क्या हैं रोबोट-चूहे की खूबियां?
शोधकर्ताओं ने कहा कि इस रोबोट को बनाने का काम पूरा हो गया है। यह चल सकता है, झुक और खड़ा हो सकता है, पीछे मुड़ सकता है, इसके अलावा अगर यह गिर जाए तो फिर से सीधा हो सकता है। टेस्टिंग के दौरान SQuRo नें एक 3.5 इंच चौड़ी बाधा को पार किया। इसके साथ ही यह 15 डिग्री की ढलान पर चढ़ने में सक्षम था। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब वैज्ञानिकों ने किसी जानवर से रोबोट बनाने की प्रेरणा ली हो। इससे पहले जनवरी में चीनी सेना ने एक बड़ा रोबोटा 'याक' बनाया था जो 6 मील की रफ्तार से दौड़ सकता था और करीब 160 किलो का वजन उठा कर चल सकता था।

ग्रेटर नोएडा में बना रोबोट चीन की कंपनियों को देगा टक्कर

उत्तर प्रदेश का नोएडा या गौतमबुद्ध नगर जिला नए आईटी हब के रुप में शुमार होने लगा है। यहां पर बड़ी-बड़ी आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और रोबोटिक्स कम्पानियां अपनी रुचि दिखा रही है। अभी तक तो यह माना जाता था कि, दक्षिण भारत ही आईटी और मैन्युफैक्चरिंग हब है। पर आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा में बने रोबोट चीन की कंपनियों को टक्कर देते नजर आएंगे।

ग्रेटर नोएडा में बना रोबोट चीन की कंपनियों को देगा टक्कर

उत्तर प्रदेश का नोएडा या गौतमबुद्ध नगर जिला नए आईटी हब के रुप में शुमार होने लगा है। यहां पर बड़ी-बड़ी आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और रोबोटिक्स कम्पानियां अपनी रुचि दिखा रही है। अभी तक तो यह माना जाता था कि, दक्षिण भारत ही आईटी और मैन्युफैक्चरिंग हब है। पर आने वाले रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें समय में ग्रेटर नोएडा में बने रोबोट चीन की कंपनियों को टक्कर देते नजर आएंगे। नोएडा में बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एमएक्यू जैसी विख्यात कंपनियां डेटा सेंटर की स्थापना कर रही हैं। रोबोट बनाने वाली कई प्रमुख कंपनियों ने बीते माह अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन ली है। इन कंपनियों के ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार तो मिलेगा और इन कंपनियों में बने रोबोट चीन की बड़ी कंपनियों को टक्कर देंगे। रोबोट कारोबार से जुड़े निवेशकों का दावा है कि, ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने वाली कंपनियों के चलते जल्दी ही नोएडा शहर देश में रोबोट मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन जाएगा।

13 साल के बच्चे ने बनाया इमोशन वाला रोबोट, डांटने पर हो जाता है नाराज

प्रतीक

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gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 25 अगस्त 2022,
  • (Updated 25 अगस्त 2022, 2:36 PM IST)

डांटने पर नाराज भी होता है रोबोट

इंसान का मस्तिष्क कई तरह के इमोशन्स से भरा हुआ है. लेकिन मशीनों में इमोशन का होना काफी अनसुना सा लगता है. इमोशन वाले रोबोट के बारे में आपने सुना ही होगा. लेकिन इस बार एक 13 साल के बच्चे ने ऐसा रोबोट बनाया है, जो अपने आप में ही चौंका देने वाला है. तमिलनाडु के चेन्नई में एक 13 साल के लड़के ने इमोशन के साथ रोबोट तैयार करने का दावा किया है. प्रतीक ने इमोशन्स वाले अपने रोबोट का नाम 'रफी' रखा है.

इस रोबोट में रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें हैं सभी इमोशन
ऐसा कहा जाता है कि रोबोट इंसान नहीं हो सकते क्योंकि उनके पास केवल समान शरीर है, लेकिन भावनाएं नहीं हैं. उनसे जो भी करने को कहा जाता है वे वही करते हैं. हालांकि, अगर उनमें भी भावनाएं हैं, तो रोबोट और इंसानों के बीच अंतर काफी कम हो जाएगा. इंसान और रोबोट में काफी समानताएं हैं जैसे कि दोनों के दो हाथ और पैर होते हैं, वजन उठाते हैं, ऊर्जा की खपत करते हैं, आदि. लेकिन अब इस सूची में एक और समानता जुड़ गई है, वह है भावनाएं.

चीन के वैज्ञानिकों ने बनाई रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें रोबोट मछली, समुद्र के अंदर खा जाएगी माइक्रो प्लास्टिक

बीजिंग। चीन के वैज्ञानिकों (scientists) ने रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें माइक्रोप्लास्टिक खाने वाली एक मछली बनाई है। यह चावल के दाने से बहुत छोटे प्लास्टिक के टुकड़े खाने में सक्षम है। इसे समुद्र की सफाई के लिहाज(in terms of cleanliness) से बनाया गया है। काले रंग की यह रोबोटिक मछली (robotic रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें fish) एक लाइट (रेडियोसक्रिय किरणों से उपचारित) की मदद से काम करती है। इसके जरिये वह अपने पंख फड़फड़ा सकती है और शरीर को हिला डुला सकती है।

दक्षिण-पश्चिम (Southwest) चीन की सिचुआन यूनिवर्सिटी की चीनी वैज्ञानिकों की एक टीम ने कहा कि ये रोबोट मछली एक दिन दुनिया भर के समुद्र से माइक्रोप्लास्टिक (microplastic) के कचरे को साफ कर देगी। यह छूने में एकदम नाजुक और 1.3 सेंटीमीटर (0.5 इंच) तक लंबी है। इस तरह की कुछ मछलियां सतह की गहराई में पानी से माइक्रोप्लास्टिक निकालने का काम कर रही हैं। टीम का कहना है रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें कि वह रोबोट मछलियों पर अभी और काम कर रहे हैं, ताकि ये एक दिन और गहराई तक जाकर पानी से माइक्रोप्लास्टिक को खा सकें।

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कम वजन, छोटा आकार
रोबोट को बनाने वाली टीम के शोधकर्ता वांग युयान(wang yuan) ने कहा, हमने कम वजन वाला छोटी रोबोटिक मछली बनाई है। इसे बायोमेडिकल या खतरनाक ऑपरेशंस के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा यह एक तरह का छोटा रोबोट है, जिसे शरीर में भी लगाया जा सकता है। जिससे बीमारी को खत्म करने में भी मदद मिल सकती है। वैज्ञानिक लाइट का इस्तेमाल करते हुए रोबोट को नियंत्रित कर सकते हैं, ताकि ये पानी में तैरने वाली अन्य मछलियों और जहाजों से न टकराएं।

बड़ी मछली के खा जाने के बाद भी रहती है जीवित
वांग के मुताबिक, अगर इन्हें गलती से पानी में मौजूद दूसरी मछलियां खा लेती हैं, तब भी असली मछलियों को इससे कोई नुकसान नहीं होगा। वो आसानी से इन रोबोट को पचा लेंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि मछलियों को पॉलीयुरेथेन से बनाया गया है। जो बायो कंपैटिबल है। रोबोटिक मछलियां प्रदूषकों को अवशोषित कर सकती हैं और क्षतिग्रस्त होने पर खुद को ठीक कर सकती हैं। यह प्रति सेकेंड 2.76 बॉडी लेंथ के साथ तैर सकती हैं, जो अधिकतर आर्टिफिशियल रोबोट की तुलना में अधिक तीव्र है।

ग्रेटर नोएडा में बनेंगे रोबोट, 4 कंपनियों को जमीन आवंटित, 11 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

ग्रेटर नोएडा में बनेंगे रोबोट, 4 कंपनियों को जमीन आवंटित, 11 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

ग्रेटर नोएडा में चार बड़ी कंपनियों ने निवेश के लिए जमीन खरीदी है। इनमें रोबोट रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें बनाने वाली कंपनी भी शामिल है। इन चारों में से एक कंपनी डीएमआईसी आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में और शेष तीन ग्रेटर नोएडा में अपनी इकाई स्थापित करेंगी। इन कंपनियों से करीब 1600 करोड़ रुपये का निवेश आएगा और करीब 11,250 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे। इससे प्राधिकरण को 90 दिनों में बतौर जमीन की लागत के रूप में करीब 160 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे।

कुत्ते, बिल्ली के बाद अब वैज्ञानिकों ने बनाया 'रोबोट चूहा', संकरी जगहों पर रेसक्यू में आएगा काम, जानें क्या है खासियत

Robot Mouse

चीन के वाज्ञानिकों ने बनाया रोबोट चूहा. फोटो साभार- बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी

  • बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञनिकों ने एक रोबोट चूहा बनाया है
  • यह चूहा चल सकता है, झुक और खड़ा हो सकता है इसके साथ ही पीछे मुड़ सकता है
  • टीम का मानना है कि संकरी जगहों पर रेस्क्यू रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें के दौरान यह उपयोगी साबित होगा

बीजिंग: टेक्नोलॉजी के विकास के साथ-साथ पहले इंसानों की तरह दिखने वाले रोबोट बनाए गए। बाद में जानवरों के रोबोट रेडीमेड रोबोट कहां से खरीदें का निर्माण शुरु हुआ। पिछले कुछ साल में रोबोट मछली और कुत्ते के बारे में आपने बहुत सुना होगा। लेकिन अब चीन के वैज्ञानिकों ने एक रोबोट चूहा (Robot Rat) बनाया है। यह कारनामा बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने कर दिखाया है।

चार पैरों वाले इस छोटे से रोबोट चूहे का नाम SQuRo है। एक असली चूहे की ही तरह यह सबकुछ कर सकता है। यह झुक सकता है, खड़ा हो सकता है, चल सकता है, रेंग सकता है और मुड़ भी सकता है। इतना ही नहीं ये अपने वजन के लगभग 91 फीसदी के बराबर का भार भी उठा सकता है। टीम का मानना है कि छोटी और संकरी जगहों पर रेस्क्यू के दौरान यह उपयोगी साबित होगा।
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असली चूहे की ही तरह बनाई गई रीढ़
शोधकर्ताओं ने कहा कि चूहे की बनावट और उसकी चाल-ढाल को नकल करने के कई प्रयास किए गए हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि चूहों का शरीर बहुत लचीला होता है, जिसके कारण वह पतली जगहों में भी घुस सकते हैं। इस रोबोट को बनाने के लिए असली चूहे के शरीर कि गतिविधियों का अध्ययन किया गया। बाद में एक असली चूहे की ही तरह इसकी भी एक लचीली और लंबी रीढ़ का निर्माण किया गया।

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