इसके बाद में आप कंपनियों से संपर्क करके उनका विज्ञापन (Advertisement) कर सकते हैं. इसके
2021 रहा यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनियों का साल
इस साल भारत में 44 स्टार्टअप कंपनियां यूनिकॉर्न बनीं, यानी उनकी कीमत एक अरब डॉलर को पार कर गई. आखिर क्या कारण रहे इस बूम के और अगला साल कैसा रहने की संभावना है?
इस साल सुमित गुप्ता के जीवन में बहुत कुछ हुआ. वो 30 साल के हो गए, उनकी शादी हुई और उनका स्टार्टअप देश के नए टेक यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की फेहरिस्त में शुमार हो गया. कोरोना निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? वायरस महामारी की वजह से कई रुकावटें भी आईं.
लगभग पूरा साल उनकी टीम उनकी क्रिप्टोकरेंसी कंपनी कॉइनडीसीएक्स के लिए फंडिंग लाने और कंपनी के विस्तार की कोशिशों में ही लगी रही. हाल ही में अपनी कामयाबियों का जश्न मनाने के लिए टीम ने कुछ दिन गोवा में एक बीच पर बिताए.
निवेशकों की पसंद
सुमित कहते हैं, "यह सबको खुश कर देने वाला था. यह एक बहुत ही रोमांचक यात्रा रही. मैंने बहुत कुछ सीखा. भारत का भविष्य बहुत उज्ज्वल है." इस साल भारत में 44 टेक्नोलॉजी स्टार्टअप कंपनियां यूनिकॉर्न बनीं, यानी उनका बाजार मूल्य एक अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया.
लंबे समय से विदेशी निवेशकों की पसंद चीन रहा हैतस्वीर: HPIC/dpa/picture alliance
विदेशी निवेशकों ने इस साल भारतीय स्टार्टअप्स में 35 अरब डॉलर से भी ज्यादा का निवेश किया. ट्रैकएक्सएन के मुताबिक यह 2020 के मुकाबले तीन गुना बढ़त है. निवेशकों ने यह पैसा फिनटेक और हेल्थ से लेकर गेमिंग तक जैसे क्षेत्रों में लगाया.
लंबे समय से विदेशी निवेशकों की पसंद चीन रहा है, लेकिन इस साल चीन की सरकार ने देश के शक्तिशाली इंटरनेट क्षेत्र में बहुत ही तेज विकास हासिल कर चुकी कंपनियों पर लगाम कस दी. इसकी वजह से निवेशक डर गए और बाइडू, अलीबाबा और टेनसेंट जैसी विशाल कंपनियों के मूल्य में अरबों रुपयों की गिरावट आई.
एक बड़ा बाजार
इसके विपरीत, युवा और अच्छी तालीम हासिल करने वाले उद्यमियों के देश के रूप में भारत ज्यादा आकर्षक हो गया. ये उद्यमी तेजी से विकसित होते डिजिटल ढांचे की मदद से व्यापार करने के तरीके को ही उलट रहे हैं.
भारतीय स्टार्टअप कंपनियां व्यापार करने के तरीके बदल रही हैंतस्वीर: Rafael Henrique/Sopa/Zuma/picture alliance
निवेश कंपनी बे कैपिटल पार्टनर्स के संस्थापक सिद्धार्थ मेहता कहते हैं, "भारत वाकई वो जमीन है जहां व्यापारी दुनिया की कुल आबादी के छठे हिस्से को आकर्षित कर सकते हैं."
मेहता यह भी कहते हैं, "मुझे लगता है बाजार के आकार के हिसाब से भारत चीन से करीब 13-14 साल पीछे है. भारत के पूरे डिजिटल बाजार का मूल्य करीब 100 अरब डॉलर से नीचे ही है लेकिन अगले 10 से 15 सालों में इसे आसानी से 1000 अरब या 2000 अरब तक ले जाया जा सकता है."
Goodfellows: बुजुर्गों का अकेलापन कम करने के लिए अनजान युवाओं का सहारा, दोनों के लिए विन-विन सिचुएशन
रतन टाटा ने गुड फेलोज नाम के स्टार्टअप में निवेश किया है जो इंटर जेनरेशनल फ्रेंडशिप को बढ़ावा देता है. यह सीनियर सिटीजन को युवाओं से कनेक्ट कर दोस्ती कराने में मदद करता है. करीब 128 अरब डॉलर के टाटा ग्रुप के मुखिया रतन टाटा ने इस मौके पर कहा कि आप नहीं समझ सकते कि अकेले रहने का दर्द क्या होता है.
भारत की आबादी में इस समय युवाओं की बड़ी संख्या है लेकिन भारत धीरे-धीरे एक बूढ़ा देश होने की तरफ बढ़ रहा है. एक अनुमान के मुताबिक 20-25 साल के बाद भारत की आबादी में वृद्धों की संख्या ज्यादा होगी जबकि युवाओं की संख्या कम हो जाएगी. देश में इस समय भी बहुत से सीनियर सिटीजन ऐसे हैं जो कई तरह की वजह से अकेले रहते हैं. उनके लिए अकेले जीवन यापन करना एक सजा की तरह है.
किन सामान की होगी जरूरत?
आपको बता दें इस बिजनेस (Hoardings Business) को करने के लिए आपके पास Internet, Laptop,
Printer जैसा कुछ जरूरी सामान होना चाहिए. इसके साथ ही आपको अपनी खुद की वेबसाइट (Own
Website) भी बनानी चाहिए, जिससे Promotion करना और Order लेना काफी आसान हो जाता है।
जगह और लोकेशन के हिसाब से तय होती है कीमत:
बता दें की अगर आप कम लागत में यानी 50,000 रुपये में इस बिजनेस (Hoardings Business) को शुरू करते
हैं तो आप एक महीने में कितने Hoarding लगवाते हैं इससे ही आपकी कमाई तय होती है. आप एक
Hoarding को लगावाने के लिए एक लाख रुपये या फिर जगह के हिसाब से ज्यादा भी चार्ज कर सकते हैं।
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इसकी कीमत शहर और लोकेशन पर निर्भर (Price Depends On City And Location) करती है।
सिर्फ Paytm ही नहीं, इन शेयरों ने भी बर्बाद कर दिया निवेशकों को
निवेशकों का पैसा डुबाने के मामले में Paytm शेयर मार्केट पर लिस्ट होने के बाद से ही काफी खबरों में है. आईपीओ (IPO) में तय किए गए इश्यू प्राइस 2150 रु. वाले निवेशक किसी स्टार्टअप की कीमत कैसे तय करते हैं? शेयर की वैल्यू अब महज 636 रु है. मतलब अकेले Paytm के शेयर ने निवेशकों के 70% संपत्ति को डूबा दिया.
बता दें Paytm की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशन्स नवंबर 2021 में मार्केट में अपने आईपीओ के साथ आई थी. कंपनी मार्केट से 18,300 करोड़ रूपये जुटाने में सफल रही थी. यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था. कंपनी ने तो मार्केट से इतनी बड़ी रकम जुटा ली, लेकिन फंस गए तो आम निवेशक.
निवेशकों का पैसा डुबाने के मामले में Paytm अकेला नहीं
हालांकि निवेशकों के पैसे डुबाने के मामले में Paytm अकेला नहीं है. पिछले साल आईपीओ रस में ढेरों कंपनियों ने मार्केट में डेब्यू किया. हालांकि हाल के दौर में हुए मार्केट करेक्शन के दौरान नए जमाने और मार्केट पर लिस्ट हुए नए शेयरों की सबसे बुरी पिटाई हुई.
बीएसई के आईपीओ इंडेक्स के 60 शेयरों में से 18 शेयरों में लिस्टिंग के बाद से 40 से 65 फीसदी की गिरावट आई है. Ace equity के आंकड़ों से पता चलता है कि IPO इंडेक्स के करीब आधे शेयरों ने निवेशकों की एक तिहाई संपत्ति का सफाया कर दिया.
Paytm शेयर की कीमत धड़ाम, समझिए कैसे राजा से रंक बन गए निवेशक?
Cartrade का शेयर इश्यू प्राइस से 65% नीचे
सेकंड हैंड गाड़ियों की खरीद-बिक्री के लिए मार्केटप्लेस Cartrade के शेयर अगस्त 2021 में लिस्ट हुए थे. 1618 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले कारट्रेड के शेयर 1600 रु पर लिस्ट हुए थे. 16 मार्च 2022 में इसी शेयर का प्राइस अब केवल 565 रु है. मतलब निवेशकों को 65% का नुकसान.
एक साल पहले लिस्ट हुए सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर ने भी निवेशकों के 60% पैसे का सफाया कर दिया. बुधवार को बीएसई पर शेयर 0.27% की मामूली उछाल के साथ 113 रु पर बंद हुआ.
Gold ATM आम एटीएम से कितना है अलग, कैसे करता है काम, क्या होगी सोने की कीमत; जानें पूरी डिटेल्स
Gold ATM गोल्ड एटीएम में आप 24*7 सोने के सिक्के निकाल सकते हैं। इसे हैदराबाद की एक स्टार्टअप कंपनी गोल्डसिक्का की ओर से लगाया गया है। इस लेख में हम जानकारी देंगे कि ये कैसे काम करता है और इसमें गोल्ड की क्या कीमत होगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आज का दौर तेजी से बदल रहा है। डिजिटल पेमेंट नेटवर्क में बढ़ोतरी होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों ने एटीएम का उपयोग पहले के मुकाबले कम करना शुरू कर दिया है, लेकिन समय के साथ चीजों में बदलाव आता रहता है। बाजार में पैसे के साथ गोल्ड उपलब्ध कराने वाले एटीएम आ गए हैं। इसकी शुरुआत एक हैदराबाद की एक गोल्ड कंपनी की ओर से की गई है।
इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे ये गोल्ड एटीएम काम करता है और आप एटीएम से एक बार में कितना गोल्ड निकाल सकते हैं और उसकी कीमत क्या होगी।
कैसे काम करता है गोल्ड एटीएम?
गोल्ड एटीएम हैदराबाद की एक स्टार्टअप कंपनी गोल्डसिक्का की ओर से लगाया गया है। कंपनी ने बताया है कि कोई भी ग्राहक अपने बैंक के एटीएम कार्ड से 24*7 गोल्ड कॉइन निकाल सकता है। एटीएम में डेबिट, क्रेडिट, प्रीपेड और पोस्टपेड स्मार्ट कार्ड्स स्वीकार किए जा रहे हैं।
बता दें, पहला एटीएम अशोका रघुपति चैम्बर्स, बेगमपेट, हैदराबाद स्थित कंपनी के मुख्यालय में लगाया गया है। कंपनी का कहना है कि एयरपोर्ट्स पर भी ऐसे एटीएम लगाए जाएंगे।
एक बार में कितना गोल्ड निकाल सकते हैं?
कंपनी ने बताया है कि एटीएम में 0.5 से लेकर 100 ग्राम तक के गोल्ड कॉइन होंगे। ये सभी गोल्ड कॉइन 24 कैरेट गोल्ड के होंगे। एक एटीएम में एक बार में अधिकतम पांच किलो तक गोल्ड भरा जा सकता है, जिसकी कीमत करीब 2-3 करोड़ रुपये के बीच में होगी। हालांकि, ग्राहक एक बार में कितना गोल्ड निकाल सकते हैं। इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
क्या होगी गोल्ड की कीमत?
कंपनी ने बताया कि एटीएम में गोल्ड के सिक्के लाइव बाजार भाव के मुताबिक मिलेंगे। किसी भी ग्राहक की ओर से एटीएम से लेनदेन करने से पहले टैक्स के साथ चयन किए गए सिक्के की कीमत स्क्रीन पर दिखेगी।
कंपनी के मुताबिक, अगर किसी ग्राहक के लेनदेन करने पर पैसा कट जाता है और गोल्ड कॉइन नहीं निकलता है, तो फिर 24 घंटे में उसको पैसा वापस खाते में मिल जाएगा। इससे साथ अगर किसी ग्राहक को समस्या होती है, तो फिर वह कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर भी कॉल कर सकता है।
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