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    उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।

Stock Market : शेयर बाजार से मुनाफा पाना है तो अमल में लाएं कुछ जरूरी बातें

बाजार की परख, धैर्य की कुंजी के जरिए शेयर मार्केट की तिजोरी से कमाई को पंख लगाए जा सकते हैं. निवेश का तरीका क्या है और कौन सी सावधानियां अपनानी हैं, इसके कुछ मामूली टिप्स जानकार आप लाभ उठा सकते हैं.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 03 Jul 2021 10:31 PM (IST)

stock market : शेयर मार्केट में निवेश सिर्फ लाभ बनाना भर नहीं है. इसके लिए आपके पास सही स्टॉक चुनने की समझ भी जरूरी है. शेयर बाजारों में निवेश के साथ जोखिम भी काफी है, लेकिन इसके मुकाबले होने वाले बड़े लाभ नुकसान का असर कम कर देते हैं. दअसल, शेयर बाजार राष्ट्रीय वित्तीय एक्सचेंजों पर लिस्टेँड कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री है. जब कोई कंपनी सार्वजनिक होती है तो वह अपने शेयर जनता को बिक्री के लिए जारी करती है, इन्हें खरीदने या बेचने वाले स्टॉक कारोबारी कहे जाते हैं. वे बाजार के जानकार होने के साथ यह भी समझते है कि अपने पैसे का सही निवेश कब और कहां करना चाहिए. स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग से पहले पुख्ता प्लानिंग जरूरी है.

निवेश से पहले यह करना जरूरी
सभी पेंडिंग लोन खत्म कर लें: शेयर बाजार में निवेश शुरू करने से पहले एहतियातन आपको अपने सभी हाई इंट्रेस्ट वाले लोन, जैसे पर्सनल, क्रेडिट कार्ड क्लीयरेंस आदि चुकता कर लेने चाहिए. जिससे क्रेडिट लायबिलिटी न हो.

एक्स्ट्रा सेविंग ही इंवेस्ट करें: स्मार्ट निवेश का एक जरूरी नियम है कि मार्केट में आप उसी बजट का
उपयोग करें, जो आपकी एक्स्ट्रा सेविंग है. ऐसी सूरत में आपको स्टॉक खरीदने के लिए कभी भी रकम उधार नहीं लेनी होगी. किसी दूसरी जरूरत के लिए रखा पैसा भी र्मोकेट में लगाना ठीक नहीं.

कुछ रकम बचाकर रखें: एक इमरजेंसी फंड भी मेनटेन करें. इसके लिए कुछ नगदी पूरी तरह अलग रखें. आप शेयर बाजार में सारा पैसा निवेश करते हैं, तो इमरजेंसी की सूरत में खुद को मुसीबत में डाल सकते हैं.

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लक्ष्य तय करना जरूरी
निवेश से पहले तय करिए कि लंबी अवधि के लिए निवेश कर हाई रिटर्न पाना चाहते हैं? या लाभांश के रूप में सिर्फ कमाई के लिए अलग सोर्स. ऐसे निवेश के लक्ष्य आपको समझने में मदद करेंगे कि आपको निवेश कितना और कब तक करना चाहिए. वर्तमान वित्तीय स्थिति देखकर तय करें कि आप एकमुश्त निवेश चाहते हैं या छोटे नियमित मासिक. एक छोटी राशि से शुरुआत करना ही समझदारी है, जिसे समय के साथ आप धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं.

ट्रेडिंग खाता खोलें
शेयर बाजार में निवेश के लिए ब्रोकर रख सकते हैं या ट्रेडिंग खाता बना सकते हैं, जो आपको खुद ऑपरेट करने की छूट देगा. निवेश के लिए एक बजट तय कर लें औ तय करें कि आप दिन के दौरान कारोबार करते समय उसी बजट को उपयोग करें.

खुद की नॉलेज बढ़ाएं
नियमित शेयर बाजार के कामकाज के बारे में पढ़ें, उन कंपनियों की चेकलिस्ट रखें, जिनमें आपकी रुचि है. उनकी परफार्मेंस के लिए स्टॉक चेक करें. समय के साथ जैसे-जैसे आप अधिक से अधिक कारोबार करेंगे, समझ जाएंगे कि अपने लक्ष्य के लिए बेहतर क्या है.

भावुकता नहीं तर्क से समझें
आप शेयर में निवेश शुरू करते हैं तो बेहद खुद दिमाग से फैसले लेने होंगे. यहां चीजें लगातार बदलती हैं. कठिन परिस्थितियों में आपको तर्कशीलता से काम करना चाहिए. कोई भी विशेषज्ञ आपको यही बताएगा कि कारोबार का पहला नियम है आपके दिमाग के साथ कारोबार करना है, न कि दिल के साथ.

जानिए क्या हैं स्टॉक ब्रोकर
यह दो तरह के होते हैं, पहला कम्लीट सर्विस ब्रोकर और दूसरा डिस्काउंट ब्रोकर. कम्लीट सर्विस ब्रोकर पारंपरिक ब्रोकर हैं, जो शेयरों की खरीद-बिक्री, निवेश सलाह, वित्तीय योजना, पोर्टफोलियो मेंटेनेंस, बाजार रिसर्च-एनालिसिस आदि करते हुए अधिक से अधिक सेवाओं की विविधता देते हैं। ये आपकी जरूरत और वित्तीय लक्ष्य के अनुरूप पर्सनल टिप्स देकर निवेश सेवाएं देते हैं. वहीं डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन ब्रोकर हैं, जो नो-फ्रिल शेयर ब्रोकिंग खातों पर काम करते हैं। वे ग्राहक को पर्सनल सर्विस नहीं देते हैं. वे कम से कम संभव लागत पर जरूरी कारोबार सुविधा देते हैं। डिस्काउंट ब्रोकर चुनकर, आप कम ब्रोकरेज से भी मार्केट देख सकते हैं.

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Published at : 03 Jul 2021 10:31 PM (IST) Tags: Finance Budget Stock Market stock exchange company Return market profit listed amount broker caution buy-sell हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi

Career in Stock Market: स्‍टॉक मार्केट में ऐसे बनाएं करियर और करें मोटी कमाई

Career in Stock Market: पैसा कमाने के लिए जानकारी होना बेहद ज़रूरी है.

Career in Stock Market: पैसा कमाने के लिए जानकारी होना बेहद ज़रूरी है.

Career in Stock Market: आजकल लोगों को स्टॉक मार्किट और स्टॉक एक्सचेंज में काफी दिलचपी बढ़ने लगी है. कोई भी इस करियर में . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 19, 2022, 11:02 IST

हाइलाइट्स

स्टॉक ब्रोकर के तौर पर करियर बनाने के बाद किसी की भी सालाना सैलरी 2 से 8 लाख रुपये तक पहुँच सकती है.
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए उम्मीदवार को कोर्स इसका कोर्स करना होगा.
इस क्षेत्र में पैसा कमाने के लिए जानकारी और दिलचस्पी दोनों ही बेहद ज़रूरी है.

नई दिल्लीः Career in Stock Market: दुनिया में शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने हो रही हर चीज़ की खबर रखने वाले लोग शेयर बाजार, स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर, निफ्टी और सेंसेक्स के बारे ज़रूर पता होगा. इन दिनों शेयर बाजार में पैसा लगाना आम हो गया है. लेकिन शेयर बाजार कोई बच्चों का खेल नहीं है. इसमें जो पैसा लगता है उसे स्टॉक मार्केट की काफी जानकारी होती है.

इस क्षेत्र में पैसा कमाने के लिए जानकारी और दिलचस्पी दोनों ही बेहद ज़रूरी है. जो शख्स किसी इन्वेस्टर और शेयर मार्केट के बीच काम करता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहते हैं. किसी ब्रोकर के बिना एक इन्वेस्टर या निवेशक के लिए स्टॉक मार्केट में अपना अच्छा परफॉर्मेंस दे पाना बेहद मुश्किल है. इस फील्ड में भी जॉब की कई अवसर मौजूद हैं.

स्टॉक ब्रोकर 2 तरह के होते हैं
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर – फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी, स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और IPO में इन्वेस्टमेंट जैसी सर्विस देते हैं. फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर की कस्टमर सर्विस काफी को काफी अच्छा माना जाता है. साथ ही इनकी कमाई भी अच्छी खासी हो जाती है.

डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर – दूसरा होता है डिस्काउंट ब्रोकर. अपने क्लाइंट से काफी कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करते हैं. लेकिन डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने किसी भी क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं. अकाउंट खोलने से लेकर सभी काम इनके ऑनलाइन ही होते हैं.

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए एलिजिबिलिटी
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए उम्मीदवार को कोर्स इसका कोर्स करना होगा. एक स्टॉक ब्रोकर शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने को एकाउंटेंसी, कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की अच्छी नॉलेज होनी बेहद जरूरी है. इसमें करियर बनाने के लिए इन विषयों में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ‘एनसीएफएम कोर्स’ ऑनलाइन सर्टिफिकेशन शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने प्रोग्राम भी उपलब्ध हैं.

क्या होंगे करियर ऑप्शन

क्या होगी सैलरी
इस फील्ड में स्टॉक एक्सचेंज, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, रेगुलेशन अथॉरिटी, म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, ब्रोकर फर्म्स, इंश्योरेंस एजेंसी, बैंक और दूसरे इंस्टिट्यूट में भी करियर का अच्छा स्कोप हैं. स्टॉक ब्रोकर के तौर पर करियर बनाने के बाद किसी की भी सालाना सैलरी 2 से 8 लाख रुपये तक पहुँच सकती है.

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What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .


Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।

What and is stock broker and brorage fee in hindi.

स्टॉक ब्रोकर

Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।

(1) Full -service broker

Full-service broker

फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।


Discount broker


टेक्नोलॉजी के उत्थान से पहले केवल धनी लोग ही Share market में काम कर पाते थे। इंटरनेट केआगमन के बाद कोई भी सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति, जिसे शेयर बाजार का ज्ञान हो छोटी सी धन-राशि से Discount broker के यहां बहुत कम Brokrage fee में इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग कर सकता है।

डिस्काउंट ब्रोकिंग सर्विस में शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने पहले, आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग खुद करना आना चहिये। इधर-उधर से टिप्स लेकर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग नहीं चाहिए। जिससे नुकसान ना हो। ये भी पढ़ें- शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके

डिस्काउंट शेयर ब्रोकर, buy और sell के ऑर्डर को फूलसर्विस ब्रोकर की तुलना में कम ब्रोकरेज पर पूरा करते ह। ये 0.10 % से 0. 01% तक हो सकती है। लेकिन डिस्काउंट ब्रोकर निवेश तथा के लिए सलाह नहीं देते तथा ना ही रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित करते है।

यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को आप इस लिंक द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर पर क्लिक करके बहुत आसानी से खरीद सकते हैं।

डिस्काउंट ब्रोकर अपने कस्टमर के लिए टेक्स प्लानिंग भी नहीं करते है। Discount stock broker उन इन्वेस्टर तथा ट्रेडर दोनों के लिए उपयोगी है। एक्टिव ट्रेडर जो लगातार ट्रेड करते हैं, उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खता खुलवाना चाहिए। क्योकि कम ब्रोकरेज उनके प्रॉफिट को नहीं खाती और इससे उनको ज्यादा प्रॉफिट होता है।

ऐसे इन्वेस्टर तथा ट्रेडर जो शेयर बाजार के जानकर होते है। जिनका छोटा पोर्टफोलियो होता है,उनके लिए Discount stock broker फायदे का सौदा है। जो लोग Share market के जानकर हैं और अपने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के निर्णय खुद हैं,उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खाता खुलवाने में ही फायदा है। ये भी पढ़ें- फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस में क्या अन्तर है ?

सही Stock broker तथा Brokrage cost कैसे शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने चुनें?

शेयर खरीदने तथा बेचने की लागत बहुत ही पेचीदा होती है। ब्रोकिंग हाउस के रिलेशनशिप मैनेजर से कमीशन (Brokrage ) के बारे पूछे। ज्यादातर मैनेजर आपको ब्रोकरेज .05% इंट्राडे के लिए तथा .50% डिलीवरी के लिए बतायगे। यदि आप इसे नहीं मानेगे या दूसरी जगह ट्राई करेंगे तो ये कम हो सकती है। जैसे कि .01% इंट्राडे के लिए तथा .10% डिलीवरी बेस खरीदारी करने के लिए।

जब आप एक ब्रोकर चुन लेते है, तो यह पक्का करे कि क्या वो वही ब्रोकरेज ले रहा है। जिसकी उसने आपसे शुरू में पेशकश की थी। समय-समय पर Brokrage fee को चेक करते रहे।

Stock broker आपके अकाउंट के अमाउंट से एनुअल मेंटेनेंस चार्ज करते है। इसे AMC भी कहते है। यदि इसे आपका ब्रोकर मंथली चार्ज करेगा तो यह आपकी बेलेंश शीट को खाता रहेगा। इसका बेस्ट ऑप्शन इसे लम्प्शम्प पे करना चाहिए। यह लाइफटाइम के लिए 600-700 /- रूपये के आसपास होना चाहिए। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें

इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर

स्टॉक ब्रोकर को SEBI (सेबी ) में रजिस्टर्ड होना चाहिए। आप सेबी की वेबसाइट पर जाकर ब्रोकर की रजिस्ट्रेशन डिटेल चेक कर सकते। प्रत्येक Stock broker की वेबसाइट पर उसका रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखा होता है।उस रजिस्ट्रेशन नंबर को सेबी की वेबसाइट पर डालकर स्टॉक ब्रोकर के बारे में डिटेल जान सकते है।

यहां पर इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर के नाम दिए गए है। इनमे से कुछ अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी है-

  • Angel Broking
  • Geojit Securities
  • Icici Direct
  • HDFC
  • Motilal Oswal
  • Share Khan
  • Religare
  • Zerodha - Discount Broker .
    उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।

शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने

Written by Web Desk Team | Published :November 17, 2022 , 12:46 pm IST

महंगाई का मुकाबला करने के लिए, शेयर बाजारों और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश और ट्रेडिंग पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. यदि आप अपनी गाढ़ी कमाई को केवल फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट (traditional financial instrument) में सेव करते हैं, तो आप अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने से पीछे रह सकते हैं.

एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने से पहले, जो व्यक्ति बॉन्ड, शेयर, या अन्य सिक्योरिटीज जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदना या बेचना चाहते थे, उन्हें अपनी ब्रोकरेज फर्मों से संपर्क करना पड़ता था और उन्हें उनकी ओर से लेनदेन की व्यवस्था करने के लिए कहना पड़ता था. इसके बाद, प्राइस चेक करने, कॉन्ट्रैक्ट वेरीफाई करने और अंत में ट्रेड की पुष्टि करने की एक लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था. हमें उस फीस को शेयर मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकर को कैसे चुने नहीं भूलना चाहिए जो ये ट्रेडिशनल ब्रोकर सर्विस के लिए मांगते थे. फिर आया डिस्काउंट ब्रोकर्स या ऑनलाइन ब्रोकर्स का युग, जिसने खेल को पूरी तरह से बदल दिया. इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग जो पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध थी अब बहुत बड़ी संख्या में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है.

ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का एक सुविधाजनक तरीका है. इन लेन-देन को ऑनलाइन ब्रोकर्स के माध्यम से आसान बनाया जा सकता है जो इक्विटी, कमोडिटीज, बॉन्ड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, फ्यूचर्स आदि जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करते हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं?
किसी भी समय कहीं से भी ट्रेड करने की सुविधा: यदि आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच है तो आप अपने मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से किसी भी समय (बाजार के घंटों के दौरान) कहीं से भी ट्रेड/निवेश कर सकते हैं.

अपने निवेश को रियल-टाइम के आधार पर ट्रैक करें और निवेश का निर्णय आसानी से लें: आप अपने निवेश और ट्रेंड्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर ट्रैक कर सकते हैं. अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म ढेर सारे डेटा पॉइंट भी प्रदान करते हैं जिनसे आप खुद भी रिसर्च कर स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों में ट्रेड कर सकते हैं. यह आपको स्मार्ट निवेश और ट्रेडिंग डिसीजन लेने में मदद कर सकता है. जब भी आप अपने फोन या कंप्यूटर से लॉग इन करते हैं तो आप रीयल-टाइम प्रॉफिट या लॉस देख सकते हैं.

ट्रेड करने से पहले अपने ब्रोकर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं: आपको कोई भी लेनदेन करने से पहले अपने ब्रोकर से बात करने की भी आवश्यकता नहीं है. इनफॉर्म्ड इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग डिसीजन लेने के लिए, आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखनी चाहिए और डेटा पॉइंट, पैटर्न, ट्रेंड और प्राइस मूवमेंट की समझ प्राप्त करनी चाहिए.

शुरुआती लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?
1) ब्रोकर का चयन करें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग में पहला कदम यह निर्धारित करना है कि ब्रोकर वैध है या नहीं. यह देखना होगा कि यह सेबी पंजीकृत ब्रोकर है या नहीं. हर एक ब्रोकर को अपनी सेबी पंजीकृत आईडी को अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर डिस्प्ले करना जरूरी है. एक बार जब आप ब्रोकर की वैधता चेक कर लेते हैं, तो आपको दो प्रकार के ऑनलाइन ब्रोकरों में से चुनना होगा:

– डिस्काउंट ब्रोकर या
– फुल-सर्विस ब्रोकर्स

एक डिस्काउंट ब्रोकर आपको कम शुल्क में सभी आवश्यक ट्रेडिंग टूल प्रदान करेगा, एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज फर्म आपको उच्च शुल्क में निवेश सलाह प्रदान करेगी. इस प्रकार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर, आप यह तय कर सकते हैं कि आप डिस्काउंट ब्रोकर या फुल-सर्विस ब्रोकर के साथ जाना चाहते हैं. असल में, डी-आई-वाई ट्रेडर बनने के लिए इंटरनेट पर कई संसाधन उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजारों के बारे में सीख सकते हैं. आप डिस्काउंट ब्रोकरेज चुन सकते हैं. यदि आपके पास अपने दम पर ट्रेड करने का ज्ञान है, यदि आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास बाज़ार का समय या समझ नहीं है, तो एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज अकाउंट एक बेहतर विकल्प हो सकता है.

2) डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए अगला कदम और आरंभ करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना है. डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जहां यह आपके स्टॉक, एमएफ इत्यादि को डीमैटरियलाइज्ड रूप में रखता है जैसे बैंक आपकी नकदी रखता है. जबकि, ट्रेडिंग अकाउंट एक इंटरफ़ेस है जिससे आप एक्चुअल ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इन दिनों डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद सहज, तेज और पेपरलेस हो गया है. एक बार जब आप कुछ बेसिक डॉक्यूमेंट प्रस्तुत कर देते हैं तो आप उसी दिन से ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

3) ट्रेडिंग शुरू करें: निवेश या ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना, शेयर बाजारों का कुछ ज्ञान हासिल करना और वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करना एक अच्छा आईडिया है. एक बार जब आप इसे जान लें तो अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ट्रेडिंग शुरू करें. D-I-Y (do-it-yourself) इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए अपने ब्रोकर के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न टूल्स का उपयोग करें.

निष्कर्ष ये है कि शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए आपको एक ऑनलाइन ब्रोकर का चयन करना होगा, एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा और ट्रेडिंग शुरू करनी होगी. सुनिश्चित करें कि आप अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म और वेब पर उपलब्ध लर्निंग मटेरियल और टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं

शेयर बाजार में टिप्स और स्ट्रैटजी के साथ कामयाबी के लिए चाहिए लंबी प्लानिंग

इंटरनेट के युग में सभी अच्छे ब्रोकरेज फर्म के ऐप उपलब्ध हैं और सभी डिस्काउंट ब्रोकर की तरह कम ब्रोकरेज का लाभ दे रहे हैं। ये मार्जिन फंडिंग की भी सुविधा देते हैं। लगभग 10-12 फीसद सालाना ब्याज पर चुनिंदा शेयर खरीदने का अवसर है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाएं इस प्रश्न पर हर किसी की अपनी-अपनी राय होती है जो बहुत-से लोग अक्सर जोरदार दावे के साथ सामने रखते हैं। उनमें बहुत से सही भी होते हैं इसमें कोई शक नहीं है। लेकिन वे हर बार सही या फिर गलत होंगे यह समझना भूल है। इसकी बड़ी वजह शेयर बाजार का पल-प्रतिपल बदलना और अब तो देश-दुनिया के राजनीतिक-आर्थिक हालात भी बहुत तेजी से बदलते हैं लिहाजा हमंे यह समझना होगा कि शेयर बाजार में आगे रहने के लिए लंबी रेस का घोड़ा बनना है। यह बात इक्वीटी ही नहीं फ्यूचर-आप्शन पर भी लागू होता है। ऐसे में आपको टिप्स और स्ट्रैटेजी के साथ लंबी प्लानिंग करनी होगी।

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लंबी प्लानिंग का अर्थ कम से कम 6 महीने का समय है जिस दौरान अच्छे शेयर खासी गिरावट के बावजूद वापस सही स्तर पर आ जाते हैं। अब सवाल उठता है कि अच्छे शेयर कौन हैं? इसके लिए आप निफ्टी के शेयरों पर वेटेज के हिसाब से ध्यान दें। आपको रिलायंस, एचडीएफसी बैंक, टीसीएल, इन्फोसिस, एल एण्ड टी, यूनिलीवर जैसे कुछ नाम मिलेंगे जिनके बारे में ज्यादा आर एण्ड डी नहीं करना होगा। अब आप खुद इन शेयरों के ग्राफ देखें तो पता चलेगा कि इन शेयरों ने पिछले 6 महीनों में बेशक 25 फीसद गिरावट देखी हो पर धीरे-धीरे सही स्तर पर वापस आ जाते हैं। इनके अतिरिक्त मोनोपॉली के कुछ शेयर खरीद सकते हैं जैसे एनटीपीसी और पावरग्रिड। जरा सोचिए, देश में इनके विकल्प हैं क्या? फिलहाल एक भी नहीं है।

लंबी प्लानिंग करने और शेयरों के चुनाव के बाद यह जानना जरूरी है कि किस अनुपात में और कब-कब खरीदें। चूंकि बताए गए शेयरों का पोर्टफोलिया छोटा होगा इसलिए इनमें प्रत्येक पर हर दिन एक बार नजर डालना कठिन ना होगा चाहे आप किसी और रोजगार में क्यों ना हों। आप देखेंगे कि आए दिन इनमें किसी-ना-किसी शेयर का दाम गिरेगा और वह शेयर कम दाम पर आपकी झोली में आ गिरेगा। इस तरह 10 शेयरों के पोर्टफोलियो में आप केवल धैर्य रखने से 10 फीसद तक बचा लेंगे। और शेयर बाजार में कुछ भी बचा लेना और टिका रहना ही सबसे बड़ी बात है। इसके उलट यदि आप आए दिन नए-नए टिप्स पर कदम उठाएंगे तो मुमकिन ही आपके पास भंगार की दुकान होगी और इसमें मौजूद शेयरों के दाम इतने गिरे होंगे कि उन्हें रखना और बेचना दोनों कठिन होगा।

ऊपर बताए शेयरों के अतिरिक्त भी शेयर खरीदने में हर्ज नहीं है। लेकिन उनके बारे में अधिक से अधिक और नियमित रूप से जानकारी रखना उचित होगा। किस सेक्टर में कब पैसे लगाएं इसका ध्यान देना होगा। सेक्टर के हालात देख कर उसके किसी शेयर में पैसा लगाना बुद्धिमानी का काम है। मिसाल के तौर पर पिछले कुछ महीनों से आईटी सेक्टर कमजोर है तो अगले कुछ महीनों में उसमें बढ़त की संभावना अधिक है।

इंटरनेट के युग में सभी अच्छे ब्रोकरेज फर्म के ऐप उपलब्ध हैं और सभी डिस्काउंट ब्रोकर की तरह कम ब्रोकरेज का लाभ दे रहे हैं। इतना ही नहीं, मार्जिन फंडिंग की भी सुविधा देते हैं जिसका अर्थ बहुत कम ब्याज दर लगभग 10-12 फीसद सालाना पर चुनिंदा शेयर खरीदने का अवसर है। जानकारों से राय लेकर आप अच्छे शेयर में मार्जिन फंडिंग का लाभ ले सकते हैं।

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