Share Market: हरे निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार, Sensex में 185 अंकों की बढ़त

हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ हरे निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 185 अंकों की तेजी के साथ 40,469.70 और निफ्टी 55.60 अंकों की मजबूती के साथ 11,940.10 के स्तर पर विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे बंद हुआ। आज रिलायंस.

Share Market: हरे निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार, Sensex में 185 अंकों की बढ़त

हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ हरे निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 185 अंकों की तेजी के साथ 40,469.70 और निफ्टी 55.60 अंकों की मजबूती के साथ 11,940.10 के स्तर पर बंद हुआ। आज रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी नजर आई।

आज सुबह शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 55 अंक बढ़कर 40,339.95 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 13.60 अंक यानी 0.11 प्रतिशत चढ़कर 11,898.10 अंक पर पहुंच गया।

इन कंपनयों के शेयरों में नजर आई तेजी
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, पावरग्रिड, इंफोसिस, येस बैंक और एचडीएफसी बैंक में 5 प्रतिशत तक की तेजी आई।

इन कंपनियों के शेयरों में दिखी गिरावट
वेदांता, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीसीएस, ओएनजीसी और टाटा स्टील के शेयर 2 प्रतिशत तक गिर गए।

शेयर बाजार के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध रूप से 270.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 309.45 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध खरीदार रहे। अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितताओं के बीच शंघाई, हांगकांग , सोल और तोक्यो में शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा।
हरे निशान पर कारोबार कर रहा है Sensex, एयरटेल में 5% की तेजी

एनएसई ने दी फ्यूचर ग्रुप को चेतावनी: कहा अमेजन के मामलों की जानकारी समय पर नहीं दी, हो सकती है कार्रवाई

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने फ्यूचर रिटेल को चेतावनी दी कि इसने विवादित परिसंपत्ति बिक्री को रोकने के लिए Amazon.com के प्रयासों के बारे में समय पर बाजार में खुलासा नहीं किया। ऐसा कर इसने रेगुलेटर को कार्रवाई करने का मौका दिया है।

देश के शीर्ष रिटेल कंपनियों में से एक फ्यूचर रिटेल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के साथ 24,713 करोड़ रुपए में डील की। इसके तहते उसने फ्यूचर के कई सेगमेंट को अगस्त में बेच दिया था।

अमेजन कर रहा है डील का विरोध

बता दें कि अमेजन इस डील का विरोध कर रहा है। अमेज़न फ्यूचर का एक बिजनेस पार्टनर है। इसने आरोप लगाया है कि भारतीय फर्म की परिसंपत्ति बिक्री ने उनके पहले से मौजूद समझौतों में से कुछ का उल्लंघन किया है। अमेजन ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई शिकायत में फ्यूचर पर गलत खुलासे करके जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया था। यह शिकायत 25 अक्टूबर को अमेजन द्वारा फ्यूचर-रिलायंस सौदे को रोकने के लिए एक आर्बिट्रेटर से एक इंजंक्शन जीतने के बाद की गई है।

ई-मेल से हुआ खुलासा

एनएसई और फ्यूचर के बीच पहले ई-मेल का आदान-प्रदान दिखाता है कि स्टॉक एक्सचेंज ने कई बार कंपनी से मध्यस्थता आदेश (arbitration विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे order) का डिटेल्स देने की अपील की। इस अपील में वित्तीय, उधारदाताओं और रिलायंस सौदे पर संभावित प्रभाव का विवरण मांगा गया था।

27 अक्टूबर को एनएसई ने भेजा विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे ई-मेल

27 अक्टूबर को एनएसई ने फ्यूचर से पूछा कि उसने मध्यस्थता की कार्यवाही शुरू होने का खुलासा क्यों नहीं किया और आदेश के प्रभाव को साझा क्यों नहीं किया। जवाब में फ्यूचर ने कहा कि उसे ऐसा लगा कि इसकी आवश्यकता नहीं थी। एनएसई के लिस्टिंग कंप्लायंस डिवीजन ने इस तर्क को खारिज कर दिया और कहा कि इससे संबंधित सारे खुलासे 1 घंटे के भीतर कर दिए जाएं और ऐसा न करने पर कार्यवाही की जाएगी।

फ्यूचर रिटेल के सेक्रेटरी ने देर रात भेजा ई-मेल

ई-मेल से हुए आदान-प्रदान से पता चलता है कि फ्यूचर रिटेल के कंपनी सेक्रेटरी वीरेंद्र समानी ने 30 अक्टूबर को देर रात ई-मेल में एनएसई के ज्यादातर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऐसा सभी हितधारकों के सर्वोत्तम हित में किया जा रहा था। उन प्रतिक्रियाओं में से कई एनएसई के निर्देशों पर दो दिन बाद फ्यूचर द्वारा 6 पृष्ठ की एक्सचेंज फाइलिंग में सार्वजनिक किया गया।

इससे पहले फ्यूचर ने 26 अक्टूबर को मीडिया रिलीज अटैच कर एक डिस्क्लोजर प्रस्तुत कर कहा था कि यह रिलायंस के साथ अपने सौदे को सुनिश्चित करेगा और उसके लिए यह ऑर्बिट्रेशन आदेश की समीक्षा कर रहा था।

दिल्ली हाईकोर्ट में है मामला

कानूनी विवाद अब दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया है। फ्यूचर रिटेल ने कोर्ट से अपील की है कि वह अमेजन को अपने रिलायंस डील को ब्लॉक करने के लिए रेगुलेटर्स को लेटर लिखने से रोके, जिसकी मार्केट रेगुलेटर और स्टॉक एक्सचेंजों से मंजूरी लंबित है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में जज इस याचिका पर फैसला दे देंगे।

इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप

अमेजन ने भारत के बाजार नियामक से इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए फ्यूचर की जांच करने के लिए अलग से कहा था। उसने अक्टूबर के अंत में एक्सचेंज फाइलिंग से पहले ऑर्बिट्रेशन आर्डर के रिलायंस प्राइस सेंसिटिव डिटेल्स का खुलासा किया था। फ्यूचर ने कहा है कि एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस के साथ उसका कम्युनिकेशन सही था।

एनएसई ने दो बार फ्यूचर से मांगा कॉपी

27 अक्टूबर और 30 अक्टूबर के बीच भेजे ई मेल में एनएसई ने कम से दो बार फ्यूचर रिटेल से कहा कि ऑर्बिट्रेशन आर्डर की एक कॉपी दें, जिससे कि डिस्क्लोजर्स और इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में ठीक से पता लगाया जा सके। यह भी पता लगाया जा सके कि प्राइस सेंसिटिव इन्फॉर्मेशन का खुलासा क्यों नहीं किया जाना चाहिए।

Share Market: हरे निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार, Sensex में 185 अंकों की बढ़त

हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ हरे निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 185 अंकों की तेजी के साथ 40,469.70 और निफ्टी 55.60 अंकों की मजबूती के साथ 11,940.10 के स्तर पर बंद हुआ। आज रिलायंस.

Share Market: हरे निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार, Sensex में 185 अंकों की बढ़त

हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ हरे निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 185 अंकों की तेजी के साथ 40,469.70 और निफ्टी 55.60 अंकों की मजबूती के साथ 11,940.10 के स्तर पर बंद हुआ। आज रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी नजर आई।

आज सुबह शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 55 अंक बढ़कर 40,339.95 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 13.60 अंक यानी 0.11 प्रतिशत विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे चढ़कर 11,898.10 अंक पर पहुंच गया।

इन कंपनयों के शेयरों में नजर आई तेजी
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, पावरग्रिड, इंफोसिस, येस बैंक और एचडीएफसी बैंक में 5 प्रतिशत तक की तेजी आई।

इन कंपनियों के शेयरों में दिखी गिरावट
वेदांता, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीसीएस, ओएनजीसी और टाटा स्टील के शेयर 2 प्रतिशत तक गिर गए।

शेयर बाजार के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध रूप से 270.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 309.45 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध खरीदार रहे। अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितताओं के बीच शंघाई, हांगकांग , सोल और तोक्यो में शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा।
हरे निशान पर कारोबार कर रहा है Sensex, एयरटेल में 5% की तेजी

क्या आप भी करना चाहते हैं शेयर बाजार से कमाई, स्टेप बाई स्टेप जानिए क्या है पूरा प्रोसेस

शेयर बाजार ( Share Market ) में निवेश तो कई लोग करना चाहते हैं लेकिन इस बाजार की टेक्निकल बातों और बाजार के जोखिम के चलते लोग यहां निवेश करने से घबरातें हैं. लेकिन सही रणनीति और सुझबुझ से यहां पैसा बनाया जा सकता है.

क्या आप भी करना चाहते हैं शेयर बाजार से कमाई, स्टेप बाई स्टेप जानिए क्या है पूरा प्रोसेस

शेयर बाजार ने 21 जनवरी को नया रिकॉर्ड बनाया. बीएसई के सेंसेक्स ने गुरुवार को 50,000 का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर गया. इस दौरान केवल कुछ ही मिनटों में शेयर बाजार से निवेशकों 1.40 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर डाली. बुधवार को बीएसई लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 1,97,70,572.57 करोड़ रुपए था, जो गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 1,35,552 करोड़ रुपए बढ़कर 1,99,06,124.57 करोड़ रुपए हो गया. दरअसल जनवरी का महीना निवेशको के लिए काफी शुभ रहा है. केवल जनवरी महीने में बीएसई का कुल मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपए बढ़ गया है.

शेयर बाजार में निवेश कई लोग करना चाहते हैं लेकिन इस बाजार की टेक्निकल बातों और बाजार के जोखिम के चलते लोग यहां निवेश करने से कतराते हैं. इसलिए टीवी 9 हिन्दी आज आपको इस बाजार की कठिन से कठिन चीज आसान भाषा में समझाने जा रहा है. बाजार में निवेश की शुरूआत से लेकर इसके कठिन पहलुओं पर टीवी9 हिन्दी ने फिनोलॉजी के सीईओ प्रांजल कामरा से बातचीत की. आइए जानते हैं क्या है बाजार और कैसे शुरू कर सकते हैं इसमें निवेश.

सबसे पहले तय करें रणनीति

किसी भी निवेश से पहले आपको यह जानना जरुरी है कि आखिर आप निवेश करना क्यों चाहते हैं. अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के तरीके को जानना सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जिसे आप अपने लिए कर सकते हैं. और, आपको ऐसा करने के लिए एक विशेषज्ञ होने की जरूरत नहीं है. आपको केवल कुछ मूल बातें जानने की जरूरत है, एक योजना बनाएं और उसका पालन करने के लिए पर्याप्त अनुशासित रहें.

क्यों करना चाहते हैं निवेश

अपने आप से पूछें कि आप क्या चाहते हैं और अपने सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों को लिस्ट बना लें कि आप इस बाजार में निवेश किस लक्ष्य को हासिल करने के लिए करना चाहते है. आपको यह तय करना होगा कि आप शादी के लिए निवेश कर रहे हैं, अपने बच्चे के कॉलेज फंड, सेवानिवृत्ति, या कुछ और. फिर, तय करें कि आपको अपने लक्ष्य को कितने वर्षों में पूरा करना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप निवेश करते हैं, तो यह आपके लिए सबसे जरुरी ये जानना होता है कि इसमें आपको प्रवेश कब करना है और निकलना कब है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स खोलें

निवेश शुरू करने के लिए, आपको डीमैट और ट्रेडिंग खातों की जरुरत होता है. इसकी शुरूआत आप इन 3 आसान स्टेप में कर सकते हैं.

स्टेप 1: एक स्टॉक ब्रोकर चुनें जहां डीमैट और ट्रेडिंग खाता खुलवाया जा सकें स्टेप 2:विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे केवाईसी के नियमों को पूरा करें. चरण 3: केवाईसी की सत्यापन प्रक्रिया पूरा होते ही आप बाजार से कमाई करने के लिए आप रजिस्टर्ड हैं.

अब निवेश के लिए बजट निर्धारित करें

बजट तय करना निवेश का महत्वपूर्ण हिस्सा है. आपको यह पता लगाने की आवश्यकता है कि शेयरों में निवेश शुरू करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए. इसके अलावा, विश्लेषण करें कि क्या वार्षिक एकमुश्त निवेश करना आपके लिए अनुकूल होगा या यह मासिक आधार पर अधिक आकर्षक होगा. यह बजट अंततः आपके निवेश लक्ष्यों और उन्हें कैसे प्राप्त किया जा सकता है, हालांकि इसमें सबसे ज्यादा ध्यान देने वाले बात यह है कि आप कोई ऐसा लक्ष्य तुरंत के लिए न बना लें जिसमें सीधे 50 फीसदी का मुनाफा हो.

निफ्टी में निवेश : जब आप यह सब पता लगा लेते हैं, तो आप निफ्टी जैसे सूचकांकों के लिए तैयार हैं. ऐसा करने के कई तरीके हैं:

1. स्पॉट ट्रेडिंग और डेरिवेटिव ट्रेडिंग

निफ्टी में निवेश करने का सबसे सरल तरीका किसी कंपनी के स्टॉक्स को खरीदना. जब विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे आप किसी कंपनी का स्टॉर खऱीदते हैं तो आप उनकी कीमत बढ़ने पर पूंजीगत लाभ का फायदा उठा सकते हैं. वहीं डेरिवेटिव्स एक तरह वित्तीय अनुबंध हैं ये स्टॉक, कमोडिटीज, मुद्राएं आदि हो सकते हैं. इस पद्धति के साथ, पार्टियां भविष्य की तारीख में अनुबंध का निपटान करने के लिए सहमत होती हैं और अंतर्निहित परिसंपत्ति के भविष्य के मूल्य पर दांव लगाकर लाभ कमाती हैं. निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग के लिए, आपके पास दो डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स हैं:

● निफ्टी फ्यूचर्सः

आसान शब्दों में, फ्यूचर्स कॉन्ट्रेक्ट खरीदार और विक्रेता के बीच भविष्य की तारीख पर निफ्टी लॉट के ट्रेडिंग का एक समझौता है. अनुबंध की अवधि के दौरान, यदि कीमत बढ़ जाती है, तो आप स्टॉक बेच सकते हैं और यील्ड कमा सकते हैं. यदि कीमत कम हो जाती है, तो आप सेटलमेंट डेट तक इंतजार कर सकते हैं ताकि कीमत कम हो सकें.

● निफ्टी ऑप्शंसः

एक ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट वह है जो खरीदार और विक्रेता के बीच निफ्टी लॉट को एक विशिष्ट मूल्य पर भविष्य की तारीख में व्यापार करने के लिए निर्धारित किया जाता है. ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट का खरीदार प्रीमियम का भुगतान करके कानूनी अधिकार प्राप्त करता है. हालांकि, अगर भविष्य में कीमत लाभ दे रही है तो भविष्य में निफ्टी को खरीदने / बेचने का दायित्व उनका नहीं है.

इंडेक्स फंड्स

यह एक पोर्टफोलियो (स्टॉक, बॉन्ड, इंडेक्स, मुद्राएं, आदि) के साथ म्यूचुअल फंड का एक प्रकार है, जो मार्केट इंडेक्स (स्टॉक और उनकी कीमत में उतार-चढ़ाव) के घटकों को मैच या ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो व्यापक बाजार प्रदर्शन प्रदान करता है. ये फंड निफ्टी सहित विभिन्न सूचकांकों में निवेश करते हैं.

हाल के वर्षों में निफ्टी इंडेक्स और शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर वृद्धि विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे ने खुदरा निवेशकों, संस्थागत निवेशकों और विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है, जो सीधे या इंडेक्स फंड के माध्यम से अपने पैसे को इंडेक्स में डालते हैं. निवेश करते समय बस ऊपर दिए गए बातों को ध्यान में रखेंगे तो आप बाजार से भी बिना ज्यादा जोखिम अच्छा मुनाफा कमा सकते है.

एनएसई ने दी फ्यूचर ग्रुप को चेतावनी: कहा अमेजन के मामलों की जानकारी समय पर नहीं दी, हो सकती है कार्रवाई

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने फ्यूचर रिटेल को चेतावनी दी कि इसने विवादित परिसंपत्ति बिक्री को रोकने के लिए Amazon.com के प्रयासों के बारे में समय पर बाजार में खुलासा नहीं किया। ऐसा कर इसने रेगुलेटर को कार्रवाई करने का मौका दिया है।

देश के शीर्ष रिटेल कंपनियों में से एक फ्यूचर रिटेल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के साथ 24,713 करोड़ रुपए में डील की। इसके तहते उसने फ्यूचर के कई सेगमेंट को अगस्त में बेच दिया था।

अमेजन कर रहा है डील का विरोध

बता दें कि अमेजन इस डील का विरोध कर रहा है। अमेज़न फ्यूचर का एक बिजनेस पार्टनर है। इसने आरोप लगाया है कि भारतीय फर्म की परिसंपत्ति बिक्री ने उनके पहले से मौजूद समझौतों में से कुछ का उल्लंघन किया है। अमेजन ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई शिकायत में फ्यूचर पर गलत खुलासे करके जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया था। यह शिकायत 25 अक्टूबर को अमेजन द्वारा फ्यूचर-रिलायंस सौदे को रोकने के लिए एक आर्बिट्रेटर से एक इंजंक्शन जीतने के बाद की गई है।

ई-मेल से हुआ खुलासा

एनएसई और फ्यूचर के बीच पहले ई-मेल का आदान-प्रदान दिखाता है कि स्टॉक एक्सचेंज ने कई बार कंपनी से मध्यस्थता आदेश (arbitration order) का डिटेल्स देने की अपील की। इस अपील में वित्तीय, उधारदाताओं और रिलायंस सौदे पर संभावित प्रभाव का विवरण मांगा गया था।

27 अक्टूबर को एनएसई ने भेजा ई-मेल

27 अक्टूबर को एनएसई ने फ्यूचर से पूछा कि उसने मध्यस्थता की कार्यवाही शुरू होने का खुलासा क्यों नहीं किया और आदेश के प्रभाव को साझा क्यों नहीं किया। जवाब में फ्यूचर ने कहा कि उसे ऐसा लगा कि इसकी आवश्यकता नहीं थी। एनएसई के लिस्टिंग कंप्लायंस डिवीजन ने इस तर्क को खारिज कर दिया और कहा कि इससे संबंधित सारे खुलासे 1 घंटे के भीतर कर दिए जाएं और ऐसा न करने पर कार्यवाही की जाएगी।

फ्यूचर रिटेल के सेक्रेटरी ने देर रात भेजा ई-मेल

ई-मेल से हुए आदान-प्रदान से पता चलता है कि फ्यूचर रिटेल के कंपनी सेक्रेटरी वीरेंद्र समानी ने 30 अक्टूबर को देर रात ई-मेल में एनएसई के ज्यादातर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऐसा सभी हितधारकों के सर्वोत्तम हित में किया जा रहा था। उन प्रतिक्रियाओं में से कई एनएसई के निर्देशों पर दो दिन बाद फ्यूचर द्वारा 6 पृष्ठ की एक्सचेंज फाइलिंग में सार्वजनिक किया गया।

इससे पहले फ्यूचर ने 26 अक्टूबर को मीडिया रिलीज अटैच कर एक डिस्क्लोजर प्रस्तुत कर कहा था कि यह रिलायंस के साथ अपने सौदे को सुनिश्चित करेगा और उसके लिए यह ऑर्बिट्रेशन आदेश की समीक्षा विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे कर रहा था।

दिल्ली हाईकोर्ट में है मामला

कानूनी विवाद अब दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया है। फ्यूचर रिटेल ने कोर्ट से अपील की है कि वह अमेजन को अपने रिलायंस डील को ब्लॉक करने के लिए रेगुलेटर्स को लेटर लिखने से रोके, जिसकी मार्केट रेगुलेटर और स्टॉक एक्सचेंजों से मंजूरी लंबित है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में जज इस याचिका पर फैसला दे देंगे।

इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप

अमेजन ने भारत के बाजार नियामक से इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए फ्यूचर की जांच करने विभिन्न परिसंपत्तियों के लिए ट्रेडिंग घंटे के लिए अलग से कहा था। उसने अक्टूबर के अंत में एक्सचेंज फाइलिंग से पहले ऑर्बिट्रेशन आर्डर के रिलायंस प्राइस सेंसिटिव डिटेल्स का खुलासा किया था। फ्यूचर ने कहा है कि एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस के साथ उसका कम्युनिकेशन सही था।

एनएसई ने दो बार फ्यूचर से मांगा कॉपी

27 अक्टूबर और 30 अक्टूबर के बीच भेजे ई मेल में एनएसई ने कम से दो बार फ्यूचर रिटेल से कहा कि ऑर्बिट्रेशन आर्डर की एक कॉपी दें, जिससे कि डिस्क्लोजर्स और इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में ठीक से पता लगाया जा सके। यह भी पता लगाया जा सके कि प्राइस सेंसिटिव इन्फॉर्मेशन का खुलासा क्यों नहीं किया जाना चाहिए।

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