शेयर ट्रेडिंग कैसे करे 2022| 2 बातों का जरुर ध्यान रखे| Share कैसे ख़रीदे
Share Holding Period Kya Hai, Share Kharidne Ke Baad Kya Kare- इनफ़ोसिस के 200 शेयर्स 1700 रूपए की कीमत में ख़रीदा और इसको 1 साल तक अपने पास रखने को ठान लिया. share कैसे ख़रीदे? share खरीदने के बाद क्या करना होता है?
Share कैसे ख़रीदे?
यह काफी आसान काम है अब हम step-by-step सीखते है. यदि आप इनफ़ोसिस का share खरीदते है तो उसके लिए आपको अपने ट्रेडिंग account में login करना होगा मतलब की अपने ब्रोकर upstox, zerodha, Angel one, Motilal oswal आदि इनमे से किसी एक पर अपना ट्रेडिंग account बनाना होगा और फिर इसे ओपन करना है.
जब हम शेयर को खरीदते है तब हमारे सामने आर्डर टिकेट दिखेगा, जिसमे कई इम्पोर्टेंट जानकारी होती है –
- किस कंपनी का share खरीद रह है.
- उस share को Delivery या फिर Intraday के लिए खरीद रह है.
- कंपनी के कितने Quantity शेयर्स खरीद रह है.
आपका ब्रोकर यह जानकारी एक्सचेंज के पास भेजता है और इसे पहले वह ये जानेगा की इन शेयर्स को खरीदने के लिय पैसे हैं या नहीं! जब वह संतुष्ट होगा की आपके पास पैसे है तब आपका आर्डर stock एक्सचेंज में पहुचता है इसके बाद एक्सचेंज ऐसे बेचने बाले को खोजता है जो आपको इनफ़ोसिस के 200 शेयर्स 1700 में बेचने को तैयार हो.
ये सारा काम (NSE और BSE) एक्सचेंज का होता है जो आपने आर्डर दिया है उसे पूरा करने की जुम्मा एक्सचेंज लेता है. यदि मार्किट में बेचने बाले बहुत है तो आपको जल्द ही शेयर्स मिल जायेंगे. सौदा होने के बाद सभी शेयर्स इलेक्ट्रनिक रूप से demat account में पहुच जायगे. जब भी आप यह शेयर्स बेचेंगे फिर demat account से निकल भी जायेंगे.
शेयर खरीदने के बाद क्या करे?
एक बार share खरीदने के बाद वे शेयर्स आपके demat account में रख जाते है. अब आप कंपनी के हिस्सेदार बन चुके है कंपनी के हिस्सेदार होने की वजह से आपको stock split, rights issue, bonuse, dividend आदि कंपनी की तरफ से सुविधाएं प्राप्त होती रहंगी. इनके बारे में भी बाद में चर्चा करेंगे.
शेयर होल्डिंग पीरियड क्या है? (Share Holding Period Kya Hai)
बहुत से लोग इसे नहीं जानते है की share holding period क्या है? इसका मतलब ये होता है की जब भी हम शेयर खरीदते है और उन शेयर को जल्दी बेचने की बजाय अपने पास लम्बे समय तक रखते है. इसके बारे में वोरन बफेट ने कहा – Holding period 1 मिनट से लेकर महेसा के लिए भी हो सकता है. मतलब की उन shares को हमेशा के लिए भी रख सकते है.
उदहारण-
यदि इनफ़ोसिस का शेयर 1700 रूपए का है और वह 5,10 मिनुट्स में 1720 हो गया हो तो ये इतने कम समय में अच्छा return है और यदि आप इतने मुनाफे से खुस है तो आप इस सौदे को बंद करके मार्किट से निकल भी सकते है. ऐसा होना संभव है क्योकि मार्किट में तेजी होने पर इस तरह के मौके आते रहते है.Share Holding Period Kya Hai
रिटर्न कैसे देखे?
मार्किट में सभी चीजें खास है हम पता करते है की आपको अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है या नहीं. अगर आप अपने सौदे में अच्छी कमाई कर रहे हैं या फिर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं तो आप की सभी पुरानी गलतियां माफ की जाती हैं क्योंकि शेयर मार्किट में रिटर्न पाना ही सबसे महत्वपूर्ण है.
ज्यादातर रिटर्न को साल भर में ही देखा जाता है, रिटर्न नापने के कई तरीके हैं जिनके बारे में जानना बेहद जरुरी है. निचे कुछ तरीके बताएँगे, जिससे आप रिटर्न नाप सकते है और साथ ही कैलकुलेट करना भी सीख जायेंगे.
ऐब्सल्यूट रिटर्न ( Absolute Return ) –
आपक इस absolute return से पता चलेगा की अपने सौदे या निवेश पर कुल कितना मुनाफा कमाया है. आपको यह हिस्सा इस सवाल का जवाब देता है कि मैंने अगर इंफोसिस 1700 रूपए की कीमत पर खरीदा और 1750 रूपए की कीमत पर बेचा है तो मैंने कुल कितने प्रतिशत पैसे इस सौदे में कमाए है. इस रिटर्न को मापने का सरल फार्मूला ये है :
यह काफी अच्छा रिटर्न है.
कम्पॉउंड ऐनुअल ग्रोथ रेट यानी सीएजीआर ( Compound Annual Growth Rate -CAGR ) –
अगर आप अपने 2 इन्वेस्टरस की तुलना करना चाहते हैं तो कुल रिटर्न यानी ऐब्सल्यूट रिटर्न ज्यादा अच्छा मापक नहीं है. इसके लिए तो आपको CAGR की मदद लेना काफी ठीक होगा. यदि मैं इंफोसिस का शेयर 1700 की कीमत में खरीदा और उस शेयर को 2 साल तक अपने पास (holding period) रखा
और इसके बाद 1750 रूपए में बेच दिया तो इन 2 सालों में मेरे share की कीमत कितनी रफ़्तार से बढ़ी. ये जानने के लिए CAGR काम आएगा. जब रिटर्न ऐब्सल्यूट रिटर्न में इसकी कोई भूमिका नहीं होती है. CAGR को पता करने का फार्मूला है-
यहाँ Ending Value= बेचने बाली कीमत
Begining Value खरीदने वाली कीमत
अब फार्मूले को सवाल में डालें तो –
इसका मतलब है निवेश 1.46% की रफ्तार से दो साल तक बढ़ा. हम सब को पता है कि इस समय देश में कई जगहों पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर 1.46% तक का रिटर्न मिल रहा है और वहाँ पर रकम भी सुरक्षित रहती है. ऐसे में 1.46% का रिटर्न आकर्षक नहीं लगेगा.
आपको जब भी सालों का रिटर्न जानना हो तो, CAGR का उपयोग करना सही होगा. जब आप एक साल या कम का ऐब्सल्यूट रिटर्न का उपयोग कीजिए.
शेयर का मुनाफा कैसे देखे?
मार्किट में सभी चीजें खास है हम पता करते है की आपको अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है या नहीं. अगर आप अपने सौदे में अच्छी कमाई कर रहे हैं या फिर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं तो आप की सभी पुरानी गलतियां माफ की जाती हैं..
शेयर आपके हो जाने के बाद?
एक बार share खरीदने के बाद वे शेयर्स आपके demat account में रख जाते है. अब आप कंपनी के हिस्सेदार बन चुके है कंपनी के हिस्सेदार होने की वजह से आपको stock split, rights issue, bonuse, dividend आदि कंपनी की तरफ से सुविधाएं प्राप्त होती रहंगी. इनके बारे में भी बाद में चर्चा करेंगे..
शेयर कैसे खरीदें और बेचें पूरी जानकारी
शेयर का अर्थ होता है । हिस्सा यानि कई बड़ी कंपनी अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए आम पब्लिक से शेयर (share) के माध्यम से पैसा (Funds) इकट्ठा करती है । इस पैसे के बदले कंपनी पब्लिक को कंपनी की हिस्सेदारी देती है । शेयर का भाव कंपनी और शेयर बाजार (share market) के द्वारा निर्धारित किया जाता है , और यह हर समय बदलता रहता है ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं । जिसके पास कंपनी के कुल शेयर का जितना प्रतिशत शेयर होगा वो व्यक्ति उस कंपनी का उतना प्रतिशत हिस्सेदार होगा ।
शेयर कैसे खरीदें? how to buy shares
शेयर खरीदने के लिए सबसे पहले डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है । जो किसी बैंक (HDFC BANK, ICICI BANK, UNION BANK etc. ) या किसी ब्रोकर जैसे की ज़ेरोधा (Zerodha) एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) शेयरखान (Sharekhan) मे खोलवा सकते हैं। डिमेट और ट्रेडिंग अकाउंट (Demat & trading Account) एक साथ खुल जाता है । और आपस मे जुड़ा होता है । डिमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की फीस 300 रुपए से 1000 रुपए तक होती है ।
Zerodha Account
नोट – कुछ ब्रोकर फ्री मे खोलते है , लेकिन 500 रुपए से 1000 रुपए हमेशा अकाउंट मे रखने की शर्त होती है जिसे अकाउंट खुलने के बाद बताया जाता है ।
अकाउंट खुलने के बाद आप अपने ब्रोकर के वैबसाइट या मोबाइल ऐप (Mobile app) का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग (शेयर खरीद – बेच ) कर सकते है।
How to place buy order – zerodha kite
यहाँ पर मैं zerodha kite app का use करुंगा ।
- सबसे पहले ऐप या वेबसाइट पर लॉगिन करें ।
- डिमेट अकाउंट में पैसा डालें । 100 रुपए से लेकर जितना चाहें डाल सकते है ।
- जिस शेयर को खरीदना चाहते है उसे खोजें ।
- उसके ऊपर माऊस ले जाएँ Buy पर क्लिक करें ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं ।
- शेयर खरीदने के लिए फॉर्म भरें जैसे कि कितना शेयर खरीदना है, किस भाव मे खरीदना है, इत्यादि। और Buy पर क्लिक करके खरीदने के लिए ऑर्डर लगाएँ
शेयर बेचें कैसे?
शेयर खरीदने (buy stocks ) के बाद सही भाव का इंतजार कीजिये जब आपको लगे की अब शेयर बेच देना चाहिए । तब आप शेयर को बेच (sell) सकते हैं । अगर जिस दिन शेयर को खरीदा है उसी दिन बेचेंगे तो इंटरडे ट्रेडिंग (Intraday Trading ) कहलाएगा । और यदि शेयर खरीद कर होल्ड (hold) कर लिया जाए और पहला दिन छोड़ कर किसी और दिन बेचा जाएगा तो डिलेवरी ट्रेडिंग ( Delivery trading )कहलाता है । Holdings के स्टॉक को 1 दिन से लेकर कई साल तक अपने पास रखा जा सकता है ।
How to place sell order – zerodha kite
मोबाइल ऐप या वेबसाइट खोलिए । लॉगिन कीजिये ।
- Holdings अथवा Positions पर क्लिक कीजिये। आपको आपका खरीदा हुआ शेयर दिखाई देगा।
- उस शेयर के Moreऑप्शन पर क्लिक कीजिये ।
- Exit पर क्लिक कीजिये ।
- शेयर को बेचने का फॉर्म भरें और Sell पर क्लिक करके बेचने के लिए ऑर्डर लगा दीजिये ।
⊗ हर ब्रोकर के ऐप, वेबसाइट मे ऑप्शन भिन्न हो सकते है।
नोट – अगर शेयर को खरीदे गए भाव से ऊपर के भाव पर बेचा जाएगा तो फायदा होगा।और अगर नीचे के भाव पर बेचा गया तो नुकसान होगा।
“”उम्मीद ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं है कि जानकारी से आपको फायदा हुआ होगा है , अगर हाँ तो इस पेज को शेयर कीजिये।””
ऑनलाइन शॉपिंग करते समय इस तरह की धोखाधड़ी से बचें
आजकल ऑनलाइन का जमाना है और हम ज्यादातर चीजें ऑनलाइन ही खरीदते हैं। जब से चीजें ऑनलाइन आई हैं तब से चीजों की बाजारी खरीदारों कम हो गई है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि ऑनलाइन खरीदारी खतरनाक भी हो सकती है अगर आप थोड़ी सी भी भूल कर दें तो? जी हां, एक गलती आपका भारी नुकसान करा सकती है।
अक्सर हम अख़बार और टीवी में ऑनलाइन ठगी की खबर पढ़ते और सुनते हैं यह सभी ऑनलाइन फ्रॉड होता है जिसका हम जैसे लोग ही शिकार बन जाते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग करना खराब नहीं है लेकिन हमें कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। आइए जानते हैं कौन-सी हैं ये जरूरी बातें।
साइट को करें चेक
अक्सर हम शॉपिंग करने की चाव में यह देखना भूल ही जाते हैं कि जिस साइट से हम शॉपिंग कर रहे हैं वह सही भी है या नहीं(ऐसे करें डियोड्रेंट की खरीदारी)। ऐसा ज्यादा उन लोगों के साथ होता है जो आए दिन अलग-अलग वेबसाइट को चेक करते रहते हैं। कोशिश करें कि 2-3 फिक्स लीगल वेबसाइट की लिस्ट बना लें और उन्हीं से शॉपिंग करें।
सोशल मीडिया के जाल में न आएं
आजकल आपको सोशल मीडिया में कई ऐसे एकाउंट मिल जाएंगे जो बड़े ही सुंदर और फैशनेबल कपड़ों का कलेक्शन रखते हैं। लेकिन इस तरह के एकाउंट फ्रॉड भी हो सकते हैं। अक्सर जब आप इस तरह के एकाउंट से शॉपिंग करते हैं तो पेमेंट करने के लिए बोलते हैं और फिर आर्डर नहीं देते हैं।
ऐसा नहीं हिअ की सभी फ्रॉड होता हैं लेकिन अगर आप इस तरह की किसी भी सोशल मीडिया अकौंट्स शॉपिंग करते हैं तो आपको ऑर्डर रिटर्न करने पर पेनेल्टी भी भरनी पड़ती है।(खरीदें 1000 रुपए से कम में फोन)
लिंक पर दें ध्यान
फ्रॉड हैं का सबसे बड़ा कारण होता है गलत लिंक पर क्लिक। आपको भी ऐसे कई मैसेज आते होंगे जिनमें लिखा होता होगा की बम्पर ऑफर या फिर अपने आर्डर(ऐसे करें सुरक्षित पेमेंट) को ट्रैक करने के लिए यहां क्लिक करें। इस तरह लिंक आपके अकाउंट को हैक करने के लिए बनाएं जाते हैं और जब आप इन लिंक पर क्लिक करते हैं तो आपके अकाउंट को हैक कर लिया जाता है।
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काम की खबर: नजारा का IPO तो खुला, लेकिन जानिए कैसे करें IPO में निवेश, डीमैट अकाउंट है जरूरी
हमारे देश में बचत के पैसे लगाने यानी निवेश करने के कई तरीके हैं। इन्ही में से एक है 'इनीशियल पब्लिक ऑफर' यानि IPO। निवेश का ये तरीका आज कल ट्रेंड में है। अगर आप भी IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या करना चाहते हैं तो सबसे पहले ये समझ लीजिए कि IPO क्या होता है? दरअसल, जब कोई कंपनी अपने स्टॉक या शेयर्स छोटे-बड़े निवेशकों के लिए जारी करती है तो उसका जरिया IPO होता है। इसके बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।
IPO होता क्या है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपनी कंपनी के शेयर्स को लोगों को ऑफर करती है तो ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं इसे IPO कहते हैं। कंपनियों द्वारा ये IPO इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। यदि एक बार कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिल जाए तो फिर इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके बाद शेयर को खरीदने और बेचने से होने वाले फायदे और नुकसान में भागीदारी निवेशकों की होती है।कंपनी IPO क्यों जारी करती है?
जब किसी कंपनी को अपना काम बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत होती है तो वह IPO जारी करती है। ये IPO कंपनी उस वक्त भी जारी कर सकती ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं है जब उसके पास धन की कमी हो वह बाजार से कर्ज लेने के बजाय IPO से पैसा जुटाना चाहती हैं। शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद कंपनी अपने शेयरों को बेचकर पैसा जुटाती है। बदले ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं में IPO खरीदने वाले लोगों को कंपनी में हिस्सेदारी मिल जाती है। मतलब जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के खरीदे गए हिस्से के मालिक होते हैं।क्या इसमें निवेश करने में रिस्क हो सकता है?
इसमें कंपनी के शेयरों की परफॉर्मेंस के बारे में कोई आंकड़े या जानकारी लोगों के पास नहीं होती है, इसलिए इसे थोड़ा रिस्की तो माना ही जाता है। लेकिन जो व्यक्ति पहली बार शेयर बाजार में निवेश करता है उसके लिए IPO बेहतर विकल्प है।IPO में निवेश कैसे करें?
अगर आप IPO में इन्वेस्ट करना चाहते है तो उसके लिए आपको डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। ये अकाउंट एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है। इसके बाद आपको जिस कंपनी में निवेश करना है उसमें आवेदन करें। निवेश के लिए जरूरी रकम आपके डीमैड एकाउंट से लिंक्ड एकाउंट में होनी चाहिए। निवेश की रकम तब तक आपके एकाउंट से नहीं कटती जब तक आपको शेयर अलॉट नहीं हो जाता।जब भी कोई कंपनी IPO निकालती है उससे पहले इसका एक समय किया जाता है जो 3-5 दिन का होता है। उसी समय में उस कंपनी का IPO ओपन रहता है। जैसे शेयर मार्केट से हम एक, दो या अपने चुनाव से शेयर खरीदते है यहां ऐसा नहीं होता। यहां आपको कंपनी द्वारा तय किए गए लॉट में शेयर खरीदना होता है। ये शेयर की कीमत के हिसाब से 10, 20, 50, 100, 150, 200 या अधिक भी हो सकता है। वहां आपको 1 शेयर की कीमत भी दिखाई देती है।
IPO की कीमत कैसे तय होती है?
IPO की कीमत दो तरह से तय होती है। इसमें पहला होता है प्राइस बैंड और दूसरा फिक्स्ड प्राइस इश्यू ।प्राइस बैंड कैसे?
शेयर की कीमत को फेस वैल्यू कहा जाता है। जिन कंपनियों को आईपीओ लाने की इजाजत होती है वे अपने शेयर्स की कीमत तय कर सकती हैं। लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को सेबी और बैंकों को रिजर्व बैंक से अनुमति लेनी होती है। कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बुक-रनर के साथ मिलकर प्राइस बैंड तय करता है। भारत में 20% प्राइस बैंड की इजाजत है। इसका मतलब है कि बैंड की अधिकतम सीमा फ्लोर प्राइस से 20% से ज्यादा नहीं हो सकती है। फ्लोर प्राइस वह न्यूनतम कीमत है, जिस पर बोली लगाई जा सकती है। प्राइस बैंड उस दायरे को कहते हैं जिसके अंदर शेयर जारी किए जाते हैं। मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 105 का है और इश्यू बंद होने पर शेयर की कीमत 105 तय होती है तो 105 रुपए को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है। अमूमन प्राइस बैंड की ऊपरी कीमत ही कट ऑफ होती है।आखिरी कीमत
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर के अनुसार बैंड प्राइस तय होने के बाद निवेशक किसी भी कीमत के लिए बोली लगा सकता है। बोली लगाने वाला कटऑफ बोली भी लगा सकता है। इसका मतलब है कि अंतिम रूप से कोई भी कीमत तय हो, वह उस पर इतने शेयर खरीदेगा। बोली के बाद कंपनी ऐसी कीमत तय करती है, जहां उसे लगता है कि उसके सारे शेयर बिक जाएंगे।अगर IPO में कंपनी के शेयर नहीं बिकते हैं तो क्या होगा?
अगर कोई कंपनी अपना IPO लाती है और निवेशक शेयर नहीं खरीदता है तो कंपनी अपना IPO वापस ले सकती है। हालांकि कितने प्रतिशत शेयर बिकने चाहिए इसको लेकर कोई अलग नियम नहीं है।ज्यादा मांग आने पर क्या होगा?
मान लीजिए कोई कंपनी IPO में अपने 100 शेयर लेकर आई है लेकिन 200 शेयरों की मांग आ जाती है तो कंपनी सेबी द्वारा तय फॉर्मूले के हिसाब से शेयर अलॉट होते हैं। कंप्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए आई हुई अर्जियों का चयन होता है। इसके अनुसार जैसे किसी निवेशक ने 10 शेयर मांगे हैं तो उस 5 शेयर भी मिल सकते हैं या किसी निवेशक को शेयर नहीं मिलना भी संभव होता है।786 वाला नोट आपको बना सकता है लखपति, नोट बेचने की पूरी प्रक्रिया जाने!
786 serial number Note बना सकता है लखपति, बेचने का तरीका जाने- अगर आपके पास भी 786 Note है | तो आप उसे बेचकर लखपति बन सकते हैं | तो नमस्कार दोस्तों अगर आप भी लखपति बनना चाहते हैं और अगर आपकी किस्मत साथ देती है और आपके पास 786 वाला नोट होता है तो आप का भी लखपति बनने का सपना पूरा हो सकता है |
जी हां आपने बिल्कुल सही सुना अब आप 786 serial number Note के माध्यम से आसानी से लखपति बन सकते हैं | आजकल ऐसे दुर्लभ सिक्के जो कि बाजार में आना बंद हो गए हैं | और उनका मिलना काफी ज्यादा दुर्लभ है ऐसे में बाजार में उनकी डिमांड काफी ज्यादा बढ़ जाती है | और लोग ऐसे नोट या सिक्कों का कलेक्शन करने के लिए या उनको ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं म्यूजियम में रखने के लिए यह म्यूजियम जैसी कॉपी अपने पास रखने के लिए लाखों रुपए तक खर्च कर देते हैं तो अगर आप भी लखपति बनना चाहते हैं तो आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें|
पोस्ट में क्या है?
कैसे बना सकता है 786 serial number Note लखपति?
अगर आपके मन में भी यह सवाल आ रहा है कि 786 वाला नोट कैसे लखपति बना सकता है तो हम आपको यहां पर बता दें कि आजकल लोग भाग्य पर ज्यादा भरोसा करते हैं और ऐसे में बताया जाता है कि जिस के पास 786 वाला नोट होता है, उसके पास ज्यादा से ज्यादा पैसा आता है और इसके साथ साथ कुछ लोग ऐसे 786 वाले नोटों का कलेक्शन करते हैं | उसके बाद कई प्रकार के दुर्लभ नोट जो कि किसी विशेष परिस्थिति में छापे गए थे उनको छापे जाने के उपरांत म्यूजियम में रखा जाता है | और ऐसे में अगर ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं उसका कॉपी किसी और के पास होती है तो वह नोट या सिक्का लाखों रुपए में बिकता है |
786 serial number Note नोट कहां बेचे?
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि हम 786 वाले नोट कहां बेचे हैं तो हम आपको यहां पर बता दें कि आजकल ऑनलाइन मार्केट पर 786 या ऐसे दुर्लभ सिक्के और नोट आसानी से बिक जाते हैं ,इसके लिए ओ एल एक्स, इबे, क्वीकर जैसी वेबसाइटों पर आसानी से 786 वाले नोट या सिक्के बेचे जा सकते हैं जिनकी वहां पर अच्छी कीमत प्राप्त होती है |
कैसे पता करें हमारा नोट कितने में बिकेगा?
अगर आपके पास कोई पुराना सिक्का या नोट है ऑनलाइन शेयर कैसे ख़रीदते हैं आप जाना चाहते हैं बह कितने में बिकेगा तो आपको सबसे पहले ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर या इंडियामार्ट जैसी वेबसाइट पर जाकर पता करना है | कि उसके और सिक्के उसी कीमत के कितने रुपए में बिक रहे हैं | या उसकी कॉपी वाले सिक्के कितने रुपए में या नोट कितने रुपए में बिक रहे हैं उसी के हिसाब से आप उसकी कीमत का आकलन करके अपने नोट यह सिक्के की कीमत रख सकते हैं |
ऑनलाइन 786 नोट कैसे बेचे?
- सबसे पहले आपको नोट बेचने के लिए अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है |
- वेबसाइट खोल जाने के बाद आपको वहां अपने आप को रजिस्टर्ड करना है |
- जैसे ही आप रजिस्टर्ड होंगे आपका वहां अकाउंट बन जाएगा |
- अब आपको अपने अकाउंट को लॉगइन करना है |
- अकाउंट लॉगिन हो जाने के बाद आपको अपना नोट वहां पर रजिस्टर्ड करना है |
- अपना नोटरजिस्टर्ड करने के बाद उसकी सभी जानकारी देनी है |
- जानकारी भरने के बाद सभी इंफॉर्मेशन को अपडेट कर देना है |
- अब आप का नोट वेबसाइट पर ऑनलाइन दिखने लगेगा |
- जो भी ग्राहक इसे खरीदना चाहता है वैसे ऑनलाइन खरीद सकता है
Note* ध्यान रखें आजकल पुराने सिक्के और नोट बेचने के चक्कर में लोगों के साथ वित्तीय जोखिम या धोखा भी हो सकता है तो आप पूरी जांच पड़ताल करके और अपनी सूझबूझ के साथ ही पुराने सिक्कों का सौदा करें |
786 note sell website?
हम आपको यहां पर कुछ वेबसाइटों के नाम बताने जा रहे हैं जहां पर सिक्के बेचे जा सकते हैं या नोट बेंचे जा सकते हैं | लेकिन आप अपनी सूझबूझ और समझदारी पर ही सौदा करें |
-: Disclaimer :-
प्रिय पाठको ध्यान दे इस Blog का किसी भी प्रकार से केंद्र सरकार, राज्य सरकार या किसी सरकारी संस्था से कोई लेना देना नहीं है| हमारे द्वारा सभी जानकारी विभिन्न सम्बिन्धित योजना की आधिकारिक वेबसाइड तथा समाचार पत्रो से एकत्रित की जाती है इन्ही सभी स्त्रोतो के माध्यम से हम आपको सभी राज्य तथा केन्द्र सरकार की योजनाओं के बारे केवल सही सही प्रकार जानकारी/सूचनाएं प्रदान कराने का प्रयास करते हैं| और सदैव यही प्रयत्न करते है कि हम आपको अपडेटड खबरे तथा समाचार प्रदान करे| हम आपको अन्तिम निर्णय लेने से पहले संबंधित योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह देते हैं| हमारा सुझाव है कि प्रदान की गई जानकारी को अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सत्यापित कर ले हम केवल आप तक सही सही सूचनाएं पहुंचाने का प्रयास करते हैं योजना की सत्यता की जांच आपको स्वयं आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करके सत्यापित करनी होगी| और हम इस ब्लॉग पर विज़िटर द्वारा इसे इस शर्त पर स्वीकार किया जाता है कि त्रुटियों या चूक को किसी भी दावे, मांग या कार्रवाई के कारण का आधार नहीं बनाया जाएगा।
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