वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.63 प्रतिशत बढ़कर 77.66 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया तीन पैसे की तेजी के साथ 82.44 प्रति डॉलर पर

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नवभारत टाइम्स 58 मिनट पहले

मुंबई, आठ दिसंबर (भाषा) घरेलू शेयर बाजार की तेजी के साथ अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को तीन पैसे बढ़कर 82.44 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.34 के स्तर पर खुला और कारोबार के अंत में यह तीन पैसे की तेजी के साथ 82.44 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये ने 82.26 के उच्च स्तर और 82.47 के निचले स्तर को छुआ।

इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.47 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘उम्मीद के अनुरूप रिजर्व बैंक ने रेपो दर में डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों? 0.35 प्रतिशत की एक और वृद्धि की है। इसने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सकल डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों? घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पूर्वानुमान को भी सात प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। इसके बावजूद रुपया सीमित दायरे में रहते हुए मजबूत हुआ।’’

डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों?

Pakistan घिरा आर्थिक सकंट में, सऊदी अरब से मांगी 3 अरब डॉलर नकद की सहायता !

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पाकिस्तान न्यूज डेस्क् . पाकिस्तान ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार के काफी नीेचे गिरने के बाद सऊदी अरब से तत्काल 3 अरब डॉलर देने का अनुरोध किया है। नए सेना प्रमुख के सऊदी अरब की अपनी आगामी पहली यात्रा के दौरान राहत पैकेज हासिल करने में भूमिका निभाने की उम्मीद है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मंत्रालय के एक बयान का हवाला देते हुए बताया कि वित्त मंत्री इशाक डार ने सऊदी राजदूत नवाफ बिन सईद अल-मल्की के साथ एक बैठक के दौरान यह अनुरोध किया। लगातार दूसरे दिन वित्त मंत्री ने विदेशी राजनयिकों के साथ वित्तीय सहायता प्राप्त करने के प्रयासों में बैठकें कीं और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को देश को 1.2 अरब डॉलर की किश्त जारी करने पर अपने रुख को नरम करने के लिए प्रभावित किया।

जरुरी जानकारी | डॉलर कमजोर होने, कच्चातेल में नरमी से रुपया चार पैसे बढ़कर 81.26 प्रति डॉलर पर

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मुंबई, एक दिसंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को चार पैसे के सुधार के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के ब्याज दरों में वृद्धि की गति धीमी करने के संकेत के बाद डॉलर के व्यापक स्तर कमजोर होने के साथ रुपये में तेजी आई।

बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चा तेल कीमतों में गिरावट और घरेलू शेयर बाजार में तेजी आने के बीच निवेशकों की कारोबारी धारणा मजबूत हुई जबकि विदेशी पूंजी की निकासी बढ़ने से रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लगा।

सिर्फ रुपया ही नहीं, दुनिया डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों? की इन करेंसियों में भी जारी है गिरावट का दौर, संकट में आ सकती है वैश्विक अर्थव्यवस्था

Rupee vs Dollar

नर्इ दिल्ली। अमरीकी डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार भारी गिरावट देखने को मिल रहा है। मंगलवार को इंटरबैंकिंग मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे लुढ़ककर नए रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर पर फिसल चुका है। मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 74.39 की सबसे न्यनूतम स्तर पर बंद हुआ है। चालू वित्त वर्ष में रुपया सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला एशियार्इ करेंसी बन चुका है। इस साल अब तक रुपए में 16 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गर्इ है। रुपए की कम वैल्यू होने पर आयात बिल में भारी बढ़ोतरी होने का खतरा है। फिलहाल, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है और अपनी जरूरत का 60 फीसदी तेल मध्य-पूर्व से आयात करता है। ऐसे में प्रति डॉलर रुपए में गिरावट से देश में र्इंधन की कीमतों में आगे भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर की मुद्राएं डॉलर के प्रति लगातार गिरावट दर्ज कर रही हैं। आइए जानते हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपए के अलावा दुनिया की डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों? कर्इ बड़ी मुद्राओं का बीते एक साल में कैसा प्रदर्शन रहा है।

Crude Oil Price: 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसला कच्चा तेल, अब डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों? सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल!

Crude Oil Price Update: दिसंबर 2021 से ही कच्चे तेल के दामों के बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ तो 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद 139 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा था.

Crude Oil Price: भारत के लिए बड़ी राहत की खबर है. कच्चे तेल के दाम (Crude Oil Price) 2022 के निचले स्तरों पर जा लुढ़का है. वैश्विक आर्थिक संकट ( Global Economic Crisis) के मद्देनजर सेंटीमेंट खराब होने के ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का है. ब्रेंट डॉलर वैश्विक मुद्रा क्यों? क्रूड ऑयल (Brent Crude Oil) के दाम 78.65 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. तो डब्ल्युटीआई क्रूड (WTI Crude) दाम 73.49 डॉलर प्रति बैरल तक जा गिरा है.

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