष 4 नवंबर, 2021 को मुहूर्त ट्रेडिंग का दिन शेयर बाजार के लिए शानदार रहा था. सेंसेक्स 60 हजार के ऊपर बंद हुआ था. सेंसेक्स 60,067 अंकों पर तो निफ्टी 17,921 पर था. हालांकि बीते एक वर्ष के दौरान महंगाई, रूस यूक्रेन युद्ध, महंगा कर्ज, करेंसी में कमजोरी और कच्चे तेल में उछाल के चलते शेयर बाजार में भारी उठापटक देखने को मिला है. बीते मुहूर्त ट्रेडिंग से सेंसेक्स फिलहाल 1,000 अंक नीचे तो निफ्टी 435 अंक नीचे ट्रेड कर रहा है.
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Published at : 18 Oct 2022 05:03 PM (IST) Tags: Diwali Muhurat Trading Dhanteras 2022 Diwali 2022 Diwali Muhurat Trading 2022 Samvat 2079 Diwali क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट Trading Muhurat 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
'Share market'
Stock Market Updates: बीते सप्ताह बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 1,492.52 अंक यानी 2.43 प्रतिशत के नुकसान के साथ 59,845.29 पर और निफ्टी (Nifty) 462.2 अंक यानी 2.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,806.8 के स्तर पर बंद हुआ.
Factors That Shape Stock Market Trends: चीन सहित कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच पिछले सप्ताह शेयर बाजार के निवेशकों के रुख में बदलाव देखा गया है. जिसका सीधा असर बाजार के कारोबार पर पड़ा है.
Top Performing IPOs in India 2022: इस साल आईपीओ (IPO 2022) लॉन्च करने वाली 37 कंपनियों में से 33 कंपनियां स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट हो चुकी हैं. एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से 25 कंपनियां अपने इश्यू प्राइस के ऊपर कारोबार कर रही हैं.
देश के शेयर बाजारों में अंतरराष्ट्रीय दबावों के साथ-साथ कोरोना की आशंका से शेयर बाजार सांसत में आ गया. पिछले तीन दिनों की तरह एक बार फिर आज शेयर बाजार लाल निशान क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट के साथ ही बंद हुए.
देश के शेयर बाजार सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन कोरोना के कहर का असर साफ दिखाई दे रहा है. बाजार में शुरूआत से ही बिकवाली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं.
पिछले महीने एलन मस्क ने बताया था कि उनकी ट्विटर 2.0 योजना में इस प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टो के जरिए पेमेंट्स को भी जोड़ा जाएगा
शेयर बाजार में गुरुवार को उतार-चढ़ाव का दौर रहा. सुबह बाजार जहां तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे वहीं दिन में कई बार हरे और लाल निशान के साथ शेयर बाजारों में कारोबार रहा. हालांकि शाम को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान के साथ बंद हुए. सेंसेक्स 241 अंक नीचे गिरकर 60826 पर बंद हुआ तो निफ्टी 71 अंक गिरकर 18127 पर बंद हुआ.
देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को तेजी का माहौल है. सुबह 9.20 पर सेंसेक्स 222 अंक ऊपर 61,290 कारोबार कर रहा था वहीं निफ्टी भी हरे रंग में कारोबार कर रहा है. निफ्टी में 48 अंक की तेजी देखी जा रही है और यह 18247 पर कारोबार कर रहा है.
वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख और आईटी शेयरों में लिवाली के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में भले ही सेंसेक्स और निफ्टी में कुछ बढ़त दिखी लेकिन शाम होते तक बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. बीएसई का 30 शेयरों में संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 635 अंक नीचे 61067 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 186 अंक नीचे 18199 पर बंद हुआ. बता दें कि आज सुबह शेयर बाजार में सप्ताह के दोनों कारोबारी दिन की गिरावट के बाद आज कुछ लिवाली का रुख दिखाई दिया था.
देश के शेयर बाजार में दो दिन की गिरावट के बाद आज कुछ तेजी देखी जा रही है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सुबह हरे निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं. सेंसेक्स में सुबह 9.40 बजे करीब 157 अंक की तेजी है और ये 61859 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी इसी समय 30 अंक की तेजी के साथ 18409 पर कारोबार कर रहा है.
मुहूर्त ट्रेडिंग पर निवेशकों ने मनाई मुनाफे की दिवाली, बाजार उछला, सेंसेक्स में 700 अंक तक की आई तेजी
बीते 6 कारोबारी दिन से भारतीय शेयर बाजार गुलजार है। आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 104.25 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,307.15 अंक पर बंद हुआ।
हर साल की तरह इस बार भी दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के मौके पर शेयर बाजार गुलजार रहा। मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक यानी सिर्फ एक घंटे ट्रेडिंग हुई। इस दौरान सेंसेक्स 700 अंक तक चढ़कर 60 हजार अंक के करीब 59,994.25 अंक पर पहुंचा।
वहीं, निफ्टी में भी तगड़ी खरीदारी का माहौल रहा। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 59,831.66 अंक पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी दिन के मुकाबले सेंसेक्स में 524.51 अंक या 0.88% की बढ़त रही। वहीं, निफ्टी की बात करें तो 155 अंक या 0.88% चढ़कर 17,730.75 अंक पर बंद हुआ।
टॉप गेनर और लूजर: मुहूर्त ट्रेडिंग पर बीएसई इंडेक्स के टॉप 30 स्टॉक की बात करें तो नेस्ले इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, एसबीआई, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील के शेयर 1 फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ बंद हुए। एचयूएल और कोटक बैंक में मुनाफावसूली हावी रही। एचयूएल के स्टॉक 3 फीसदी से ज्यादा गिरकर बंद हुए।
क्यों हुई ट्रेडिंग: ऐसी मान्यता है कि ‘मुहूर्त’ के दौरान लेन-देन करना शुभ होता है और यह वित्तीय समृद्धि लाता है। चूंकि इस दिन हिंदू संवत वर्ष 2079 की शुरुआत होती है तो ऐसे में स्टॉक मार्केट एक घंटे के लिए खुलता है। आमतौर पर इस मौके पर खरीदारी की जाती है। वहीं, कुछ निवेशक मुनाफा कमाते हैं। बता दें कि स्टॉक एक्सचेंज 26 अक्टूबर को दिवाली बालीप्रतिपदा के अवसर पर बंद रहेंगे।।
6 दिन से आ रही तेजी: आपको बता दें कि बीते 6 कारोबारी दिन से भारतीय शेयर बाजार गुलजार है। आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 104.25 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,307.15 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 12.35 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,576.30 अंक पर बंद हुआ।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 1,387.18 अंक यानी 2.39 प्रतिशत और निफ्टी में 390.60 अंक यानी 2.27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक आखिरी कारोबारी दिन विदेशी निवेशकों ने 438.89 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे थे।
स्टॉक मार्केट में एक्स-डेट और रिकॉर्ड-डेट क्या मतलब होता है, निवेशकों के लिए ये तारीखें क्यों होती हैं जरूरी?
शेयर मार्केट में पैसा लगाने की शुरुआत करने वाले लोगों का कई नई टर्म्स से सामना होना तय है. इन्हीं में शामिल हैं एक्स और . अधिक पढ़ें
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- Last Updated : November 27, 2022, 08:27 IST
हाइलाइट्स
डिविडेंड और बोनस मार्केट से पैसा कमाने का अतिरिक्त जरिया होते हैं.
इन्हें से जुड़ी बेहद महत्वपूर्ण टर्म्स हैं एक्स-डेट और रिकॉर्ड डेट.
एक्स-डेट तक शेयरों में निवेश करने वाले को बोनस या डिविडेंड दिया जाता है.
नई दिल्ली. शेयर मार्केट में पैसा केवल शेयरों की बढ़ती या घटती कीमत से ही नहीं कमाया जाता है. बोनस शेयर और डिविडेंड भी कमाई का एक बहुत बड़ा स्रोत होते हैं. हालांकि, ये लाभ हर शेयरधारक को नहीं मिल जाता है. अगर आप बाजार में नई एंट्री कर रहे हैं तो आपको बता दें कि बोनस या डिविडेंड की घोषणा कई दिन बाद ही ये आपके डीमैट अकाउंट में नजर आता है. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने शेयर कब खरीदे हैं. यहीं 2 नई टर्म्स आपके सामने आती हैं, एक्स-डेट और रिकॉर्ड डेट.
अगर आपने शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू ही किया है या करने की योजना बना रहे हैं तो इन 2 टर्म्स से आपका आमना-सामना होना तय. अक्सर आप लोग सुनते होंगे कि किसी कंपनी ने डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट तय कर दी है या बोनस के लिए रिकॉर्ड डेट फिक्स कर दी गई है. अगर आप भी इन शब्दों को पढ़कर सोच में पड़ जाते हैं क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट तो ये लेख आपके लिए ही है. आज हम बताएंगे कि ये क्या होते हैं और निवेशकों के लिए क्यों जरूरी है.
एक्स-डेट
बात सबसे पहले एक्स-डेट की, क्योंकि ये रिकॉर्ड डेट से पहले आती है. डिविडेंड के लिए एक्स-डिविडेंड और बोनस के लिए एक्स-बोनस डेट कहा जाता है. यह वह तारीख होती है जिस दिन तक कंपनी के शेयर खरीदने वाले को डिविडेंड या बोनस का लाभ दिया जाता है. यानी अगर इस तारीख के बाद आप शेयरों की खरीदारी करते हैं तो आप लाभ के हकदार नहीं होंगे. इसे कंपनी द्वारा ही फिक्स किया जाता है.
रिकॉर्ड डेट
ये आमतौर पर एक्स-डिविडेंड के एक दिन बाद वाली तिथि होती है. बशर्ते एक्स-डेट के अगले दिन कोई हॉलीडे न हो. रिकॉर्ड डेट को कंपनी अपने शेयरधारकों की सूची तैयार करती है जिन्हें डिविडेंड या बोनस दिया जाना है. इस सूची में एक्स-डेट तय शेयर खरीदने वाले निवेशकों को शामिल कर लिया जाता है. अक्सर लोग रिकॉर्ड डेट को डिविडेंड का लाभ लेने के लिए शेयर खरीदने की कटऑफ डेट मानकर चलते हैं और डिविडेंड या बोनस का फायदा उठाने से चूक जाते हैं.
निवेशकों के लिए है इसलिए जरूरी
जाहिर तौर पर अब तक आप लोग समझ ही गए होंगे कि एक्स-डेट और रिकॉर्ड डेट क्यों निवेशकों के लिए जरूरी है. अगर उन्हें शेयरों के उतार-चढ़ाव के अलावा बाजार में अन्य तरीकों से भी पैसा कमाना है तो इन दोनों टर्म्स को समझना बेहद जरूरी है. कई दफा निवेशक अपने घाटे की कुछ हद तक भरपाई डिविडेंड के माध्यम से ही कर लेते हैं.
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Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?
Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।
पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार
पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।
विस्तार
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।
पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार
पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।
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