5. म्युचुअल फंड कि हिस्ट्री देखना जरुरी (Mutual Fund History)
अगर आप कोई भी में Mutual Fund Investment करने कि सोचते हो तो कम से कम उसकी 6 या 7 साल कि रेकाॅर्ड उपलब्ध होनी चाहिये तभी उसमें इन्वेस्टमेंट करें.
कई बार लक कि वजह से या तो किसी अन्य कारणों से एक साल के रिटर्न्स ज्यादा आते हैं तो हम उसी साल के Returns को देखकर उससे प्रभावित होते हैं ऐसा हमें नहीं करना चाहिये बहुत बार कंपनीया मर्ज होती है की बार नाम Mutual Fund Name Change किया जाता है, या तो नया नया फंड Launch हुआ होता हैं तो ऐसे में इससे प्रभावित ना हों कम से कम 6-7 सारे के रेकाॅर्ड होनेवाले फंड का विचार करना बेहतर होगा.
Best Mutual Fund Choose Criteria Hindi 2021
अगर हम म्युचुअल फंड कि बातकरें तो आज निवेश की सबसे जरुरी बात के समय में 2000 से भी ज्यादा म्युचुअल फंड मार्केट में उपलब्ध हैं. कहते निवेश की सबसे जरुरी बात हैं Best Mutual fund Kaise Chune Hindi 2021 और सही कैसे चुनें? और सबसे बेस्ट म्युचुअल फण्ड कौन सा हैं ?
अगर हम आम आदमी की बात करें तो यह काफी चर्चा का विषय हैं, और यह सवाल सबसे पहले हमारे दिमाग में आता हैं जब हम म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने कि सोचते हैं, जिसे शेअर मार्केट का गणित नहीं पता होता वह Mutual Fund कि और ही देखते हैं.
आज हम इसी के बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से चर्चा करनेवाले हैं, अगर आप यह पुरा पढ़ लेते हैं तो आपको म्यूचुअल फंड कौन सा लेना योग्य होगा यह कभी भी ख्याल नहीं आयेगा.
म्युचूअल फंड क्या होता हैं?
यह एक सामुहिक निवेश होता हैं, म्युचूअल यानी आपसी और फंड यानी निवेश. अलग अलग निवेशकों द्वारा एक बड़ी राशी कि निवेश को एक व्यक्ती द्वारा अलग अलग या किसी एक सेक्टर पर निवेश किया जाता हैं जैसे शेयर मार्केट सेक्टर हो गया , असेट फंड हो गया ऐसे करके निवेश किया जाता हैं.
जिसे शेयर मार्केट का ज्ञान नहीं होता और जिसे बैंक से ज्यादा रिटर्न्स चाहिते होते हैं या तो शेयर मार्केट में निवेश करने कि ज्यादा रिस्क नहीं देनी होती वह ज्यादातर म्यूचुअल फंड को सही मानते हैं, लेकिन इससे पहले यह सवाल आता है कि 2000+ से भी म्यूचुअल फंड मार्केट में हैं हमे किसमे निवेश करना योग्य होगा तो इसी की विस्तार से हम चर्चा करेंगे चलिये देखते हैं.
सही म्युचूअल चुनने के लिये इन 7 बातों पर जरुर ध्यान दे
1. फंड मैनेजर का ट्रैक रेकॉर्ड पर ध्यान दें ( Fund Manager Track Record)
जब हम कोई म्युचुअल फंड को चुनने कि बात निवेश की सबसे जरुरी बात करते हैं तब सबसे पहले हमें जो भी फंड को कोई मैनजर चलाता है तो उसका Track Record को देखना बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि फंड में क्या बदलाव करने हैं फंड में से कब किस सेक्टर अथवा शेअर कंपनी को निकालना है या उसमें ऐंड करना है यह सब पुरी तरह फंड मैनेजर के साथ में ही होता है, इसलिये इबसे पहले इसे पुरी तरह जांच ले.
म्यूचुअल फंड बनाम रियल एस्टेट- आपके निवेश के लिए कौन है बेहतर, कौन दिलाएगा बम्पर रिटर्न?
बात जब निवेश की आती है तो आपको किसी भी निवेश में पैसा लगाने से पहले कई बातों पर विचार करना पड़ता है। निवेश के विकल्पों को शॉर्टलिस्ट करते समय आपके पास स्टॉक(Stock), म्यूचुअल फंड (Mutual Fund), सोना (Gold), सावधि जमा (FD) और रियल एस्टेट (Real Estate) जैसे कई विकल्प होते हैं। अगर हम लॉन्ग टर्म के निवेश की सबसे जरुरी बात बारे में बात करते हैं, तो कुछ लोग एमएफ पसंद करते हैं जबकि अन्य रियल निवेश की सबसे जरुरी बात एस्टेट में निवेश करना चाहते हैं। यहां रियल एस्टेट और म्यूचुअल फंड का निवेश साधनों के रूप में तुलनात्मक विश्लेषण किया गया है।
3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.
क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव निवेश की सबसे जरुरी बात निवेश की सबसे जरुरी बात देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.
5. थोड़ा धैर्य रखें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.
6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.
8. मोबाइल वॉलेट में अपनी पूरी करेंसी स्टोर न करें
इसमें कोई दोराय नहीं है कि मोबाइल वॉलेट्स बहुत ही सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनका हैक होना भी बहुत आसान होता है. ऐसे में कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टोकरेंसी मोबाइल वॉलेट में स्टोर न करें.
चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.
इन 7 वजहों से आपको शेयरों में जरूर निवेश करना चाहिए
आप स्टॉक मार्केट के रिटर्न का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इंडियन इक्विटी मार्केट ने शुरुआत से अब तक सालाना करीब 16 फीसदी का कंपाउंडेड एवरेज रिटर्न दिया है।
कहा जाता है कि शेयरों का रिटर्न लंबी अवधि में दूसरे एसेट्स के मुकाबले ज्यादा होता है। लेकिन, हममें से कई लोग एक बड़ा सवाल पूछना भूल जाते हैं। यह सवाल है-पिछले सालों में शेयरों का जैसा रिटर्न रहा है क्या भविष्य में भी वैसा ही रहेगा?
इस सवाल का जवाब बहुत निवेश की सबसे जरुरी बात इंटरेस्टिंग है। इसकी वजह यह है कि यह जवाब आपको एक बेहतर इनवेस्टर बनने निवेश की सबसे जरुरी बात में मदद करेगा। फिर आप लंबी अवधि में शेयरों में निवेश से अच्छी संपत्ति बना सकेंगे। जब हम शेयर बाजार की बात करते हैं तो हम ऐसे बाजार की निवेश की सबसे जरुरी बात बात करते हैं, जिसमें छोटे-बड़े हर तरह के स्टॉक शामिल होते हैं।
ऊपर के सवाल का जवाब इन 7 चीजों में शामिल हैं:
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Inflation
जब कीमतें बढ़ रही होती हैं तब कंपनियों का प्रॉफिट और रेवेन्यू अच्छा रहता है। प्रॉफिट और रेवेन्यू बढ़ने पर कंपनी के शेयरों की कीमतें भी बढ़ती हैं। शेयरों की कीमतों निवेश की सबसे जरुरी बात में उछाल से इनफ्लेशन की वजह से करेंसी की वैल्यू में आई गिरावट की भरपाई हो जाती है।
Population Growth
आबादी बढ़ने के साथ कंपनियों के लिए अपने प्रोडक्ट्स के लिए बाजार भी बढ़ता है। जो कंपनियां आबादी के बड़े हिस्से के लिए प्रोडक्ट्स बनाती हैं, उनकी वैल्यूएशन समय के साथ बढ़ती रहती है।
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स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले जरूर जाननी चाहिए यह खास बातें (प्रतीकात्मक तस्वीर)
शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा माना जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार, अगर कोई बिना पढ़े ही शेयर बाजार में पैसा लगाता है तो उसके फंड के डूबने का खतरा ज्यादा होता है। किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले उसके वैल्यू, मार्केट कैप और अन्य चीजों के बारे में जरूर जानना चाहिए। साथ ही उस कंपनी के शेयर का एनलाइज और रिसर्च भी कर लेना चाहिए।
अगर आप स्टॉक मार्केट में नए हैं और निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो न सिर्फ आपको स्टॉक ही खरीदने चाहिए, बल्कि की कंपनी में हिस्सेदारी भी लेनी चाहिए। यहां पांच ऐसी चीजें बताई गई हैं, जो किसी भी शेयरधारक को निवेश करने से पहले जानना चाहिए और हमेशा याद रखना चाहिए।
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