क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने के पक्ष में रिजर्व बैंक (File Photo)

क्लासिक विदेशी मुद्रा व्यापार प्रणाली

क्लासिक सिस्टम ट्रेडिंग

ट्रेडिंग फॉरेक्स और सीएफडी एक उच्च जोखिम का अर्थ है और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। भाग या सभी जमा खोने की संभावना है इस संबंध में, कभी भी जोखिम का कोई जोखिम नहीं होता है जिसे आप किसी भी तरह से नहीं खो सकते हैं। यदि आपके पास विदेशी मुद्रा व्यापार और सीएफडी का बहुत कम ज्ञान है, तो आपको व्यापार शुरू करने से पहले संभवत: किसी वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श करना होगा। बिनरोबॉट- लीडी.कॉम देश के कानूनों का उल्लंघन किए बिना, नियमों के अनुसार काम करता है। साइट के आगंतुक बिनोबाउट- लीडा.कॉम देश के नियमों और शर्तों को स्वीकार करने के लिए ज़िम्मेदार हैं, जिसमें वे संबंधित हैं। साइट पर सभी जानकारी सूचनात्मक है और निवेश के लिए अनिवार्य सिफारिश नहीं है। साइट की सामग्री के साथ आंशिक या पूर्ण परिचित के बाद किए गए या किए गए कार्यों के लिए Binrobot-lady.com ज़िम्मेदार नहीं है।

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं STIX ओसीलेटर का उपयोग कैसे करूं?

अभिजात वर्ग Renko ट्रेडिंग रणनीति | Renko चार्ट सफलतापूर्वक व्यापार करने के लिए कैसे (दिसंबर 2022)

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं STIX ओसीलेटर का उपयोग कैसे करूं?

जब मुद्रा एक ओवरस्टेड स्थिति में है या जब एक अतिरंजित स्थिति में एक लंबी स्थिति को बेचने पर खरीदने के लिए सिग्नलिंग द्वारा STIX थरथरानवाला लागू किया जा सकता है।

विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति बनाने के लिए ट्रिक्स एक्सपेंनेलिबल औसत थरथरानवाला के साथ संयोजन के रूप में STIX सूचक का उपयोग किया जा सकता है। त्रिज्या सूचक भी यह संकेत करने के लिए उपयोग किया जाता है कि कोई बाजार या मुद्रा ओव्हरस्लेंस या ओवरबाट है या नहीं। आम तौर पर, जब ट्रेडिक्स शून्य स्तर से अधिक हो जाता है तो व्यापारियों को खरीदना पड़ता है। जब ट्राइक्स शून्य स्तर से नीचे पार करता है, तो व्यापारियों को बंद करना, या लघु बेचते हैं। यदि STIX +40 पर है और TRIX अभी शून्य स्तर से ऊपर पार कर चुका है, तो एक व्यापारी यह देख सकता है कि गति वापस ऊपर जा रही है और मुद्रा खरीदना चाहती है।

उदाहरण के लिए, एक व्यापारी यह देखता है कि EUR / USD 1 पर कारोबार कर रहा है। 14 और यह देखता है कि STIX एक अतिभारित स्थिति में है, STIX सूचक +60 पर, साथ में त्रि-निर्देशक के साथ सिर्फ शून्य स्तर से नीचे जा रहा है। व्यापारी, छोटी सी मुद्रा को बेचने के लिए देख सकता है, क्योंकि मुद्रा बेहद अतिरंजित स्थिति में है, जो कि दोनों STIX और TRIX संकेतकों में दिखाया गया है। व्यापारी फिर देखता है कि एसटीआईक्स सूचक +40 पर है और ट्रायक्स शून्य स्तर से ऊपर की तरफ चल रहा है, कुछ ही समय बाद उसने मुद्रा को बेच दिया। व्यापारी अब अपनी शॉर्ट पोजीशन को वापस खरीद सकते हैं और मुद्रा पर लंबे समय तक चलना चाहिये क्योंकि यूरो / यूएसडी एक ओवरस्टेड हालत में है।

विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति बनाने के लिए मैं प्रतिशत मूल्य ओसीलेटर (पीपीओ) का उपयोग कैसे करूं? | इन्वेस्टोपेडिया

विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति बनाने के लिए मैं प्रतिशत मूल्य ओसीलेटर (पीपीओ) का उपयोग कैसे करूं? | इन्वेस्टोपेडिया

एक बुनियादी विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति सीखिए जो कि प्रतिशत मूल्य ओसीलेटर द्वारा क्रॉसओवर आंदोलन द्वारा उत्पन्न व्यापारिक संकेत के उपयोग से लागू किया जा सकता है।

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं स्टोचस्टिक ओसीलेटर का उपयोग कैसे करूं? | इन्स्टोपेडिया

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं स्टोचस्टिक ओसीलेटर का उपयोग कैसे करूं? | इन्स्टोपेडिया

स्टॉचस्टिक थरथरानर के बारे में जानें और इसका उपयोग कैसे प्रभावी विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति बनाने के लिए किया जाता है, जिसमें अतिरिक्त संकेतक शामिल करने का तरीका शामिल है

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं डुअल कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीसीआई) का उपयोग कैसे करूं? | विदेशी मुद्रा बाजार के व्यापार के लिए एक अनूठी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति बनाने के लिए इन्व्हेस्टॉपिया

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं डुअल कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीसीआई) का उपयोग कैसे करूं? | विदेशी मुद्रा बाजार के व्यापार के लिए एक अनूठी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति बनाने के लिए इन्व्हेस्टॉपिया

दोहरी कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीआईआईआई) के वैकल्पिक व्याख्या का उपयोग करें।

Cryptocurrency News: क्या क्रिप्टोकरेंसी पर लग जाएगा प्रतिबंध? जानिए क्या बताया निर्मला सीतारमण ने

आरबीआई (Reserve Bank of India) ने 6 अप्रैल 2018 को एक परिपत्र (RBI Circular) भी जारी किया जिसमें अपनी विनियमित संस्थाओं को वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) में व्यापार करने या निपटान में किसी भी व्यक्ति या संस्था को सुविधा प्रदान करने के लिये सेवाएं प्रदान करने पर रोक लगाई थी।

Reserve Bank in favor of banning cryptocurrencies (File Photo)

क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने के पक्ष में रिजर्व बैंक (File Photo)

नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को लोकसभा में बताया कि किसी देश की मौद्रिक (Monetary) और राजकोषीय (Fiscal) स्थिरता पर क्रिप्टोकरेंसी के अस्थिर प्रभाव से जुड़ी चिंताओं के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस क्षेत्र पर कानून बनाने की सिफारिश की है। वित्त मंत्री के अनुसार आरबीआई का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

राजकोषीय स्थिरता पर दुष्प्रभाव
उन्होंने बताया कि फिएट मुद्राओं का मूल्य मौद्रिक नीति और वैध मुद्रा के रूप में उनकी स्थिति पर निर्भर होता है हालांकि क्रिपटोकरेंसी का मूल्य पूरी तरह से अटकलों एवं उच्च रिटर्न की उम्मीदों पर निर्भर करता है जो स्थिर है। उन्होंने कहा कि इसलिए किसी देश की मौद्रिक और राजकोषीय स्थिरता पर इसका एक अस्थिर प्रभाव होगा। गौरतलब है कि फिएट मनी सरकार द्वारा जारी एक मुद्रा है। इसका अपना कोई मूल्य नहीं है, लेकिन इसका मूल्य सरकारी नियमों से लिया गया है।

रिजर्व बैंक की क्या है सिफारिश
सीतारमण ने बताया कि किसी देश की मौद्रिक और राजकोषीय स्थिरता पर क्रिप्टोकरेंसी के अस्थिर प्रभाव संबंधी चिंताओं के मद्देनजर आरबीआई ने इस क्षेत्र पर कानून बनाने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा, ‘‘ आरबीआई का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने बताया कि आरबीआई ने 24 दिसंबर 2013, एक फरवरी 2017 और पांच दिसंबर 2017 को सार्वजनिक नोटिसों के माध्यम से डिजिटल करेंसी के उपयोगकर्ताओं, धारकों और व्यापारियों को आर्थिक, वित्तीय, कानूनी, ग्राहक सुरक्षा और सुरक्षा संबंधी जोखिमों से आगाह कर रहा है।

वर्चुअल करेंसी पर क्या
सीतारमण ने कहा कि आरबीआई ने 6 अप्रैल 2018 को एक परिपत्र भी जारी किया जिसमें अपनी विनियमित संस्थाओं को वर्चुअल करेंसी में व्यापार करने या निपटान में किसी भी व्यक्ति या संस्था को सुविधा प्रदान करने के लिये सेवाएं प्रदान करने पर रोक लगाई थी। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, आरबीआई ने 31 मई, 2021 के परिपत्र के माध्यम से अपनी विनियमित संस्थाओं को डिजिटल करेंसी में लेनदेन के लिए ग्राहक की यथोचित परिश्रम प्रक्रियाओं को जारी रखने के लिये विभिन्न मानकों के अनुरूप कार्य के लिए विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रासंगिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित करने की सलाह दी है।

मुद्रा विनिमय के माध्यम से विदेशी व्यापार की संभावनाओं की तलाश हेतु सरकार ने समिति का गठन किया

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने 27 अगस्त 2013 को मुद्रा विनिमय के माध्यम से विदेशी व्यापार की संभावनाओं का पता लगाने हेतु एक समिति का गठन किया.

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने 27 अगस्त 2013 को मुद्रा विनिमय (करेंसी स्वैपिंग, Currency Swapping) के माध्यम से विदेशी व्यापार की संभावनाओं का पता लगाने हेतु एक समिति का गठन किया. इस समिति का गठन विदेशी व्यापार में लगातार बढ़ते घाटे एवं विदेशी मुद्राओं विशेषकर डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत को रोकने के लिए मुद्रा विनिमय जैसे विकल्पों के प्रयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए किया गया है. इस समिति को चार सप्ताह में अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत विदेशी मुद्रा व्यापार सिफारिश करना है.

विदेशी व्यापार को मुद्रा विनिमय के माध्यम से करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए गठित समिति के अध्यक्ष वाणिज्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव होंगे. साथ ही, इस समिति में विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों, आद्योगिक संगठनों और निर्यात समूहों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.

समिति के गठन के बारे में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, आनंद शर्मा ने कहा, “भारत आरंभिक तौर पर चार देशों के साथ करेंसी स्वैपिंग के माध्यम से व्यापार कर सकता है जिनमें मध्य पूर्व एवं अन्य एशियाई देश शामिल हो सकते हैं.”

विदित हो कि हाल ही में भारत ने भूटान के साथ मुद्रा विनिमय का समझौता किया है. केंद्रीय वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग ने भी मुद्रा विनिमय के माध्यम से व्यापार किये जाने को लेकर एक प्रस्ताव तैयार किया था जिसमे दक्षिण अफ्रीका के साथ मुद्रा विनिमय के समझौते के लिए सिफारिश की गयी थी.

मुद्रा विनिमय (करेंसी स्वैपिंग, Currency Swapping)

मुद्रा विनिमय दो संस्थानों (देशों) के बीच किसी ऋण के विनिमय किये जाने वाले पहलुओं (मूलधन तथा ब्याज के भुगतानों) का एक देश की मुद्रा के दूसरे देश की मुद्रा के बराबर ऋण के मूल्य को समतुल्य करने हेतु एक विदेशी मुद्रा समझौता है. मुद्रा विनिमय प्रतियोगात्मक लाभ से प्रेरित होते हैं. मुद्रा विनिमय किसी देश के केंद्रीय बैंक के द्वारा किये जाने वाले नकदी विनिमय से भिन्न होता है.

मुद्रा विनिमय के उपयोग

• सस्ता ऋण प्राप्त करना और बैक-टू-बैक (लगातार) ऋण का उपयोग करते हुए वांछित मुद्रा में कर्ज का विनिमय करना.
• मुद्रा विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव के बावजूद सुरक्षित रहना (जोखिम कम करना)

मुद्रा विनिमय की शुरूआत 1970 में ब्रिटेन में विदेशी मुद्रा नियंत्रणों से निपटने के लिए की गयी थी. साथ ही, 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान संयुक्त राज्य संघीय संचय प्रणाली द्वारा केंद्रीय बैंक तरलता विनिमय की स्थापना करने के लिये मुद्रा विनिमय लेनदेन की संरचना का प्रयोग किया गया था.

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23 महीने के सबसे निचले स्‍तर पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार, 7.94 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट

भारतीय रिजर्व बैंकी (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 7.941 बिलियन डॉलर घटकर 553.105 बिलियन डॉलर हो गया है।

23 महीने के सबसे निचले स्‍तर पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार, 7.94 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट

विदेशी मुद्रा भंडार करीब दो साल के निचले स्‍तर पर पहुंचा (फाइल फोटो)

विदेशी मुद्रा भंडार विदेशी मुद्रा व्यापार सिफारिश में करीब दो साल में गिरावट हुई है। भारतीय रिजर्व बैंकी (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 7.941 बिलियन डॉलर घटकर 553.105 बिलियन डॉलर हो गया, जो करीब दो वर्षों में सबसे निचला स्तर पर आ चुका है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में यह 5वें साप्‍ताह के दौरान लगातार गिरावट है।

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में हाल के महीनों में तेजी से गिरावट आई है। ऐसा इस कारण, क्योंकि आरबीआई ने रुपए को तेजी से गिरने को बचाने के लिए मुद्रा बाजार में हस्‍तक्षेप किया था और कदम उठाए थे, जिसका असर सीधे तौर पर विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ा है। इससे पहले, आरबीआई के आंकड़ें के अनुसार, 26 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.007 अरब डॉलर और पिछले सप्ताह 6.687 अरब डॉलर घट गया था।

भारतीय रिजर्व बैंक के सप्‍ताहिक आंकडे़ं के अनुसार, विदेशी मुद्रा संपत्ति जो कि विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक है, 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 6.527 अरब डॉलर घटकर 492.117 अरब डॉलर हो गई थी। वहीं पिछले दो सप्ताह में विदेशी मुद्रा संपत्ति में क्रमश: 2.571 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा व्यापार सिफारिश और 5.779 अरब डॉलर की गिरावट आई थी।

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अमेरिकी डॉलर में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की की गई है। वहीं विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में यूरो, यूके के पाउंड स्टर्लिंग और जापानी येन जैसी गैर-डॉलर मुद्राओं में नुकसान और कुछ में लाभ हुआ है। वहीं 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान सोने के भंडार का प्राइज 1.339 अरब डॉलर घटकर 38.303 अरब डॉलर पर जा चुका है।

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, इस गणना किए गए सप्‍ताह के दौरान इंटरनेशनल मुद्रा कोष में भारत के स्‍पेशल ड्राविंग राइट्स (एसडीआर) का प्राइज 50 मिलियन डॉलर घटकर 17.782 अरब डॉलर रह गया। वहीं 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत की रिजर्व स्‍टेटस 24 मिलियन डॉलर घटकर 4.902 बिलियन डॉलर हो गई है।

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