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कौन से दलालों को चुनना है?

भोपाल. विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के आरोपों कौन से दलालों को चुनना है? का जवाब दिया. इस दौरान विपक्ष की ओर से कई बार हंगामे के हालात बने, आखिर में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से सदन में कौन से दलालों को चुनना है? गिर गया.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में तत्कालीन कांग्रेस सरकार और कमलनाथ पर कई बार निशाना साधा. सीएम ने कहा कि कल कमलनाथ जी भी सदन में नहीं थे. अविश्वास प्रस्ताव जब गोविंद सिंह लाए सबसे सहमति से लाए या अकेले लाए? कमलनाथ पीसीसी चीफ हैं कल वो विदिशा जिले में थे. उनका वीडियो आया है. कह रहे हैं सदन कल तक ही है, क्योंकि बीजेपी वालों को कैलाश जी के यहां शादी में जाना कौन से दलालों को चुनना है? है. ये बात सही है पर सदन लोकतंत्र का मंदिर है हम रिश्ता छोड़कर भी परंपरा निभाते हैं, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कमलनाथ जी कहां हैं? ऐसा लचर अविश्वास प्रस्ताव मैंने कभी नहीं देखा. कांग्रेस में कौन किस पर विश्वास करता है यही पता नहीं रहता.

कांग्रेस बनाम कांग्रेस: जब चिदंबरम को कांग्रेस लीगल सेल के वकील कहने लगे 'दलाल-दलाल'

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पश्चिम बंगाल स्थित कलकत्ता हाई कोर्ट के बाहर जबरदस्त तमाशा हुआ है. कांग्रेस समर्थित वकीलों ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का न केवल विरोध किया बल्कि ऐसी ऐसी बातें कह दीं जो ये दर्शाती हैं कि बंगाल जैसे राज्य में कांग्रेस के भीतर अनुशासन नाम की चीज बची ही नहीं है. असल में बंगाल में कांग्रेस के सर्वेसर्वा अधीर रंजन चौधरी ने मेट्रो डेरी मामले के मद्देनजर एक याचिका कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर की थी. इसी याचिका की सुनवाई पर पश्चिम बंगाल सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए चिदंबरम कलकत्ता हाई कोर्ट आए थे. कांग्रेस समर्थक वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर काले कपड़े दिखाकर चिदंबरम का विरोध किया. इतना ही नहीं उन्हें ममता बनर्जी का दलाल तक कह दिया. कांग्रेस समर्पित वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर न केवल चिदंबरम के खिलाफ नारे लगाए बल्कि उन्हें कौन से दलालों को चुनना है? काले झंडे तक दिखाए गए हैं.

TMC, Mamata Banerjee, P Chidambaram, Adhir Ranjan, Oppose, High Court, Congress, Corruptionकुछ इस तरह चिदंबरम को कांग्रेसी वकीलों के विरोध का सामना करना पड़ा है क्या है मेट्रो डेरी केस

मेट्रो डेरी केस शेयरों की खरीद फरोख्त में हुई धांधली से जुड़ा केस है. ध्यान रहे कि पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने केवेंटर एग्रो के साथ मिलकर मेट्रो डेयरी के शेयर काफी कम कीमत पर बेच दिए. जिसे बाद में सिंगापुर की एक बड़ी कंपनी को ऊंची कीमत पर बेचा गया. मामले पर याचिका दायर करते हुए चौधरी का यही कहना था कि यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है.

जिक्र चिदंबरम के विरोध का हुआ है तो विरोध में उतरे कांग्रेस के लीगल सेल के इन कार्यकर्ताओं का यही मानना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में तृणमूल खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं ऐसे में चिदंबरम जो कि पार्टी के वरिष्ठ नेता है और पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, चंद पैसों के लिए विरोधियों की पैरवी कर रहे हैं.

विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता से क्या कहा है कांग्रेस समर्पित वकीलों ने

तुम जैसे नेता कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं.

क्या तुम यहां टीएमसी को कौन से दलालों को चुनना है? बचाने आए हो?

तुम्हारे जैसे नेताओं ने पूरी कांग्रेस पार्टी को बर्बाद कर दिया है.

तुम ममता बनर्जी के दलाल हो.

बंगाल में अगर कार्यकर्ताओं कौन से दलालों को चुनना है? की मेहनत के बाद कांग्रेस का इतना बुरा हाल हुआ है तो इसके जिम्मेदार तुम हो.

गो बैक - गो बैक!

तुम कांग्रेस पार्टी के एक एमपी हो और यहां तृणमूल कांग्रेस को बचाने आए हो.

अगर कौन से दलालों को चुनना है? कौन से दलालों को चुनना है? हम कार्यकर्ता यहां बंगाल में झेल रहे हैं तो कारण तुम्हारी लीडरशिप है.

कौन हैं विरोध करने वाले कांग्रेस समर्पित वकील

मामले में प्रदर्शनकारियों के विषय में जो जानकारी निकल कर बाहर आ रही है यदि उसपर यकीन किया जाए तो जो वकील वायरल वीडियो में चिदंबरम का विरोध करते दिख रहे हैं उनका नाम कौस्तव बागची और सुमित्रा नियोगी है. बागची ने जहां एक कौन से दलालों को चुनना है? तरफ चिदंबरम को ममता का दलाल कहा तो वहीं सुमित्रा नियोगी ने चिदंबरम की कार के सामने अपना कोर्ट उतारा और उसे लहराया. नियोगी ने चिदंबरम के विरोध स्वरुप गो बैक के नारे भी लगाए.

इस खबर के बाद कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शुमार चिदंबरम के साथ बदसलूकी हुई है. अधीर रंजन चौधरी की तरफ से बड़ा बयान आया है. मामले पर अपना पक्ष रखते हुए चौधरी ने कहा है कि चिदंबरम एक प्रोफेशनल लॉयर हैं और उन्हें अपने क्लाइंट चुनने और उनका केस लड़ने का पूरा अधिकार है. कांग्रेस समर्पित वकीलों के विरोध को चौधरी ने स्वाभाविक प्रतिक्रिया बताया है.

आत्मविश्वास के साथ लड़ी राष्ट्रपति चुनाव: मीरा कुमार

Edited by: India TV News Desk
Published on: July 20, 2017 13:57 IST

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों की संयुक्त उम्मीदवार रहीं मीरा कुमार ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने आत्मविश्वास के साथ देश के 14 वें राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा। मीरा ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने यह चुनाव आस्था, विश्वास और आत्मविश्वास के साथ लड़ा। मैं अंतरात्मा की आवाज में भी यकीन रखती हूं।" वह 17 जुलाई को हुए राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना संसद में शुरू होने के बाद संवाददाताओं के सवालों के जवाब दे रही थीं। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस

Top trending stock: साल के जाते-जाते इस शेयर ने किया मालामाल

नवभारत टाइम्स लोगो

नवभारत टाइम्स 1 दिन पहले

नई दिल्ली:

साल 2022 के आखिरी हफ्ते में हम प्रवेश कर चुके हैं। साल के आखिरी में बाजार ने यूटर्न लेना शुरू कर दिया। शेयर बाजार सर्वकालिक उच्च स्तरों से यू-टर्न लेता हुआ दिख रहा है। ब्रोकर बाजार में कमजोरी देखने को मिल रही है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का कौन से दलालों को चुनना है? प्रदर्शन बेंचमार्क सूचकांकों पर अच्छा नहीं दिख रहा है। हालांकि लगता है कि बैटन हाथ बदल रहा है। दरअसल फार्मा शेयरों में ताजा खरीदारी देखने को मिल रही है। जबकि बाकी सेक्टर में कमजोरी देखने को मिल रही है।

इन सबके के बीच ऐसा ऐसा फर्मा स्टॉक हैं, जो मजबूती के साथ बढ़ रहा है। इस स्टॉक में मजबूत खरीदारी की भावना देखी गई है। सोलर एक्टिव फार्मा साइंसेज (NSE कोड- SOLARA) में मजबूती देखने को मिल रही है। ट्रेडिंग सत्र के शुरुआती घंटों के दौरान इसमें 4% से अधिक का उछाल देखा गया है। पिछले 2 दिनों में, इस शेयर में 12% से अधिक की तेजी देखने को मिल रही है।

Jamshedpur : रुपए के लेनदेन को लेकर मां से झगड़े के बाद बेटी ने कमरे में लगा ली आग, परिजन लेकर पहुंचे एमजीएम

Jamshedpur : जमशेदपुर से सटे कपाली ओपी अंतर्गत रहमतनगर निवासी चंदा परवीन ने मां से झगड़े के बाद खुद को कमरे में बंद कर कमरे में आग लगा दी. कमरे में धुआं भर जाने के कारण वह बेहोश हो गई. इधर, सूचना पाकर चंदा का पति मो साजिद घर पहुंचा और पुलिस की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ चंदा को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला. साजिद ने उसे एमजीएम अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज चल रहा है. जानकारी देते हुए साजिद ने बताया कि उसकी शादी को 6 साल हो गए है. पूर्व में वह पत्नी को लेकर किराए के मकान में रहता था पर ससुराल वालों ने नया घर बनाया और उसे कौन से दलालों को चुनना है? अपने साथ रहने को कहा जिसके बाद से वह पत्नी के साथ उसके मायके में ही रह रहा था. पत्नी ने अपनी मां से कुछ रुपए कौन से दलालों को चुनना है? ले रखे थे जिस कारण दोनो के बीच अक्सर विवाद होता रहता था. इसके पूर्व भी पत्नी ने आत्महत्या का प्रयास किया था. आज झगड़े के बाद वह घर से बाहर चला गया. घर से धुआं निकलता देख किसी ने पुलिस ने इसकी सूचना दी. फिलहाल चंदा का इलाज चल रहा है.

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