SIP Investment – SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें
SIP Investment – SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें यानि SIP में निवेश आपको किस प्रकार करोड़पति बन सकते है. साफ़ तौर पर आपको कितना बचत करना है, कहाँ निवेश करना है और कितना रिटर्न मिल सकता है हिंदी में विस्तार से जानकारी कि SIP में निवेश से क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? एक करोड़ कैसे बनायें. यह तो सब समझते हैं कि अमीर बनने के लिए आपको अपनी आमदनी से कम खर्चा करना है और बचत करना है और उस बचत को सही जगह पर निवेश करना है. मगर हमें यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हमें कितनी बचत करनी है और कहाँ निवेश करना है. SIP के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये SIP in Hindi हमारा लेख विस्तार से पढ़ें।
SIP Investment – SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें
SIP कैलकुलटेर
यदि आपको मालूम है कि आपको अपने उद्देश्य की पूर्ती के लिए कितना पैसा चाहिए तो आज आपको बता रहे हैं कि आपको कितना निवेश करना चाहिए और कहाँ निवेश करना चाहिए. यदि आप ने एक निश्चित पूँजी प्राप्त करने का उद्देश्य हासिल करना है तो यहाँ आपको बता रहे हैं कि अगले पचीस वर्षों में आप इसे कैसे प्राप्त कर सकते हैं. यदि आप अपने निवेश से एक करोड़ रुपये प्राप्त करना चाहते हैं तो यहाँ दिए गए टेबल में देख सकते हैं कि कितनी राशी प्रति माह जमा करने के बाद एक निश्चित ब्याज या रिटर्न पर आप कब एक करोड़ रुपये प्राप्त कर सकते हैं. यहां पढ़ें SIP में निवेश कैसे करें।
SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें
SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें
जानिए SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें
एक करोड़ से ऊपर की राशी नीले रंग में दिखाई गयी है.
कैसे करें बचत
यहाँ आपको बता दें कि यदि मान लीजिये कि आपका उद्देश्य एक करोड़ रुपये की पूँजी बनाना है तो मुद्रास्फीति यानी महंगाई का ध्यान रखें. यानि जो चीज आप आज एक करोड़ में प्राप्त कर सकते हैं वही चीज आप पचीस साल बाद बढ़ती महंगाई के कारण एक करोड़ में प्राप्त नहीं कर सकेंगे. इसी लिए जब आप अपना लक्ष्य निर्धारित करें तो उसमें महंगाई से होने वाली क्षति की भी गणना कर लें. इसीलिए मैंने इस टेबल में एक करोड़ से भी ज्यादा के लक्ष्य को प्राप्त करने के आंकड़े भी लिए हैं.
जो लक्ष्य आपने चुना है उसी अनुसार आपकी मासिक बचत भी होनी चाहिए. यदि आप उतनी मासिक बचत नहीं कर पा रहे हैं तो इसके लिए साधारण सा नियम है कि या तो अपनी आय बढ़ाएं या अपने खर्चे कम करें जिससे आप एक निश्चित राशी हर माह बचा सकें.
या फिर अपनी बचत को ऐसी जगह निवेश क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? करें जहां आपको अधिक रिटर्न मिल सके.
एक करोड़ का लक्ष प्राप्त करने के लिए कैसे और कहाँ निवेश करें
अब सवाल उठता है कि अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कहाँ और कैसे निवेश करें. हर माह एक निश्चित राशी निवेश करने को कहते हैं SIP यानी Systematic Investment Plan मतलब एक पद्धतिबद्ध निवेश योजना.
अब आप यह निश्चित राशि हर माह म्यूचुअल फण्ड में भी कर सकते है, बैंक RD (Recurring Deposit) या पोस्ट ऑफिस RD में भी कर सकते हैं.
SIP Investment अपना मनवांछित रिटर्न पाने के लिए कहाँ निवेश करें?
अपने निवेश पर अधिक रिटर्न प्राप्त करने के लिए आपको अधिक रिस्क भी उठाना होगा. आप अपना लक्ष प्राप्त करने के लिए अपने निवेश को अलग अलग जगह पर भी निवेश कर सकते हैं. इससे कम रिस्क में अधिक रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है. जैसे कि हर माह केवल इक्विटी म्यूचुअल फण्ड में निवेश ना करके आधा निवेश डेट फण्ड में और आधा निवेश इक्विटी फण्ड में कर सकते हैं. यदि आप इनकम टैक्स बचाना चाहते हैं तो ELSS में भी निवेश कर सकते हैं. साथ ही पढ़ें ELSS में निवेश से पहले जानने योग्य बातें हमारी साइट पर। यहाँ आपको बता रहे हैं कि आप कहाँ निवेश करके कैसा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
8 से 11%
बैंक RD
पोस्ट ऑफिस RD
PF यानि Provident Fund
डेट फण्ड
बैलेंस्ड फण्ड
ETF
इन निवेशों को अधिक सुरक्षित माना जाता है और रिटर्न के लिए सुनिश्चित रहा जा सकता है.
12 से 18%
शेयर बाजार
इक्विटी फण्ड
डाइवर्सिफाइड इक्विटी फण्ड
बैलेंस्ड फण्ड
ETF
इन निवेशों में रिस्क भी सम्मिलित मान सकते हैं मगर यदि आप पचीस वर्षों तक निवेश कर रहे हैं और SIP द्वारा निवेश कर रहे हैं तो आपका रिस्क न्यूनतम हो जाता है.
आदर्श निवेश वही होगा जो ऊपर दी गयी दोनों श्रेणियों में बाँट कर किया जाए.
तो इस लेख को पढ़ कर आप अपने निवेश और बचत के उद्देश्यों को समझने में अधिक स्पष्ट हो गए होंगे. अब आपको पता है कि अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आपको कितना और कहाँ निवेश करना है. अब आपको SIP Investment द्वारा SIP में निवेश से एक करोड़ कैसे बनायें यह बहुत आसान लग रहा होगा.
Monthly Income Scheme : पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में करें निवेश, हर महीने मिलेगा 6.6 प्रतिशत ब्याज
Monthly Income Scheme : पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में निवेश पर हर महीने 6.6 प्रतिशत ब्याज मिलेगा. इस प्लान के तहत आपको हर महीने 6.6 फीसदी ब्याज मिलेगा. यदि आप खाते में एक बार में 50,000, रुपये जमा करते हैं, तो आपको लगभग 275 रुपये हर महीने और 3300 रुपये सालाना मिलेंगे. आपको पांच साल बाद ब्याज में कुल 16500 रुपये मिलेंगे.
Published: September 16, 2022 9:07 AM IST
Monthly Income Scheme : लोगों को उनके काम करने या निवेश करने के लिए भुगतान किया जाता है जो यह दर्शाता है कि लोग अपने स्वयं के श्रम या पैसे के माध्यम से कमाई कर रहे हैं. अगर आप भी पैसे से लाभ कमाने का इरादा रखते हैं तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका है. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में निवेश करके आप अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं. इसका मतलब है कि आप समय-समय पर भुगतान के रूप में रिटर्न अर्जित कर सकते हैं. इसलिए अगर आप हर महीने एक निश्चित ब्याज चाहते हैं, तो आपको डाकघर की मासिक आय योजना में निवेश करना चाहिए.
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आइए अब समझते हैं कि पूरी प्रक्रिया कैसे काम करती है.
निवेश राशि
मासिक आय योजना में आप कम से कम 1000 रुपये के 100 गुणकों में पैसा जमा कर सकते हैं. आप केवल 4.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं, यदि आपके पास एक खाता है और यदि आपका संयुक्त खाता है तो आप अधिकतम 9 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.
आयु सीमा
मासिक आय योजना में निवेश करने के लिए आपकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए.
खाता धारक
एक ही समय में कम से कम एक और अधिकतम तीन लोग इस खाते को खोल सकते हैं.
परिपक्वता अवधि
पोस्ट ऑफिस के मासिक प्लान के तहत आप अपना अकाउंट 5 साल तक के लिए खोल सकते हैं. यहां जमा किया गया पैसा कम से कम एक साल तक नहीं निकाला जा सकता है. मूलधन का 2% आपकी निकासी से निकाल लिया जाएगा यदि यह एक से तीन वर्ष के बीच किया जाता है. वहीं अगर आप तीन से पांच साल बाद इसे वापस लेते हैं तो आपका 1% मूलधन ले लिया जाएगा.
निवेश योजना
इस प्लान के तहत आपको हर महीने 6.6 फीसदी ब्याज मिलेगा. यदि आप खाते में एक बार में 50,000, रुपये जमा करते हैं, तो आपको लगभग 275 रुपये हर महीने और 3300 रुपये सालाना मिलेंगे. आपको पांच साल बाद ब्याज में कुल 16500 रुपये मिलेंगे.
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Top 10 Investment Tips: पहली बार निवेश करने वालों के लिए 10 टिप्स, जानें- निवेश को सुरक्षित और आगे बढ़ाने के उपाय
Top 10 Investment Tips: निवेश एक सतत प्रक्रिया है. अगर आप ज्यादा पैसे बनाना चाहते हैं, तो लगातार निवेश करते रहना चाहिए. इसके अलावा टिप्स पर ध्यान नहीं देना चाहिए. साथ ही यह समझें कि आप निवेश कर रहे हैं न कि सट्टेबाजी में पैसा लगाए हैं.
Updated: August 18, 2022 1:03 PM IST
संपत्ति बनाने और मेहनत से अर्जित आय या प्रशंसा से पैसे बचाने के लिए अर्जित या निवेश की गई संपत्ति को निवेश की श्रेणी में रखा गया है. निवेश का अर्थ मुख्य रूप से आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्राप्त करना या किसी विशिष्ट अवधि में निवेश से लाभ प्राप्त करना है. यहां पर हम आपके लिए लेकर आए हैं निवेश के 10 बड़े टिप्स-
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निवेश की एक योजना बनाएं
अपने मन में यह बात लाने के बाद कि आप पैसा का निवेश करना चाहते हैं. आपको कुछ प्रश्नों को ध्यान में रखते हुए एक योजना तैयार करने की आवश्यकता है. मैं कितना निवेश कर सकता हूं? मैं क्या खोने का जोखिम उठा सकता हूं? मेरे निवेश का लक्ष्य क्या है? उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए मैं कितने समय के लिए निवेश कर रहा हूं? क्या मैं सभी प्रासंगिक निवेश परिभाषाओं और शब्दावली को जानता हूं?
अपनी जोखिम क्षमता को समझें
अपनी जोखिम सहने की क्षमता को समझें और अगर आपने निवेश किया हुआ कुछ या पूरा पैसा खो दिया तो आप कैसा महसूस करेंगे. पहली बार के निवेशकों के लिए एक सामान्य गलती यह मान लेना है कि वे वास्तव में नुकसान के प्रति ज्यादा सहनशील हैं. इसलिए जब जोखिम भरा निवेश कम होने लगता है, तो वे अक्सर घबरा जाते हैं और अपने पोर्टफोलियो को कम करने लगते हैं. जोखिम और इनाम के लिए एक तय दृष्टिकोण अपनाने से आप अपनी हानि की क्षमता के अनुरूप निवेश करने का बीमा लेंगे. याद रखें, आप जो कुछ भी करते हैं उसमें जोखिम शामिल है. इसमें नकदी रखना भी शामिल है, क्योंकि इसकी क्रय शक्ति मुद्रास्फीति से धीरे-धीरे कम हो सकती है.
शुरुआत से टैक्स का रखें ध्यान
जब निवेश की बात आती है, तो आप शायद अपेक्षाकृत छोटे पॉट से शुरुआत करेंगे और सोच सकते हैं कि टैक्स कोई बड़ी चिंता नहीं है. याद रखें, निवेश एक दीर्घकालिक रणनीति है और आपको भविष्य में अपने निवेश के संभावित मूल्य पर विचार करने की आवश्यकता है. यह बात ध्यान में रखें कि आप अपनी सेवानिवृत्ति के लिए अभी निवेश कर रहे हैं, जब तक आप सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंचते हैं, तब तक आपने काफी कुछ हासिल कर लिया होगा. यदि आपने पेंशन जैसे कर-कुशल वातावरण में निवेश नहीं किया है तो आपको कर की काफी राशि का भुगतान करना पड़ सकता है. यह भी तय करें कि जब आप खाता खोलते हैं तो आपको इसके बारे में पता होना चाहिए.
अलग-अलग सेगमेंट में करें निवेश
जैसे-जैसे विभिन्न बाजार बढ़ते और गिरते हैं, विभिन्न प्रकार के निवेश फंडों का एक विविध पोर्टफोलियो आपके पोर्टफोलियो को एक आर्थिक चक्र में स्थिर करने में मदद कर सकता है. विशेष रूप से विशेष बाजारों, क्षेत्रों या कंपनियों में निवेश करने से आप एक विशेष क्षेत्र में होने वाली अप्रत्याशित समस्याओं के संपर्क में आ सकते हैं. परिसंपत्ति वर्गों, क्षेत्रों और क्षेत्रों की एक श्रृंखला में निवेश करने से संभावित नुकसान को कम करने और लंबी अवधि के रिटर्न को अधिकतम करने में मदद मिलती है.
टिप्स पर ध्यान न दें
इंटरनेट और मीडिया शेयरों या फंडों पर पंडितों से भरे हुए हैं जो अगली सबसे अच्छी चीज होने वाले हैं. हालांकि ये ‘टिप्स’ कभी-कभी व्यावहारिक हो सकते हैं, सावधान रहें कि उनका पीछा न करें और अपने पोर्टफोलियो में जोड़ने के लिए उपयुक्त निवेश चुनकर उनका लाभ उठाने के लिए अपने पोर्टफोलियो को लगातार बदलते रहें.
घोड़े की दौड़ में टट्टू पर दांव न लगाएं
इतिहास के सबसे प्रभावशाली निवेशकों में से एक, वॉरेन बफे ने कहा, “एक उचित कंपनी की तुलना में एक अद्भुत कंपनी को उचित मूल्य पर खरीदना बेहतर है.” हालांकि “कैंसर के इलाज” या “संभावित तेल क्षेत्र” के माध्यम से उच्च रिटर्न के लिए उनकी कथित क्षमता के साथ पैसा शेयर बहुत लुभावना हो सकता है. आपको यह विचार करने की आवश्यकता है कि कंपनी का दीर्घकालिक भविष्य मूल्य क्या है. बहुत छोटी कंपनियां विशुद्ध रूप से जोखिम भरी हो सकती हैं क्योंकि वे बड़े, बहुराष्ट्रीय निगमों की तुलना में कम अच्छी तरह से विनियमित हो सकती हैं. यह सोचना गलत है कि बढ़ा हुआ जोखिम लेना आपको अधिक धन की गारंटी देता है, आप घोड़े की दौड़ में टट्टू पर दांव नहीं लगाएंगे.
लगातार करना चाहिए निवेश
कभी-कभी थोड़ा और अक्सर निवेश करना बड़ी एकमुश्त निवेश करने से बेहतर होता है. निवेश पर शोध से पता चला है कि यहां तक कि पेशेवर भी नियमित रूप से निवेश करना बेहतर समझते हैं. बजाय इसके कि बाजार में एकमुश्त निवेश करने की कोशिश की जाए. बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहता है. आप बाजार के उतार-चढ़ाव को बराबर करना चाहते हैं. जल्दी और नियमित रूप से निवेश करना शुरू करके आप कंपाउंडिंग का लाभ उठा सकते हैं.
प्राप्त लाभ को निवेश में लगाएं
अगर आप अपने निवेश से विशिष्ट अवधि के लिए आय की तलाश नहीं कर रहे हैं. तब आप फंड या लाभांश से लौटाई गई किसी भी पूंजी को अपने निवेश पोर्टफोलियो में वापस निवेश करने पर विचार कर सकते हैं. इतिहास इस बात का गवाह है कि इक्विटी से लाभांश का पुन: निवेश लंबी अवधि में आपके रिटर्न में काफी वृद्धि करता है.
फिर से करें आकलन
एक बार जब आप निवेश करना शुरू कर देते हैं, तो याद रखें कि यह एक सतत प्रक्रिया है, इसलिए आपको समय-समय पर अपने निवेश, व्यक्तिगत परिस्थितियों, समय-सीमा और जोखिम सहनशीलता की समीक्षा करने की आवश्यकता है, क्योंकि ये सभी समय के साथ बदल जाएंगे. उदाहरण के लिए, जैसे-जैसे आप अपने लक्ष्य के करीब आते जाते हैं, आप अपनी पूंजी को सुरक्षित करने के लिए जोखिम भरे निवेशों में अपने जोखिम को कम करना चाहेंगे. अपनी व्यक्तिगत जोखिम सहनशीलता का आकलन करने के अलावा, अपने पोर्टफोलियो के जोखिम प्रोफाइल की जांच करें. जैसा कि विभिन्न शीर्ष निवेश फंड मूल्य में बदलते हैं, यह आपके पोर्टफोलियो में उनके भार को समायोजित करेगा और यह आपके पोर्टफोलियो के समग्र जोखिम प्रोफाइल को प्रभावित करेगा. आपके पोर्टफोलियो का आवधिक पुनर्संतुलन इसे वापस वांछित स्तर पर पुन: समायोजित करने का प्रयास करता है.
अपनी योजना पर टिके रहें
जब आप पहली बार निवेश करना शुरू करते हैं तो आप महसूस करेंगे कि बाजार की चाल, कमोडिटीज, शेयर टिप्स, मुद्रास्फीति, ब्याज दरें, लाभांश, सोने की कीमत, तेल की कीमत के बारे में बकवास को नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल है … यह अंतहीन है और वैश्वीकरण के साथ पर्याप्त स्थिर बाजार है. एक सच्चे निवेशक को दीर्घकालिक रुझानों और व्यापक आर्थिक कारकों को देखना चाहिए जो मूल रूप से उनकी योजना को आकार देते हैं और हमेशा इन्हें अपना ध्यान केंद्रित करते हैं.
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NFO क्या है | क्या आपको एनएफओ में निवेश करना चाहिए?
ऐसे समय में आम निवेशकों को यह समझ नहीं आता है कि आखिर इनमें निवेश करें या नहीं?
अगर आप सोच रहे हैं की NFO कोई बहुत बड़ा तकनीकी शब्द है तो कोई बात नहीं आपकी मुश्किल को हम यहां पर आसान बनाएं देते हैं।
आज की इस बातचीत में हम जानेंगे की एनएफओ क्या होता है और आपको इसमें इन्वेस्ट करने से पहले किन किन बातों का ध्यान देना चाहिए?
एनएफओ क्या होता है | What is NFO?
सबसे पहले तो बात करते हैं NFO के full form की जिसमें ही इसका मतलब भी छुपा हुआ है।
NFO Full Form – New Fund Offer
NFO Meaning in Hindi – नए फंड की पेशकश या नई निधि का प्रस्ताव
अब आपको इसका फुल फॉर्म देख कर के ही मतलब समझ में आ गया होगा।
जब भी कोई म्यूच्यूअल फंड कंपनी यानि Asset management Company (AMC) मार्केट में नया फंड लेकर आती है तब वह उसे सबसे पहले एनएफओ के माध्यम से ही बाजार में उतारती हैं ।
आप इस पूरी प्रक्रिया को शेयर मार्केट के आईपीओ यानी इनिशियल पब्लिक ऑफर जैसा ही समझ सकते हैं।
NFO के दौरान उस फंड का NAV (Net Asset Value) यानि एक यूनिट का दाम काफी कम रखा जाता है जिससे आम निवेशक भी बड़ी आसानी से आकर्षित हो सकें |
एनएफओ के खास फीचर क्या है | Features of New Fund Offer
जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि NFO एक बिलकुल नया फंड होता है।
एनएफओ एक निश्चित समय अवधि के लिए ही पेश किए जाते हैं और इसी दौरान आप उनमें पहली बार निवेश कर सकते हैं।
एनएफओ में एक यूनिट का दाम (NAV) ₹10 होता है।
आईपीओ के जैसे ही जब इसका कटऑफ टाइम खत्म हो जाता है तब इनका NAV भी मार्केट के हिसाब से चलता है।
मान लें, अगर आपने एनएफओ के समय किसी म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट नहीं किया तो भी चिंता की कोई बात नहीं क्योंकि आप इसमें लिस्टिंग के बाद भी इन्वेस्ट कर सकते हैं अगर वह ओपन एंडेड फंड है तब।
अब आइये जानते हैं कि open और closed ended mutual fund NFO क्या होते हैं ?
ओपन और क्लोज्ड एंडेड फंड क्या है | What are Open & Closed Ended Funds?
जैसा कि नाम से ही पता चलता है open ended mutual fund में सब कुछ ओपन यानी खुला रहता है।
इसका मतलब है कि आप इसमें कभी भी इन्वेस्ट कर सकते हैं, जब चाहे बेच सकते हैं और इनका कोई लॉक-इन पीरियड भी नहीं रहता है।
वहीं अगर closed ended mutual fund की बात की जाए तब यह बिल्कुल ओपन एंडेड के उलट होते हैं।
इनमें आप एक तयं समय के लिए ही निवेश कर सकते हैं और जब चाहे तब बेच नहीं सकते हैं।
आपको अपने फंड की मैच्योरिटी पीरियड तक होल्ड करके रखना पड़ेगा।
NFO में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान देना चाहिए?
अगर आपने किसी म्यूच्यूअल फंड के न्यू फण्ड ऑफर में इन्वेस्ट करने का मन बना ही लिया है तब इन बातों पर विशेष ध्यान दें |
1. फंड की थीम | NFO Theme
जब भी आप किसी नए फंड ऑफर में निवेश करने जाएं तब फंड की थीम का जरूर ध्यान रखें।
यह सोच कर कि अभी तो 1 यूनिट का दाम केवल ₹10 ही है आप सभी NFO में इन्वेस्ट ना करते चलें।
आप देखें कि आजकल या आने वाले सालों में कौन सा सेक्टर बढ़िया चलेगा उसके हिसाब से ही इन्वेस्ट करें।
जैसे आज यानी 2022 की बात करें तब फार्मा, मेटल और आईटी काफी गिर चुके हैं और आने वाले सालों में देखा जाए तो एनर्जी, पावर, इंफ्रा और बैंकिंग में अच्छी उम्मीद है।
वैसे भी अगर कोई फंड किसी खास थीम क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? पर है तो उसमें सोच समझकर ही इन्वेस्ट करें ।
आप अधिक से अधिक कोशिश करें कि आपका फंड ब्लूचिप या फिर मल्टीकैप रहे तो अच्छा है।
2. फंड हाउस के नाम और रेपुटेशन पर भी ध्यान दें | Check AMC Reputation
किसी भी नए फंड ऑफर में इन्वेस्ट करने से पहले आपको एएमसी का नाम और रेपुटेशन देखना चाहिए |
अगर आपने किसी कंपनी का नाम अधिक बार नहीं सुना है उसमें निवेश करने से बचना चाहिए।
यह जरूर देखें कि कोई फंड हाउस इस मार्केट में 5 से 10 सालों से है कि नहीं और उनके पिछले ट्रैक रिकॉर्ड क्या है ।
यहां फंड हाउस के अलावा फंड मैनेजर की भी भूमिका काफी अहम हो जाती है क्योंकि आपको उसकी योग्यता जरूर देखना चाहिए और इन्वेस्ट करने से पहले यह जानना चाहिए कि अभी तक उसने सक्सेसफुली कितने फंड को मैनेज किया है।
3. उसी सेक्टर के बाकी म्यूच्यूअल फंड के रिटर्न को जरुर चेक कें | Check Returns of MF in Similar Sector
चूँकि NFO यह एक नया फंड ऑफर है तब आपके पास में कोई पुराना ट्रैक रिकॉर्ड तो होगा नहीं।
इसलिए आप उसी नाम और थीम वाले दूसरे म्यूचुअल फंड के रिटर्न्स पर ध्यान दें।
आपको पता चल जाएगा कि अभी यह सेक्टर कैसा परफॉर्म कर रहा है।
कम दाम देखकर आप किसी NFO में निवेश न करें बल्कि बढ़िया रिटर्न देने वाले और पहले से चल रहे म्यूच्यूअल फण्ड में भी निवेश का सोचें |
4. पूरा पोर्टफोलियो जरूर देखें | Check Full Portfolio of NFO
आप उस एनएफओ के ऑफर डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें और देखें कि अगर वह एक इक्विटी फंड है तो उस सेक्टर के किन किन शेयर्स में पैसा लगा रहा है।
वहीं अगर आप एक डेट फंड के NFO में निवेश कर रहे हैं तब आप क्रेडिट रेटिंग पर ध्यान दें और देखें कि पोर्टफोलियो में जो भी बॉन्ड्स या फिर सिक्योरिटी हैं उनकी रेटिंग क्या है।
एक ही सेक्टर के सभी फंड्स का रिटर्न एक जैसा नहीं होता क्योंकि उनका स्टॉक या बॉन्ड सिलेक्शन एक जैसा नहीं होता।
5. बाजार की दशा का ध्यान रखें | Check Market Conditions
मान लें किसी AMC ने बाजार में NFO लांच किया और उस समय पूरा मार्केट क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? ही डाउन चल रहा है किसी भी कारण से।
अगर आप एक इक्विटी एनएफओ में उस समय निवेश करते हैं तो हो सकता है वह लिस्टिंग के समय ही ₹10 से कम खुले और उसे रिकवर करने में काफी समय लग जाए।
इसलिए मार्केट को देखते हुए ही अपना निवेश का निर्णय लें।
क्या आपको एनएफओ में निवेश करना चाहिए | Should You Invest in New Fund Offer?
मेरी राय जानने से पहले आपको बताता चलूं कि किसी NFO में इन्वेस्टमेंट करना बड़ा ही अपीलिंग लगता है क्योंकि शुरू में इसका दाम बहुत कम रहता है।
पर यहां पर परेशानी यह है कि आप इसका पिछला प्रदर्शन और मूल्यांकन नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह एक नया फंड है और इसका कोई भी पुराना ट्रैक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है।
तो मेरा मत यह है कि अगर आप थोड़ा जोखिम ले सकते हैं और आपको मार्केट के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी है तब आप एनएफओ में इन्वेस्ट करें नहीं तो ऐसे फंड में इन्वेस्ट करने से बचें ।
निवेश के लिए आप इस तरीके के म्यूचुअल फंड खरीदें जिनका पिछला ट्रैक रिकॉर्ड बढ़िया हो ।
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